Tuesday 1 August 2017

आज ८४ साल की मीना कुमारी

मीना कुमारी और गुरूदत्त सशक्त एक्टर और अपने आप में जीनियस थे । गुरूदत्त ने लीक से हट कर और बेहतरीन फिल्मों का निर्माण किया । दोनों ही अल्पायु थे ।अपनी उम्र के चालीस बसन्त नहीं देख सके । गुरूदत्त (९ जुलाई १९२५ -१० अक्टूबर १९६४) केवल ३८ साल जिये, जबकि मीना कुमारी (१ अगस्त १९३३- ३१ मार्च १९७२) ३९ साल में जन्नतनसीन  हुईं थी । गुरूदत्त ने तो केवल १५ फ़िल्में कीं । साँझ और सवेरा गुरूदत्त की आख़िरी फ़िल्म थी। इस फिल्म में मीना कुमारी उनकी नायिका थीं । संवेदनशील अभिनय के महारथी इन दो एक्टरों ने एक साथ केवल दो फ़िल्में की । इस जोड़ी की दूसरी फिल्म साहब बीवी और ग़ुलाम थी । निर्माता गुरूदत्त की इस फिल्म के निर्देशक अबरार अल्वी थे । साहब बीवी और ग़ुलाम १३वें बर्लिन फिल्म फ़ेस्टिवल में शामिल थी और ऑस्कर में भारत की ऑफिशियल एंट्री भी । इस फिल्म के लिये  मीना कुमारी को मिले फ़िल्मफ़ेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड उन्हें मिले चार अवार्डों में एक था । साँझ और सवेरा के बाद मीना कुमारी ने कोई २० फ़िल्में और की । सुन्नी मुसलमान मीना कुमारी ने कई धार्मिक फिल्मों मे हिन्दू देवी देवताओं के किरदार कुछ इतने सजीव किये कि लोग मीना कुमारी को हिन्दू समझने  लगे थे ।आख़िरी फिल्म पाकीज़ा की रिलीज के १४ दिन बाद मीना कुमारी की लिवर में रक्त स्त्राव की वजह से मृत्यु हो गयी । उनकी मृत्यु के बाद बुरी समीक्षा की वजह से नकार दी गयी पाकीज़ा सुपर हिट हो गयी । तिग्मांशु धूलिया विनोद मेहता की किताब मीना कुमारी द क्लासिक बायोग्राफ़ी पर एक फिल्म भी बनाने जा रहे हैं ।

Saturday 29 July 2017

कभी शराब न पीने वाले फ़िल्मी शराबी जॉनी वाकर

बॉम्बे इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट यानी बेस्ट का बस कंडक्टर बदरूद्दीन जलालुद्दीन क़ाज़ी धर्मभीरू मुसलमान होने के नाते शराब को छूता तक नहीं था, लेकिन उसका स्क्रीन नाम 'जॉनी वाकर' शराब की मशहूर ब्रांड पर पड़ा तथा उसने पर्दे पर शराबी के किरदारों से इस नाम को चरितार्थ किया । इसके बावजूद वह कभी अश्लील नहीं हुए । उनकी क्लीन कॉमेडी का अन्दाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके अपनी तीन सौ फिल्मों के किरदारों के लिये बोले गये किसी भी संवाद पर सेंसर की कैंची नहीं चली ।महमूद के आने बाद हिन्दी फिल्मों की कॉमेडी में अश्लीलता की शुरूआत होने के बाद जॉनी वाकर का सितारा अस्त होने लगा । उनकी आखिरी फिल्म कमल हासन की चाची ४२० थी । इस। फिल्म में भी वह हमेशा बोतल के साथ नज़र आने वाले मेकअप आर्टिस्ट बने थे । महमूद बस पर टिकट बाँटते समय लोगों को अपनी अदाकारी से हँसाया करते थे । ऐसे ही एक बार अभिनेता बलराज साहनी ने उन्हें देखा और उनकी अदाकारी से बहुत प्रभावित हुए । उन दिनों, बलराज साहनी गुरूदत्त के लिये बाज़ी लिख रहे थे । उन्होंने बदरूद्दीन का ज़िक्र गुरूदत्त से किया । गुरूदत्त ने क़ाज़ी के लिये तुरंत एक रोल लिखवा लिया । इसके बाद जॉनी वाकर गुरूदत्त की हर फिल्म के स्थाई किरदार बन गये । २९ जुलाई २००३ को उनका निधन हुआ ।

Friday 28 July 2017

The next chapter in The Conjuring Universe -will release in English, Hindi, Tamil & Telugu




सबसे ज़्यादा फिल्मों मे पुलिस इंस्पेक्टर बनने वाले जगदीश राज

बॉलीवुड फिल्म एक्ट्रेस अनिता राज और फिल्म डायरेक्टर बॉबी राज के पिता की पहचान रखने वाले जगदीश राज खुराना के बारे में उनके प्रशंसक यह भी जानते हैं कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मोस्ट टाइपिंड एक्टर के तौर पर दर्ज है । जगदीश राज के नाम से बॉलीवुड में मशहूर इस एक्टर ने अपने ३४ साल लम्बे फिल्म करियर में ३०० के क़रीब फ़िल्में कीं । इनमें से १४४ फिल्मों में उन्होंने पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार किये । इसी कीर्तिमान ने उन्हे गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड के एक पन्ने तक पहुंचाया । उन्होंने कुछ फिल्मों में बुरे आदमी के किरदार भी किये । ख़ास बात यह भी है कि जगदीश राज अपनी बेटी अनिता राज के अलावा उस समय की कई ख़ूबसूरत अभिनेत्रियों के ऑन स्क्रीन पिता या चाचा बने । २८ जुलाई २०१३ को ८५ साल की उम्र में उनका निधन हो गया ।

Wednesday 26 July 2017

क्या बॉक्स ऑफिस पर होगी मुबारकां की पुकार !

जिस दिन लंदन में अनीस बज़्मी की फिल्म मुबारकां की शूटिंग ख़त्म हुई, उसी दिन जश्न के साथ साथ अनीस बज़्मी ने मुबारकां की निर्माता जोड़ी मुराद खेतानी और आश्विन वरदे की अगली फिल्म साइन कर ली।  दिलचस्प बात यह है कि २८ जुलाई को मुबारकां रिलीज़ होगी, इसके एक महीने बाद सितम्बर से अनीस बज़्मी अपनी नई फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे।  उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट पूरी कर ली है।  वह कहते हैं, "मैं इस स्क्रिप्ट पर फिल्म बनाने के लिए और इंतज़ार नहीं कर सकता।  आश्विन और मुराद अच्छे दोस्त बन गए हैं। मैं इनके साथ अगली फिल्म जल्द से जल्द शुरू करना चाहता हूँ।"
अनीस बज़्मी का यह नया अवतार है।  वह आम तौर पर औसतन दो साल में फिल्म रिलीज़ करते रहते हैं।  उनका काम करने का तरीका अलग है।  उनकी कोई बाउंड स्क्रिप्ट नहीं होती।  मोटामोटी कहानी बता देते हैं।  आम तौर पर एक्टर, अनीस की फिल्म मेकिंग को जानते हैं, इसलिए जब वह उनके पास अपनी फिल्म का प्रस्ताव लेकर जाते हैं, तो वह उनकी फिल्म साइन कर लेते हैं।  बाउंड स्क्रिप्ट की डिमांड नहीं करते हैं।  एक बार बातचीत के दौरान लेखक ने उनसे पूछा था कि आपने सलमान खान के साथ फिल्म की।  आमिर खान के साथ क्यों नहीं की ? बोले, "एक बार गया था।  आमिर बोले कि बाउंड स्क्रिप्ट ले कर आओ।  तब मैं फिल्म साइन करने के बारे में सोचूंगा।  मैं चला आया।  मैंने कहा, मैं तो सेट्स पर स्क्रिप्ट्स और डायलाग लिखा करता हूँ।" तो यह तरीका है अनीस बज़्मी के काम करने का।  इसके बावजूद उनके साथ अजय देवगन भी फिल्म कर चुके हैं, अक्षय खन्ना भी और नाना पाटेकर जैसे टेंपरामेंटल एक्टर भी।  \
बतौर लेखक शुरुआत
अनीस बज़्मी ने अपने फिल्म करियर की शुरुआत बतौर लेखक की थी।  उनकी कहानी पर पहली फिल्म डेविड धवन ने स्वर्ग (१९९२) बनाई थी।  यह फिल्म अनीस बज़्मी की तरीके की कहानी से अलग, डेविड धवन की कॉमेडी के बजाय फॅमिली फिल्म थी।  गोविंदा भी डिस्को पर लगातार नहीं थिरक रहे थे। उनकी  आँखों से भी आंसूं निकल रहे थे।  इस फिल्म के बाद अनीस की कलम से प्रतिबन्ध निकली।  साउथ के निर्देशक रवि राजा और एक्टर चिरंजीवी के साथ यह खालिस एक्शन फिल्म थी।  अनीस ने इस फिल्म को तेलुगु अंकुशम की कहानी पर लिखा था।  उन्होंने बतौर लेखक याद रखेगी दुनिया, आज का गुंडाराज, किंग अंकल, ईना मीना डीका, गोपी किशन, द जेंटलमैन, मिस्टर आज़ाद, अंगरक्षक, गुंडाराज, हलचल,  आंदोलन, आर्मी सनम, पृथ्वी, दीवाना मस्ताना, सिर्फ तुम, राजू चाचा, मुझे मेरी बीवी से बचाओ, क़र्ज़ और शॉर्टकट- द कॉन इज ऑन लिखी।  उनकी लिखी ज़्यादातर फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर सफल हुई।
बतौर निर्देशक भी हलचल मचाई
गोविंदा के साथ कॉमेडी शोला और शबनम, आँखें और राजा बाबू, ऋषि कपूर के साथ बोल राधा बोल,  अनिल कपूर से साथ लाडला और अंदाज़ लिखते लिखते अनीस बज़्मी खुद डायरेक्टर बन गए।  बतौर डायरेक्टर उनकी पहली फिल्म किसी गोविंदा या अनिल कपूर के साथ नहीं थी, बल्कि अजय देवगन के साथ हलचल (१९९५) थी। अजय देवगन के साथ अनीस ने कुल तीन फ़िल्में हलचल, प्यार तो होना ही था और दीवानगी की।  दीवानगी साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म थी।  गोविंदा के साथ तो उनकी सैंडविच तो समय के सैंडविच में फंस गई।  अनीस बज़्मी की डायरेक्टर-एक्टर जोड़ी बनी अक्षय कुमार और अनिल कपूर के साथ।  अनीस बज़्मी की सलमान खान,  अनिल कपूर और फरदीन खान के साथ सेक्स कॉमेडी फिल्म नो एंट्री को सुपरहिट सफलता मिली थी।  उन्होंने अक्षय कुमार के साथ वेलकम और सिंह इज किंग जैसी सुपरडुपर हिट फ़िल्में दी।  इन फिल्मों में अनिल कपूर और नाना पाटेकर भी थे।  उनकी दो फ़िल्में एक्शन कॉमेडी नो प्रॉब्लम और रोमकॉम को अपेक्षित सफलता नहीं मिली।
आम दर्शक की नब्ज़ पहचानने के लिए रेडी फ़िल्में
आम तौर पर सलमान खान की फ़िल्में ईद या दिवाली वीकेंड पर रिलीज़ होती हैं और बड़ा बिज़नेस कर ले जाती हैं।  लेकिन अनीस बज़्मी निर्देशित रेडी ऎसी फिल्म थी, जो किसी ऐसे वीकेंड पर रिलीज़ नहीं हुई थी।  असिन के साथ सलमान खान की यह फिल्म एक्शन, कॉमेडी और इमोशन का मनोरंजक गठजोड़ था।  चालीस करोड़ में बनी इस फिल्म ने  अब तक १८८ करोड़ का ग्रॉस कर लिया है।  इस फिल्म ने करैक्टर ढीला और धिन चिका जैसे गीतों की बदौलत ९५ प्रतिशत से १०० प्रतिशत तक की ओपनिंग ली।  फिल्म ने पहले दिन ही १३ करोड़ की ओपनिंग ली।  फिल्म का ओपनिंग वीकेंड ४२.२५ करोड़ का था।
चार साल के बाद वेलकम बैक
रेडी २०११ में रिलीज़ हुई थी।  रेडी के बाद अनीस सलमान खान के साथ नो एंट्री पर एंट्री बनाना चाहते थे।  सलमान खान की हाँ और न में फंसे अनीस को चार साल लग गए।  फिर २०१५ में आई वेलकम बैक।  वेलकम इस सीक्वल फिल्म में सीक्वल जैसा कुछ था तो इतना ही कि अनिल कपूर, नाना पाटेकर और परेश रावल वेलकम वाले ही थे।  अलबत्ता, अक्षय कुमार की जगह जॉन अब्राहम और कैटरीना कैफ की जगह श्रुति हासन आ गई थी।  फिल्म को ओपनिंग बढ़िया मिली।  फिल्म ने १४.५ करोड़ का ग्रॉस किया।  दूसरे तीसरे दिन यह टेम्पो बना रहा।  फिल्म ने ५१ करोड़ का वीकेंड किया।   ऐसा वीकेंड सलमान खान की फिल्म रेडी को भी नहीं मिला था।  इसके बूते पर वेलकम बैक ने ९६ करोड़ का ग्रॉस किया तथा उस साल की चौथा सबसे अच्छा ग्रॉस करने वाली फिल्म बन गई।  इससे पता चलता है कि दर्शकों को अनीस बज़्मी की फिल्मों का कितना इंतज़ार रहता है।
अब दो साल बाद मुबारकां
दो साल बाद,  २८ जुलाई को अनीस बज़्मी  के निर्देशन में मुबारकां रिलीज़ होगी।  इस फिल्म में अनीस ने केवल निर्देशन की कमान सम्हाली है।  फिल्म रोमांटिक कॉमेडी है।  फिल्म में दोहरी भूमिका का तड़का है।  अर्जुन कपूर दो जुड़वा भाइयों करणवीर सिंह और चरणवीर सिंह का किरदार कर रहे हैं।  अर्जुन कपूर के रियल लाइफ चचा फिल्म में भी उनके चचा  का किरदार कर रहे हैं।  यह पहली फिल्म है, जिसमे रियल लाइफ चाचा भतीजा काम कर रहे हैं।  अर्जुन कपूर के जुड़वा किरदारों की प्रेमिकाएं अथिया शेट्टी और इलीना डिक्रूज़ कर रही  हैं।  फिल्म के गीत धमाल मचाने वाले, ज़्यादातर पंजाबी धुनों पर फुट टैपिंग हैं।  ज़ाहिर है कि अनीस बज़्मी एक बार फिर धमाल मचाने के लिए तैयार है।  फिल्म के निर्माण में ५५ करोड़ और पब्लिसिटी आदि में १५ करोड़ खर्च हुए हैं।  इस प्रकार से ७० करोड़ की यह फिल्म २३०० प्रिंट्स में रिलीज़ होगी।  क्या बॉक्स ऑफिस पर दर्शक इस फिल्म को मुबारकां बोलेंगे ?

अल्पना कांडपाल

नाम लिखने से ही हत्या कर देती है डेथ नोट

सीएटल में हाई स्कूल के छात्र लाइट टर्नर उर्फ़ किरा के हाथ एक सुपरनेचुरल नोट बुक 'डेथ नोट' हाथ लग जाती है।  इस नोट बुक की खासियत यह है कि इस पर जिस शख्स का नाम लिख दिया जायेगा, उसकी मौत हो जाएगी।  लाइट टर्नर फैसला करता है कि वह किरा बन कर इस नोट बुक पर अपराधियों का नाम और मौत का कारण लिख कर उन्हें मार डालेगा और नयी दुनिया की स्थापना करेगा।  लेकिन एक रहस्यपूर्ण जासूस उसे ढूंढ कर, उसके आतंक का राज्य ख़त्म करने का प्रयास करता है।  इस फिल्म में लाइट टर्नर का किरदार नात वुल्फ और कीथ स्टैनफील्ड ने डिटेक्टिव का किरदार किया है। एडम विन्गार्ड निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर प्रसारण के लिए बनाई गई है। यह फिल्म इंग्लिश, जापानी और रशियन भाषा में २५ अगस्त को रिलीज़ होगी।
  

Sunday 23 July 2017

बरमूडा ट्रायंगल क्रिएट करना चाहते हैं मिस्टर रोबोट के क्रिएटर

बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य आज तक बरकरार है।  इस कॅरीबीयन द्वीप के इस खूनी त्रिकोण में फंस कर कई जहाज गायब हो गए।  इस त्रिकोण के रहस्य को लेकर हॉलीवुड ने कई फिल्में और सीरीज बनाई हैं।  एयरपोर्ट ७७, बरमूडा :केव ऑफ़ द शार्क्स, द बरमूडा डेप्थ्स, बरमूडा टेंटाकल्स, द बरमूडा ट्रायंगल, एनकाउंटर्स इन द डीप, द लैंड दैट टाइम फॉरगॉट, लॉस्ट वॉयेज, मॉन्स्टर आइलैंड, सैटनस ट्रायंगल, द ट्रायंगल और ट्रायंगल जैसी कुछ फ़िल्में इसी कुख्यात ट्रायंगल पर थी।  अब टीवी सीरीज मिस्टर रोबोट के क्रिएटर सैम इस्माइल अपने तौर पर बरमूडा ट्रायंगल के रहस्य को उकेरना चाहते हैं।  अभी यह बहुत साफ नहीं है कि सैम के इस ट्रायंगल में दर्शकों के लिए क्या रहस्य छुपा होगा ! लेकिन, सैम इस्माइल अल्फ्रेड गॉग और माइल्स मिलर की पटकथा को अपने तौर पर फिर से लिख रहे हैं।  स्क्रिप्ट फाइनल हो जाने के बाद इस्माइल इस पर खुद ही फिल्म का निर्देशन करेंगे।  मगर, सैम के लिए सैम की चुनौती सामने होगी।  निर्माता, लेखक और निर्देशक सैम रैमी भी स्काईडांस के लिए बरमूडा ट्रायंगल के चक्कर लगा रहे हैं।