आदित्य सिंह राजपूत का नाम 'काई पो चे' के सुशांत सिंह राजपूत की याद दिलाता है। लेकिन, क्या यह नाम आदित्य को हिंदी फिल्मों में सफलता भी दिला सकता है ! आदित्य बरास्ता कमर्शियल, हिंदी फिल्मों में आये हैं। वह लंचबॉक्स की निर्माता कंपनी एस्सेल विज़न और हैंडप्रिंट पिक्चर्स की फिल्म '३ एएम' से डेब्यू करने जा रहे हैं। इस फिल्म का निर्देशन विशाल महदकर कर रहे हैं , जो इससे पहले ब्लड मनी फिल्म का निर्देशन कर चुके हैं। आदित्य को यह फिल्म सोशल साइट ट्विटर के ज़रिये मिली। आदित्य बताते हैं, "विशाल सर ने ट्विटर पर कुछ पोस्ट किया था, जिस पर मैंने कमेंट्स किया था. उसके बाद मुझे उनकी फिल्म का ऑफर आया। पर इससे पहले मुझे ऑडिशन में १०० युवाओं को पछाड़ना पड़ा। मैं फिल्म में अपने रोल के बारे में इतना ही बता सकता हूँ कि मैं एक कॉलेज जॉक बना हूँ". ३ एएम एक हॉरर फिल्म है. आप तौर पर ऐसी फ़िल्में किसी एक्टर के लिए खतरा बन सकती हैं.ऐसे में आदित्य का खुद के लिए हॉरर फिल्म चुनना कितना समझदारी भरा फैसला हो सकता है? आदित्य हॉरर फिल्मों के शौक़ीन हैं. वह कहते हैं,"मैं हॉरर फिल्मों का शौक़ीन हूँ। वीराना, ईविलडेड, ऑर्फ़न और द कांजरिंग मेरी पसंदीदा फ़िल्में हैं. यह फ़िल्में आपकी नसों में सनसनी फैला देती हैं. मैं सेलुलाईड पर हॉरर करके उत्तेजित हूँ।"
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 18 May 2014
हॉरर फिल्मों रास्ते बॉलीवुड
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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