छत्रपति शिवाजी महाराज एक ऐसा नाम है जो न केवल
महाराष्ट्र बल्कि पूरे देश और दुनिया में मराठी लोगों को लगातार प्रेरित और सक्रिय
करता है। और जो चीज इस अखंड ऊर्जा को निरंतर प्रवाहित करती रहती है वह है 'हर हर महादेव', शिव की दहाड़!
शिवाजी महाराज का काम, थोरवी के प्रति
उनका आकर्षण, जिज्ञासा आज भी कई
लोगों द्वारा चर्चा और अध्ययन का विषय है।
न केवल महाराष्ट्र में बल्कि अन्य भारतीय वक्ता
भी महाराज के कार्यों पर शोध करते हैं। महाराज की वही महिमा फिल्म 'हर हर महादेव' से भव्य दिव्य रूप
में सबके सामने आएगी। और फिल्म के प्रोडक्शन हाउस ज़ी स्टूडियोज ने इस बात को
फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण फैसला किया है।
हर हर महादेव को उसी दिन मराठी, हिंदी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ में प्रदर्शित किया जाएगा। मराठी फिल्मों के इतिहास में
पहले कभी नहीं हुआ यह आयोजन हर हर महादेव के अवसर पर होगा। अभिजीत देशपांडे द्वारा
लिखित और निर्देशित यह फिल्म दिवाली में रिलीज होगी।
दक्षिणी सिनेमा की शानदार सफलता, हिंदी भाषा में डब (अनुवादित), दक्षिणी सिनेमा आज सभी को खुश करने में सफल रहा है। आपका मराठी सिनेमा कब
इतना शानदार परमात्मा बनेगा? इसे अन्य भाषाओं में कब जारी किया जाएगा? हम हमेशा इसके बारे में बात करते या सुनते हैं।
इन सवालों और चर्चाओं का अब सकारात्मक जवाब फिल्म
'हर हर महादेव' के जरिए मिलेगा। इस अवसर पर बोलते हुए, ज़ी स्टूडियोज के बिजनेस हेड मंगेश कुलकर्णी ने कहा,
"छत्रपति शिवाजी महाराज का काम इतना महान और
शानदार है कि इसे केवल महाराष्ट्र तक ही सीमित नहीं रखा जा सकता है।
पूरी
दुनिया में महाराज की युद्ध रणनीति, संगठनात्मक कौशल का अध्ययन किया जाता है। आज हम अन्य भाषाओं में कथा
साहित्य से मोहित हैं, इसलिए हमें लगता है
कि हमारा सच्चा, प्रेरक और गौरवशाली
इतिहास उसी भव्यता के साथ दुनिया के सामने आना चाहिए।
इसी भावना से हमने पूरे भारत में हर हर महादेव को
पांच भाषाओं में प्रदर्शित करने का फैसला किया है। इस फिल्म की एक और खासियत इसकी
वीएफएक्स टीम है। कई हॉलीवुड फिल्मों पर काम कर रहे वीएफएक्स तकनीशियन इस पर काम
कर रहे हैं, जिसमें 400 से अधिक तकनीशियन शामिल हैं।"
सुनील फड़तारे के श्री गणेश मार्केटिंग और ज़ी
स्टूडियो द्वारा निर्मित, फिल्म का निर्देशन
अभिजीत देशपांडे ने किया है। इस दिवाली ये फिल्म दर्शकों के सामने आ रही है।