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मेहरीन पीरज़ादा |
पिछले दिनों, वैंकुवर से लॉस वेगास जा रही तेलुगु फिल्म
अभिनेत्री मेहरीन पीरज़ादा को अमेरिका की सीमा पर यूएस बॉर्डर द्वारा रोक कर
पूछताछ किये जाने को लेकर मीडिया में खबरे
छपी थी ।
उनमे मेहरीन के हवाले से वाक़या बयान किया गया था।
वाक़या यह था कि कुछ समय पहले अमेरिकी अधिकारियों को
यह खबर मिली थी कि भारत की तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की कुछ अभिनेत्रियां देह
व्यापार करने के लिए अमेरिका आती हैं।
इसे देखते हुए अमेरिकी अधिकारी सतर्क हो गए थे। वह
ख़ास तौर पर तेलगु फिल्म इंडस्ट्री से सम्बन्ध रखने वाली अभिनेत्रियों से गहरी पूछताछ किया करते थे।
इस खबर ने काफी सुर्खियां भी पकड़ रखी थी।
इसीलिए, जब मेहरीन
अमेरिकी सीमा में घुसी तो उनके पासपोर्ट से यह जानने के बाद कि वह एक तेलुगु फिल्म
अभिनेत्री हैं, यूएस बॉर्डर के अधिकारियों ने उन्हें रोक कर उनसे पूछताछ शुरू कर दी कि वह अमेरिका
किस वजह से आ रही हैं है।
मेहरीन ने उन्हें तफसील से बता दिया कि वह केवल
घूमने के लिहाज़ से अमेरिका जा रही हैं।
पूछताछ पूरी होने के बाद अधिकारियों ने न केवल उनको
जाने दिया, बल्कि उनसे परेशानी के लिए क्षमा भी मांगी।
लेकिन, भारतीय
मीडिया ने इस पूछताछ को रैकेट का रूप दे दिया।
चैनलों पर बहसें शुरू हो गई। आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए।
इससे मेहरीन के साथ साथ तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की
भी बड़ी फ़ज़ीहत हुई।
मामला थमता हुआ न देखे कर, पिछले दिनों
मेहरीन ने अपना दो पेज का एक बयान जारी किया।
इसमें उन्होंने सभी बाते साफ़ करते हुए,
यह भी कहा कि उन्हें पहली बार अमेरिका में मालूम हुआ कि किसी प्रकार का
रैकेट चल रहा है।
भारतीय मीडिया की घटिया हरकत यह थी कि उन्होंने अपने
समाचारों और चैनलों पर पूरी तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री को देह व्यापार में लिप्त बता
दिया था ।
इस स्पष्टीकरण के साथ ही मेहरीन ने मीडिया को चेता
भी दिया कि बिना उनसे वास्तव में बात किये कोई कहानी नहीं छापी जाए।
यहाँ बताते चलें कि हिंदी फिल्म दर्शक मेहरीन को अनुष्का शर्मा की फिल्म
फिल्लौरी में अनु की भूमिका में देख चुके हैं।
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