Friday 8 November 2013

प्रभुदेवा की कदम ताल पर नाचते ...राजकुमार !

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प्रभुदेवा दक्षिण के मजे हुए और प्रतिष्ठित कोरियोग्राफर और डायरेक्टर्स में हैं. लेकिन, मान सम्मान की बात करें तो उन्हें अक्खा इंडिया पहचानता है. प्रभुदेवा जब परदे पर आते हैं तो दर्शक तालियाँ और सीटियाँ ही नहीं बजाते, उनके कदमों के साथ कदम ताल मिलाने लगते हैं. प्रभुदेवा को यह अखिल भारतीय प्रतिष्ठा सलमान खान की फिल्म वांटेड से नहीं मिली. यह कहना ज्यादा ठीक होगा कि प्रभुदेवा के तेजरफ्तार और दिलचस्प निर्देशन ने सलमान खान को पहली १०० करोडिया फिल्म दिला दी.हालाँकि, इससे पहले भी दर्शक उन्हें बतौर अभिनेता दक्षिण की फिल्मों के डब संस्करण में देख चुके थे. इन्ही फिल्मों से प्रभुदेवा बतौर डांसर लोकप्रिय हुए. हालाँकि, इस बीच उन्होंने दक्षिण में पांच हिट फ़िल्में निर्देशित कीं. परन्तु जैसे ही उन्होंने अपनी तमिल हिट फिल्म पोक्किरी का रीमेक वांटेड बनाया दर्शक उनकी निर्देशन शैली के दीवाने भी हो गए. राऊडी राठौर और रमैया वस्तावैया को सफल फिल्म बना कर प्रभुदेवा ने साबित कर दिया कि वह किसी सलमान खान के Embedded image permalink
मोहताज़ नहीं. शेष भारत के दर्शकों पर प्रभुदेवा की पकड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अक्षय कुमार की फिल्म बॉस में भी प्रभुदेवा को अपने कदम थिरकाने पड़े. इस साल की उनकी निर्देशित दूसरी फिल्म रे..राजकुमार रिलीज़ होगी. इस फिल्म के प्रमोशन से प्रभुदेवा के स्टार स्टेटस का पता चलता है. रे..राजकुमार में शाहिद कपूर, सोनाक्षी सिन्हा, प्रकाश राज और सोनू सूद जैसे जाने पहचाने चहरे हैं. इसके बावजूद शाहिद कपूर और सोनाक्षी सिन्हा के साथ, हर प्रमोशनल इवेंट्स में झूमते, नाचते और अपनी फिल्म और कलाकारों की खासियत बताते प्रभुदेवा भी नज़र आते हैं.यह है प्रभुदेवा की ताकत कि वह दक्षिण ही नहीं शेष भारत के भी स्टार डायरेक्टर और कोरियोग्राफर हैं.
                      

Thursday 7 November 2013

कृष ३ के चंगुल में सत्या २

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                  रामगोपाल वर्मा के साथ सत्या २ बनाने वाली कंपनी एल आर मीडिया की अर्जी कोर्ट द्वारा खारिज कर दी गयी है. एल आर मीडिया ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर सत्या २ को रिलीज़ होने से रोके जाने की मांग की थी. पर कोर्ट को कोई ऐसा बिंदु नहीं नज़र आया, जिसे देखते हुए सत्या २ की रिलीज़ पर रोक लगायी जा सकती. इस प्रकार से कल से  सत्या २ का तमाम थिएटर में रिलीज़ होना निश्चित हो गया है.
                   रामगोपाल वर्मा ने सत्या २ को कृष ३ का शिकार होने से बचाने के लिए सत्या २ की रिलीज़ ८ नवम्बर तक के लिए टाल दी थी. पहले २५ अक्टूबर को सत्या २ को रिलीज़ होना था. उस सप्ताह छः दूसरी फ़िल्में भी रिलीज़ हो रही थीं. ऐसे में सत्या २ को बहुत ज्यादा थिएटर मिलने की उम्मीद नहीं की जा सकती थी. नवम्बर के पहले हफ्ते में कृष ३ को रिलीज़ होना था. कृष ३ की रिलीज़ ४२०० प्रिंट्स में की जा रही थी.  कृष ३ की मौजूदगी में सत्या २ को न तो थिएटर मिलते, न ही दर्शक. पुनीत सिंह, अनैका सोती और अराधना गुप्ता जैसे नए चेहरों वाली फिल्म सत्या २ इतनी चर्चित भी नहीं हुई थी कि दर्शक फिल्म को देखने के लाइन बांधे रहता . ऐसे में सत्या २ की रिलीज़ १ नवम्बर को रखना आत्मघाती कदम होता. वर्मा ने समझदारी बरतते हुए सत्या २ की  रिलीज़ २ हफ्ता बढाते हुए ८ नवम्बर कर दिया. ऐसा करते समय रामू ने ऐसा जताया जैसे वह शहीद हो रहे थे. उन्होंने अंडरवर्ल्ड से धमकी का भी गोलमोल जिक्र किया.
                      लेकिन, अब जबकि सत्या २ रिलीज़ होने जा रही है, सत्या २ की मुसीबतें कम नहीं हो जातीं. एल आर ग्रुप की शिकायतों पर कोर्ट ने कान नहीं दिया. मगर, सत्या २ के लिए अब ज़रूरी यह है कि सत्या २ के वचन सुनने और गंग्स वॉर को देखने के लिए दर्शक सजग हों. अंडरवर्ल्ड की कहानियों में नवीनता नहीं रह गयी है. खुद रामगोपाल वर्मा भी अंडरवर्ल्ड में रूचि खो बैठे हैं. रामगोपाल वर्मा भी अब एक रोमांटिक फिल्म बनाना चाहते हैं. अंडरवर्ल्ड में दर्शकों के कम होते क्रेज के अलावा दूसरी बात यह है कि कृष ३ सुपर हिट हो चुकी है. समीक्षकों और दर्शकों द्वारा इसके सराहना की गयी है और पसंद किया जा रहा है. दीवाली ख़त्म होने के बाद दर्शक इस फिल्म को देखना चाहते हैं. वह कृष ३ की मौजूदगी में रामगोपाल वर्मा के सत्या २को देखना क्यों चाहेंगे. ऐसे में सत्या २ का कोर्ट के चंगुल से बचने के बावजूद कृष २ के चंगुल से बचाना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है.