Sunday 30 December 2018

ऊंची दूकान के फीके पकवान, बड़ी हिट छोटी फ़िल्में


जब, संजय लीला भंसाली की ऐतिहासिक ड्रामा फिल्म पद्मावत को बड़ी सफलता मिली थी तो लगा था कि अभी भी बड़ी फ़िल्में ही बड़ा कारोबार करने में सक्षम है।  पद्मावत (२५ जनवरी २०१८) ने, कुछ राज्यों में रोक के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर ३०० करोड़ से ऊपर का कारोबार कर लिया था।  रणवीर सिंह, दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और अदिति राव हैदरी की भूमिका से सजी इस फिल्म की सफलता के पीछे बड़ी स्टारकास्ट और बड़ा बजट भी था।  इसीलिए, बॉलीवुड को बड़ी फिल्मों के इंतज़ार था।  सलमान खान की फिल्म रेस ३ (१५ जून २०१८) ऎसी पहली फिल्म थी।  इस फिल्म में सलमान खान के साथ अनिल कपूर, बॉबी देओल, जैक्विलिन फर्नॅंडेज़, डेज़ी शाह, आदि सितारों की भीड़ थी।  ईद वीकेंड पर रिलीज़ रेस ३ ने बड़ी ओपनिंग भी ली।  फिल्म ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश भी पाया।  इसके बावजूद फिल्म ऊंची दूकान के फीके पकवान जैसी साबित हुई।  क्योंकि, यह फिल्म १८५ करोड़ के भारी बजट से बनी थी। फिल्म को औसत पाया गया।

जून में संजू सुपरहिट  
जब इंडस्ट्री, रेस ३ की असफलता से स्तब्ध नज़र आ रही थी, उसी समय २९ जून को रणबीर कपूर की फिल्म संजू रिलीज़ हुई।  संजू, बॉलीवुड फिल्म अभिनेता संजय दत्त पर राजकुमार हिरानी की फिल्म थी।  संजय  दत्त अब सफल नहीं हो पाते।  रणवीर कपूर ने भी, जग्गा जासूस, तमाशा, बॉम्बे वेलवेट और रॉय जैसी बड़ी फ्लॉप फ़िल्में दी थी।  इसके बावजूद, संजू ने सिर्फ रणबीर कपूर के शानदार अभिनय के बूते पर बढ़िया ओपनिंग तो पाई ही, २०१८ की सबसे ज़्यादा कारोबार करने वाली फ़िल्म भी बन गई।  ऐसा लगा रेस ३ असफल हुई तो क्या हुआ बड़ा सितारा और बैनर दर्शक खींच ही लाता है।  बॉलीवुड से यहीं गलती हो गई। 

छुट्टियों के वीकेंड में बड़े सितारों के द एंड
बड़ी सितारों और बड़े बजट की फिल्मों पर खुशफहमी पालने का नतीजा  नवंबर और दिसंबर में देखने को मिला।  इन दो महीनों में तीन बड़ी हिंदी फ़िल्में और एक साउथ की डब फिल्म रिलीज़ होनी थी।  हालाँकि, २.० को धर्मा प्रोडक्शंस ने हिंदी बेल्ट में रिलीज़ किया था, लेकिन  हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को पूरी उम्मीद ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान, जीरो और  सिम्बा पर लगी हुई थी।  रजनीकांत की पिछली फिल्म काला को हिंदी दर्शकों ने ठुकरा दिया था।  उनकी फिल्म २.० (२९ नवंबर २०१८) क्या ख़ाक कारोबार कर सकती थी।  जबकि, आमिर खान ने दंगल जैसी बड़ी हिट फिल्म दी थी।  शाहरुख़ खान की फिल्म रईस भी सफल हुई थी।  इसलिए, दक्षिण के सुपरस्टार के बजाय इंडस्ट्री ने बॉलीवुड के सुपरस्टार पर  भरोसा किया।  परन्तुबॉलीवुड के हीरो अक्षय कुमार के साथ, साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत छा गये।  विज्ञानं फंतासी फिल्म २.० को हिंदी डब संस्करण २०० करोड़ के क्लब के करीब है।  वही, आमिर खान के साथ अमिताभ बच्चन, कैटरीना कैफ और फातिमा सना शैख़ की भारी बजट वाली फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान (८ नवंबर २०१८), दीवाली वीकेंड का फायदा उठाते हुए ५० करोड़ से ज़्यादा का कारोबार करने में कामयाब हुई।  लेकिन, इस हर तरह से खराब बनी फिल्म ने दर्शकों को निराश किया।  इसे दुगुनी बैड माउथ पब्लिसिटी मिली।  दूसरे दिन ही फिल्म लुढ़क गई।  दो हफ्ते में फिल्म परदे से उतर गई।  सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म दंगल के नायक आमिर खान की फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान १५० करोड़ से पहले ही रुक गई।  इसे डिजास्टर फिल्म के तौर पर याद किया जाएगा। इसके बाद, २१ दिसंबर को, शाहरुख़ खान, कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा की फिल्म जीरो रिलीज़ हुई।  इस फिल्म की काफी हाइप बनाई गई थी।  आक्रामक प्रचार भी किया गया था।  लेकिन, ट्रेलर से फिल्म का अंदाजा लगाने में माहिर हिंदी फिल्म दर्शकों ने जीरो को हीरो नहीं बनने दिया।  इस फिल्म की मुश्किल से २० करोड़ से ज़्यादा की ओपनिंग लगी।  दूसरे दिन फिल्म १० प्रतिशत नीचे आई।  अब इस फिल्म को भी, डिजास्टर की ओर जाती समझा जा रहा है। 

अक्षय कुमार से अनुष्का शर्मा तक
अगर, जनवरी के बाद और नवंबर-दिसंबर के बीच रिलीज़ फिल्मों के कारोबार पर नज़र डाला जाए तो संकेत बढ़िया मिलते हैं।  इस दौरान रिलीज़ फ़िल्में बेशक खान अभिनेताओं की नहीं थी।  लेकिन, अजय देवगन और अक्षय कुमार  के साथ कुछ युवा अभिनेताओं ने बॉक्स ऑफिस को गुलजार कर दिया।  फिल्म अभिनेत्रियों ने नायिका प्रधान फिल्मों से अपना इक़बाल बुलंद कर दिया।  जनवरी में पद्मावत धमाके के बाद अक्षय कुमार का पैडमैन अपना सन्देश आम दर्शक को पहुंचा पाने में कामयाब हुआ।  पैडमैन हिट फिल्मों में शुमार की गई।  इसके बाद, कार्तिक आर्यन, नुसरत भरुचा और सनी सिंह की फिल्म सोनू के टीटू की स्वीटी बढ़िया संगीत और युवा दर्शकों को आकर्षित करने वाली थीम के कारण १०० करोड़ क्लब में शामिल हो गई। 

मार्च में तीन हिट 
मार्च में तीन फ़िल्में हिट  श्रेणी में  रखने के काबिल समझी गई।  अजय देवगन और इलीना डिक्रूज़ के अभिनय से सजी थ्रिलर फिल्म रेड बढ़िया स्क्रिप्ट और अजय देवगन के अभिनय की गहराई की वजह से दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने में कामयाब हुई।  इसके बाद, रानी मुख़र्जी की माँ बनने के बाद रिलीज़ पहली फिल्म हिचकी को भी कामयाबी हासिल हुई।  इस फिल्म में, रानी मुख़र्जी ने हिचकी आने की  बीमारी के बावजूद टीचर बनने वाली महिला की भूमिका की थी।  इसके बाद, फिल्म इंडस्ट्री को एक बार फिर बॉक्स ऑफिस पर युवा शक्ति का अनुभव हुआ।  टाइगर श्रॉफ और दिशा पाटनी की एक्शन फिल्म बागी २ ने न केवल धमाकेदार शुरुआत की, बल्कि १०० करोड़ क्लब में शामिल होने में भी कामयाब हुई।  मार्च में अनुष्का शर्मा की पहली हॉरर फिल्म परी को भी दर्शकों ने पसंद किया।

नारी प्रधान फ़िल्में सफल
अप्रैल में, वरुण धवन की फिल्म अक्टूबर को दर्शकों की पसंदगी मिली।  लेकिन बॉक्स ऑफिस गुलजार किया  हॉलीवुड की सुपरहीरोज फिल्म अवेंजर्स: इंफिनिटी वॉर ने।  यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में पहुँचाने में कामयाब हुई।  मई में, आलिया भट्ट और विक्की कौशल की फिल्म राज़ी, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की फिल्म १०२ नॉट आउट और जॉन अब्राहम और लिसा हैडन की फिल्म परमाणु: द स्टोरी ऑफ़ पोखरण ने सफलता की इबारत लिखी।  लेकिन, राज़ी ने नारी प्रधान फिल्मों  की सफलता की शुरुआत कर दी।  यह फिल्म भी १०० करोड़ क्लब की दावेदार बनी।  जून में, संजू के अलावा करीना कपूर खान, सोनम कपूर और स्वरा भास्कर की फिल्म वीरे दी वेडिंग सफल ही। वीरे दी वेडिंग ने फिर से नारी शक्ति का परिचय दिया। यह फिल्म भी १०० करोड़ क्लब में पहुंची।  जुलाई में, श्रीदेवी की बेटी जाह्नवी कपूर और शाहिद कपूर के भाई ईशान का धड़क से हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ। इसी महीने हॉकी पर दिलजीत दोसांझ की फिल्म सूरमा रिलीज़ हुई। सूरमा औसत रही ।

सफल फिल्मों के तीन महीने
बॉलीवुड के लिए अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर के तीन महीने अहम् साबित हुए ।  इन तीन महीनों में अक्षय कुमार की हॉकी पर फिल्म गोल्ड, जॉन  अब्राहम की भ्रष्टाचार के विरुद्ध जंग सत्यमेव जयते, मलयालम सुपर स्टार दुलकर सलमान की इरफ़ान खान के साथ डेब्यू फिल्म कारवां, श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की हॉरर फिल्म स्त्री, वरुण धवन और अनुष्का शर्मा की फिल्म सुई धागा, आयुष्मान खुराना की दो फ़िल्में बधाई हो और अंधाधुन, हॉरर फिल्म तुम्बाद और सैफ अली खान की फिल्म बाज़ार रिलीज़ हुई।  यह सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर अपने हिस्से का रेवेन्यू बटोर पाने में सफल हुई।  ख़ास बात यह थी कि यह फ़िल्में नारी सशक्तिकरण  का चित्रण करने वाली और भिन्न कथानक वाली फ़िल्में थी। 

यानि कथानक जीता  
२०१८ की फिल्मों की ख़ास बात यह रही कि कंटेंट यानि कथानक जीता।  बढ़िया कथानक हो तो दर्शकों ने स्टारकास्ट नहीं देखी।  यह भी नहीं देखा कि फिल्म हीरो सेंट्रिक है या हीरोइन सेंट्रिक।  रानी मुखर्जी सफल हुई तो श्रद्धा कपूर और आलिया भट्ट भी सफल हो गई। अंधाधुन की सफलता में फिल्म में तब्बू की भूमिका महत्वपूर्ण थी।   जहाँ, आमिर खान, शाहरुख़ खान और सलमान खान नहीं चले, वही आयुष्मान खुराना ने दो सफल फ़िल्में बधाई हो और अंधाधुन अपने नाम लिखवा दी।  कार्तिक आर्यन ने सोनू के टीटू की स्वीटी जैसी १०० करोडिया फिल्म का हीरो बनने का, आमिर खान और सलमान खान वाली प्रतिष्ठा हासिल कर ली।  साफ तौर पर, बॉलीवुड की बड़ी दूकान के सुपरस्टार पकवान फीके साबित हुए, वही छोटे छोला भटूरा एक्टर हिट हो गए।

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