२००५ में, सलमान खान की एक फिल्म आई थी लकी : नो टाइम फॉर लव आई थी। इस फिल्म का निर्देशन राधिका राव और विनय सप्रू की कोरियोग्राफर जोड़ी ने किया था। पैसठ करोड़ में बनी बुरी तरह फ्लॉप इस फिल्म की खासियत थी ऐश्वर्या राय की हमशक्ल अभिनेत्री स्नेहा उल्लाल। सलमान खान की नायिका बनाने के बावज़ूद स्नेहा उल्लाल का करियर रफ़्तार नहीं पकड़ सका। स्नेहा ने आर्यन, काश....मेरे होते और क्लिक जैसी फिल्मों के अलावा कुछ तेलुगु फ़िल्में भी की। फिर यकायक स्नेहा उल्लाल सिल्वर स्क्रीन से नदारद हो गई। सोशल साइट्स पर उनकी तस्वीरें तो नज़र आती थी, लेकिन उनकी फिल्म का कोई ज़िक्र नहीं मिलता था। क्या कारण था कि स्नेहा उल्लाल परदे से यकायक गायब हो गई। दरअसल, स्नेहा उल्लाल ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर का शिकार हो गई थी। इस बीमारी का मरीज़ तीस मिनट से अधिक खड़ा नहीं हो सकता है। इसलिए स्नेहा उल्लाल का स्क्रीन से नदारद हो जाना उनकी मज़बूरी थी। अब स्नेहा उल्लाल अपनी बीमारी से उबर चुकी है। इसलिए, अब वह फिल्मों में वापसी की तैयारी कर रही हैं। उनकी वापसी फिल्म तेलुगु भाषा में आयुष्मान भव होगी। इस फिल्म में स्नेहा उल्लाल की दोहरी भूमिका है। फिल्म का निर्देशन चरण तेज कर रहे हैं।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
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Saturday, 10 June 2017
तीस मिनट से ज़्यादा नहीं खड़ी रह सकती थी स्नेहा उल्लाल
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Sneha Ullal,
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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