भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday 26 March 2015
'बरखा' का सितारों भरा प्रीमियर
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फोटो फीचर
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कुछ कुछ लोचा है की रैप-अप पार्टी।
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शूट हुआ 'अंगूरी पानी' म्यूजिक एल्बम (फोटोज)
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Wednesday 25 March 2015
फिर योद्धा सलमान खान
सलमान खान एक कन्नड़ फिल्म 'क्रांतिवीर सांगली रायन्ना' के हिंदी रीमेक में मुख्य किरदार में नज़र आ सकते हैं । कन्नड़ फिल्म 'क्रांतिवीर सांगली रायन्ना' कित्तूर राज्य के सैन्य प्रमुख और मशहूर योद्धा सांगली रायन्ना के जीवन पर है। कन्नड़ फिल्म में दर्शन ने रायन्ना का किरदार किया था। उनके श्रेष्ठ अभिनय का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें २०१३ का फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवार्ड और कर्णाटक राज्य का स्टेट अवार्ड मिला। कन्नड़ फिल्मों के बजट के लिहाज़ से 'क्रांतिवीर सांगली रायन्ना' का ३० लाख का निर्माण बजट काफी ज़्यादा था। इसके बावजूद यह फिल्म निर्माता के लिए घाटे का सौदा नहीं बनी। इस फिल्म ने २२ दिन में इतनी रकम बॉक्स ऑफिस से जुटा ली।इस फिल्म को मल्टीप्लेक्स थिएटरों में ज़बरदस्त दर्शक मिले। क्रांतिवीर सांगली रामन्ना ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई । फिल्म ने कई थिएटरों में १०० दिन मनाये। सौ दिन मनाने के बाद जब यह फिल्म सिनेमाघरों से उतरी, तब तक यह आल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हो चुकी थी। शायद कन्नड़ फिल्म की सफलता ही सलमान खान की नज़रों में घूम रही है। उन्होंने 'क्रांतिवीर सांगली रायन्ना' के हिंदी संस्करण को अपनी मंज़ूरी दे दी है। लेकिन, इससे पहले वह अपने हाथ की फिल्मों 'बजरंगी भाईजान' और 'प्रेम रतन धन पायो' को पूरा करेंगे। इसमे दिवाली निकल जाएगी। इसके बाद वह हिंदी संस्करण की स्क्रिप्ट पढ़ना चाहेंगे। तभी वह फिल्म को मंज़ूरी देंगे।
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फिल्म पुराण
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ड्रैगन ब्लेड : चीनी राजवंश का जांबाज़ रखवाला
डेनियल ली की पटकथा पर उन्ही के द्वारा निर्देशित फिल्म 'ड्रैगन ब्लेड' चीन के हान राजवंश के राज्य काल के दक्षिण क्षेत्र के प्रोटेक्शन स्क्वाड के कमांडर हुओ आन के जीवन पर ऐतिहासिक एक्शन फिल्म है। निर्माता जैकी चैन फिल्म में हुओ आन का किरदार किया है। २०१३ में रिलीज़ पुलिस स्टोरी के बाद जैकी चैन फिर मुख्य भूमिका में रहे हैं। ड्रैगन ब्लेड चीनी कमांडर के अपने रोमन दोस्तों के साथ युद्ध की कहानी है। जैकी चैन इस फिल्म में लूसीयस के किरदार के लिए मेल गिब्सन को लेना चाहते थे। उस समय मेल गिब्सन ने फिल्म मचेटे किल्स से बतौर खलनायक वापसी की थी। लेकिन , बाद में इस रोल में जॉन क्यूसेक आ गए। फिल्म में दूसरे रोमन योद्धा के लिए एड्रिएन ब्रॉडी को लिया गया। एड्रिएन ब्रॉडी ब्लैक बेल्ट हैं और अपने स्टंट खुद करना पसंद करते हैं। यह जॉन क्यूसेक और एड्रिएन ब्रॉडी की पहली चीनी फिल्म है। यह दोनों भी दूसरी बार एक साथ आ रहे हैं। ड्रैगन ब्लेड की पूरी शूटिंग हांगकांग और चीन में हुई है। ६५ मिलियन अमेरिकी डॉलर में बनी 'ड्रैगन ब्लेड' सबसे पहले १९ फरवरी को चीनी चन्द्र वर्ष के पहले दिन चीन में रिलीज़ हुई। इस फिल्म ने अकेले चीन में ही ११६.७८ मिलियन डॉलर का कलेक्शन किया। ख़ास बात यह भी है कि ड्रैगन ब्लेड जैकी चैन की ड्रैगन टाइटल साथ सातवीं फिल्म हैं। जैकी चैन ड्रैगन फिस्ट, ड्रैगन लार्ड, हार्ट ऑफ़ द ड्रैगन, ड्रैगन्स फॉरएवर, द ट्विन ड्रैगन्स और ट्रेसेस अ ड्रैगन जैसी ड्रैगन टाइटल वाली फ़िल्में कर चुके हैं।
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Hollywood
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समाज और व्यवस्था की बखिया उधेड़ती है 'कोर्ट'
चैतन्य ताम्हाणे अभी केवल २८ साल के हैं। लेकिन, उनकी समाज और व्यवस्था की समझ उनकी लेखनी से साफ़ समझ आती है। जब वह इसे सेल्युलाइड पर उतारते हैं तो पूरी गहराई, ड्रामे और व्यंग्यात्मक अंदाज़ के साथ, सीधा दर्शक के दिलोदिमाग को झकझोरता हुआ । जिस किसी को चैतन्य ताम्हाणे की समझ को समझना हो, उसे इस साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाली बहुभाषी फिल्म 'कोर्ट' को देखना होगा। 'कोर्ट' कहानी है एक बूढ़े लोक गायक की। उस पर एक सीवर कर्मचारी को अपने उत्तेजक गीत के ज़रिये आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया जाता है। कोर्ट में उसका मुकदमा जाता है। कोर्ट की सुनवाई के दौरान जो कुछ होता है, वह अभूतपूर्व होता है। सुनवाई के दौरान मुक़दमा लड़ रहे वकीलों और सुनवाई कर रहे जज की निजी ज़िंदगी की परते उघड़ने लगती है। मूल रूप से मराठी के अलावा गुजराती, इंग्लिश और हिंदी में बनाई गई इस फिल्म का प्रीमियर अमेरिका में २६ मार्च को होना है। इसके बाद १७ अप्रैल को यह फिल्म भारत में रिलीज़ होगी। इस ११६ मिनट की फिल्म को पिछले साल वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाया गया था। इस फेस्टिवल में ताम्हाणे ने दो पुरस्कार जीते।
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पुरस्कार
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Tuesday 24 March 2015
पीकू का ट्रेलर लॉन्च होगा एकदम नया और अनोखा। दीपिका करेंगे आमंत्रित
निर्देशक शूजित सरकार निर्देशित फिल्म पीकू का ट्रीजर सामने आचुका है और अब बारी है ट्रेलर की जो की बहुत ही अलग और अनोखे अंदाज में लॉन्च होगा। निर्माताओ ने यह सोचा है की वे एक वीडियो बनाएंगे जिसे दीपिका पादुकोण पर फिल्माया जायेगा। इस वीडियो द्वारा दीपिका मीडिया कर्मी तथा उनके माता पिता को ट्रेलर लॉन्च पर आमंत्रित करेंगी। यह वीडियो हर मीडिया कर्मी तक व्हाट्स एप द्वारा भेजा जायेगा। यह पहली बार है की इस तरह की मार्केटिंग और प्रोमोशन किया जा रहा है।
शूजित सरकार निर्देशित फिल्म पीकू यह बेटी और पिता की कहानी है जिसे दीपिका और अमिताभ बच्चन समेत इरफ़ान खान इस फिल्म में नजर आएंगे।
एम इस एम मोशन पिचर्स निर्मित फिल्म पीकू तथा सरस्वती एंटरटेनमेंट क्रिएशन लिमिटेड और राइजिंग फिल्म्स की यह फिल्म ८ मई को सभी सिनेमाग्रह में प्रदर्शित होगी।
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आज जी
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हॉलीवुड की लूसी पिंडर का बॉलीवुड फिल्म 'वारियर सावित्री' के लिए गर्मागर्म फोटो शूट
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महिलाओ के शुरक्षा के लिए ड्राइवर बनेंगे अली फज़ल
भारत में होने जा रहे अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 7’ के प्रीमियर को अली होस्ट करते नज़र आएंगे जिसे लेकर वह काफी उत्साहित हैं. फिलहाल भारत में इस फिल्म के प्रीमियर की योजना स्वयं अली ने बनाई है और वह उस रात का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. खबर है कि इस प्रीमियर में अली विशेष रूप से बॉलीवुड के बॉयज़ गैंग को बुलानेवाले हैं. अली इस बात को लेकर काफी आशांवित हैं कि इस फिल्म में उनका किरदार उनके दोस्तों तथा परिवार को काफी पसंद आएगा. सिर्फ यही नहीं सूत्रों की मानें तो इस प्रीमियर में अली अपने दो प्रशंसकों को भी बुलाएंगे जिन्हें अली के साथ बैठकर यह फिल्म देखने का सौभाग्य मिलेगा. अली के प्रशंसकों का चुनाव सोशियल मीडिया कॉंटेस्ट के ज़रिये होगा, जिसकी योजना जल्द बनायी जाएगी. इस कॉंटेस्ट में चुने गये दो विजेताओं को अली के साथ बैठकर उनकी पहली हॉलीवुड फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 7’ देखने का मौका मिलेगा. इस सिलसिले में अली का कहना है, ‘’जी हां मेरी इस फिल्म का भारत प्रीमियर अवश्य होगा और मैं इसका बडी बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूं. और हां मैं इसे होस्ट भी करूंगा. यूं तो पूरी गैंग के साथ मेरा काम बहुत कम है लेकिन उसका अनुभव बहुत बडा है. मैं फिल्म के सभी कास्ट एंड क्रू का आभारी हूं.’’ अपनी पहली हॉलीवुड फिल्म ‘फास्ट एंड फ्यूरियस 7’ को लेकर अली इस कदर उत्साहित हैं कि इसके प्रमोशन के लिए एक रात के लिए वह ड्राइवर भी बननेवाले हैं. खबर है कि अपनी फिल्म के प्रमोशन के साथ महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अली ने मुंबई के प्राइवेट कार सर्विस के साथ मिलकर मुंबई की सडकों पर ड्राइव करने की भी योजना बनाई है. सो आनेवाले हफ्तों में यदि कहीं आपको यह खूबसूरत ड्राइवर मिल जाए तो हैरान मत होइएगा.
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ये ल्लों !!!
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सारा जेन की झोली भरी म्युज़िक ऑफर्स से
हाल ही में सिंगिंग की तरफ कदम बढा चुकीं सारा जेन डायस एक सफल मॉडल भी हैं. सारा जानती हैं उनके पास खूबसूरती के अलावा और भी बहुत कुछ है. विशेष रूप से पिछले महीने अपने सिंगल्स ‘फॉर्गोट टू बी मी’ के ज़रिये सारा ने यह बात साबित कर दी है कि वह ना सिर्फ एक बेहतरीन सिंगर हैं बल्कि वह एक बहुत अच्छी कंपोज़र भी हैं. अब जो लोग सारा को करीब से जानते हैं वह इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि सारा का म्युज़िक से कितना लगाव है और यही वजह है कि इन दिनों यह सारा का प्यार बना हुआ है. मज़े की बात यह है कि सारा की मेहनत अब रंग ला रही है जिसका नतीजा है उन्हें मिल रहे ढेर सारे म्युज़िकल ऑफर्स. सूत्रों की मानें तो सारा को म्युज़िकल जिनियस की तरफ से ढेर सारे म्युज़िकल ऑफर्स मिल रहे हैं जिसके बारे में सारा गंभीरता से विचार कर रही हैं. फिलहाल अब तक सारा एक नामी म्युज़िक फेस्टिवल में परफॉर्म करने के साथ हाल ही में चल रहे लैक्मे फैशन वीक में अपनी परफॉर्मंस पेश कर सबका दिल जीत चुकी हैं. इसके अलावा जल्द ही सारा एम टीवी की तरफ से ऑर्गनाइज़ किये जा रहे म्युज़िक फेस्टिवल में नज़र आनेवाली हैं, जहां वह अपना म्युज़िक परफॉर्म करेंगी. मज़े की बात यह है कि सारा के ऑफर्स की लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती. इन सबके साथ हाल ही में सारा ने एक तेलुगु फिल्म साइन की है जिसमें वह एक गीत गाएंगी. तेलुगु फिल्म का यह गीत अंग्रेज़ी में होगा जिसे सारा ही लिखेंगी. अब इसे देखकर तो यह बात आसानी से कही जा सकती है कि सारा का करियर अब पूरी तरह फिट है.
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
बॉलीवुड की 'क्वीन' बनी राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार की विजेता
इस साल के शुरू में जब तमाम फिल्म साप्ताहिक, पाक्षिक और मासिक के द्वारा अपने अपने पुरस्कार बांटे जाने का सिलसिला शुरू होने को था तभी अभिनेत्री कंगना रनौत ने खुलेआम यह ऐलान कर दिया कि वह इन पुरस्कार समारोहों में शामिल नहीं होंगी। यह फिल्म अवार्ड, जिन्हे पॉपुलर फिल्म अवार्ड्स भी कहा जाता है, पाठकों की पसंद के नाम पर दिए जाते हैं। इन पुरस्कारों को देने वाली मॅगज़ीन्स का उद्देश्य ग्लैमर इकठ्ठा करना और अपनी पत्रिका को पॉपुलर बनाना ही होता हैं। यह पुरस्कार पूर्वाग्रह से भरे और पक्षपातपूर्ण होते हैं। कलाकारों को समारोह में मौजूद रहने और परफॉर्म करने की शर्त पर श्रेष्ठ चुना जाता है। आमिर खान ऐसे अभिनेता हैं, जो कभी इन समारोहों में नहीं जाते और न ही अवार्ड क़ुबूल करते हैं। अजय देवगन और इमरान हाशमी जैसे अभिनेता भी इन पुरस्कारों से दूर रहते हैं। कंगना रनौत का अवार्ड्स फंक्शन से दूर रहने का ऐलान इन पुरस्कारों की निष्पक्षता पर जोरदार झटका था। लगे हाथ शाहरुख़ खान ने भी 'इन अवार्ड्स में पहले वाली बात नहीं रही' का शोशा छोड़ दिया। कंगना रनौत जानती थी कि दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा के सामने उन्हें यह पॉपुलर पुरस्कार मिलने वाले नहीं। ऐसा ही हुआ भी। ज़्यादातर पुरस्कार दीपिका पादुकोण के नाम रहे। लेकिन, चूंकि, कंगना रनौत का ऐलान वायरल हो गया था तो खिसियाई दीपिका पादुकोण को हैप्पी न्यू ईयर के लिए एक अवार्ड जीतने के बाद यह कहना पड़ा कि इस पुरस्कार के लिए क्वीन की कंगना ही सही चुनाव हैं। लेकिन, बॉलीवुड की अभिनेत्रियों के लोमड़ीपने से परिचित कंगना ने दो टूक कह दिया कि दीपिका मुझे सामने आ कर बधाई दें सकती हैं ।
बहरहाल, आज राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पा कर कंगना सचमुच खुश होंगी। विकास बहल निर्देशित 'क्वीन' की रीढ़ सही मायनों में कंगना ही थी। उन्होंने अपने करैक्टर को जीवंत कर दिया। यह फिल्म कंगना रनौत की ज़बरदस्त अभिनय प्रतिभा का आईना हैं। इस पुरस्कार की दावेदारी मैरी कॉम की प्रियंका चोपड़ा भी कर रही थी। इसमे कोई शक नहीं कि प्रियंका ने मैरी कॉम के किरदार के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन स्वभाविकता और सहजता के लिहाज़ से क्वीन की कंगना रनौत की फिक्शनल करैक्टर रानी, प्रियंका चोपड़ा के रियल करैक्टर मैरी कॉम पर भारी पड़ गई। यह उनका दूसरा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है। इसके पहले वह फिल्म फैशन के लिए श्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का ५६वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकी हैं। इत्तेफ़ाक़ की बात यह है कि जिस प्रियंका चोपड़ा के साथ वह इस साल श्रेष्ठ अभिनेत्री की दावेदारी कर रही थी, उसी प्रियंका चोपड़ा ने फैशन के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। कंगना रनौत क्वीन के लिए फिल्मफेयर का श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। इस साल रिलीज़ होने वाली कंगना रनौत की दो फिल्मों कट्टी बट्टी और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में उनके अभिनय की चर्चा अभी से हो रही है। कौन जाने अगले साल का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी कंगना रनौत के नाम रहे।
बहरहाल, आज राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार पा कर कंगना सचमुच खुश होंगी। विकास बहल निर्देशित 'क्वीन' की रीढ़ सही मायनों में कंगना ही थी। उन्होंने अपने करैक्टर को जीवंत कर दिया। यह फिल्म कंगना रनौत की ज़बरदस्त अभिनय प्रतिभा का आईना हैं। इस पुरस्कार की दावेदारी मैरी कॉम की प्रियंका चोपड़ा भी कर रही थी। इसमे कोई शक नहीं कि प्रियंका ने मैरी कॉम के किरदार के लिए कड़ी मेहनत की थी, लेकिन स्वभाविकता और सहजता के लिहाज़ से क्वीन की कंगना रनौत की फिक्शनल करैक्टर रानी, प्रियंका चोपड़ा के रियल करैक्टर मैरी कॉम पर भारी पड़ गई। यह उनका दूसरा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है। इसके पहले वह फिल्म फैशन के लिए श्रेष्ठ सह-अभिनेत्री का ५६वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकी हैं। इत्तेफ़ाक़ की बात यह है कि जिस प्रियंका चोपड़ा के साथ वह इस साल श्रेष्ठ अभिनेत्री की दावेदारी कर रही थी, उसी प्रियंका चोपड़ा ने फैशन के लिए श्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। कंगना रनौत क्वीन के लिए फिल्मफेयर का श्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। इस साल रिलीज़ होने वाली कंगना रनौत की दो फिल्मों कट्टी बट्टी और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में उनके अभिनय की चर्चा अभी से हो रही है। कौन जाने अगले साल का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी कंगना रनौत के नाम रहे।
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