Thursday 1 March 2018

फौजी अल्लू अर्जुन का स्टाइलिश लुक !

अल्लू अर्जुन, तेलुगु फिल्मों के स्टाइलिश एक्टर्स में शुमार हैं।  इस महीने के मैक्सिम कवर पर अल्लू अर्जुन ही छाये हुए हैं।  उनके स्टाइल सेंस पर एक स्टोरी की गई है। अपनी स्टाइल को लेकर अल्लू कहते हैं, "स्टाइल  कुछ नहीं आपके व्यक्तित्व का प्रतिबिम्ब  है। मेरा विश्वास है कि आपके वार्डरॉब को आपकी विचारधारा को व्यक्त करने वाला होना चाहिए।" अल्लू  अर्जुन की  एक तेलुगु फिल्म ना पेरू सूर्या, ना इल्लू इंडिया ( मेरा नाम सूर्या है, मेरा घर इंडिया है) ४ मई को रिलीज़ होने जा रही है।  इस फिल्म मे  वह एक  सैनिक किरदार कर रहे  हैं। इस फिल्म का ट्रेलर, इस साल की शुरू में रिलीज़ हुआ था। इस ट्रेलर से फिल्म के कंटेंट और अल्लू अर्जुन की भूमिका का पता चलता था। इसे देखने के बाद अल्लू अर्जुन के प्रशंसक बेसब्र हो रहे थे। इसे देखते हुए ही फिल्म के निर्माताओं ने आज फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया है। इस पोस्टर में अभिनेता अल्लू अर्जुन सिगार पीते हुए बिलकुल स्टाइलिश नज़र आ रहे हैं। उनकी मांसपेशियां उनके मज़बूत होने का प्रमाण दे रही हैं। निश्चित रूप से यह पोस्टर अल्लू के प्रशंसकों की नींदे हराम करने जा रहा है। इस फिल्म की शूटिंग भारत पाक सीमा पर हुई है। फिल्म में अर्जुन की नायिका अनु इम्मानुएल हैं और बॉलीवुड अभिनेता बोमन ईरानी के अलावा शरदकुमार और ठाकुर अनूप सिंह की अहम् भूमिका है। इस फिल्म का संगीत बॉलीवुड की संगीतकार जोड़ी विशाल-शेखर के विशाल डडलानी द्वारा तैयार किया गया है।  कुछ समय पहले इस फिल्म का एक सिंगल सैनिक पिछले दिनों जारी हुआ था। यह गीत सैनिकों को श्रद्धांजली स्वरुप लगता है। फिल्म का निर्देशन वक्कंथम वामसी ने किया है।

कल २ मार्च को रिलीज़ होगा रजनीकांत की फिल्म का ट्रेलर - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

कल २ मार्च को रिलीज़ होगा रजनीकांत की फिल्म का ट्रेलर

रजनीकांत के प्रशंसक आज निराश हैं।  वह बेसबीर से इंतज़ार कर रहे थे रजनीकांत की फिल्म काला करिकालन के ट्रेलर का।  इस ट्रेलर को आज शाम को रिलीज़ होना था।  लेकिन, ऐन मौके इस रिलीज़ को कल (२ मार्च) तक के लिए टाल दिया गया है।  काला करिकालन रजनीकांत की गैंगस्टर ड्रामा एक्शन फिल्म है।  इस फिल्म में वह एक गैंगस्टर का किरदार कर रहे हैं। काला  कहानी उस समय के बॉम्बे की है, जहाँ दक्षिण के लोगों को, उनके रंग के कारण  काला कह कर पुकारा जाता था। रजनीकांत का किरदार अपनी आबादी के इस अपमान से रुष्ट है।  वह एक गैंगस्टर बन कर अपना दबदबा कायम करता है और दक्षिण के लोगों के प्रति सम्मान पैदा करता है। बॉम्बे के इसी रवैये के आधार पर फिल्म का नाम काला रखा गया है। इस फिल्म को हिंदी में भी रिलीज़ किया जाना है। पिछले साल से  रजनीकांत की दो फ़िल्में- विज्ञान फंतासी फिल्म २.० तथा काला करिकालन रिलीज़ की कतार में थी। पहले, यह खबर थी कि काला को २.० के बाद रिलीज़ किया जायेगा।  २०१० की विज्ञानं फंतासी फिल्म रोबोट की इस सीक्वल फिल्म को २७ अप्रैल को रिलीज़ होना था । चूंकि, २.० के विशेष इफेक्ट्स का ढेर काम शेष था। इसलिए, २.० को अप्रैल में रिलीज़ करना संभव  नहीं था।  ऐसे में २.० के बाद रिलीज़ करने के लिए तय की गई एक्शन फिल्म काला को २७ अप्रैल को रिलीज़ करने का निर्णय लिया गया।  इसलिए, काला का ट्रेलर आज गुरुवार १ मार्च को रिलीज़ होना था।  लेकिन, जगद्गुरु शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का आकस्मिक निधन हो  जाने के कारण, उनके सम्मान में काला की ट्रेलर रिलीज़ को कल तक के लिए टाल दिया गया।  इस सम्बन्ध में धनुष ने ट्वीट कर जानकारी दी, "सम्मानीय जगद्गुरु पूज्यश्री जयेंद्र सरस्वती शंकराचार्य के सम्मान में काला के टीज़र रिलीज़ को कल (२ मार्च) के लिए टाल दिया गया है।  बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे प्रशंसकों से क्षमा प्रार्थना है।" काला करिकालन का निर्देशन पा रंजित ने किया हैं।

मल्लिका ने होली पर रखी बॉलीवुड स्टाइल पार्टी - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

मल्लिका ने होली पर रखी बॉलीवुड स्टाइल पार्टी


बॉलीवुड एक्ट्रेस मल्लिका शेरावत होली को लेकर काफी उत्साहित हैं l उन्होंने होली पर लॉस एंजेलिस स्थित अपने घर पर विशेष पार्टी का आयोजन किया है और बॉलीवुड स्टाइल पार्टी का थीम रखा है l इसके लिए उन्होंने अपने दोस्तों और पड़ोसियों को निमंत्रण भेजा है l वे इस पार्टी को यादगार बनाना चाहती है और इस पार्टी की ज़ोरो शोरो से तैयारी कर रही है l उन्होंने पार्टी में बजने वाले गाने की लिस्ट तैयार की है और पार्टी में भारतीय व्यंजन का भी विशेष ख्याल रखा है l अपना पसंदीदा खाना राजमा चावल वह ख़ास तौर पर अपने इंग्लिश दोस्तों को खिलाएंगी l मल्लिका कहती है, "मुझे होली का त्यौहार बेहद पसंद है l चूंकि मैं भारत में नहीं हूं, इसलिए मैं करीबी दोस्तों के साथ होली का उत्सव लॉस एंगेल्स में मनाऊंगी l और अपने अंग्रेजी दोस्तों को इंडिया के रिच कल्चर के बारे में परिचित करना चाहूंगी l"


गृहलक्ष्मी के कवर पर दूध पिलाते फंसी गिलू जोसफ- पढ़ने के लिए क्लिक करें 

गृहलक्ष्मी के कवर पर दूध पिलाते फंसी मलयालम अभिनेत्री गिलू जोसफ

मलयालम फिल्म अभिनेत्री गिलू जोसफ के  एक मैगज़ीन के कवर पर चित्र ने तूफ़ान बरपा दिया है।  ट्वीट -एंटी ट्वीट  शुरू हो गए हैं।  कोई गिलू की आलोचना कर रहा है, कोई उनके साहस की प्रशंसा कर रहा है।  गिलू के कवर फोटो में ऐसा क्या है कि सोशल मीडिया आंदोलित है ?  महिलाओं की मलयालम  भाषा में छपने वाली पत्रिका गृहलक्ष्मी में गिलू जोसफ का एक  चित्र छपा है, जिसमे वह नंगे स्तन के साथ एक बच्चे को दूध  पिलाती नज़र आ रही हैं।  उनका यह फोटो शूट गृहलक्ष्मी के उस मुहीम का हिस्सा है, जिसमे महिलाओं के खुले में स्तनपान कराने के खिलाफ लोगों के नज़रिये को लेकर है।  गिलू ने इस फोटो शूट के ज़रिये  यह सन्देश दिया है कि अपने बच्चे को खुले में दूध पिलाने में माताओं को क्यों झिझक होनी चाहिए?  इस पत्रिका के बाजार में आते ही, हल्ला मच गया।  जहाँ, लोग इस फोटो शूट की खिलाफत में थे, वही  काफी लोग अभिनेत्री के इस साहस की प्रशंसा कर रहे थे।  गिलू ने इस फोटो शूट को एक महिला अमृता की बच्चे को दूध पिलाने वाला अपना फोटो सोशल साइट पर पोस्ट करने पर  कड़ी आलोचना के खिलाफ किया है।  गिलू  ने इस फोटो शूट में अपनी मांगे में सिन्दूर भर रखा है और मंगलसूत्र पहन रखा है।  गिलू की आलोचना करने वालो का एक ऐतराज़ है कि उन्होंने हिन्दू चिन्हों का उपयोग कर यह फोटो सूट करवाया है। क्या वह ऐसा पोस्ट बुरखा पहन कर कर सकती है ?  लेकिन, ऐसा कहने वाले यह भूल जाते हैं कि गिलू जोसफ एक भारतीय महिला का चित्रण कर  रही थी।  इसे  किसी धर्म से  जोड़ना ठीक नहीं।  हालाँकि, इस फोटो शूट के कारण गिलू को अपने घर में माँ  और बहनों के विरोध का भी सामना करना पड़ा है।  गिलू का मानना है कि माँ का खुले में अपने बच्चे को ढूढ़ पिलाना सेक्सुअलिटी की तरह नहीं देखा जाना चाहिए।  यह एक माँ की खूबसूरती है।  माँ अपने बच्चे को दूध पिलाएगी तो कौन ईश्वर नाराज़ होगा।  गिलू जोसफ पेशे से फ्लाई दुबई में एयर होस्टेस हैं ।  उनकी इस साल तीन मलयालम फ़िल्में नॉनसेंस, अब्राह्मिनते संथथिगल और माम्मूटी के साथ फिल्म पैरोल रिलीज़ होने वाली हैं।


प्रियंका चोपड़ा क्यों कर रही है पाकिस्तानी फिल्म का प्रचार - क्लिक करें 


प्रियंका चोपड़ा क्यों कर रही है पाकिस्तानी फिल्म का प्रचार ?

सुधीर मिश्र के राजनीतिक देवदास संस्करण दास देव में पाकिस्तान गायक आतिफ असलम ने एक गीत सहमी है धड़कन गाया है। यह गीत फिल्म के एक महत्वपूर्ण लम्हे का गवाह है। इस गीत को विपिन पटवा ने संगीतबद्ध किया है। आतिफ असलम से इस गीत को गवाने के लिए विपिन पटवा दुबई तक गए थे। लेकिन, पूरा पैसा लेने के बाद अब आतिफ असलम इस गीत का प्रमोशन नहीं कर रहे। आड़ यह ली जा रही है कि भारत के एक केंद्रीय मंत्री पाकिस्तानी गायकों के खिलाफ हैं। कैसी विडम्बना है कि हिंदुस्तान का फिल्म उद्योग इन कथित पाकिस्तानी प्रतिभाओं के पीछे पागल है, वहीँ यह लोग अपनी मुख्य ज़िम्मेदारी तक निभाने को तैयार नहीं। उधर हमारे एक्टर पाकिस्तानियों के लिए कुछ भी करने को तैयार है। प्रियंका चोपड़ा इसका ताजातरीन उदाहरण हैं। पाकिस्तान के गायक अभिनेता अली ज़फर की बतौर निर्माता रोमांटिक एक्शन कॉमेडी फिल्म टीफा इन ट्रबल २० जुलाई को रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म को भारतीय अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा अपनी सोशल साइट्स ट्विटर और इंस्टाग्राम पर जम कर प्रमोट कर रही हैं। उन्होंने इस फिल्म का ट्रेलर अपने अकाउंट डाल रखा है। वह इसे देखने के लिए अपने प्रशंसकों से अपील भी करती हैं, “अली ज़फर को, बतौर निर्माता उनकी अगली फिल्म के लिए ढेरों प्यार और कामनाएं। तो महिलाओं और पुरुषों, अपनी सीट बेल्ट कस कर तैयार हो जाओ, साँसों को थाम लो, क्योंकि टीफा आ नहीं रहा, टीफा आ गया है।” टीफा इन ट्रबल अहसान रहीम निर्देशित फिल्म का नाम है। कैसी विडम्बना है कि एक पाकिस्तानी कलाकार अपनी पूरी फीस, बिना भारत सरकार को टैक्स चुकाए ले रहा है। मगर फिल्म का प्रमोशन नहीं कर रहा। वही एक भारतीय अभिनेत्री खुद को खुदा समझ कर पाकिस्तानियों के लिए जी जान से जुटी हुई है। क्या बॉलीवुड के कलाकार किसी अलग देश में रहते हैं या भारतीय नहीं है ? तब पाकिस्तान के प्रति इतना प्यार क्यों ?  ऊपर देखिये टीफा इन ट्रबल का ट्रेलर।  


नहीं रहे कॉनेरी और मूर को जेम्स बांड बनाने वाले लेविस गिल्बर्ट

यू ओनली लिव ट्वाइस, द स्पाई हु लव्ड मी और मूनरेकर जैसी क्लासिक बांड फिल्मों के डायरेक्टर लेविस गिल्बर्ट का मोनैको में निधन हो गया।  वह ९७ साल के थे। हैकने लंदन में एक म्यूजिक परफ़ॉर्मर परिवार में ६ मार्च १९२० को जन्मे गिल्बर्ट ने अपना फिल्म करियर चाइल्ड आर्टिस्ट के बतौर शुरू किया।  वह फिल्म जमैका इन (१९३९) में अल्फ्रेड हिचकॉक के सहायक बने । उन्होंने अपने करियर के ६० सालों में चालीस फ़िल्में निर्देशित की । उनकी निर्देशित फिल्मों मे रीच फॉर द स्काई (१९५६), सिंक द बिस्मार्क (१९६०), अल्फी (१९६६), एदुकातिंग रीता (१९८३) और शिर्ले वैलेंटाइन (१९८९) उल्लेखनीय हैं । गिल्बर्ट को एल्फी के लिए ऑस्कर नॉमिनेशन भी मिला । उन्होंने १९६७ में सीन कॉनरी को फिल्म यू ओनली लिव ट्वाइस में निर्देशित किया । यह उनकी पहली बांड फिल्म थी और सीन कॉनरी की पांचवी बांड फिल्म थी। इस फिल्म के बाद सीन कॉनरी ने जेम्स बांड को अलविदा कह दिया । लेविस गिल्बर्ट ने रॉजर मूर को फिल्म द स्पाई हु लव्ड मी (१९७७) और मूनरेकर में निर्देशित किया । यह तीनों फिल्में जेम्स बांड फिल्मों की श्रंखला की क्लासिक फिल्मों में शुमार है । अंट-मैन फिल्मों के निर्देशक पेटों रीड ने लेविस गिल्बर्ट को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया, “द स्पाई हु लव्ड मी पहली बांड फिल्म थी, जिसे मैंने थिएटर में देखा। मैं अंट-मैन एंड द वास्प में मूनरेकर को बहुत छोटी श्रद्धांजलि दे रहा हूँ। रेस्ट इन पीस। 

पोरस की ओरेकल पुजारिन बनी अरुणा ईरानी- पढ़ने के लिए क्लिक करें 

पोरस की ओरेकल पुजारिन बनी अरुणा ईरानी

२०१२  में, फिल्मफेयर का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड पाने वाली अभिनेत्री  अरुण  ईरानी की पिछली हिंदी फिल्म मितवा २०१५ में रिलीज़ हुई थी।  इस के बाद उनकी कोई भी हिंदी फिल्म न तो रिलीज़ हुई है, न ही इस समय उनके हाथ में कोई फिल्म है।  २०१६ में वह एंड टीवी के शो सौभाग्यलक्ष्मी में वसुंधरा प्रजापति की भूमिका में थी।  अब, अरुणा  ईरानी की डेढ़ साल बाद टेलीविज़न पर वापसी होने जा रही है।  वह सोनी टीवी के शो पोरस की  अगली कड़ियों में ओरेकल पुजारिन की भूमिका में आने वाली है।   ग्रीस में ओरेकल पुजारी  मनुष्यों को ईश्वर का सन्देश देते थे।  वह मानवों को सलाह भी  देते थे और भविष्यवाणी भी करते थे।  अपनी इस भूमिका के बारे में अरुणा ईरानी कहती हैं, "सिद्धार्थ (कुमार तिवारी) बहुत अच्छे हैं और मेरे पुराने दोस्त हैं।  उन्होंने मुझसे ओरेकल पुजारिन की भूमिका के लिए कैमिया करने के लिए कहा।  उन्होंने जिस प्रकार से इस चरित्र को मुझे सुनाया, मैं बेहद प्रभावित हुई और तुरंत इस भूमिका के लिए तैयार हो गई।" अरुणा ईरानी की भूमिका सामान्य पुजारिन वाली नहीं।  वह रहस्यपूर्ण शख्शियत है।  वह बेहद बुद्धिमान है।  इस चरित्र की संदिग्धता उनकी  मौजूदगी में नज़र आएगी।  अरुणा  ईरानी कहती हैं, "मेरा लुक बिलकुल अलग होगा। मैं इस भूमिका को लेकर बेहद उत्तेजित हूँ।" अरुणा ईरानी ने १५ साल की उम्र में दिलीप कुमार और वैजयंतीमाला की फिल्म गंगा जमुना (१९६१) में अजरा की बचपन की भूमिका की थी। मुंबई में, १८ अगस्त १९४६ को जन्मी अरुणा ईरानी ने अब तक ३०० के करीब फ़िल्में की हैं।  अरुणा ईरानी ने ज़्यादातर सह भूमिकाएं ही की हैं। अलबत्ता, वह १९७२ में रिलीज़  दो फिल्मों बॉम्बे टू गोवा में अमिताभ बच्चन और  गरम मसाला में महमूद की नायिका थी। उनके करियर को ज़बरदस्त मोड़ दिया राजकपूर की फिल्म बॉबी में नीमा की भूमिका ने। इस भूमिका के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस की श्रेणी में नामांकन मिला।  


हॉलीवुड की 'टेकेन' है नागार्जुन की ऑफिसर ? - पढ़ने  के लिए क्लिक करें