Sunday 6 November 2022

बॉलीवुड के स्टारडम की परीक्षा!


अब २०२२ समाप्त होने में मात्र कुछ  सप्ताह शेष रह गए है।  पर बॉलीवुड की फ़िल्में और इसके सितारों का कथित स्टारडम संकट में दिखाई देता है।  अक्षय कुमार
, अजय देवगन और आमिर खान की फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिरी है।  अधिकतर फिल्में अपनी लागत तक वापस कर पाने में असमर्थ रही है।  हालाँकि, यह आशा की जा रही थी कि बॉलीवुड के बड़े सितारों की बड़े बजट की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर दर्शक खींच ला पाएंगी।  क्योंकि, दक्षिण के तमाम  सितारे हिंदी बेल्ट पर अपनी डब फिल्मों के कारण छाये हुए थे।





वाशआउट फ़िल्में- बॉलीवुड और उसके स्टार सिस्टम को आशा और अपेक्षा है नवंबर माह में प्रदर्शित होने वाले फिल्मों से ।  जब तक यह लेख प्रकाशित होगा, ४ नवंबर को फ़ोन भूत, डबल एक्स एल, बनारस, शाकुंतलम, मिली, रामराज्य और धुप छाव रिलीज़ हो चुकी होंगी।  इनमे से कोई फिल्म सफल होगी, इस पर संदेह करने के कई कारण हैं।  क्योंकि, यह अधिकतर फिल्में छोटे बजट की कम नामचीन कलाकारों वाली फिल्में हैं या इनमे बॉक्स ऑफिस पर कोई पकड़ न रखने वाले बॉलीवुड के सितारे सफलता की तलाश में हाथपैर मार रहे है।  यह फ़िल्में केवल इस कारण सिनेमाघरों में स्क्रीन पाना चाहती है, क्योंकि, ओटीटी के नए नियमों के अनुसार, थिएटर पर  प्रदर्शित हो चुकी फिल्मों को ही प्लेटफार्म दिए जाएंगे। अर्थात हिंदी बेल्ट में वाशआउट फिल्मों का सप्ताह।




फिर भी अपेक्षाएं - नवंबर की वॉशआउट शुरुआत होने के बाद भी, बॉलीवुड को नवंबर में प्रदर्शित होने जा रहे शेष फिल्मों से आशा और अपेक्षा है।  अपेक्षा कि यह बढ़िया व्यवसाय करेंगी, आशा यह कि बॉलीवुड की स्टार पावर अपनी शक्ति दिखा पाएगी।




सात फ़िल्में- इस शुक्रवार अर्थात ११ नवंबर को भी फिल्मों की भीड़ है।  ११ नवंबर को ७ फिल्में प्रदर्शित हो सकती है।  इन सात फिल्मों के नाम थाई मसाज, ऊँचाई, राकेट गैंग, मिस्टर मम्मी, यशोदा, बाल नरेन और मोनिका माय डार्लिंग (यह फिल्म ओटीटी पर स्ट्रीम होगी) हैं।  क्या इन फिल्मों को दर्शक देखने घर से निकलेगा ? गजराज राव और दिव्येंदु शर्मा की फिल्म थाई मसाज का हास्य बड़ा खुरदुरा और कमोबेश अश्लील है।  डांस कोरियोग्राफर बोस्को मार्टिस की फिल्म राकेट गैंग के नर्तक आदित्य सील और निकिता दत्ता हैं।  अभी इस फिल्म का कोई गीत सुना हुआ नहीं है।  तब दर्शक क्यों इन नर्तकों को देखने जाएगा ! बाल नरेन, प्रधान मंत्री पर फिल्म है।  पर दर्शक मिलेंगे ! कहना आसान नहीं होगा।




साइंस फिक्शन यशोदा - इस सप्ताह प्रदर्शित जिन फिल्मों पर आस लगाई जा सकती है, उनमे से एक यशोदा हिंदी में डब तेलुगु फिल्म है।  इस नायिका प्रधान साइंस फिक्शन एक्शन थ्रिलर फिल्म की नायिका पुष्पा द राइज की ऊ ऊ गर्ल सामंता रुथ प्रभु है।  हिंदी दर्शक उन्हें अच्छी तरह से पहचानते है।  इसलिए, यह फिल्म मौखिक प्रशंसा के बल पर दर्शकों को आकर्षित कर सकती है। यो नहीं साइंस  फिक्शन थ्रिलर फिल्में का दर्शक अच्छी संख्या में है।




आदमी बना मम्मी - मिस्टर मम्मी, २००३ में प्रदर्शित फिल्म तुझे मेरी कसम से फिल्मों में प्रवेश पाने वाली रितेश देशमुख और जेनेलिया डिसौज़ा देशमुख की कॉमेडी शैली में फिल्म है। परन्तु, इस फिल्म का ट्रेलर प्रभावित कर पाने में असमर्थ रहता था।  इस फिल्म का निर्देशन मुज़फ्फर अली और सुहासनी अली के बेटे शाद अली ने किया है. क्या एक व्यक्ति के अपनी पत्नी के साथ गर्भवती हो जाने के अजीबोगरीब कथानक पर इस फिल्म के लिए दर्शक है ?




अमिताभ बच्चन की ऊंचाई - ऊंचाई फिल्म से, बॉलीवुड के स्टार पॉवर की परीक्षा होगी। दोस्ती पर आधारित इस फिल्म में अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में है।  उनके दोस्तों की भूमिका में अनुपम खेर, बोमन ईरानी, डैनी डैंग्जोप्पा, नीना गुप्ता और सारिका है।  इस फिल्म की एक अन्य स्टार पावर इसके निर्देशक सूरज बड़जात्या है।सलमान खान को स्टार बनाने वाली फिल्म मैंने प्यार किया से अपने फिल्म निर्देशक का प्रारम्भ करने वाले सूरज बड़जात्या पहली बार अमिताभ बच्चन को निर्देशित कर रहे है। अमिताभ बच्चन की पिछली फिल्म गुड न्यूज़ निर्माताओं के लिए बैड न्यूज़ साबित हुई थी। क्या ऊंचाई अमिताभ बच्चन के कद के अनुरूप ऊंचाई छू पाएगी ?





दो सितारा फिल्में- बॉलीवुड के स्टारडम की वास्तविक और कड़ी परीक्षा होगी १८ नवंबर और २५ नवंबर को प्रदर्शित होने वाली दो फिल्मों से। यह परीक्षा इस लिए भी कड़ी होगी, क्योंकि, यह दोनों फ़िल्में एकल फिल्म के रूप में बॉक्स ऑफिस पर होंगी।  अर्थात इनका कोई प्रतिस्पर्द्धी नहीं होगा। यदि यह फिल्म चली तो इसका सारा श्रेय इन के नायकों को मिलेगा, यदि नहीं चली तो पूरा दोष बीच इन्ही अभिनेताओं के स्टारडम का होगा। 





रीमेक दृश्यम २ - नवंबर के अंतिम दो शुक्रवारों में प्रदर्शित होने वाली दो फिल्मों में पहली १८ अप्रैल को प्रदर्शित होने वाली दृश्यम २ है। कुमार मंगत पाठक के बेटे अभिषेक पाठक निर्देशित पहली हिंदी फिल्म दृश्यम २, मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल की हिट थ्रिलर फिल्म दृश्यम २ की हिंदी रीमेक है। इस फिल्म में हिंदी दृश्यम के अजय देवगन ही प्रमुख भूमिका कर रहे है।  अजय देवगन की पिछली कॉमेडी फिल्म थैंक गॉड, दिवाली पर प्रदर्शित ओने के बाद भी बुरी तरह से मार खाई थी। थ्रिलर फिल्मों से दर्शकों को आकर्षित करने वाले अजय देवगन, दृश्यम ३ दर्शकों को आकृष्ट कर पाएंगे ?




बॉलीवुड का भेड़िया मानव - इस समय सबसे अधिक चर्चित हो रही है वरुण धवन की भेड़िया बन जाने वाले मानव पर केंद्रित फिल्म भेड़िया २५ नवंबर को प्रदर्शित हो रही है। इस फिल्म में ट्रेलर ने दर्शकों की प्रशंसा बटोरी है। वरुण धवन की हिम्मत की भी दाद दी जा रही है।  वह फिल्म में भेड़िया बन जाने वाले युवक की भूमिका में है। यह फिल्म अपने अच्छे वीएफएक्स के कारण दर्शकों की बहुप्रतीक्षित फिल्म बन गई है। क्या यह फिल्म नवंबर में हिट होने वाली फिल्म बन पाएगी?





खुद को दोहराएगा इतिहास ! - क्या होगा नवंबर में ? बॉलीवुड के सितारों की विजय होगी ? क्या ऊंचाई, दृश्यम २ और भेड़िया में से कोई या सभी हिट-सुपरहिट होंगी ? इन सवालों का उत्तर तो भविष्य के गर्भ में है।  पर अतीत से कोई अनुमान लगाया जा सकता है।  यह अनुमान सबसे अच्छा पिछले साल नवंबर में प्रदर्शित फिल्मों से लगाया जा सकता है। क्योंकि, २०२१ बॉलीवुड के लिए सबसे खराब समय था।  इसके बावजूद अक्षय कुमार की एक्शन फिल्म सूर्यवंशी हिट हुई थी। इस फिल्म के हिट होने से नवंबर में प्रदर्शित फिल्मों के हिट होने का अनुमान किया जा सकता है।  पर थोड़ा रुके। नवंबर २०२१ में सिर्फ सूर्यवंशी ही प्रदर्शित नहीं हुई थी।  इस महीने सलमान खान की फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ, जॉन अब्राहम की फिल्म सत्यमेव जयते २ और यश राज फिल्म्स की फिल्म बंटी और बबली २ भी प्रदर्शित हुई थी। यह सभी फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर पानी तक नहीं मांग सकी थी। क्या २०२१ का इतिहास, २०२२ में भी दोहराया जाएगा ?


आदिपुरुष की रिलीज़ टलने के अर्थ



आगामी वर्ष २०२३ की मकर संक्रांति को प्रदर्शित होने जा रही, मर्यादा पुरुषोत्तम राम के जीवन पर फिल्म आदिपुरुष अब १२ जनवरी २०२३ को प्रदर्शित नहीं होगी. यह फिल्म किस तिथि को प्रदर्शित की जायेगी, इसकी घोषणा अभी नहीं हुई है. पर निर्माता आदिपुरुष को गर्मियों में प्रदर्शित करना चाहते है. फिल्म कब प्रदर्शित हो, यह निर्माताओं का निर्णय होना चाहिए. पर प्रश्न यह है कि प्रभास के साथ तथा तानाजी द अनसंग वारियर जैसी फिल्म बनाने वाले निर्देशक ओम राउत की राम पर धार्मिक फिल्म को राम के नाम पर भी भरोसा क्यों नहीं लगा? क्या इस लिए कि संक्रांति के सप्ताह में दो तमिल और दो तेलुगु फ़िल्में प्रदर्शित होने जा रही हैं, जो न केवल तमिल और तेलुगु में भी प्रदर्शित की जा रही प्रभास की फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन प्रभावित करेंगी. बल्कि हिंदी में डब किये जाने के कारण हिंदी पेटी के व्यवसाय को भी प्रभावित करेंगी? कदाचित यह कारण हो सकते हैं. पर सबसे बड़ा कारण फिल्म के टीज़र के जारी होने के बाद, आदिपुरुष को मिली नकारात्मक प्रतिक्रिया है. दर्शकों को इस फिल्म के विशेष प्रभाव कही से भी एक धार्मिक फिल्म के अनुरूप नहीं लगे. फिल्म के कलाकारों के वस्त्र और भावभंगिमाएँ दर्शकों को अखरी. राम पर फिल्म हिन्दू दर्शकों को आकर्षित का सकती थी. परन्तु, इतनी नकारात्मक प्रतिक्रिया के बाद, फिल्म पर विपरीत प्रभाव पड़ना ही था. हालाँकि, फिल्म के निर्माताओं ने अपने पेड पत्रकारों के माध्यम से बड़े परदे पर आदिपुरुष के प्रभाव की भरपूर प्रशंसा करवाई. पर कलाकारों के मेकअप गेटअप और कुरूप पर कुछ नहीं कहलवा सके. कदाचित इसीलिए फिल्म को टाला गया. समाचार तो यहाँ तक है कि फिल्म के वीएफएक्स पर फिर से काम किया जा रहा है. पर अशुभ तो घट ही गया है.

Thursday 3 November 2022

पुनीत राजकुमार को याद कर भावुक हुए एनटीआर जूनियर


यह एक सर्वविदित तथ्य है कि कॉमन मैन, एनटीआर जूनियर एक निष्ठावान पति, श्रेष्ठ पिता और सबसे बढ़कर एक आदर्श मित्र हैं। उन्हें हाल ही में स्वर्गीय श्री पुनीत राजकुमार को 'कर्नाटक रत्न पुरस्कार' की प्रस्तुति में भाग लेने के लिए और मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बसवराज बोम्मई ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान दिवंगत एक्टर को याद करते हुए एनटीआर जूनियर की आंखें भर आईं।




एनटीआर जूनियर अपने दिवंगत मित्र श्री पुनीत राजकुमार को याद करते हुए भावुक हो गए और उन्होंने कहा, "यदि कोई राजा है जिसने केवल अपने किरदार और मुस्कान से, बिना अहंकार के और अहंकारी हुए बिना, बग़ैर युद्ध किए राज्य जीत लिया है, तो वह एकमात्र श्री पुनीत राजकुमार है। वह कर्नाटक के महान सुपरस्टार, एक महान पुत्र, एक महान जीवनसाथी, एक महान मित्र, एक महान पिता, एक शानदार अभिनेता, एक डाँसर, एक गायक और, सबसे महत्वपूर्ण बात, एक महान इंसान थे। मैंने उनसे बड़ी मुस्कान कभी नहीं देखी।आज उन्हें कर्नाटक रत्न मिल रहा है, लेकिन मेरी राय में, और कृपया मुझे गलत न समझें, पुनीत राजकुमार कर्नाटक रत्न के प्रतीक हैं।"




इसके अतिरिक्त, अभिनेता ने कहा कि वह अपनी उपलब्धियों के कारण नहीं, बल्कि श्री पुनीत राजकुमार के एक गर्वित मित्र के रूप में मंच पर थे। एनटीआर जूनियर ने खुले हाथों से उनका अभिवादन करने और उन्हें इस तरह के एक प्रतिष्ठित अवसर का हिस्सा बनाने के लिए कर्नाटक सरकार का आभार व्यक्त करने के लिए मंच पर कदम रखे। अभिनेता ने कन्नड़ कांतिरवा श्री डॉ. राजकुमार सर के पूरे परिवार को भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने उन्हें अपना माना, न कि दूसरे राज्य के अभिनेता के रूप में।

Sunday 30 October 2022

बॉलीवुड फिल्में : आपातकाल, इंदिरा गाँधी, सिख हत्याकांड

नेटफ्लिक्स के लिए, अली अब्बास ज़फर निर्देशित फिल्म जोगी, १९८४ के उन सिख दंगों की पृष्ठभूमि में है, जो तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी की ह्त्या के बाद, दिल्ली तथा देश के दूसरे क्षेर्त्रों में प्रारंभ हुए थे. इनमे सैकड़ों निर्दोष सिखों को अपनी जाने गंवानी पड़ी थी. इस फिल्म में शीर्षक भूमिका में दिलजीत दोसांझ है. ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर जोगी को मिली जुली प्रतिक्रिया मिल रही है.




दिलजीत की पहली फिल्म - पर जोगी अकेली फिल्म नहीं, जो इंदिरा गाँधी हत्याकांड पर है. ऎसी बहुत सी कुछ फ़िल्में बनी है, जो विवादित हुई. इनमे से कुछ सफल हुई, कुछ असफल. पर फ़िल्में बनने का सिलसिला बना रहा. १९८४ के दंगों पर फिल्म जोगी, दिलजीत दोसांझ की पहली फिल्म नहीं, जो १९८४ में हुए इंदिरा गाँधी हत्याकांड के बाद के सिख विरोधी दंगों पर केन्द्रित है. दोसांझ की २०१४ में प्रदर्शित फिल्म पंजाब १९८४ में इंदिरा गाँधी हत्याकांड के बाद सिखों पर ज्यादतियों और पुलिस की एकतरफा कार्यवाही का चित्रण हुआ था. इस फिल्म में किरण खेर ने एक माँ की भूमिका की थी. पंजाब १९८४ के निर्देशक अनुराग सिंह थे. पर यह पंजाबी फिल्म थी.




पहली फिल्म हवाएं - १९८४ के कथानक पर, पहली फिल्म हवाएं थी. इसे पंजाबी फिल्म अभिनेता और निर्देशक अमितोज मान ने बनाया था. इस फिल्म में अमितोज मान के अतिरिक्त बब्बू मान और माही गिल प्रमुख भूमिकाओं में थे. यह फिल्म पंजाबी और हिंदी में बनाई थी. समीक्षक इस फिल्म को सर्वाधिक सत्यापित फिल्म बताते है. यह फिल्म २००३ में प्रदर्शित हुई थी. हॉट स्टार से स्ट्रीम सीरीज ग्रहण का निर्माण शैलेन्द्र कुमार झा ने किया था. यह सीरीज सत्य व्यास के उपन्यास चौरासी पर थी. इस सीरीज में ऑपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गाँधी हत्याकांड और फिर सिख विरोधी दंगों का विस्तार से वर्णन किया गया था. इस सीरीज में पवन मल्होत्रा, जोया हुसैन, अंशुमान पुष्कर और वामिका गब्बी प्रमुख भूमिका में थे. दिलजीत दोसांझ की फिल्म पंजाब १९८४ के बाद, २०१६ में शिवाजी लोटन की हिंदी फिल्म ३१ अक्टूबर प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म की कहानी भी १९८४ में इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद से प्रारंभ होती थी. सोहा अली खान, वीर दास, लखविंदर सिंह लक्खा और प्रीतम कांगने की प्रमुख भूमिका वाली यह फिल्म कुछ नया दे पाने में असफल हुई थी. इसी साल प्रदर्शित आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्डा का मुख्य चरित्र लाल सिंह भी १९८४ के दंगों की त्रासदी का सामना करता है.




विवादित फिल्में - शोनाली बोस द्वारा अपने ही उपन्यास पर बनाई गई फिल्म अमु, विदेशी फिल्म मेलों में तो दिखाई गई, लेकिन भारत में यह फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी. इस फिल्म के निर्माण में निरंतर बाधाएं आती रही. निर्माता फिल्म निर्माण से हाथ खींचते रहे. इसके बाद, जब यह फिल्म सेंसर के पास गई तो इस ६ कट्स के बाद भी बालिगों के लिए वाला प्रमाणपत्र दिया गया. इस फिल्म को डीवीडी पर सीधे रिलीज़ कर दिया गया. निर्माता रविंदर राव की पंजाबी फिल्म कौम दे हीरे, इंदिरा गाधी की हत्या को उचित बताने वाली और उनके हत्यारों सतवंत सिंह, बेंत सिंह और केहर सिंह का महिमा मंडन करने वाली फिल्म थी. इस फिल्म को सेंसर ने प्रमाणित करने से मना कर दिया था. परन्तु, बाद में दिल्ली उच्च न्यायलय के हस्तक्षेप के बाद फिल्म प्रदर्शित की गई. शशि कुमार की फिल्म काया तरन अंगद बेदी, सीमा विस्वास, आदि की उपस्थिति में भी कुछ विशेष प्रभाव नहीं डाल सकी. यह फिल्म चू चू का मुरब्बा अधिक साबित हुई.




बड़े परदे पर इंदिरा गाँधी - इंदिरा गांधी एक ऐसा राजनीतिक व्यक्तित्व थी कि उनका प्रभाव जन सामान्य पर बहुत अधिक था. तभी तो उनकी हत्या के बाद, सिखों के विरुद्ध आम जन का रोष उमड़ पडा और एक दर्दनाक हत्याकांड हो गया. ऊपर हमने १९८४ के इंदिरागांधी ह्त्या कांड और सिख विरोधी दंगों पर बनी फिल्मों का उल्लेख किया है. स्वाभाविक है कि ऐसे चरित्र पर भी कुछ फिल्में बनती. ऐसी फिल्में बनाई भी गई. पर यह अधिकतर फ़िल्में १९७५ के आपातकाल की पृष्ठभूमि पर ही है. हालाँकि, गुलजार की फिल्म आंधी इंदिरा गाँधी की काल्पनिक राजनीतिक यात्रा पर फिल्म थी. गुलजार ने फिल्म में आरती के गेटअप और घटानक्रम को  इंदिरा गाँधी से कुछ इतना मिलता जुलता रखा कि आपातकाल के दौरान फिल्म को बैन कर दिया गया. बाद में जनता पार्टी के शासन में आंधी पूनः प्रदर्शित हुई और बड़ी सफल फिल्म साबित हुई. इस फिल्म में संजीव कुमार के साथ आरती की भूमिका सुचित्रा सेन ने निबाही थी.




इंदिरा गाँधी की हमशक्ल - सलमान रुश्दी के उपन्यास पर आधारित दीपा मेहता की फिल्म मिडनाइट चिल्ड्रेन में इंदिरा गाँधी के कुशासन का चित्रण हुआ था. फिल्म में इंदिरा गाँधी की भूमिका सरिता चौधरी ने की थी. मध्रू भंडारकर की फिल्म इंदु सरकार १९७५ के आपातकाल पर फिल्म थी. इस फिल्म नें सुप्रिया विनोद के इंदिरा गाँधी की भूमिका बखूबी की थी. सुप्रिया विनोद, कदाचित ऎसी इकलौती अभिनेत्री है, जिन्होंने एनटीआर के जीवन पर फिल्म कथानायाकुडू और इसके सीक्वल एनटीआर महानयाकुडू में भी इंदिरा गाँधी की भूमिका की थी. इसी प्रकार से अवंतिका अचरेकर को भी इंदिरा गाँधी से शक्ल मिलने का लाभ नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ठाकरे और रणवीर सिंह की भारत के पहला विश्व कप क्रिकेट जीतने के कथानक पर फिल्म ’८३ में इंदिरा गाँधी की भूमिका करने के रूप में मिला.



अनाम फ्लोर का नाम - अभिनेत्री फ्लोरा जैकब को कोई तब तक नहीं पहचानता था, जब तक उन्होंने निर्देशक राज कुमार गुप्ता की थ्रिलर फिल्म रेड में इंदिरा गाँधी की छोटी भूमिका नहीं कर ली. इस फिल्म के बाद, फ्लोरा को कंगना रानौत की जयललिता बीओपी फिल्म थालैवी में भी इंदिरा गाँधी की भूमिका करने का अवसर मिला. इसी प्रकार से, नरेन्द्र मोदी के जीवन पर फिल्म पीएम नरेन्द्र मोदी में इंदिरा गाँधी की भूमिका किशोरी शहाने के की थी. २०२१ में प्रदर्शित अक्षय कुमार की स्पाई थ्रिलर फिल्म बेल बॉटम में लारा दत्ता ने इंदिरा गाँधी को परदे पर जीवंत कर पर्याप्त प्रशंसा बटोरी. अजय देवगन की फिल्म भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया का कथानक १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध पर था. इसलिए फिल्म में इंदिरा गाँधी का चरित्र होना ही था. फिल्म में यह संक्षिप्त भूमिका नवनी परिहार ने की थी.




अब कंगना की इमरजेंसी - अब एक बार पूनः इंदिरा गाँधी और आपातकाल चर्चा में है. थालैवी कंगना रानौत निर्देशित फिल्म इमरजेंसी का कथानक १९७५ का कुख्यात आपातकाल ही है. इस फिल्म में आपातकाल और उस दौर में जनता पर हुए अत्याचार का चित्रण किया जायेगा. फिल्म मे इंदिरा गाँधी की भूमिका केंद्र में होगी. इसलिए इस चरित्र को स्वयं कंगना रानौत कर रही है. इस फिल्म में दर्शकों को तत्कालीन राजनीति के कई परिचित चेहरे, परिचित बॉलीवुड कलाकार करते दिखाई देंगे.

कुछ बॉलीवुड की ३० अक्टूबर २०२२

यशोदा भी सामंता - तेलुगु फिल्म अभिनेत्री सामंता प्रभु की फिल्म यशोदा का कथानक दिलचस्प है. इस फिल्म में सामंता एक गर्भवती महिला यशोदा की भूमिका कर रही है, जिसे डॉक्टरों की सलाह है कि वह अपना स्वस्थ्य ठीक रखने के लिए अपने मानसिक और शारीरिक संतुलन के लिए कुछ दिशा निर्देशों का पालन करे. परन्तु, परिस्थितियां कुछ ऎसी बनती है कि यशोदा को अपने शारीरिक स्वास्थ्य को दांव पर लगा कर खतरा मोल लेना पड़ता है. लेखक निर्देशक हरी-हरीश की साइंस फिक्शन तेलुगु और तमिल भाषा में साथ साथ शूट की गई फिल्म यशोदा को हिंदी, कन्नड़ और मलयालम भाषाओँ में भी प्रदर्शित किया जाएगा. इस लिहाज से हिंदी दर्शकों को सामंता का अनोखा रूप देखने को मिलेगा. क्योंकि, हिंदी दर्शकों का सामंता से हालिया परिचय पुष्पा द राइज की सेक्सी ऊ ऊ बोलेगा गर्ल से है. फिल्म यशोदा ११ नवम्बर २०२२ को प्रदर्शित हो रही है.




मजाक नहीं ! - बॉलीवुड के उद्यंड फिल्मकारों पर नकेल कसती जा रही है. इधर, जबसे बायकाट बॉलीवुड जैसे अभियानों ने बॉलीवुड को नुकसान पहुँचाया और अपने भगवानों का मजाक उड़ाने की कोशिशों का जिस प्रकार से हिन्दुओं ने विरोध किया है, बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं में भय पैदा हो गया है. वह किसी भी विवाद से बचना चाहते है. अजय देवगन की फिल्म थैंक गॉड और अक्षय कुमार की फिल्म राम सेतु इसका नवीनतम प्रमाण है. इन दोनों फिल्मों में हिन्दू देवी देवताओं का उल्लेख करने वाले संवादों और दृश्यों को बदल दिया गया है. संवादों में परिवर्तन करके प्रदर्शित किया जा रहा है. थैंक गॉड के चित्रगुप्त, अब सीजी कहलायेंगे. सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म में हनुमान जी को लड्डू देते हुए दृश्य को मजाक बनने से बचाने के लिए बेक शॉट में परिवर्तित करवा दिया है. राम सेतु पर भी सेंसर की कैंची ने ८ जगह अपना काम दिखाया है. संवाद कि क्योंकि तेरे डैड राम को नहीं मानते है में राम को श्रीराम में परिवर्तित कर दिया है. यह संवाद कि ‘यह देश राम के भरोसे चलता है, इस भरोसे को चुनौती कैसे दोगे’ को हटा दिया गया है. गोला बारी के दृश्य के चलते समय भजन जय श्री राम को हटा दिया गया है. एक अन्य संवाद श्री राम कौन से इंजीनियरिंग कॉलेज गए थे की जगह यह सब कौन से इंजीनियरिंग कॉलेज में पढाया जाता है कर दिया गया है.




दस दिनों में मात - किसी फिल्म की सफल में कथ्य की भूमिका कितनी अहम होती है, इसका अनुमान १४ अक्टूबर को प्रदर्शित दो फिल्मो तेलुगु फिल्म कान्तार का हिंदी संस्करण और बॉलीवुड की विशुद्ध हिंदी फिल्म डॉक्टर जी के बॉक्स ऑफिस पर पहले सप्ताह के व्यवसाय के तुलनात्मक अध्ययन से लगाया जा सकता है. कन्नड़ फिल्म सितारे रिषभ शेट्टी की फिल्म कान्तारा और आयुष्मान खुराना की फिल्म डॉक्टर जी आमने सामने प्रदर्शित हुई थी. ट्रेड पंडितों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार कान्तारा का पहला दिन १.२७ करोड़ का हुआ था. जबकि डॉक्टर जी ने तीन गुना से अधिक ३.८७ करोड़ का कारोबार किया था. शनिवार और रविवार डॉक्टर जी ने क्रमशः ३.२२ करोड़ और ५.९४ करोड़ का कारोबार किया. उधर कान्तारा ने भी दर्शकों में पकड़ बनाई. शनिवार और रविवार की कमाई २.७५ करोड़ और ३.५० करोड़ हुई. महत्वपूर्ण सोमवार से प्रारम्भ सप्ताह का पहला दिन था. डॉक्टर जी का कारोबार शुक्रवार की तुलना में गिर कर १.६४ करोड़ हुआ, जबकि कान्तार ने जोर मारा और इस फिल्म ने सोमवार को १.७५ करोड़ का कारोबार किया. इसके बाद, कान्तारा का कारोबार हर दिन के साथ बढ़ता ही चला गया. फिल्म ने अगले छः दिनों में १.९९ करोड़, १.९५ करोड़, ,९० करोड़, २.०५ करोड़, २.५५ करोड़ और २.६५ करोड़ का कारोबार किया. इस प्रकार से फिल्म ने दस दिनों में २२.२५ करोड़ का कारोबार कर डाला. ग्यारहवें दिन यानि दिवाली के दिन भी फिल्म ने १.९० करोड़ का कारोबार किया. उधर आयुष्मान खुराना की फिल्म डॉक्टर जी का कलेक्शन तुलनात्मक रूप से लगातार कम होता चला गया. इस फिल्म ने १.६५ करोड़, १.५७ करोड़, १.०२ करोड़, ०.९६ करोड़, १.४८ करोड़ और १.४१ करोड़ के कारोबार के साथ कुल २४.७६ करोड़ का कुल कारोबार किया. साफ है कि कथ्य के सहारे कान्तारा ने डॉक्टर जी को तीसरे दिन ही मात दे दी थी.




भेड़िया की स्त्री फ्लोरा ! - फ्लोरा सैनी की दो हिंदी फ़िल्में सबसे बड़ा बेईमान और ये है ग्रीन सिग्नल एक ही साल यानि २००० में प्रदर्शित हुई थी. लेकिन, यह फ़िल्में कब आई और कब चली गई, किसी को पता तक नहीं चला. २००४ में प्रदर्शित सोनू निगम की फिल्म लव इन नेपाल से फ्लोरा एक बार फिर चर्चा में आई. पर यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर लुढ़क गई. कोई डेढ़ दशक बाद, वह फिर हिंदी फिल्मों में सक्रिय होने का प्रयास करने लगी. पर फिल्म स्त्री में उनकी स्त्री की भूमिका को श्रद्धा कपूर के कारण चर्चा नहीं मिली. अलबत्ता इस फिल्म का लाभ फ्लोर को अवश्य मिल गया. वह २५ नवम्बर को प्रदर्शित होने जा रही वरुण धवन और कृति सेनन की फिल्म भेड़िया में २०१८ की स्त्री को पूनः करती दिखाई देंगी. भेड़िया, वरुण धवन की भेड़िया मानव भूमिका वाली फिल्म है. इस फिल्म में स्त्री की छोटी भूमिका से फ्लोरा सैनी को कितना बड़ा लाभ मिल पायेगा ? प्रतीक्षा करें भेड़िया की. 




कम दामों पर दृश्यम २ - इसे अभूतपूर्व कहा जाएगा. छुट्टियों के महीनों में बॉलीवुड की कोई फिल्म प्रदर्शित हो और उसकी प्रवेश दरों में २५-३० प्रतिशत की वृद्धि न हो, हो ही नहीं सकता था. तमाम खानों और देवगनो और कुमारों की फ़िल्में इसका प्रमाण है. पर इस बार दृश्य कुछ अलग है. दृश्यम २ को तक दर्शक बुलाने के लिए प्रवेश दरों में छूट देनी पड़ी है. अजय देवगन की सस्पेंस थ्रिलर फिल्म दृश्यम २ के दर्शकों को घटी दरों से लुभाया जा रहा है. २४ और २५ अक्टूबर को अजय देवगन और श्रिया सरन की १८ नवम्बर को प्रदर्शित होने जा रही फिल्म दृश्यम २ के टिकट खरीदने वाले दर्शकों को २५ प्रतिशत की छूट मिली. अर्थात जो टिकट १०० रुपये का था वह ७५ में, २०० का टिकट १५० में और ३०० का २२५ में मिला. क्या आपने उठाया इसका फायदा?




नायिकाओं का मेला चार नवम्बर को  - चार नवम्बर को बड़े परदे पर नायिकाओं का मेला लगा होगा. इस दिन प्रदर्शित होने वाली अधिकतर फिल्मों में नायिका की भूमिका विशेष और विशिष्ट है. इस दिन जाह्नवी कपूर की सर्वाइवल ड्रामा फिल्म मिली प्रदर्शित हो रही है. इस फिल्म में जाह्नवी कपूर का चरित्र मिली एक बड़े फ्रीजर में फंस जाता है. वह कैसे इस मुसीबत से छुटकारा पाती है, फिल्म का यही रोचक कथ्य है.इस फिल्म में सनी कौशल और मनोज पाहवा की भूमिकाये उल्लेखनीय है. दूसरी फिल्म कॉमेडी फिल्म है. सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी की फिल्म डबल एक्स एल  में यह दोनों अभिनेत्रियों भारी बदन वाली महिलाओं की कहानी है, जो फैशन और कमेंट्री के क्षेत्र में नाम कमाना चाहती है. फ़ोन भूत का भूत कैटरीना कैफ है. फिल्म में कई हास्य प्रसंग हंसाने वाले है. दूसरी फिल्म शाकुंतलम में ऋषि पुत्री शकुंतला और राजा दुष्यंत की प्रेम कहानी पर है. इस फिल्म में सामंता रुथ प्रभु शकुंतला की भूमिका कर रही है. इनके अतिरिक्त दो अन्य फिल्में बनारस और रामराज्य भी ४ नवम्बर को प्रदर्शित हो रही है.

Friday 28 October 2022

Happy Birthday Aditi Rao Hydari



As Aditi Rao Hydari turns a year old today, we cannot help but notice her remarkable and elegant personal style. Whether she is wearing a Eliya The Label bodycon dress to a style awards gala in Mumbai or a Sabyasachi sheer embroidered dress to the Cannes Film Festival, Aditi Rao Hydari proves that black really is the new black. She even slipped into a W for Woman Insta saree dress with gold details for an Instagram post to usher in the festive season in India, making it amply clear that she is sticking to the black outfit programme for now. In honor of her birthday, we visit her top five fashion moments this year:

 

 

 


1.
On the eve of Diwali, she wowed in a Manish Malhotra ebony silk sharara set with hand embroidered with vintage zari and flower scenic motifs.

 

 

 

 

 







2. 
She is not the one to play safe. She wowed everyone with a vintage Raw Mango saree at an event for Amazon Prime Video.

 

 

 

 

 

 

 





3.
She slayed in a black bodycon dress from Eliya The Label to a style awards in the city.

 

 

 

 

 








4.
She stunned in a sheer embroidered Sabyasachi dress at the Cannes Film Festival.

 

 

 

 

 








5.
She was seen taking a tour of the charming stone streets at Cannes in a little black dress with the shortest hem she has ever worn.

Disha Patani की बदलती दिशा!