Monday 30 July 2018

विनोद कापड़ी की 'पीहू'

पत्रकार से फिल्मकार बने विनोद कापड़ी की पहली फिल्म मिस टनकपुर हाज़िर हो पर बड़ी बुरी बीती थी। इस फिल्म को न तो किसी मिस ने देखा, न ही टनकपुर वालों ने देखा। कब आई और कब चली गई, कोई नहीं जानता।

२०१५ में रिलीज़ मिस टनकपुर हाज़िर हो के बाद, अब विनोद कापड़ी के निर्देशन में दूसरी फिल्म पीहू रिलीज़ रही है।

इस फिल्म के निर्माता रॉनी स्क्रूवाला और सिद्धार्थ रॉय कपूर हैं।

फिल्म पीहू एक दो साल की बच्ची पर केंद्रित है, जो एक कमरे में अकेले छूट गई है।

दर्शकों की साँसे उस समय ऊपर की ऊपर रह जाएंगी, जब वह देखेंगे कि वह बच्ची फ्रीज़र में बंद हो गई है।

क्या वह बच्ची फ्रीजर से निकल पाएगी ?

कौन है यह बच्ची ?

इस तरह के दूसरे बहुत से सवाल, फिल्म का ट्रेलर देखते हुए दिमाग में पैदा होते हैं। 

इस फिल्म को गोवा में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म मेले में दिखाया जा चुका है।

क्या एक दो साल की बच्ची तमाम एडल्ट दर्शकों को अपने सिनेमाघरों तक खींच ला पाएगी ?

ऊपर देखिए फिल्म का ट्रेलर 



क्या बॉलीवुड में बन पायेगा दुलकर सलमान का 'कारवां' ? -पढ़ने के लिए क्लिक करें 

क्या बॉलीवुड में बन पायेगा दुलकर सलमान का 'कारवां' ?

रोड मूवी कारवां की कहानी दिलचस्प है।

तीन चरित्र हैं।

इरफ़ान खान, दुलकर सलमान और मिथिला पालकर के तीन प्रमुख किरदार हैं।

इन्हे खो गए एक मृत शरीर की तलाश है।

दुलकर सलमान के पिता का मृत शरीर गलती से किसी और को दे दिया जाता है।  दुलकर को जो शरीर दिया गया है वह मिथिला की नानी का है। तीनों को उस गायब शरीर की तलाश है।

इस फिल्म में, गंभीरता या नीरसता की जगह नहीं है।  डेब्यूटांट डायरेक्टर आकर्ष खुराना ने फिल्म को हल्का फुल्का और हास्य से भरपूर रखा है। 

इरफ़ान खान के बीमार होने के बाद, यह पहली फिल्म होगी, जो रिलीज़ हो रही है।  दर्शक इरफ़ान के कारण कारवां को देखना ज़रूर चाहेंगे।

फिल्म में दो नए चहरे भी हैं।

मराठी एक्ट्रेस मिथिला पालकर, कंगना रनौत की फिल्म कट्टी बट्टी की छोटी भूमिका के बाद इस फिल्म में प्रमुख भूमिका में हैं।

इस फिल्म से मलयालम सुपरस्टार दुलकर सलमान का हिंदी फिल्म डेब्यू हो रहा है।  दुलकर सलमान, मलयालम फिल्मों के मशहूर एक्टर मम्मूट्टि के बेटे हैं।

कारवां के कारवां में कृति खरबंदा भी हैं।  कृति खरबंदा दक्षिण की नामचीन एक्ट्रेस हैं।  उनकी चार हिंदी फ़िल्में राज़ रिबूट, गेस्ट इन लंदन, शादी में ज़रूर आना और वीरे की वेडिंग रिलीज़ हो चुकी है।  वह इस समय, यमला पगला दीवाना फिर से और हाउसफुल ४  में भी काम कर रही हैं।

अमला अक्किनेनी की फिल्म में चरित्र भूमिका है।  हिंदी दर्शक उनसे परिचित हैं।

उनका हिंदी फिल्म डेब्यू १९८८ में रिलीज़ विनोद खन्ना, फ़िरोज़ खान और माधुरी दीक्षित अभिनीत फिल्म दयावान से हुआ था।

टी प्रकाश राव  की फिल्म कब तक  चुप रहूंगी की वह नायिका थी।

दोस्त (१९८९), जुर्रत (१९८९) और शिवा (१९९०) के बाद वह हिंदी फिल्मों से दूर हो गई।

उन्होंने शिवा के नायक नागार्जुन से शादी कर ली।

लिसेन अमाया (२०१३) से उन्होंने वापसी की।  फिर वह हमारी अधूरी कहानी (२०१५)  में नज़र आई। 


एनबी का विटामिन तोड़ वीडियो एल्बम हु इज दैट छोरी ! - देखने के लिए क्लिक करें 

एनबी का विटामिन तोड़ वीडियो एल्बम हु इज दैट छोरी !




मलायलम फिल्मों की बाहुबली थी वीरम ! - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

मलायलम फिल्मों की बाहुबली थी वीरम !

वीरम (३ अगस्त २०१८) हिंदी में डब मलयालम फिल्म है।

केरल की पृष्ठभूमि पर यह फिल्म विलियम शेक्सपियर के नाटक मैकबेथ का ऐतिहासिक रूपांतरण है।

इस फिल्म में हिंदी फिल्मों के असफल अभिनेता कुणाल कपूर ने चंदू चेकवार की खल भूमिका की है।

फिल्म में हिमार्श वेंकटासामी ने उन्नियारचा, अरण ने अरिंगोदार चेकवार, केतकी नारायण ने कुन्नुनीली और बिलास चन्द्रहासन नायर ने कोमपपन के ऐतिहासिक किरदार किये हैं। स्पष्ट है कि दर्शकों के लिए इनमे कोई नाम जानापहचाना नहीं है।

इसलिए, हिंदी दर्शकों के लिए जयराज की लिखी और निर्देशित फिल्म वीरम का एक ही आकर्षण हो सकता है फिल्म की ऐतिहासिकता, कॉस्ट्यूम ड्रामा, वीएफएक्स और एक्शन।

मलयालम फिल्म निर्देशक जयराज ने सात राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं। जयराज ने अपनी फिल्मों देशदानाम, कलियाट्टम, संथम, देवनामथिल, वेल्लपक्कथील, उत्तल और भयानकम के लिए सात राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं।

यहाँ तीन ख़ास बात।

पहली यह कि जयराज नवरस पर हिंदी सीरीज में बीभत्स रस वाला हिस्सा निर्देशित कर चुके हैं।

दूसरी बात यह कि वीरम २०१६ के ब्रिक्स फिल्म फेस्टिवल मे दिखाई जा चुकी है। यह फिल्म २४ फरवरी २०१७ को मलयालम भाषा में रिलीज़ हो चुकी है।

इस फिल्म की समीक्षकों ने प्रशंसा की थी।  इसे मलयालम की बाहुबली बताया गया था।  लेकिन, बॉक्स ऑफिस पर वीरम का मलयालम संस्कारण असफल रहा था।

तीसरी बात यह कि वीरम का ट्रेलर हृथिक रोशन ने रिलीज़ किया था। 

हॉलीवुड के म्यूजिक कंपोजर हैंस ज़िम्मर के सहयोगी जेफ़ रौना ने वीरम का संगीत दिया था।

फिल्म का ट्रेलर देखिये -

टाइगर श्रॉफ ने  लांच किया ओनिट्सुका टाइगर ब्रांड स्टोर -  पढ़ने  के लिए क्लिक करें 

टाइगर श्रॉफ ने लांच किया ओनिट्सुका टाइगर ब्रांड स्टोर

फिल्म अभिनेता टाइगर श्रॉफ ने आज दिल्ली में, सिटी वाक मॉल में, जापान की जूता निर्माता कंपनी ओनिट्सुका टाइगर ब्रांड के स्टोर का उद्घाटन किया।

इस ब्रांड के नाम का, टाइगर श्रॉफ के नाम से कोई सरोकार नहीं है।

क्योंकि, ओनिट्सुका टाइगर ब्रांड की लौन्चिग १९४९ में, दूसरे विश्वयुद्ध से आहत युवाओं को खेल की ओर आकर्षित करने के उद्देश्य से की गई थी।

तब से, साठ साल के दौरान यह कंपनी दिनोंदिन प्रगति करती चली गई है।

टाइगर श्रॉफ का पसंदीदा ब्रांड ओनिट्सुका टाइगर ही है। वह इस ब्रांड के परफॉरमेंस और डिज़ाइन से काफी प्रभावित हैं।

इसलिए, जब उनसे दिल्ली  में ब्रांड का स्टोर खोलने का अनुरोध किया गया, तो टाइगर सहज मान गए।  उन्होंने इन भावनाओं को शेयर करते हुए, अपना एक्शन से भरपूर एक चित्र भी पोस्ट किया।

इसमें, कार से बांये हाथ के सहारे जम्प कर रहे टाइगर श्रॉफ नज़र आ रहे हैं। उन्होंने अपने पैरों में  ओनिट्सुका टाइगर शूज पहन रखे हैं। 


वाइब्रेशन मशीन से ओर्गास्म पाने वाली किआरा अडवाणी का 'कलंक' - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

Sunday 29 July 2018

वाइब्रेशन मशीन से ओर्गास्म पाने वाली किआरा अडवाणी का 'कलंक'


लस्ट स्टोरीज में ओर्गास्म पाती किआरा अडवाणी 
किआरा अडवाणी का हिंदी फिल्म करियर ढुलमुल सा ही नज़र आता है।

कबीर सदानंद की फिल्म फग्ली (२०१४) से उनका हिंदी फिल्म डेब्यू हुआ था। फिल्म फ्लॉप हुई।  

किआरा की दूसरी फिल्म रिलीज़ होने में दो साल लग गए।

लेकिन, सुशांत सिंह राजपूत और दिशा पाटनी के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टेन महेंद्र सिंह धोनी पर बायोपिक फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी हिट साबित हुई।

इस फिल्म में किआरा ने धोनी की पत्नी साक्षी धोनी की भूमिका की थी । लेकिन, उनके किरदार पर भारी पड़ा दिशा पाटनी का धोनी की गर्ल फ्रेंड प्रियंका झा का छोटा किरदार।

तीसरी फिल्म मशीन में वह फिल्म की निर्देशक जोड़ी अब्बास-मुस्तान के अब्बास के बेटे मुस्तफा की इकलौती नायिका थी। लेकिन, यह फ़िल्म ज़बरदस्त पिटी।

इस साल उनकी एक तेलुगु हिट फिल्म महेश बाबू के साथ भारत आने नेनु रिलीज़ हुई है।

"लेकिन, इससे पहले ही वह करण जौहर की फिल्म लस्ट स्टोरीज में मेघा की भूमिका से कुख्यात हो चुकी हैं। कुख्यात इस लिए कि यह किरदार ऎसी शादीशुदा औरत का था, जिसकों उसका पति संतुष्ट नहीं कर पाता है।  इसलिए वह अपनी कामेच्छा मिटाने के लिए वाइब्रेशन मशीन का इस्तेमाल करती हैं।"

इस भूमिका की कुख्याति से किआरा को कोई नई हिंदी फिल्म तो नहीं मिली, लेकिन निर्माता करण जौहर की सितारा बहुल फिल्म कलंक में एक आइटम करने का मौक़ा ज़रूर मिल गया।  

प्रिया अरोड़ा जो टिस्का चोपड़ा बन गई - पढ़ने के लिए क्लिक करें 

प्रिया अरोड़ा जो टिस्का चोपड़ा बन गई

टिस्का चोपड़ा, १ नवंबर को ४८ साल की हो जाएंगी। यानि पचासा जड़ने में सिर्फ दो साल कम। 

लेकिनहिमांचल की इस बेटी का ऊपर का चित्र उनके पचास के करीब की महिला होने की चेतावनी नहीं देता।

बाथरोब में लिपटी टिस्का चोपड़ा इसकी पुष्टि करती है कि वह अपनी सेक्स अपील दिखाने के लिए अभी भी बेकरार हैं। हालाँकि, वह निर्देशक और अभिनेता आमिर खान की फिल्म तारे ज़मीन पर में एक आठ साल के डिस्लेक्सिक बच्चे की माँ के रूप में काफी प्रशंसा बटोर चुकी हैं।

लेकिन, शायद वह अपने १९९० के दशक के असफल सालों को नहीं भूल पाई हैं। उस समय वह प्रिया अरोरा हुआ करती थी।

१९९३ में उनकी दो हिंदी फ़िल्में १५ अगस्त और प्लेटफार्म प्रिया अरोरा नाम से रिलीज़ हुई। दोनों ही प्रिया अरोरा को सफलता नहीं दिला सकी।  अगले साल उन्होंने अपना नामकरण टिस्का चोपड़ा कर के फिर बाली उम्र को सलाम, गुनहगार, तकदीरवाला और दंडनायक जैसी फ़िल्में की। लेकिन, टिस्का की बात भी नहीं बनी।

फिर वह चरित्र भूमिकाओं में आ गई।

दिल तो बच्चा है जी में एक कामुक शादीशुदा महिला अनुष्का अनु नारंग की भूमिकाओं में वह काफी सेक्सी लगी।

आजकल वह ऎसी ही चरित्र भूमिकाये कर रही हैं।

वह जब तब चटनी और छुरी जैसी शार्ट फिल्मों में कामुक भूमिकाये कर ही जाती हैं।

अभी मई में उन्हें फिल्म बॉयोस्कोपवाला में वहीदा की भूमिका में देखा गया।  


क्या जलेबी से मीठी साबित होगी रिआ चक्रवर्ती? - पढ़ने के लिए क्लिक करें