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Tuesday 31 December 2019

बॉलीवुड पर मंदी की मार तो क्यों १०० करोडिया फिल्मों की भरमार

वैश्विक मंदी के बावजूद, हिंदी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर कारोबार मंद नहीं कहा जा सकता। भारत में मंदी नहीं है, का उदाहरण देने के लिए एक केंद्रीय मंत्री ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री का उदाहरण दियाथा। हालाँकि, उनके इस उदाहरण की खिल्ली उड़ाई गई। लेकिन उनका कथन सच्चाई से परे नहीं था। पिछले साल यानि २०१८ में बॉलीवुड के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का उदाहरण  ले कर इसे समझा जा सकता है। ट्रेड के आंकड़ों के अनुसार बॉलीवुड ने २०१८ में पूरी दुनिया के बॉक्स ऑफिस पर ७०१४.९९ करोड़ का कारोबार किया। इसमे से भारत का ग्रॉस ५०६६.२५ करोड़ था। कुल नेट कलेक्शन ३८२४.६६ करोड़ का हुआ था। इसकी तुलना में, बॉलीवुड ने सलमान खान की फिल्म दबंग३ से पहले तक पूरी दुनिया में बॉक्स ऑफिस पर ६६७६.०६ करोड़ का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कर लिया था। जहाँ तक घरेलु बॉक्स ऑफिस की कलेक्शन की बात है, इसका ग्रॉस ५३०५.३३ करोड़ का था तथा नेट कलेक्शन ४०९३.३३ करोड़ का हुआ था। इन आंकड़ों में दबंग ३ के अब तक के कलेक्शन को शामिल कर लिया जाए तो बॉक्स ऑफिस पर ग्रॉस तुलना में कहीं काफी ज्यादा हो जाता है। इस कारोबार को मंदी के मद्देनज़र के लिहाज़ से बहुत ही उत्साहजनक कहा जा सकता है।

१६ फिल्मों की बदौलत 
बॉलीवुड को इतने उत्साहजनक आंकड़े मिले, उन १६ फिल्मों के कारण, जिन्होंने बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ का आंकड़ा पार कर ३०० करोड़ क्लब मे भी प्रवेश पाया। यह हिंदी फिल्म थी हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म वॉर। बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ का आंकड़ा छू लेने वाली शेष १५ फिल्मों में भारत, मिशन मंगल, हाउसफुल ४, कबीर सिंह, साहो, केसरी, गली बॉय, टोटल धमाल, उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, सुपर ३०, ड्रीम गर्ल, छिछोरे, बाला, दे दे प्यार दे और पति पत्नी और वह हैं। इसमे से भारत, मिशन मंगल, हाउसफुल ४, कबीर सिंह और साहो, २०० करोड़ क्लब वाली फ़िल्में थी।

कुछ एक्टरों का कमाल !
बॉलीवुड को मंदी के दौरान भी हराभरा रखने का काम कुछ एक्टरों ने ही किया। इसकी पूरी उम्मीद भी की जाती थी। वॉर ३०० करोड़ क्लब में शामिल हुई। वॉर, टाइगर श्रॉफ के करियर की भी सबसे बड़ी हिट फिल्म कही जा सकती है। अक्षय कुमार के करियर की हाईएस्ट ग्रॉस करने वाली फिल्म भी २०१९ में रिलीज़ हुई। ख़ास बात यह रही कि  अक्षय कुमार की इस साल रिलीज़ सभी फिल्मों केसरी, मिशन मंगल और, हाउसफुल ४ ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाया। हाउसफुल ४ ने २०० करोड़ क्लब में स्थान बनाया। अजय देवगन की दो फिल्मों टोटल धमाल और दे दे प्यार दे ने बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया। सलमान खान भी भारत के बाद दबंग ३ के बॉक्स ऑफिस पर शतक जमाने वाली दो फिल्मों के नायक बन जाएंगे । शाहिद कपूर को इस साल बड़ी सफलता मिली। उनकी रीमेक फिल्म कबीर सिंह ने बॉक्स ऑफिस पर २०० करोड़ क्लब में अपना स्थान बनाया। बॉलीवुड को पहली २०० करोडिया फिल्म दिलाने वाले विक्की कौशल थे। उनकी फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक ने उन के करियर को आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया। असफल फिल्मों का दंश झेल रहे सुशांत सिंह राजपूत की नितेश तिवारी निर्देशित फिल्म छोछोरे ने १०० करोड़ क्लब में स्थान बनाया। दक्षिण के बाहुबली सुपरस्टार प्रभास की पहली हिंदी फिल्म साहो ने भी बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़ क्लब बनाया। इस फिल्म में उनकी नायिका श्रद्धा कपूर फिल्म छिछोरे की भी नायिका थी। इस लिहाज़ से श्रद्धा की दो फिल्मों ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश पाया। आयुष्मान खुराना की भी दो फिल्मों ड्रीम गर्ल और बाला ने १०० करोड़ क्लब में प्रवेश किया। उनके साथ ही, कार्तिक आर्यन भी इस साल की अपनी पहली १०० करोड़ क्लब वाली फिल्म पति पत्नी और वह पाई। रणवीर सिंह और अलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय भी १०० करोड़ से ज्यादा का कारोबार करने वाली फिल्म बनी।

सुपर सितारों के साथ युवा चेहरे
ख़ास बात यह हुई है कि २०१९ में बॉलीवुड को सिर्फ सुपरस्टार एक्टरों का सहारा ही नहीं मिला। बल्कि नए चेहरे भी विश्वसनीय बन गए। इनमे उरी द सर्जिकल स्ट्राइक के विक्की कौशल सबसे आगे हैं। शाहिद कपूर और हृथिक रोशन ने भी अपने दमखम का प्रदर्शन किया। उनका साथ सुशांत सिंह राजपूत, आयुष्मान खुराना और कार्तिक आर्यन ने बखूबी दिया। यह इस लिहाज से महत्वपूर्ण हैं कि सलमान खान, आमिर खान, शाहरुख़ खान, अजय देवगन, अक्षय कुमार, आदि वरिष्ठ सितारों के नामौजूदगी में भी इन युवा चेहरों से उम्मीद की जा सकती है। यहाँ उल्लेखनीय है कि इस साल आमिर खान और शाहरुख़ खान को कोई भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई थी। इसके बावजूद बॉक्स ऑफिस पर लक्ष्मी बरसती रही।

लीक से हट कर विषय
उम्मीदें बढती हैं कि बॉक्स ऑफिस पर सिर्फ घिसेपिटे विषय वाली मसाला फिल्मों को ही सफलता नहीं मिली। स्टारडम के शिकंजे से निकलता हिंदी सिनेमा आस बंधाता है कि अब नए विषय पर भी मनोरंजक फ़िल्में देखने को मिल सकती हैं। हृथिक रोशन की विकास बहल निर्देशित फिल्म सुपर ३० ऐसी फिल्म थी, जो बिहार के गणित के अध्यापक आनंद कुमार के जीवन संघर्ष पर थी। विक्की कौशल की आदित्य धर निर्देशित फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक, भारतीय सेना के पाकिस्तान में घुस कर आतंकवादियों के खात्मे पर जोशीली फिल्म थी। इसके अलावा जोया अख्तर की रैपर मुराद की फिल्म गली बॉय उल्लेखनीय थी. बाला, ड्रीम गर्ल, छिछोरे और केसरी के विषय भी लीक से हटकर थे।

नए निर्देशक, नए दृष्टिकोण
बॉलीवुड की बड़ी सफलता को युवा और नए दृष्टिकोण की सफलता भी कहा जा सकता है। कुछ निर्देशकों ने अपनी पहली ही फिल्म में अपने दृष्टिकोण से दर्शकों को प्रभावित किया। उरी द सर्जिकल स्ट्राइक के आदित्य धर, कबीर सिंह के संदीप रेड्डी वंगा, मिशन मंगल के जगन शक्ति, दे दे प्यार दे के आकिव अली, लुका छुपी के लक्षमण उतेकर, सांड की आँख के तुषार हीरानंदानी, मर्दानी २ के गोपी पुथरन ने अपनी पहली ही फिल्म से दर्शकों को प्रभावित किया। यह निर्देशक आगे भी दर्शकों को अच्छी फिल्मे दे सकते हैं। अलबत्ता, २०१९ में  हिंदी फिल्मों के निर्देशन में पहली बार उतरे कुछ नए निर्देशकों के दृष्टिकोण को  दर्शकों ने पसंद नहीं किया। ऐसे निर्देशकों द्वारा निर्देशित पहली फिल्मों में विजय  रत्नाकर गुट्टे की द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, शैली चोपड़ा धर की एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, बेहज़ाद खम्बाटा की फिल्म ब्लेंक, प्रकाश कोवेलामुडी  की फिल्म जजमेन्टल है क्या, नमन नितिन मुकेश की बाईपास रोडमिखिल मुसाले की फिल्म मेड इन चाइना और जीतू जोसफ द बॉडी उल्लेखनीय है।

सुरक्षित रास्ता भी
बॉलीवुड ने जहाँ एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, द ताशकंद फाइल्स, सुपर ३० और सांड की आँख जैसी फिल्मों के ज़रिये प्रयोग किये, वहीँ सुरक्षित रास्ता भी पकडे रखा। इस साल, सीक्वल फिल्मों और रीमेक फिल्मों का निर्माण हुआ।  सीक्वल फ़िल्में हाउसफुल ४, कमांडो ३, मर्दानी २, स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २, दबंग ३ रिलीज़ हुई । रीमेक फिल्मों में तेलुगु अर्जुन रेड्डी की रीमेक फिल्म कबीर सिंह, पति पत्नी और वह भी कामयाब हुई। कॉमेडी फ़िल्में टोटल धमाल, दे दे प्यार दे, हाउसफुल ४, बाला, ड्रीम गर्ल, छिछोरे, आदि को मिली। चूंकि, आम तौर पर बड़े बजट और सितारों वाली फिल्मों को सुरक्षित माना जाता है। इसलिए वॉर, केसरी, हाउसफुल ४, भारत, टोटल धमाल, आदि बड़े बजट की फ़िल्में बनाई गई और इन्हे सफलता भी मिली। लेकिन, वहीँ बड़े बजट और सितारों वाली फिल्म कलंक फ्लॉप हो गई।

  

Saturday 28 December 2019

सफल हुए पहली बार डायरेक्ट कर रहे थे फिल्म


२०१९ में सफल फ़िल्में देने वाले अभिनेताओं की बात करते समय यह याद रखना चाहिए कि हर सफल अभिनेता के पीछे एक निर्देशक का साथ भी होता है। चाहे कोई खान हो या कुमार या देवगन, अच्छे और अनुभवी निर्देशक का साथ उन्हें हिट फिल्मों का नायक बना देता है। २०१९ की टॉप ग्रासिंग फिल्मों में, पहली बार कोई हिंदी फिल्म निर्देशित कर रहे निर्देशकों की फ़िल्में भी हैं।

संदीप रेड्डी वंगा
संदीप रेड्डी वंगा की पहली तेलुगु फिल्म अर्जुन रेड्डी सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी। जब इस फिल्म का हिंदी रीमेक बनाने की सोची गई तो हिंदी संस्करण का निर्देशन करने के लिए ३७ साल के युवा संदीप वंगा ही उपयुक्त लगे। संदीप ने अपने चुनाव को सही भी साबित किया। कबीर सिंह, २०१९ की टॉप ग्रॉसर फिल्मों में दूसरे स्थान पर है।

आदित्य धर
टॉप ग्रॉसर फिल्मों में तीसरे स्थान पर भी एक डेब्यूटांट निर्देशक आदित्य धर की फिल्म है। आदित्य धर अभी ३६ साल के हैं। लेकिन, उनकी फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक ने हर उम्र के दर्शकों के दिलोदिमाग पर स्ट्राइक की। यह फिल्म विक्की कौशल की टॉप ग्रॉसर फिल्म बन चुकी है।

जगन शक्ति
अक्षय कुमार की, इस साल की दूसरी १०० करोड़ फिल्म मिशन मंगल के निर्देशक जगन शक्ति की भी यह पहली हिंदी फिल्म है। आर बाल्की के सहयोगी के तौर पर काम करने वाले जगन शक्ति के लिए यह पहला बड़ा ब्रेक था। उन्होंने अपने विज़न से दर्शकों को निराश भी नहीं किया।

आकिव अली
इस साल, अजय देवगन को १०० करोड़ क्लब में पहुंचाने वाली दूसरी फिल्म दे दे प्यार दे के निर्देशक आकिव अली की भी यह पहली हिंदी फिल्म थी। आकिव अली मूल रूप से फिल्म संपादन करते हैं। उन्होंने, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई, बैंग बैंग, द डर्टी पिक्चर, अग्निपथ, बर्फी, यह जवानी है दीवानी, आदि ढेरो हिट फिल्मों का सम्पादन किया है। दे दे प्यार दे के निर्देशक भी आकिव अली ही थे।

लक्ष्मण उतेकर
कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की फिल्म लुका छुपी को १०० करोड़ क्लब में जाने का मौक़ा नहीं मिला।  लेकिन यह फिल्म दर्शकों द्वारा काफी पसंद की गई।  छोटे शहर में लिव इन रिलेशनशिप का चित्रण करने वाली फिल्म लुका छुपी के निर्देशक लक्षमण उतेकर की यह पहली हिंदी फिल्म थी। लक्ष्मण मूल रूप में सिनेमेटोग्राफर हैं। उन्होंने इंग्लिश विंग्लिश, डिअर ज़िन्दगी, हिंदी मीडियम और १०२ नॉट आउट जैसी फिल्मों का छायांकन किया है।

तुषार हीरानंदानी
साठ साल की उम्र में निशाना मारने वाली चंद्रो तोमर और प्रकाशो तोमर के जीवन पर फिल्म सांड की आँख का निर्देशन तुषार हीरानंदानी ने किया था।  तुषार हीरानंदानी ने कई मशहूर हिंदी फिल्मों को लिखा है। सांड की आँख उनकी पहली निर्देशित फिल्म थी।

गोपी पुथरन
रानी मुख़र्जी की कोप फिल्म मर्दानी २ की शुरुआत थोड़ी धीमी हुई थी । लेकिन, पहले दिन ३.५० करोड़ की ओपनिंग ली थी । लेकिन बाद में, माउथ पब्लिसिटी के सहारे इस फिल्म ने छलांग लगते हुए, दूसरे दिन ६.५० करोड़ का कारोबार कर डाला । अब यह फिल्म दो दिनों में १० करोड़ का कारोबार कर चुकी है । इस प्रकार से गोपी पुरथन अपनी पहली फिल्म को सफल बनाने में कामयाब हुए हैं 

असफल हुए नवोदित निर्देशक
२०१९ में, हिंदी फिल्मों के निर्देशन में अपना भाग्य आजमाने आये कुछ नए निर्देशकों के दृष्टिकोण को हिंदी फिल्म दर्शकों ने पसंद नहीं किया।  इसलिए इन निर्देशकों द्वारा निर्देशित पहली फ़िल्में असफल हो गई।  ऐसे कुछ फिल्मों में विजय  रत्नाकर गुट्टे की द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, शैली चोपड़ा धर की एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा, बेहज़ाद खम्बाटा की फिल्म ब्लेंक, प्रकाश कोवेलामुडी  की फिल्म जजमेन्टल है क्या, नमन नितिन मुकेश की बाईपास रोड,  मिखिल मुसाले की फिल्म मेड इन चाइना और जीतू जोसफ द बॉडी उल्लेखनीय है।


बॉलीवुड २०१९ : बुलंद उम्मीदें, बुलंद इरादे !


बॉलीवुड की फ़िल्में कहिये या हिंदी फ़िल्में, २०१९ बड़ा उत्साहजनक साबित हुआ है। शाहरुख़ खान और आमिर खान की फ़िल्में रिलीज़ नहीं हुई तो क्या हुआ विक्की कौशल, टाइगर श्रॉफ, आयुष्मान खुराना ने कसर पूरी कर दी थी। सलमान खान की फिल्म भारत हिट हो चुकी है, दबंग ३ भी रिलीज़ हो चुकी होगी। बॉक्स ऑफिस पर १०० करोड़, २०० करोड़ और ३०० करोड़ की फिल्मों की बारिश सी हुई। अलबत्ता, टॉप का लाइफटाइम कलेक्शन करने का सेहरा हॉलीवुड की फिल्म अवेंजर्स एन्डगेम के सर पर ही बंधा। नए चेहरों और नए निर्देशकों ने उम्मीदें बुलंद की कि बॉलीवुड का चेहरा भी अब बदलता जा रहा है।

उरी ने बरसाई चाँदी
हालाँकि, २०१९ का बॉलीवुड भी फर्स्ट फ्राइडे जिंक्स से सहमा रहा। कोई बड़े बजट की क्या, छोटे-मामूली बजट की फिल्म तक नहीं रिलीज़ हुई। इसलिए, रणवीर सिंह की, २०१८ में प्रदर्शित फिल्म सिम्बा को बॉक्स ऑफिस पर खूब कमाने का मौका मिला। अलबत्ता, दूसरे शुक्रवार बॉलीवुड पर चाँदी बरसने लगी। विक्की कौशल, यमी गौतम, परेश रावल और मोहित रैना की एक्शन फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक आल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म बनने के लिए निकल पड़ी। यह भारतीय सेना के पाकिस्तानी इलाके में घुस कर सर्जिकल स्ट्राइक करने की वास्तविक घटना पर फिल्म थी। इस फिल्म की सफलता ने, बॉलीवुड को उत्साह से भर दिया। बाद में रियल घटनाओं पर अक्षय कुमार की फिल्म मिशन मंगल को भी सफलता मिली, जो भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो के मार्स में अपना यान छोड़ने की कहानी पर फिल्म थी।

प्रयोगात्मक फ़िल्में
प्रयोगात्मक फिल्मों का सिलसिला भी बना। मुंबई की एक बस्ती में रहने वाले रैपर के जीवन पर  रणवीर सिंह और आलिया भट्ट की ज़ोया अख्तर निर्देशित फिल्म गली बॉय को बड़ी सफलता मिली। लक्ष्मण उतेकर की छोटे शहर में लिव- इन रिलेशनशिप का चित्रण करने वाली कार्तिक आर्यन और कृति सेनन की फिल्म लुका छुपी को भी सफलता मिली। मगर, एक लड़की के समलैंगिक रोमांस पर अनिल कपूर, सोनम कपूर और राजकुमार राव की फिल्म एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा को असफलता का सामना करना पड़ा। कश्मीर की पृष्ठभूमि पर एक सैनिक और छोटे बच्चे के संबंधों पर एजाज़ खान की फिल्म को सराहा गया। इस लिहाज़ से रितेश बत्रा निर्देशित फिल्म फोटोग्राफ निराश कर गई। दर्शकों को अच्छे विषय के बावजूद मर्द को दर्द नहीं होता. अल्बर्ट पिंटू को गुस्सा क्यों आता है, जजमेंटल है क्या, द स्काई इज पिंक, आदि फ़िल्में दर्शकों द्वारा नापसंद की गई।

बायोग्राफिकल या वास्तविक घटनाओं पर फिल्म
२०१९ में बायोग्राफिकल या वास्तविक घटनाओं का चित्रण करती बहुत सी फ़िल्में बनी और अभी भी बनाई जा रही है। लेकिन, इक्का दुक्का फिल्मो को छोड़ दें तो दर्शकों ने इन फिल्मों को बहुत उत्साह से स्वीकार नहीं किया। मसलन, २००५ से २०१४ तक भारत के प्रधान मंत्री रहे श्री मनमोहन सिंह पर फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को दर्शकों की उदासीन प्रतिक्रिया मिली। करनाल हरियाणा के समाजसेवी एसपी चौहान पर शीर्षक फिल्म, भारत और चीन के बीच हुए युद्ध पर आधारित फिल्म ७२ ऑवरस : मार्टियर्स नेवर डाई, १९६२ को दर्शकों का टोटा रहा। शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे के जीवन पर फिल्म ठाकरे को महाराष्ट्र में बहुत दर्शक नहीं मिले। भारी बजट से बनी कंगना रानौत की मुख्य भूमिका वाली ऐतिहासिक फिल्म मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झाँसी को इतने दर्शक नहीं मिले कि फिल्म हिट कहलाती। अलबत्ता, मिशन मंगल और द ताशकंद फाइल्स को अच्छी सफलता मिली। पीएम नरेन्द्र मोदी फिल्म ठीकठाक कारोबार कर पाने में कामयाब हुई। बिहार के गणितज्ञ आनंद कुमार पर फिल्म सुपर ३० हिट हुई तो ६० साल की निशानेबाजों पर फिल्म सांड की आँख को दर्शकों ने पसंद किया।

सुरक्षित रास्ता भी
यो कह सकते हैं कि बॉलीवुड ने जहां प्रयोग किये, वहीँ सुरक्षित रास्ता भी पकडे रखा। मसलन सीक्वल फिल्मों और रीमेक फिल्मों का निर्माण हुआ। अपने जाने पहचाने कथानक के कारण सीक्वल या रीमेक फिल्मों का दर्शकों को इंतज़ार रहता है। इसीलिए, २०१९ में, हाउसफुल ४, कमांडो ३, मर्दानी २ और स्टूडेंट ऑफ़ द इयर २ रिलीज़ हुई। दबंग फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म दबंग ३ प्रीक्वेल फिल्म बताई जा रही है। रीमेक फिल्मों में तेलुगु अर्जुन रेड्डी की हिंदी रीमेक फिल्म कबीर सिंह को बड़ी सफलता मिली। रीमेक फिल्म पति पत्नी और वह भी कामयाब हुई।आम तौर पर बड़े बजट और सितारों वाली फिल्मों को सुरक्षित माना जाता है। इसलिए वॉर, केसरी, हाउसफुल ४, भारत, टोटल धमाल, आदि बड़े बजट की फ़िल्में बनाई गई और इन्हे सफलता भी मिली। लेकिन, बड़े बजट और सितारों वाली फिल्म कलंक फ्लॉप हो गई। कॉमेडी फ़िल्में भी सुरक्षित रास्ता साबित होती थी। टोटल धमाल, दे दे प्यार दे, हाउसफुल ४, बाला, ड्रीम गर्ल, छिछोरे, आदि को मिली सफलता ने इसे प्रमाणित भी किया ।

निराशा मिली : दर्शकों को भी, फिल्मकारों को भी
कोई भी फिल्मकार नहीं चाहता कि उसकी फिल्म को दर्शक नापसंद करें। अपने हिसाब से वह दर्शकों को पसंद आने वाले मसाले वाली फ़िल्में ही बनाता है। लेकिन, अब इसका क्या किया जाए कि दर्शक निराश होता है और फिल्मकारों को निराशा मिलती है। इस लिहाज़ से थ्रिलर हॉरर फ़िल्में अमावस, बदला, घोस्ट, बाईपास रोड और द बॉडी फिल्मों में बदला को छोड़ कर बाकी फिल्मों के निर्माताओं को निराशा मिली। दर्शकों को पुरानापन सख्त नापसंद आया. नतीजे के तौर पर पुराने कथानक वाली फ़िल्में सोन चिड़िया, मिलन टाकीज, कलंक, आदि औंधी गिरी।

निराश कर गया फिल्म डेब्यू
इस साल कुछ नए चेहरों ने  दर्शकों को निराश किया। नोटबुक के ज़हीर इकबाल और प्रनुतन बहल, मलाल के मीजान जाफ़री और शर्मीन सहगल, पल पल दिल के पास के करण देओल और सहर बाम्बा, यह साली आशिकी के वर्धन पुरी और शिवालीका ओबेरॉय की जोड़ियाँ दर्शकों को निराश कर गई। इन एक्टरों में प्रनुतन बहल, पुराने जमाने की अभिनेत्री नूतन की पोती थी। मीज़ान जाफरी हास्य अभिनेता जगदीप के पोते थे। वर्धन पूरी भी चरित्र अभिनेता और मोगाम्बो एक्टर अमरीश पूरी के पोते थे। करण देओल के पिता सनी देओल थे और दादा धर्मेंद्र। लेकिन, यह तमाम एक्टर अभिनय के मामले में बेहद कच्चे नज़र आये। फ़िल्में भी खराब बनी थी।

देशभक्ति का सैलाब, दर्शक निराश 
२०१९ में देशभक्ति का सैलाब सा आया। ढेरों फिल्मों में देशभक्ति भरी नज़र आई।  इस समय भी कई फ़िल्में देश की बात कहने वाली आ रही हैं। भारत में देशभक्ति की छौंक लगाई गई थी। मगर,  २०१९ में प्रदर्शित केसरी, रोमियो अकबर वाल्टर, ब्लेंक, इंडियाज मोस्ट वांटेड, यह है इंडिया, बाटला हाउस जैसी देशभक्ति वाली फिल्मों में केवल केसरी ही दर्शकों को पसंद आई। उरी द सर्जिकल स्ट्राइक बनाना तो हर निर्माता-निर्देशक के बूते की बात नहीं होती। कुछ फिल्मो को तो दर्शकों ने ट्रेलर देख कर ही नकार दिया। ऐसी फिल्मों में, अर्जुन पटियाला, खानदानी शफाखाना, जबरिया जोड़ी, जजमेंटल है क्या, झूठा कहीं का, द जोया  फैक्टर, पल पल दिल के पास, प्रस्थानम, लाल कप्तान, मेड इन चाइना, ड्राइव, सॅटॅलाइट शंकर, मोतीचूर चकनाचूर, आदि थी। इन फिल्मों को पहले दिन ही दर्शक नहीं मिले।

Friday 27 December 2019

फास्टेस्ट फर्स्ट १०० करोड़

सलमान खान की, २० दिसम्बर २०२० को रिलीज़ होने जा रही फिल्म दबंग ३ और २७ दिसम्बर को रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार की फिल्म गुड न्यूज़ से पहले तक १५ बॉलीवुड फ़िल्में और हॉलीवुड की फिल्म मिला कर १६ फ़िल्में १०० करोड़ क्लब में पहुंची। वॉर और एवेंजर्स एन्डगेम ने ३०० करोड़ क्लब में पहुँचने में सफलता हासिल की। सबसे पहले यानि काम दिनों में १०० करोड़ क्लब में पहुँचने वाली बॉलीवुड/हिंदी की १६ हिंदी फिल्मों का विवरण निम्नलिखित है-
वॉर (प्रदर्शन की तिथि २ अक्टूबर २०१९) ३ दिन
दबंग ३ (प्रदर्शन की तिथि २० दिसम्बर २०१९) ३ दिन
भारत (प्रदर्शन की तिथि ५ जून २०१९) ४ दिन
मिशन मंगल (प्रदर्शन की तिथि १५ अगस्त २०१९) ५ दिन
हाउसफुल ४ (प्रदर्शन की तिथि २५ अक्टूबर २०१९) ५ दिन
कबीर सिंह (प्रदर्शन की तिथि २१ जून २०१९) ५ दिन
साहों (प्रदर्शन की तिथि ३० अगस्त २०१९) ५ दिन
गुड न्यूज़ (प्रदर्शन की तिथि २७ दिसम्बर २०१९) ५ दिन 
केसरी (प्रदर्शन की तिथि २१ मार्च २०१९) ७ दिन
गली बॉय (प्रदर्शन की तिथि १४ फरवरी २०१९) ८ दिन
टोटल धमाल (प्रदर्शन की तिथि २२ फरवरी २०१९) ९ दिन
उरी द सर्जिकल स्ट्राइक (प्रदर्शन की तिथि ११ जनवरी २०१९) १० दिन
सुपर ३० (प्रदर्शन की तिथि १२ जुलाई २०१९) १० दिन
ड्रीम गर्ल (प्रदर्शन की तिथि १३ सितम्बर २०१९) ११ दिन
छिछोरे (प्रदर्शन की तिथि ६ सितम्बर २०१९) १२ दिन
बाला (प्रदर्शन की तिथि ८ नवम्बर २०१९) १५ दिन
दे दे प्यार दे (प्रदर्शन की तिथि १७ मई २०१९) २८ दिन

दिलचस्प हैं टॉप १० ओपनिंग और १०० करोड़ के आंकड़े


शुक्रवार २० दिसम्बर २०१९ से पहले तक रिलीज़ फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर आंकड़ों का विश्लेषण करना दिलचस्प होगा। इस लिहाज़ से, बॉक्स ऑफिस पर सबसे अच्छी ओपनिंग लेने वाली १० फिल्मों और इनके लाइफटाइम नेट पर एक नजर डालते हैं। हृथिक रोशन और टाइगर श्रॉफ की फिल्म वॉर ने पहले दिन ५३.३५ करोड़ की सबसे बढ़िया पहला दिन निकाला था। इस फिल्म के बाद, सलमान खान और कैटरीना कैफ की फिल्म भारत (४२.३० करोड़), अक्षय कुमार और विद्या बालन की फिल्म मिशन मंगल (२९.१६ करोड़), प्रभास और श्रद्धा कपूर की फिल्म साहो (२४.४० करोड़), संजय दत्त, वरुण धवन, अलिया भट्ट और माधुरी दीक्षित की फिल्म कलंक (२१.६० करोड़), अक्षय कुमार की फिल्म केसरी (२१.०६ करोड़), शाहिद कपूर और किअरा अडवाणी की फिल्म कबीर सिंह (२०.२१ करोड़), रणवीर सिंह और अलिया भट्ट की फिल्म गली बॉय (१९.४० करोड़), अक्षय कुमार और पूजा हेगड़े की फिल्म हाउसफुल ४ (१९.०८ करोड़) और अजय देवगन की फिल्म टोटल धमाल (१६.५० करोड़) ने टॉप १० की ओपनिंग लेने में सफलता हासिल की। इस लिस्ट में दबंग ३ और गुड न्यूज़ की रिलीज़ के बाद, बड़ा परिवर्तन हो सकता है। हाउसफुल ४ और टोटल धमाल बाहर हो सकती हैं। अब पहले दिन के इन आंकड़ों को इन फिल्मों के लाइफटाइम कलेक्शन की रोशनी में देखते है। सबसे बड़ी ओपनिंग लेने वाली फिल्म वॉर ने साल का सबसे बढ़िया ३०३.३४ करोड़ का लाइफटाइम नेट किया। जबकि, ओपनिंग में वॉर से सिर्फ ११ करोड़ के करीब पीछे रह गई, सलमान खान की फिल्म भारत लाइफटाइम नेट में लगभग ९१ करोड़ पीछे रह कर चौथे स्थान पर चली गई। ओपनिंग के मामले में भारत से २३ करोड़ पीछे रही हाउसफुल ४ ने लाइफटाइम नेट सिर्फ २ करोड़ कम किया। मिशन मंगल और भारत का ओपनिंग नेट का १३ करोड़ का अंतर लाइफटाइम तक पहुंचते पहुंचते घट कर ९ करोड़ रह गया। भारत के मुकाबले साहो की हिंदी बॉक्स ऑफिस पर पकड़ कमज़ोर रहने के कारण ओपनिंग और लाइफटाइम नेट का अंतर काफी बढ़ गया। कलंक की ओपनिंग ५वी सबसे बड़ी थी। लेकिन, यह फिल्म १०० करोड़ क्लब में तक नहीं पहुँच सकी। यानि बुरी तरह से असफल हुई। केसरी की ओपनिंग कलंक के मुकाबले ५४ लाख कम थी। लेकिन, केसरी ने १०० करोड़ क्लब तक पहुँचने मे सफलता हासिल की। गली बॉय और कबीर सिंह के ओपनिंग आंकड़ों में ८० लाख का अंतर था। लेकिन, इन दोनों के लाइफटाइम नेट में १३९ करोड़ से ज्यादा का फर्क था। हाउसफुल ४ ने भी गली बॉय को ७१ करोड़ के फासले से पछाड़ा। अक्षय कुमार की कॉमेडी फिल्म हाउसफुल ४ और अजय देवगन की कॉमेडी फिल्म टोटल धमाल के लाइफटाइम नेट के बीच भी ५५ करोड़ का अंतर था। सबसे दिलचस्प नेट रहा उरी द सर्जिकल स्ट्राइक का। ओपनिंग के मामले मे यह फिल्म टॉप १० में शामिल नहीं थी। लेकिन, इस फिल्म को दर्शकों का संरक्षण मिला और फिल्म ने दूसरे स्थान का सबसे बड़ा लाइफटाइम निकाला। 

दक्षिण की ५ अभिनेत्रियों का डेब्यू


२०१९ में दक्षिण की अभिनेत्रियों का ग्लैमर, अब फिर से हिंदी फिल्म दर्शकों को आकर्षित करने लगा है।  दक्षिण की अभिनेत्रियों के बॉलीवुड डेब्यू की शुरुआत इमरान हाश्मी की फिल्म व्हाई चीट इंडिया से हुई थी, अब जबकि साल ख़त्म हो रहा है द बॉडी फिल्म से दक्षिण से एक और ग्लैमरस चहरे का आगमन हो चुका है।

व्हाई चीट इंडिया की श्रेया धन्वन्तरी
श्रेया धन्वन्तरी, दक्षिण का पहला ग्लैमरस चेहरा था। फिल्म थी इमरान हाश्मी की भारत की शिक्षा व्यवस्था पर चोट करती फिल्म व्हाई चीट इंडिया। निर्देशक सौमिक सेन की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर असफल हुई। आजकल वह वेब सीरीज फॅमिली मैन में नज़र आ रही हैं।

मिलन टॉकीज़ की श्रद्धा श्रीनाथ
इस साल की दूसरी साउथ इंडियन फिल्म एक्ट्रेस श्रद्धा श्रीनाथ थी। फ्लॉप पर फ्लॉप फिल्म दिए जा रहे निर्देशक तिग्मांशु धुलिया की फिल्म मिलन टॉकीज को भी असफलता का मुंह देखना नसीब हुआ । फिलहाल, वह तमिल और तेलुगु फिल्मों में काफी व्यस्त हैं।

मिशन मंगल की नित्या मेनन
श्रद्धा श्रीनाथ और श्रेया धन्वन्तरी की तुलना में नित्या मेनन इस मामले में भाग्यशाली हैं कि उनका फिल्म डेब्यू अक्षय कुमार और विद्या बालन की फिल्म मिशन मंगल से हुआ । यह फिल्म पांच दिनों में ही १०० करोड़ क्लब में पहुँच गई ।

सूरज की नायिका मेघा आकाश
फ्लॉप एक्टर इरफ़ान कमल की बतौर निर्देशक एक्शन रोमांस फिल्म सॅटॅलाइट शंकर में नायक सूरज पंचोली की नायिका दक्षिण की मेघा आकाश थी । इस फिल्म में मेघा की भूमिका रोमांटिक थी । मगर, फ्लॉप डायरेक्टर और फ्लॉप एक्टर सूरज पंचोली की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी।

द बॉडी की वेदिका
दक्षिण से आया इस साल का आखिरी ग्लैमरस चेहरा वेदिका का है।  वह जीतू जोसफ की पहली हिंदी फिल्म द बॉडी में ऋषि कपूर, इमरान हाश्मी और शोभिता धुलिपला के साथ स्क्रीन शेयर कर रही थी।

छोड़ चले बॉलीवुड की महफ़िल को !


इस साल, बॉलीवुड की कई वयोवृद्ध हस्तियों का निधन हो गया। इनमे से कुछ हस्तियाँ तो फिल्मों में आज भी सक्रिय थी। इनमे से ज़्यादातर बीमारी से जूझते हुए ज़िन्दगी की जंग हार गए। इन हस्तियों में नवीनतम नाम शौकत आज़मी का है। बाज़ार, उमराव जान, फासला, नैना, साथिया जैसी फिल्मों की चरित्र अभिनेत्री और बॉलीवुड अभिनेत्री शबाना आज़मी की माँ शौकत कैफ़ी काफी समय से फिल्मों में सक्रिय नहीं थी। शोले के कालिया के नाम से मशहूर, पुराने जमाने की हास्य अभिनेत्री शुभा खोटे के भाई विजू खोटे का देहांत होने की खबर इस लिहाज़ से चौंकाने वाली थी, क्योंकि वह आखिरी समय तक अभिनय के क्षेत्र में सक्रिय थे। उनकी एक हिंदी फिल्म इंग्लिश की टांय टांय फिस इसी साल रिलीज़ हुई थी। कभी कभी, त्रिशूल, नूरी, थोड़ी सी बेवफाई, बाज़ार, रज़िया सुल्तान, उमराव जान, आदि फिल्मों की कई कालजई रचनाओं के संगीतकार मोहम्मद ज़हूर खय्याम का लम्बी बीमारी के बाद एक अस्पताल में १८ अगस्त को निधन हो गया। उनकी आखिरी फिल्म बाज़ार ए हुस्न (२०१४) थी। रजनीगंधा, छोटी छोटी सी बात, पति पत्नी और वह की नायिका अभिनेत्री विद्या सिन्हा का दिल और फेफड़े की बीमारी के कारण मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता, लेखक और नाटककार गिरीश कर्नाड का १० जून को निधन हो गया। वह भी लम्बे समय से बीमार थे। मृत्यु से पूर्व उनके कई अंग फेल हो गए थे। बॉलीवुड के सुपरस्टार अजय देवगन के पिता और हिंदी फिल्मों के एक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन का भी २७ मई को निधन हो गया। वह सांस की तकलीफ के शिकार थे। दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में उनका निधन हो गया। तेरे मेरे सपने और खलनायक जैसी फिल्मों में छोटी- मोटी भूमिका करने वाले टीवी एक्टर नवतेज हुंदल का ८ अप्रैल को निधन हो गया। उनको इसी साल रिलीज़ फिल्म उरी द सर्जिकल स्ट्राइक में गृह मंत्री की भूमिका में देखा गया था। सलमान खान को सुपर स्टार बनाने वाले फिल्म निर्माता राजकुमार बडजात्या का दिल का दौरा पड़ने के बाद २१ फरवरी को निधन हो गया। वह सलमान खान की हम आपके हैं कौन, हम साथ साथ हैं और प्रेम रतन धन पायो जैसी फिल्मों के निर्माता थे। 

२०१९ में कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई !



आलोच्य वर्ष २०१९ बड़े दिलचस्प अनुभव वाला रहा। २०१८ में चर्चा में रहे कुछ सितारों की एक भी फिल्म २०१९ में रिलीज़ नहीं हुई। ऐसे एक्टरों की सूचि में बेहद सफल और चर्चित एक्टर भी थे और फ्लॉप एक्टर भी।

शाहरुख खान
शाहरुख़ खान, ऐसे ही एक एक्टर हैं । शाहरुख खान पर २०१८ में प्रदर्शित फिल्म जीरो की असफलता बहुत भारी पड़ी। उनकी २०१९ में एक भी फिल्म रिलीज़ नहीं हुई। यहाँ तक कि उनकी किसी नई फिल्म का आधिकारिक ऐलान भी नहीं हुआ। हालाँकि, अफवाहें खूब फैलाई गई।

अनुष्का शर्मा
यह कहना उचित नहीं होगा कि जीरो की असफलता के कारण अनुष्का शर्मा की २०१९ में कोई भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकी। क्योंकि, वह अपने क्रिकेटर विराट कोहली के साथ लम्बे हनीमून की मौज मस्ती में व्यस्त थी। जीरो में कैटरीना कैफ की भूमिका भी अहम् थी। कैटरीना कैफ तो २०१८ की सबसे बड़ी असफल फिल्म ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान में भी थी। इसके बावजूद, उनकी सलमान खान के साथ फिल्म भारत रिलीज़ हुई।

आमिर खान
असफलता के लिहाज़ सेआमिर खान ने भी २०१८ में ठग्स ऑफ़ हिंदुस्तान जैसी बड़ी फ्लॉप फिल्म दी थी। उनकी नई फिल्म का ऐलान ही नहीं हुआशूटिंग भी शुरू हो गई। अलबत्ता२०१९ में लाल सिंह चड्डा की शूटिंग शुरू करने वाले आमिर खान की भी इस साल कोई फिल्म रिलीज़ नहीं हुई।

रणबीर कपूर
हालाँकि, रणबीर कपूर ने, २०१८ की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म संजू में अभिनय किया था। लेकिन, २०१९ में उनकी एक भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई। निर्माता करण जौहर की अयान मुख़र्जी निर्देशित फिल्म ब्रह्मास्त्र की बार बार बदलती तारीखों ने रणबीर कपूर को २०१९ में भी एक हिट फिल्म से वंचित कर दिया।

दीपिका पादुकोण
संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत, २०१८ की दूसरी सबसे बड़ी हिट फिल्म थी। इस फिल्म में रणवीर सिंह और शाहिद कपूर के साथ पद्मावती की भूमिका में दीपिका पादुकोण थी। रणवीर सिंह की फिल्म गली बॉय ने १०० करोड़ क्लब में पहुँचने वाला कारोबार किया। कबीर सिंह के शाहिद कपूर की तो धूम मच गई। लेकिन, इन दोनों की पद्मावत नायिका दीपिका पादुकोण की, २०१९ में कोई भी फिल्म प्रदर्शित नहीं हो सकी।

सारा अली खान और जाह्नवी कपूर
२०१८ में फिल्म डेब्यू करने वाली दो अभिनेत्रियाँ सारा अली खान और जाह्नवी कपूर की कोई भी फिल्म २०१९ में रिलीज़ नहीं हुई। ऐसा लगता है कि यह अभिनेत्रियाँ खुद के लिए फिल्मों के चुनाव में कोई ज़ल्दबाज़ी नहीं कर रही तथा सावधानी से फिल्मों का चुनाव कर रही हैं। अलबत्ता, यह दोनों अपनी फिल्मों की शूटिंग में ज़रूर व्यस्त रही।