चालीस साल पहले, १५ अगस्त १९७५ को अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, हेमा मालिनी, जया बच्चन, अमजद खान और संजीव कुमार की एक्शन फिल्म ‘शोले’ रिलीज़ हुई थी। रमेश सिप्पी निर्देशित शोले को रिलीज़ के पहले दिन ही समीक्षकों द्वारा नकार दिया गया था। फिल्म की बॉक्स ऑफिस पर शुरुआत भी ख़ास नहीं रही थी। लेकिन, फिल्म के हैरत अंगेज़ एक्शन, ड्रामा और कॉमेडी ने दर्शकों को आकर्षित करना शुरू कर दिया। फिल्म ने रफ़्तार पकड़नी शुरू कर दी। फिल्म आल टाइम ब्लॉकबस्टर साबित हुई। इस फिल्म ने ६० थिएटर्स में लगातार पचास हफ्ते चलने का कीर्तिमान बनाया। यह पहली ऎसी फिल्म बनी, जिसने १०० सिनेमाघरों में रजत जयन्ती मनाई। ऐसी कल्ट फिल्म के चालीस साल होने पर यूनिवर्सल म्यूजिक ने इस फिल्म का स्पेशल एनिवर्सरी कलेक्शन निकाला है। इस कलेक्शन में शोले के दिलचस्प हंसाने वाले कॉमिक संवाद और संगीत शामिल हैं। शोले के साउंडट्रैक को उस समय बहुत सूना गया था। इस फिल्म के राहुल देव बर्मन द्वारा तैयार धुनों पर किशोर कुमार, मन्ना डे, लता मंगेशकर और आरडी बर्मन के गाये ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे, जब तक है जान, कोई हसीना जब रूठ जाती है और मेहबूबा मेहबूबा गीत बेहद लोकप्रिय हुए थे। “शोले: द ४० एनिवर्सरी कलेक्शन” में फिल्म के डायलॉग्स और गीतों का दो घंटे का कलेक्शन ख़ास है। इस कलेक्शन को वर्ल्डवाइड डिजिटल रिलीज़ किया गया है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday 14 August 2015
वेलकम बैक की शूटिंग के दौरान जॉन के सर पर लगी चोट.
अभिनेता जॉन अब्राहम अपनी आगामी फिल्म वेलकम बैक को लेकर काफी उत्साहित हैं , जहा एक तरफ जॉन ने कहा था की लोगो को हसाना सबसे कठिन काम है तो वही दूसरी तरफ उनके लिए वेलकम बैक की शूटिंग का सफर इतना भी आसान नहीं था.
जॉन फिल्म में एक एक्शन सीक्वेंस शूट कर रहे थे की उनके सर पर चोट लग गयी, दरअसल बात यह है की स्क्रिप्ट के अनुसार आर्टिस्ट को जॉन के कंधे पर वार करना था लेकिन कंधे पर मरने की बजाय उनके सर पर ज़ोर से प्रहार कर दिया,हलाकि कोई बड़ी चोट नहीं लगी थी पर जॉन के सर में काफी दर्द होने के कारण डॉक्टर को सेट पर बुलाना पड़ा .
सूत्रों का कहना है की "शूट खत्म करने के बाद जॉन अपने पर्सनल डॉक्टर के पास जाँच करवाने पहुंचे की उनके सर पर कोई अंधूरिनि घाव तो नहीं लगा है, फिल्म के डायरेक्टर अनीस बज़्मी ने भी इस खबर की पुष्टि की
चापेकर ब्रदर्स के बाल गंगाधर तिलक गोविन्द नामदेव
शीघ्र प्रदर्शित होने जा रही फिल्म चापेकर ब्रदर्स में हिंदी फिल्मों के मशहूर विलेन गोविन्द नामदेव महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक की भूमिका कर रहे हैं। इस भूमिका को पहले अभिनेता ओम पूरी करने वाले थे। लेकिन, ओम पूरी अपनी पूर्व फिल्मों में इतना व्यस्त थे कि बाल गंगाधर तिलक के लिए समय नहीं निकाल सके। इस पर ओम पूरी की जगह गोविन्द नामदेव को लेने का निर्णय लिया गया। अनायास मिली इस महत्वपूर्ण भूमिका से गोविन्द नामदेव बेहद उत्साहित हैं। हालाँकि, यह गोविन्द नामदेव का स्पेशल अपीयरेंस होगा, लेकिन गोविन्द नामदेव कहते हैं, “फिल्म की टीम ने चापेकर भाइयों पर पूरी तयारी और रिसर्च कर रखी है। मैं टीम के समर्पण से बेहद प्रभावित हुआ हूँ। मैं महान सेनानी बाल गंगाधर तिलक की भूमिका के प्रति आश्वस्त हूँ।” इस फिल्म चापेकर बंधुओ की भूमिका अभिजीत भगत, संझिट धुन और मनोज भट्ट ने की है। इस साल के आखिर में रिलीज़ होने जा रही चपका ब्रदर्स का निर्देशन देवेंदर पाण्डेय ने किया है।
जैकी श्रॉफ की मराठी फिल्म
इस शुक्रवार जैकी श्रॉफ करण मल्होत्रा की हिंदी फिल्म ‘ब्रदर्स’ से धूम मचा रहे हैं। अगले सप्ताह जैकी दादा की एक मराठी फिल्म ‘३.५६ किल्लारी’ रिलीज़ होगी। इस फिल्म में जैकी श्रॉफ मराठी फिल्मों की बोल्ड एंड ब्यूटीफुल अभिनेत्री सई ताम्हणकर के साथ पहली बार स्क्रीन शेयर करेंगे। निर्माता गिरीश साठे की इस फिल्म का निर्देशन दीपक भागवत और विजय मिश्रा ने किया है। यह फिल्म लातूर के किल्लारी गाँव में आये भूकम्प की पृष्ठभूमि पर है। इस भूकम्प में कई लोगों की जाने गई थी। यह कहानी ऎसी लड़की की है, जो भूकम्प में मारी गई थी। उसका नज़दीक के ही एक गाँव में पुनर्जन्म होता है। चौदह साल की यह लड़की साइ और जैकी के साथ अपनी पूर्व जन्म की पहचान पता लगाने निकल पड़ती है। इस भूमिका को गौरी इंगवले ने किया है। यह फिल्म २१ अगस्त को रिलीज़ होनी है।
चालीस कमेडिअन्स के साथ नवीन प्रभाकर का नेशनल एंथम
मशहूर स्टैंड अप कॉमेडियन नवीन प्रभाकर हमेशा कुछ अलग सा करते रहते हैं। उन्होंने स्टैंड अप कॉमेडी शो में पहचान कौन के जुमले से अपनी पहचान बनाई। नविन ने बॉम्बे टू गोवा, भावनाओं को समझो, नो प्रॉब्लम, तेरे नाल लव हो गया, आदि हिंदी फिल्मों में भिन्न भूमिकाएं की। अब वह एक बार फिर एक नए कांसेप्ट के साथ दर्शकों के सामने हैं। नवीन प्रभाकर ने भारतीय स्वतंत्रता की ६८ वी वर्षगांठ पर राष्ट्र गान को अनोखे अंदाज़ में पेश किया है। इस एंथम में राजू श्रीवास्तव, जोहनी लीवर, सुनील पाल, सुदेश लाहिरी, सुगंधा मिश्रा, भारती सिंह सहित चालीस कमेडिअन्स ने हिस्सा लिया है। यह एंथम स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या से चैनल्स और सिनेमाघरों में दिखाया जाने लगा है।
Thursday 13 August 2015
दयाबेन ने कहा- ''भारत माता तुझे सलाम''
१५ अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस हर एक भारतीय के लिए बहुत ख़ास होता है। क्योकि आज के दिन हमें आज़ादी मिली थी । सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा के दयाबेन और जेठालाल १५ अगस्त यानी की स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर भारत माता और हमारे भारतीय सेनावो को सलाम करते है , जो अपनी जान पर खेलते हुए हमारी रक्षा करते है । उनका मानना है की देश तो आज़ाद हो गया है पर असल मायने में अभी आज़ाद नही हुए है । जिस दिन भ्रष्टाचार, गन्दगी, आतंकवाद, भूणहत्या जैसी तमाम बुराइयां ख़त्म होंगी , तभी हमें सही माएने में आज़दी मिलेगी । इस मौके पर जेठालाल यानि दिलीप जोशी का कहना है कि "देश प्रेम की भावना हमेशा हमारे में दिल जगी रहनी चाहिए। नई पीढ़ी को हमे इतिहास के बारे में बताना चाहिए । मेरा मानना है की २६ जनवरी और १५ अगस्त हमे हर रोज़ मनाना चाहिए क्योकि बहुत मुश्किलो और बलिदानो से हमे आज़ादी मिली है ।" १५ अगस्त के बारे में दयाबेन यानि की दिशा वाकानी कहती है "मै पूरे दिल से उन सभी सिपाहियों को सलाम करती हु जो जान पर खेलकर देश की सुरक्षा करते है । सरहद पर पूरी रात जागते है कि हम सब चैन की नींद सो सके । भारत माता तुझे सलाम और तेरे ऐसे सपूतो को भी सलाम । "
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