Friday 16 August 2019

दो दो Akshay Kumar, एक 'Ikka'


अक्षय कुमार और निर्देशक जगन शक्ति की फिल्म मिशन मंगल, १५ अगस्त को रिलीज़ हो गई  है। इससे पहले ही, अक्षय कुमार और जगन शक्ति की अभिनेता-निर्देशक जोड़ी की दूसरी फिल्म बनने की खबर आ चुकी थी । अक्षय कुमार, ज़ल्द ही निर्देशक जगन शक्ति के साथ दूसरी फिल्म की शूटिंग करने जा रहे हैं।

कट्ठी की रीमेक इक्का
यह फिल्म, २०१४ की हिट तमिल फिल्म कट्ठी की रीमेक होगी। कट्ठी का निर्देशन एआर मुरुगादॉस ने किया था। एआर मुरुगादॉस और अक्षय कुमार ने एक फिल्म हॉलिडे द सोल्जर इज नेवर ऑफ ड्यूटी की थी। कट्ठी के निर्देशक एआर मुरुगादॉस ने ही अक्षय को कट्ठी की रीमेक फिल्म में काम करने का सुझाव दिया था। उन्होंने ही अपने सहायक जगन शक्ति का नाम  आगे बढ़ाया था।

पहले मिशन मंगल !
मुरुगादॉस की तमिल फिल्म के नायक विजय थे।  फिल्म में विजय एक कृषि विज्ञानी और हमशक्ल अपराधी की दोहरी भूमिका थे । इस लिहाज़ से, अक्षय कुमार भी जगन शक्ति की फिल्म में दोहरी भूमिका में नज़र आएंगे। हिंदी रीमेक का टाइटल इक्का रखा गया है। इक्का, अक्षय कुमार और जगन शक्ति की पहली फिल्म होती, लेकिन मिशन मंगल की कहानी सामने आने पर पहले मिशन मंगल बनाने का फैसला किया गया।

संजय लीला भंसाली भी
पिछले साल, संजय लीला भंसाली, कट्ठी का हिंदी रीमेक बनाना चाहते थे। विजय वाली भूमिका में उनके दिमाग में अक्षय कुमार या रणवीर सिंह थे। अक्षय कुमार, संजय लीला भंसाली के लिए राउडी राठौर और गब्बर इज बैक कर चुके थे।  इस लिहाज़ से, अक्षय कुमार ही कट्ठी के रीमेक के लिए संजय लीला भंसाली की पहली पसंद थे।

अक्षय कुमार की दो फ़िल्में
पिछले दिनों ही, साजिद नाडियाडवाला ने अक्षय कुमार के साथ फिल्म बच्चन पांडेय का ऐलान किया है।  अक्षय कुमार की, मिशन मंगल के बाद इस साल हाउसफुल ४ और गुड न्यूज़ रिलीज़ होनी है।

Thursday 15 August 2019

नेताजी की रहस्यमय मृत्यु की पड़ताल Srijit Mukherjee की फिल्म Gumnaami (গুমনামী) का teaser

Vijay Sethupathi की तमिल फिल्म Sangathamizhan का teaser

तेलगु सुपरस्टार Mahesh Babu की फिल्म Sarileru Neekevvaru का सैनिकों को समर्पित गीत

Bollywood Movies : देश और आज़ादी की बात !


इस साल की शुरू में ही, बॉलीवुड ने अपना बदला हुआ चेहरा दिखाना शुरू कर दिया था।  जनवरी में प्रदर्शित उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, बटालियन ६०९, द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, ७२ ऑवरस : मार्टर व्हू नेवर डाईड, ठाकरे और मणिकर्णिका : द क्वीन ऑफ़ झाँसी फ़िल्में ऎसी थी, जिनके विषय के केंद्र में भारत के पाकिस्तान और चीन से युद्ध या देश को प्रभावित करने वाली राजनीतिक हस्तियां या ऐतिहासिक वीर और उनके युद्ध थे।

प्रधान मंत्रियों पर फ़िल्में
यह सिलसिला अभी तक जारी है।  बैटल ऑफ़ सारागढ़ी पर केसरीवन्य जीव संरक्षण पर जंगलीरॉ एजेंट के मिशन पर रोमियो अकबर वालटर, साठ के दशक में रूस के ताशकंद में हुई तत्कालीन भारतीय प्रधान मंत्री की मौत की पड़ताल करती द ताशकंद फाइल, अंडरकवर एजेंट पर ब्लेंक, एक आतंकी को नेपाल से पकड़ लाने के कारनामे पर इंडियाज मोस्ट वांटेडभारत के प्रधान मंत्री पर पीएम नरेंद्र मोदी, अपने देश की श्रेष्ठता साबित करने की कोशिश ये है इंडिया, आदि फिल्मों में कही न कहीं देश की बात थी, आज़ादी का जज़्बा था।

मिशन मंगल और बाटला हाउस
इस स्वतंत्रता दिवस पर रिलीज़ हुई दो फ़िल्में मिशन मंगल और बाटला हाउस भी देश की बात करती हैं। मिशन मंगल, भारत की स्पेस एजेंसी इसरो द्वारा ५ नवंबर २०१३ को मार्स मिशन की शुरुआत करने की घटना पर है। यह फिल्म उन समर्पित महिला वैज्ञानिकों की बात करती है, जिन्होंने इस मिशन के लिए पूरे समर्पण से काम किया।  बाटला हाउस, दिल्ली के बाटला हाउस में हुए आतंकवादियों के साथ दिल्ली पुलिस के १९ सितम्बर २००८ को हुए एनकाउंटर की कहानी है।  इस एनकाउंटर के बाद, एक पुलिस अधिकारी को लम्बी जांच और एजेंसियों की प्रताड़ना से  गुजरना  पड़ा था।

ऐतिहासिक युद्ध भी
बॉलीवुड की देश की बात करने वाली फ़िल्में लगातार देखने को मिलेंगी।  एक भारतीय सैनिक की दृष्टि से भारतीय सेना के अभियान की कहानी सॅटॅलाइट शंकर है।  कमांडो ३ में एक्टर विद्युत् जम्वाल काले धन के खिलाफ विदेश में अभियान चला रहे हैं।  अब्दाली की सेना के खिलाफ मराठों द्वारा पानीपत में लड़े गए तीसरे युद्ध पर पानीपत है।  तानाजी द अनसंग वारियर में मराठा शासक शिवजी के सेनापति तानाजी की बहादुरी की दास्तान है। कबीर खान की फिल्म '८३ में भारत की क्रिकेट के विश्वकप को पहली बार जीतने की कहानी है। भारतीय सेना के वीरों द्वारा दिखाई गई वीरता पर भुज : द प्राइड ऑफ़ इंडिया, शेरशाह, गुंजन सक्सेना बायोपिक, आदि फ़िल्में बनाई जा रही है। जलियांवाला बाग़ हत्याकांड के दोषी ब्रितानी पुलिस अधिकारी को मारने वाले उधम सिंह पर भी फिल्म सरदार उधम सिंह बनाई जा रही है। 

कहाँ खो गया हिंदी फिल्मों में भाई-बहन का रिश्ता ?

अली अब्बास ज़फर निर्देशित फिल्म भारत में सलमान खान और तब्बू भाई-बहन की भूमिका में हैं।  हालिया रिलीज़ फिल्म खानदानी शफाखाना में यही किरदार वरुण शर्मा और सोनाक्षी सिन्हा कर रही हैं।  लेकिन, यह भाई-बहन किरदार कहानी का एक हिस्सा भर है।  कहानी के केंद्र मे इन भाई बहनों की कहानी कहीं नहीं है।  पिछले साल की बड़ी हिट फिल्म संजू, अभिनेता संजय दत्त की रियल लाइफ फिल्म है।  इस फिल्म में भी बहन के साथ अन्याय हुआ है। संजू का गुजराती दोस्त तो उभर कर आता है।  लेकिन संजय दत्त की बहन प्रिया दत्त का लम्बा संघर्ष कहीं गुम हो जाता है।
भाई बहन का प्यार, राखी धागों का त्यौहार !

पारिवारिक फिल्मों के भाई बहन 
कभी हिंदी फ़िल्में पारिवारिक हुआ करती थी।  परिवार और परिवार के सदस्य तमाम फिल्मों की कहानियों के केंद्र में हुआ करते थे।  इस दौरान, हिंदी फिल्म दर्शकों को छोटी बहन (१९५९), भाई-बहन (१९५० और १९६९), राखी (१९६२) और अनपढ़ (१९६२) जैसी बहन-भाई के रिश्ते को गहराई से छूने वाली फ़िल्में प्रदर्शित हुई।

आया एंग्री यंगमैन
१९७३ में, जब अमिताभ बच्चन का एंग्री यंगमैन पैदा हो गया, तब भी हरे रामा हरे कृष्णा (१९७१) के बाद  रेशम की डोरी (१९७४), रक्षा बंधन (१९८०), रिश्ता कागज़ का (१९८३), प्यारी बहना (१९८५), ऐसा प्यार कहाँ (१९८६), आदि फ़िल्में देखने को मिली।  यह तमाम फ़िल्मो की कहानी के केंद्र में  भाई बहन थे।

मसला फिल्मों के दौर में ‘धनक’
इसके बाद , हिंदी फ़िल्में मसाला होती चली गई।  नायिका अब माशूका बन गई।  ऐसे समय में किसी सेक्सी अभिनेत्री के बहन बनने का सवाल ही कहाँ उठता था।  इसके बावजूद सलमान खान की बंधन (१९९८), सुनील शेट्टी की क्रोध (२०००), हृथिक रोशन और करिश्मा कपूर की फ़िज़ा (२०००), श्रेयस तलपड़े की इक़बाल (२००५), और नए चेहरों के साथ धनक (२०१६) जैसी मार्मिक फ़िल्में रिलीज़ हुई।  इन्ही में एक फिल्म माय ब्रदर निखिल भी उल्लेखनीय हैं, जिसके भाई बहन संजय सूरी और जूही चावला थे।

भाई-बहन की हिंसा में प्रेम का ‘प्रस्थानम’
हिंदी फिल्मों की कहानियों में ग्लैमर की भरमार हो चुकी है।  दर्शक काफी बदल गया है।  युवा दर्शकों में इमोशन के लिए कोई ख़ास लगाव नहीं। इसीलिए, हिंदी फिल्मों की कहानियां भाई-बहन को अगर दिखाती भी है तो कहानी के एक छोटे से हिस्से के तौर पर। इसी का तकाज़ा है कि निर्देशक देव कट्टा की पोलिटिकल एक्शन फिल्म प्रस्थानम के मुखिया संजय दत्त हैं।  उनका परिवार है ! यानि पत्नी, बेटा, बेटी और दूसरे लोग। लेकिन, यह सभी एक दूसरे की जान के दुश्मन। यह है मसाला हिंदी फिल्मों का परिवार और भाई-बहन !