Thursday, 5 September 2013

हिंदी फिल्मों में 'गुरु' महिमा



हिंदी फिल्मों में गुरु नाम  वाले केवल एक अभिनेता हुए गुरुदत्त. ९ जुलाई १९२५ को बेंगलुरु में जन्मे गुरुदत्त का नाम वसंत कुमार शिवशंकर पादुकोण था. उन्होंने बाजी, जाल, मिस्टर एंड मिसेज ५५, प्यासा और कागज़ के फूल जैसी फिल्मों का निर्देशन किया. वह एक संवेदनशील अभिनेता थे. १० अक्टूबर १९६४ को उन्होंने आत्महत्या कर ली.
२००७ में रिलीज़ मणिरत्नम की फिल्म गुरु ने  अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्य रॉय की अब तक ढाई अक्षर प्रेम के और उमराव जान जैसी फ्लॉप फिल्मों की जोड़ी को हिट बना दिया। अब यह बात दीगर है कि धीरू भाई अम्बानी के जीवन पर गुरु के  ऐश-अभिषेक जोड़ी की फिल्म रावण फ्लॉप हो गयी. दिलचस्प तथ्य यह है कि रावण का निर्देशन गुरु मणि रत्नम ने ही किया था.
१९८९ में श्रीदेवी की उमेश महरा निर्देशित फिल्म गुरु रिलीज़ हुई थी। इस फिल्म में उनके जोड़ीदार मिथुन चक्रवर्ती थे. इस फिल्म को  बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली थी. इसी फिल्म के दौरान मिथुन चक्रवर्ती और श्रीदेवी की शादी की अफवाह उडी और फोटो प्रकाशित हुए.
दक्षिण के सुपर स्टार धनुष हिंदी फिल्म रान्झाना की सफलता के बाद दक्षिण के अभिनेताओं के हिंदी गुरु बन गए हैं. वह आज कल तमिल फिल्मों के मशहूर अभिनेता भारत को हिंदी उच्चारण सिखा रहे हैं. भारत फिल्म जैकपोट से बॉलीवुड में डेब्यू करेंगे।
अभिनेता सलमान खान आज कल ब्राजील की मॉडल ब्रूना अब्दुल्ला के गुरु बने हुए हैं. वह मेंटल फिल्म में सना खान और डेज़ी शाह के हीरो हैं, लेकिन उनका पूरा ध्यान फिल्म में एक छोटा रोल कर रही ब्रूना अब्दुल्ला को हिंदी सिखाने में लगा हुआ है. ब्रूना ने अब तक कैश, आई हेट लव स्टोरीज़. देसी ब्वॉयज़, हिम्मतवाला और एक तमिल फिल्म बिल्ला-2 में अभिनय किया है.
भगवान दादा को  बॉलीवुड का डांस गुरु  कहा जा सकता है. चालीस और पचास के दशक में उनके नाचने के ख़ास अंदाज़ ने धूम मचा दी थी. दर्शक उनका डांस देखने के लिए ही फिल्म देखने जाते थे. अमिताभ बच्चन को लम्बी टांगों के कारण डांस करने में परेशानी होती थी. इसलिए उन्होंने भगवान् दादा वाला अंदाज़ अपनाया। अमिताभ भगवान् दादा को अपना डांसिंग गुरु कहते थे. बाद में किसी न किसी फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती, ऋषि कपूर और गोविन्द ने भी भगवान् दादा स्टाइल में डांस किया।
सुना है कि अनिल शर्मा देओलों धर्मेन्द्र, सनी देओल और बॉबी देओल को लेकर एक फिल्म मास्टर बनाने हैं.
 

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