Wednesday 22 March 2017

बॉलीवुड के लिए ज़रूरी नहीं शादी से बच्चा !

करण जौहर भी पापा जौहर बन गए।  उन्होंने सरोगेसी के ज़रिये जुडवा बच्चों- एक लड़का और के लड़की- को जन्म दिया है ।  करण जौहर ने बेटे का नाम अपने पिता के नाम पर यश और बेटी का नाम  माँ हीरू के नाम को उलट कर रूही रखा है।  इससे पहले तुषार कपूर ने भी शादी करने के बजाय सरोगेसी के ज़रिये एक बच्चे को जन्म दिया। तुषार के माता पिता ने भी तुषार के इस निर्णय का समर्थन किया। इस लडके का नाम लक्ष्य रखा गया है।  लेकिन, करण जौहर और तुषार कपूर पहले बॉलीवुड सेलब्रिटी नहीं है, जिन्होंने इस तरह से बच्चे पैदा किये या गोद लिए।  अलबत्ता इन दोनों ने बिना शादी किये ही बच्चे पैदा किये।  आइये जानते हैं कि ऐसी कौन सी सेलिब्रिटी हैं, जिन्होंने शादी के अलावा अन्य ज़रिये से बच्चे प्राप्त किये -
इन्होंने भी लिया कृत्रिम गर्भाधान का सहारा 
हिंदी फिल्मों की कोरियोग्राफर और फिल्म निर्देशक फराह खान ४३ साल की उम्र में माँ बनी।  फराह खान ने २००४ में फिल्म निर्देशक, संपादक और पटकथा लेखक शिरीष कुंदर से विवाह किया था।  उन्होंने २००८ में एक साथ तीन बच्चों- लडके ज़ार और बेटी दिव्या और अन्या को जन्म दिया।  फराह के इन तीनों बच्चों का जन्म  आईवीएफ तकनीक से गर्भाधान करवा कर ही संभव हो सका।  फराह खान ने मज़ाकिया लहज़े में कहा भी था, "नो पिज़्ज़ा मैन हैज डेलिवर्ड देम। " आमिर खान ने दो हिन्दू लड़कियों से निकाह किया।  १९८६ में पहली पत्नी रीना दत्ता से आमिर खान को दो बच्चे जुनैद (बेटा) और इरा (बेटी) है।  आमिर ने २००२ में रीना को तलाक़ दे दिया।  उन्होंने २००५ में एक असिस्टेंट डायरेक्टर किरण राव के साथ २००५ में निकाह किया।  किरण ने २०११ में आईवीएफ सरोगेसी के ज़रिये एक बेटे को जन्म दिया।  इस बच्चे का नाम आज़ाद राव खान रखा गया है।
शाहरुख़ खान ने अपनी बचपन की दोस्त गौरी छिब्बर के साथ १९९१ में शादी की थी।  इन दोनों के दो जैविक बच्चे आर्यन (१९९७)और सुहाना (२०००) हैं।  इसके बावजूद शाहरुख़ खान और गौरी ने २०१३ में सरोगेसी के ज़रिये एक और बेटे को जन्म दिया।  इस बच्चे का नाम अबराम रखा गया है।
शादी के बाद गोद लिया
फिल्म डायरेक्टर निखिल अडवाणी ने अपनी कॉलेज की दोस्त सुपर्ण गुप्ता से प्रेम विवाह किया था।  इन दोनों ने एक लड़की केया को गोद ले रखा है।  एक्टर समीर सोनी और नीलम कोठारी की पहली शादी असफल  हो गई थी।  इन दोनों ने २०११ में विवाह कर लिया।  इस जोड़े ने बच्चे के लिए इंतज़ार करने के बजाय एक लड़की (आहना) को गोद ले लिया।  डायरेक्टर दिबाकर  बनर्जी और उनकी पत्नी ऋचा की इच्छा थी कि उनके एक बेटी हो।  इसलिए  दोनों  ने अनाथालय से एक लड़की को गोद ले लिया।  सुभाष  घई के प्रोडक्शन हाउस को सम्हालने वाली लड़की मेघना, सुभाष घई और रेहाना घई की गोद ली हुई बेटी हैं।
शादी से पहले ही बनी माँ
अभिनेत्री रवीना टंडन ने २००४ में फिल्म वितरक अनिल थडानी से शादी की थी।  लेकिन, रवीना टंडन इस शादी से काफी पहले माँ बन चुकी थी।  उन्होंने १९९५ में दो बच्चियों छाया (११ साल) और पूजा (८ साल) को गोद ले लिया था।  अनिल से शादी के बाद रवीना टंडन के दो बच्चे बेटी राशा और बेटा रणबीरवर्द्धन हुए।  पिछले साल रवीना टंडन की पहली बेटी छाया की शादी एक कैथोलिक  लडके के साथ हुई।  मिस यूनिवर्स १९९४ सुष्मिता सेन ने भी बिन ब्याही माँ का उदाहरण पेश किया।  उन्होंने २५ साल की उम्र में एक लड़की रेनी को सन २००० में गोद लिया।  इस माँ यूनिवर्स ने २०१० में फिर एक तीन महीने की लड़की को गोद लिया।  इस लड़की का नाम अलीशा रखा गया।
बच्चों के बाद भी एक बच्चा 
बॉलीवुड फिल्म पटकथा लेखक सलीम खान ने १९६४ में सुशीला चरक से शादी की थी।  इस शादी से उनके तीन बेटे सलमान खान, अरबाज़ खान और सोहैल खान तथा एक बेटी अलवीरा खान पैदा हुई।  सलीम खान ने फुटपाथ में मर गई एक औरत की बच्ची को गोद लिया तथा इसे अपने बच्चों की तरह पाला पोसा और  नाम दिया।  इस लड़की का नाम अर्पिता खान रखा।  पिछले साल अर्पिता  की शादी शादी हिमांचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सुखराम के बेटे के साथ हुई।  इसी प्रकार से, सलीम खान के बेटे सोहैल खान ने १९९८ में फैशन डिज़ाइनर सीमा सचदेव से शादी की। २००१ में इस जोड़े के घर के लडके निर्वाण का जन्म हुआ।  दस साल बाद इस जोड़े ने सरोगेसी के ज़रिये एक दूसरे लडके योहान को जन्म दिया।
राहुल बोस और प्रीटी जिंटा के दर्जनों बच्चे 
राहुल बोस और प्रीटी जिंटा को बच्चों से बेहद प्यार हैं।  इसके लिए इन दोनों  ने शादी कर बच्चे पैदा करने बजाय गोद लेने का रास्ता अपनाया।  राहुल बोस अंडमान एंड निकोबार आइलैंड में चैरिटी संगठन चलाते हैं।  उन्होंने इस द्वीप समूह के आधा दर्जन बच्चे गोद ले रखे हैं।  वह इन सभी को आंध्र प्रदेश के अच्छे स्कूलों में पढ़ा रहे हैं।  प्रीटी जिंटा ने ऋषिकेश के एक स्कूल के ३४ बच्चों को गोद ले रखा है।  वह इन सभी बच्चों का पूरा खर्च उठाती हैं।  समय समय पर वह इन बच्चों से मिलती भी रहती हैं।
इनके आँगन में नहीं गूंजी किलकारी 
बॉलीवुड के कुछ सेलिब्रिटी ऐसे भी हैं, जिन्हें शादी के बाद बच्चे नहीं हुए।   लेकिन, उन्होंने इसकी परवाह नहीं की।  इन जोड़ों ने न सरोगेसी  बच्चे पाने की कोशिश की, न किसी को गोद लिया।  दिलीप कुमार और सायरा बानू की जोड़ी एक ऎसी ही जोड़ी है।  दिलीप कुमार ने १९६६ में फिल्म अभिनेत्री सायरा बानू  से निकाह किया था।  परंतु ५१ साल बाद भी इनके कोई बच्चा नहीं है।  बताते चलें कि सायरा बानू उम्र में दिलीप कुमार से २२ साल छोटी हैं।  शबाना आज़मी और जावेद अख्तर ने  १९८४ में शादी की थी।  इन के भी कोई औलाद नहीं है।  शबाना आज़मी जावेद अख्तर के हनी ईरानी से बच्चों फरहान और ज़ोया को ही औलाद की तरह मानती हैं।  अनुपम खेर और किरण खेर ने १९८४ में शादी की थी।  इन दोनों की कोई औलाद नहीं है।  अलबत्ता किरण खेर की पहली शादी  (गौतम बेरी) से एक बेटा सिकंदर है।  स्वर्गीय मीना कुमारी ने १९५२ में उम्र में १५ साल बड़े फिल्मकार कमाल अमरोही से निकाह किया था।  मीना कुमारी को कमाल अमरोही से कोई संतान नहीं हुई। कहा जाता है कि कमाल अमरोही ने मीना कुमारी के साथ शादी इसी शर्त पर की थी कि उनके कोई बच्चा नहीं होगा।  किशोर कुमार और मधुबाला के भी कभी कोई बच्चा नहीं हुआ।  सभी जानते हैं कि मधुबाला को टीबी थी।  साधना और आरके नय्यर के भी कोई बच्चा नहीं हुआ।  आशा भोंसले और आरडी बर्मन की भी कोई औलाद नहीं हुई।  राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता अभिनेत्री रेहाना सुलतान और निर्देशक बीआर इशारा के भी कोई औलाद नहीं हुई।  

राजेंद्र कांडपाल 

Saturday 18 March 2017

कश्मीर की मुख्य मँत्री ने लांच किया फिल्म 'सरगोशियां' का ट्रेलर

जम्मू और कश्मीर की मुख्य मँत्री महबूबा मुफ्ती ने मुम्बई के जुहू स्थित होटल  जे डब्लू मेरियेट मे शुक्रवार को एक्टर  से डायरेक्टर -प्रोड्यूसर बने  इमरान  खान  की पहली फिल्म  'सरगोशियां' का ट्रेलर लांच किया। इस अवसर पर फिल्म की पूरी स्टारकास्ट फरीदा जलाल, इमरान  खान, सारा  खान, शाहबाज़  खान, इंद्रनील सेनगुप्ता, टॉम  आल्टर, अहसान  खान, खालिद  सिद्दकी और  अलोक  नाथसहित बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार .रणजीतपूनम  सिन्हा, सोहैल खान, रजामुराद, अकबर खान, किरण कुमार, कंचन अदिकारी, इन्दर कुमार, नरेंद्र झा, अंजू महेन्द्रू, गुड्डू  धनोआ, परमीत सेठी, दीप शिखा, लेख टंडन, शावर अली मौजूद थे। इमरान  खान की फिल्म  'सरगोशियां' की कहानी  कश्मीर और कश्मीरी लोगों की सादगी, गर्व और कश्मीरियत पर केंद्रित है। इस फिल्म को इमरान ने जम्मू और कश्मीर के सुदूर लोकेशन्स पर फिल्माया है। अपनी इस कहानी के माध्यम से कश्मीर की खूबसूरती के साथ वास्तविक कश्मीर को दिखने का प्रयास भी किया गया है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ दशको मे जम्मू और कश्मीर की परिस्थितियों की वजह से  लोग वहां जाने से कतराते हैं। इस फिल्म के माध्यमसे इमरान ने लोगों को कश्मीर के वास्तविक अस्तित्व को दिखाने की कोशिश की है। ट्रेलर लांच के दौरान इमरान ने कहा, "बतौर डायरेक्टर उनकी इस डेब्यू फिल्म की शूटिंग  के दौरान  जम्मू एंड कश्मीर टूरिज्म, जम्मू एंड कश्मीर सरकार, इंडियन आर्मी और जम्मू और कश्मीर के लोगों ने काफी मदद की। उन्होंने बताया कि उन्हें जम्मू और कश्मीर के सुदूर इलाकों में शूटिंग करने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।"  इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर कि मुख्यमंत्री महबूबा  मुफ़्ती काफी खुश नजर आ रही थी। एक पत्रकार द्वारा पूछे जाने पर कि अगर बॉलीवुड से किसी को जम्मू और कश्मीर का ब्रांड अम्बेसेडर बनाने कि बात हो और  आलिया भट्ट या दीपिका पादुकोण का नाम प्रस्तावित हो तो आप किसे पसंद करेंगी ? इस सवाल के जवाब में हँसते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि कोई हीरो भी हो सकता है। जब उनसे पूछा गया कि शाहरुख़ या सलमान, तो उन्होंने हंसते हुएकहा कि सलमान बेहतर चॉइस होंगे।  उन्होंने कहा आगे कहा, "पुरे मुल्कमें अगर लड़कियां कही सेफ जगह हैं तो वो जम्मू एंड कश्मीर है." अवसर पर महबूबा मुफ़्ती ने अपने दिवंगत पिता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद  को याद करते हुए कहा कि "पौने दो साल पहले वे यहाँ आये थे और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से भी मिले थे. वे चाहते थे कि जम्मूकश्मीर में जो सन्नाटा आ गया है उसे दूर करें."उनहोंने कहा कि उनके पिता कि इच्छा थी कि जम्मू और कश्मीर में बॉलीवुड के लोग फिर से पहले कि ही तरह फिल्मों कि शूटिंग के लिए आएं..उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वे यहाँ अपनेपिता कि उस इच्छा को पूरी करने के उद्देश्य से आयी हैं उन्होंने कहा कि वे यहाँ बॉलीवुड के लोगों से कश्मीर के सन्नाटे को दूर करने में मदद मांगने आयी हैं. इसअवसर पर सोहैल खान ने कहा कि कश्मीर भारत का ताज है, उन्हेंने कहा कि वे कश्मीर जा चुके हैं और उन्हें कश्मीर बहुत पसंद है,साथ ही उन्होंने कहा कि इमरान ने वहां जाकर फिल्म बनाई है,इसे देख कर और भी प्रोड्यूसर्स इंस्पायर्ड होंगे ,सोहैल खान ने कहा कि पहले वहां काफी फिल्मो कि शूटिंग होती थी औरआज भी होनी चाहिए। इस अवसर पर सोहैल ने अपनी इच्छा जताते हुए कहा कि वे भी कश्मीर में जाकर अपनी फिल्म कि शूटिंग करना चाहते हैं। 

मैरी पॉपिन्स की वापसी

पी एल ट्रैवर्स ने १९३४ से १९८८ के बीच बच्चों के लिए मैरी पोपिंस सीरीज की आठ किताबें लिखी थी।  १९६४ में वाल्ट डिज्नी ने इस पुस्तक को म्यूजिकल फंतासी कॉमेडी फिल्म की तरह पेश किया।  रॉबर्ट स्टीवेंसन निर्देशित इस फिल्म में अभिनेत्री जूली एंड्रूज ने मैरी पोपिंस का किरदार किया था।  इस संगीतमय फिल्म का संगीत शर्मन ब्रदर्स ने तैयार किया था।  मैरी पोपिंस लन्दन  के एक बर्बाद हो चुके बैंक्स परिवार में जा पहुंचती है।  वह अपनी शैली में इस परिवार को सुधारने का सफल प्रयस कराती है।  २७ अगस्त १९६४ को रिलीज़ इस फिल्म को बड़ी सफलता मिली थी।  इस फिल्म के निर्माण में पांच मिलियन डॉलर से कम खर्च हुए थे।  फिल्म अपनी इनिशियल रिलीज़ में ही ३३ मिलियन डॉलर का ग्रॉस कर ले गई थी।  इसका लाइफटाइम ग्रॉस १०२ मिलियन डॉलर है।  इस फिल्म को १९६५ के अकैडमी अवार्ड्स (ऑस्कर) में रिकॉर्ड १३ नॉमिनेशन मिले थे।  फिल्म ने मैरी पोपिंस यानि जूली एंड्रूज को बेस्ट एक्टर इन लीडिंग रोल का खिताब दिलवाया।  फिल्म ने फिल्म एडिटिंग, विसुअल इफेक्ट्स, बेस्ट ओरिजिनल सांग और स्कोर तथा बेस्ट अडॉप्टेशन के ऑस्कर मिले।  वाल्ट डिज्नी की यह इकलौती फिल्म थी, जो ऑस्कर की बेस्ट पिक्चर की श्रेणी में नामित हुई थी।  अब ५२ साल बाद मैरी पोपिंस के सीक्वल  मैरी पॉपिन्स की तैयारी शुरू हो गई है।  इस फिल्म की कहानी मैरी पॉपिन्स की कहानी से २५ साल बाद की कहानी होगी।  बैंक्स परिवार में दुखद घटना घट  चुकी है।  मैरी पॉपिन्स बैंक्स परिवार में खुशियों का संचार करने का एक और प्रयास करती है। रॉब मार्शल निर्देशित इस फिल्म में मैरी पॉपिन्स का किरदार एमिली  ब्लंट कर रही हैं।  फिल्म में पॉपिन्स की कजिन  टोप्सी का किरदार मेरील स्ट्रीप कर रही हैं।  कॉलिन फ़र्थ फिडेलिटी फिदूसरी बैंक के प्रेजिडेंट विलियम वेदरआल विल्किन्स का किरदार कर रहे हैं।  पिछले दिनों वाल्ट डिज्नी स्टूडियोज ने मैरी पॉपिन्स के किरदार में एमिली ब्लंट का चित्र जारी किया।  मैरी पॉपिन्स रिटर्न्स अगले साल क्रिसमस वीकेंड पर रिलीज़ होगी।

एडगर राइट का क्राइम, एक्शन म्यूजिकल 'बेबी ड्राइवर'

निर्देशक एडगर राइट   की नई फिल्म बेबी ड्राइवर एक क्राइम एक्शन म्यूजिकल फिल्म है।  एडगर के निर्देशन में यह विषय काफी अलग सा है।  एडगर राइट ने कॉरनेट्टो ट्राइलॉजी की फिल्मों शॉन ऑफ़ द डेड, हॉट फ़ज़्ज़ और द वर्ल्डस एन्ड तथा  सकॉट पिलग्रिम वर्सेज द वर्ल्ड  जैसी फिल्मों का निर्माण किया था, जिनमे कॉमेडी की हैवी डोज़ थी ।  कॉरनेट्टो  ट्राइलॉजी की आखिरी फिल्म द वर्ल्डस एन्ड २०१३ में रिलीज़ हुई थी।  इसके बाद एडगर को मार्वेल कॉमिक्स के सबसे छोटे सुपरह्यूमन अंट-मैन पर  फिल्म के निर्देशन की कमान सौंपी गई थी।  लेकिन, इस फिल्म से निकल जाने के बाद एडगर की फिल्मों के प्रशंसक दर्शकों  का इंतज़ार काफी लंबा हो चला था।  लेकिन अब दर्शकों का यह इंतज़ार सुखद आश्चर्य से भरा  साबित होगा।  उनकी फिल्म बेबी ड्राइवर एक ऐसे ड्राइवर की कहानी है, जो एक अपराधी गिरोह के सरगना के दबाव पर डकैती में हिस्सा लेने को मज़बूर है।  अब होता यह है कि यह डकैती ही असफल हो जाती है।  इस से बेबी ड्राइवर और उसकी प्रेमिका की ज़िन्दगी खतरे में पड़ जाती है।  इस फिल्म में सिमोन पेग और निक फ्रॉस्ट की एडगर राइट की प्रिय जोड़ी नहीं होगी।  लेकिन एडगर को जैमी फॉक्स और जॉन हैम जैसे अभिनेताओं के अलावा बेबी की भूमिका में अभिनेता एंसेल ऐलगॉर्ट और अपराधी सरगना के किरदार में केविन स्पेसी हैं।  यह फिल्म ११ अगस्त को रिलीज़ होगी।  देखिये फिल्म का ट्रेलर -

Wednesday 15 March 2017

धरती पर फिर बरसी प्राकृतिक आपदा

पृथ्वी पर खतरा बन रही प्राकृतिक आपदा को देखते हुए विश्व के तमाम नेता मिल कर यह तय करते हैं कि एक दूसरे से जुड़े सॅटॅलाइट का नेटवर्क बनाया जाये, ताकि किसी भी आपदा से देशों की रक्षा की जा सके।  लेकिन, होता उल्टा है।  अंतरिक्ष में बनाया गई सुरक्षा प्रणाली पृथ्वी पर हमलावर बन कर बरसने लगती है।  अब जिम्मेदार लोगों को समय से तेज़ दौड़ लगनी है ताकि सब कुछ ख़त्म होने से पहले दुनिया को बचाया जा सके। यह फिल्म जिओस्टॉर्म की कहानी है।  इंडिपेंडेंस डे के लेखक और निर्माता डीन डेवलिन इस फिल्म से बतौर निर्देशक डेब्यू कर रहे हैं।  फिल्म में ओलम्पस हैज फालेन और ३०० के अभिनेता जेरार्ड बटलर (एक वैज्ञानिक जैक), क्लाउड एटलस के जिम स्टर्जस (जैक के भाई मैक्स), लिमिटलेस की एब्बी कॉर्निश (सीक्रेट सर्विस एजेंट सारा), रश की अलेक्जेन्ड्रा मारिया लारा (आईएसएस की अंतरिक्ष यात्री उते फासबाइंडर), द मैन विथ द आयरन फिस्ट्स, वॉरक्राफ्ट: द बेगिनिंग के डेनियल वु (डच बॉय प्रोग्राम के सुपरवाइजर चेंग)के अलावा द गॉड फादर पार्ट ३ के एंडी गरसिया (प्रेसीडेंट पाल्म) और द ऑवरस, अपोलो १३ के एड हैर्रिस (सेक्रेटरी डेक्क्म) महत्वपूर्ण किरदार कर रहे हैं।  इस फिल्म को डीन डेवलिन के साथ पॉल गुयोत ने लिखा है।  यह फिल्म २० अक्टूबर को २ड़ी प्रभाव के अलावा ३ड़ी और आईमैक्स में रिलीज़ होगी।

फिर साथ आ सकते हैं वॉल्वरिन और प्रोफेसर एक्स

मार्वल कॉमिक्स की किताबों से एक करैक्टर डेडपूल पर फिल्म को अभूतपूर्व सफलता मिलेगी, इसके निर्माता स्टूडियोज ने सोचा तक न था।  मार्च में एक्स-मेन सीरीज की फिल्म लोगन रिलीज़ हुई थी।  इस फिल्म की रिलीज़ से पहले ह्यू जैकमैन ने ऐलान किया था कि लोगन उनकी आखिर एक्स-मेन सीरीज फिल्म होगी। इसी के बाद प्रोफेसर एक्स का किरदार करने वाले एक्टर पैट्रिक स्टीवर्ट ने भी आधिकारिक रूप से इस सीरीज से रिटायर होने का ऐलान कर दिया था।  लेकिन, वॉल्वरिन वर्सेस डेडपूल का ऐलान हुआ तो जैसे घडी उलटी दौड़ पड़ी।  जैकमैन ने कहा कि संभव है कि वह वेड विल्सन से दो दो हाथ करें।  इसी के बाद पैट्रिक विल्सन ने भी पुनर्विचार करने का ऐलान कर दिया। क्या वॉल्वरिन वर्सेस डेडपूल बनेगी? अगर ऐसा हुआ तो ह्यू जैकमैन और रयान रेनॉल्ड्स के साथ पैट्रिक विल्सन भी अपने २००० के किरदार में नज़र आएंगे।  वैसे जानकारों का कहना है कि अगर जैकमैन न भी लौटे तो पैट्रिक विल्सन डेडपूल २ या एक्स- फाॅर्स में से किसी फिल्म में कैमिया में अपने करैक्टर में नज़र आएं।   


बर्लिन की ढहती दीवार पर चार्लीज़ थेरॉन बनी एटॉमिक ब्लोंड

दो गर्मियों बाद, एक बार फिर हॉलीवुड अभिनेत्री चार्लीज़ थेरॉन खतरनाक अंदाज़ में नज़र आएंगी।  २०१५ में रिलीज़ फिल्म मैड मैक्स फ्यूरी रोड में चार्लीज़ थेरॉन ध्वस्त राष्ट्र में फैली अराजकता के बीच एक सैनिक इम्परेटर फ्यूरिओस के किरदार में लूटपाट और हत्या करती इम्मोरटन जोए की सेना को क्रूरता से कत्ल कर रही थी ।  अब डेविड लैच की बतौर स्वतंत्र निर्देशक पहली फिल्म (जॉन वीक का चाड स्टाह्लस्की के साथ निर्देशन) है।  यह फिल्म १९८९ के बर्लिन की है, जब बर्लिन की दीवार ढहाई जा रही थी।  ऐसे समय में एमआई ६ एजेंट लोरेन ब्रोटन को अराजकता की शिकार बर्लिन में खतरनाक जासूसी संस्था को ख़त्म करने में डेविड पेरसिवल की मदद करने के लिए भेजा जाता है।  इन दोनों के संबंधों में असहजता है।  इसके बावजूद इन्हें मिलकर मिशन को पूरा करना है।  फिल्म में जेम्स मैकवॉय ने डेविड पेरसिवल का किरदार किया है।
यह फिल्म अंटोनी जोह्न्स्टन के उपन्यास द कोल्डेस्ट सिटी पर आधारित है।  थेरॉन के इस करैक्टर को केवल आटोमेटिक गन से फायरिंग नहीं करनी है।  बिना अस्त्र-शस्त्र के भी  मार्शल आर्ट्स के सहारे युद्ध करना है।  इसके लिए थेरॉन ने कड़ी मेहनत की है।  उन्होंने लैच और उनकी लड़ाकों की टीम के साथ तीन महीने तक लगातार चार से पांच घंटे तक युद्धाभ्यास किया ।  लैच कहते हैं, "उन्होंने (चार्लीज़ थेरॉन ने) कॉम्बैट सीन्स के लिए मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स सीखी। कई हमलावरों का सामना करना सीखा । इसमें उन्हें छलांग लगा कर पीठ के बल ज़मीन पर गिरते और एक आदमी को अपने सर से ऊपर फेंकते दिखाया गया है।" थेरॉन कहती हैं,"ईमानदारी से कहूँ तो मेरे नितंबों पर रोज ही चोट लगी है।  मेरे दो दांत में मुंह के अंदर घुस गए।  मुझे बड़ी डेंटल सर्जरी करानी पड़ी।" एटॉमिक ब्लोंड २८ जुलाई को रिलीज़ होगी।