आज कल एक
रोमांटिक गाना "समझावाँ " हर किसी की जुबान पर है. क्या आप
जानते हैं कि फिल्म "हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियाँ" के इस गीत के मधुर
संगीत को किस संगीतकार ने तैयार किया है.जी हाँ इस गीत को संगीत बद्ध किया है आज के
युवा संगीतकार जोड़ी तोशी - शारिब ने,ये दोनों भाई जितना अच्छा संगीत तैयार
करते हैं उतनी ही दिल को छू लेने वाली आवाज़ है इनकी। दोनों ने ही ने संगीत के कुछ रियल्टी शो में भाग लिया। अमूल स्टार वॉयस ऑफ़ इंडिया में सर्वश्रेष्ठ चार में रहने वाले तोशी
ने उस्तादों के उस्ताद , जो जीता वही सुपर स्टार और म्यूजिक का महा मुकाबला में तो हिस्सा लिया ही साथ ही अपने भाई शारिब के साथ सा रे गा मा पा २००५ में भी हिस्सा लिया और फाइनल तक पंहुचे।
इसी तरह शारिब जो कि
तोशी के बड़े भाई हैं बेहतरीन गायक हैं। शारिब ने एन डी टी वी के रियल्टी शो 'जूनून - कुछ कर
दिखायेंगे ' और स्टार प्लस के शो 'म्यूजिक का मुकाबला' में भी हिस्सा लिया था. संगीत के जूनून की वजह से दोनों ही भाइयों ने
अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी और उन्हें मौका मिला सन २००८ - ९ में फिल्म "राज़ - द मिस्ट्री कन्टीन्यूस " में अपनी संगीत
प्रतिभा दिखाने का, तो उन्होंने श्रोताओं को गीत 'माही' की धुनों पर झूमने पर
मजबूर कर दिया ।
२००९ में ही आयी दो
फ़िल्में जश्न और जेल में दोनों ही फिल्मों में सभी गीतों में इन्होने संगीत दिया जबकि पहली
फिल्म में सिर्फ एक गीत में संगीत दिया था. २०१० में फिल्म 'फिर' २०११ में 'लंका' और फिर २०११ में घोस्ट में बेहतऱीन संगीत दिया। सन २०१३ में आयी अभिनेता धर्मेन्द्र, सनी देओल और बॉबी की तिकड़ी की फिल्म
" यमला पगला दीवाना -२ " इस फिल्म में भी इनका ही संगीत था। २०१३ का हिट
गीत "कभी जो बादल बरसे " (जैक पॉट ) और अब २०१४ का सबसे हिट गीत "समझावाँ" इस गीत की सफलता ने तो इन दोनों को उस मुकाम पर पंहुचा दिया है जिसे आगे बस कामयाबी ही
कामयाबी है. इसी फिल्म का गीत " सैटर डे - सैटर डे " भी आज हर पार्टी की जान बना हुआ है.
बतौर संगीतकार तो
तोशी शारिब सफल हो ही रहे हैं इसके साथ - साथ गायक के रूप में श्रोता इन्हें पसंद
करते हैं। तोशी के गाये हुए मुख्य गीत हैं --- जागे हैं बाद मुद्द्त के (
समर - २००७ ) नथनी उतारो ( हॉर्न ओके प्लीज ) माही ( राज़ - द मिस्ट्री
कन्टीन्यूस ) ऐश कर ले इश्क़ का है (जश्न ) वक्त की धूप ( किसान ) वादा रहा ( वादा
रहा ) सैयां वे (जेल ) सेहरी ( ओय ) कान्हा तुम्हारी (वीर ) अल्लाह रे मौला रे (
बोंधु एसो ) सतरंगी साथिया , माही वे , हम तो हो चले दीवाने (फिर ) ओम शांति (ओम शांति ) लम्बी जुदाई
(जन्नत ) तू ही तू (लंका ) जलवानुमा (घोस्ट ) थेडी वेरुवेन (तमिल फिल्म -- काढल २ कल्याणम
) कलमा (विल यू मेरी मी ) साडी दारू डा पानी ( यमला पगला दीवाना - २ ) चिकडंगा
(वार्निंग )
शारिब
के मुख्य गीत हैं --- जागे हैं बाद मुद्दत के (समर - २००७ ) माही रॉक विध मी ( राज़ - द मिस्ट्री कन्टीन्यूस ) सैयां वे ( जेल ) ओरु ठुली विषमई (
तमिल फिल्म -अमीरिन आधी भगवन ) .
फ़िल्मी गीतों के
अलावा इनका २०१३ में " फ्रेंच किस " नामक एलबम भी आया था। टाइम्स म्यूजिक द्वारा रिलीज़ हुआ इस एलबम ने
काफी सफलता भी हासिल की थी दोनों के मुताबिक़ यह गाना उन्होंने अपने अंतराष्ट्रीय
दर्शकों को ध्यान में रख कर बनाया था जिसमें वह सफ़ल रहे.
तोशी और शारिब के ऊपर
इनके पिता का पूरा प्रभाव है क्योंकि इनके पिता भी शास्त्रीय संगीत
के गायक थे. दोनों में ही गज़ब की संगीत की प्रतिभा है जहाँ तोशी की रूचि संगीत में
है वही दूसरी ओर उनके भाई शारिब का रुझान गीत - संगीत में तो है ही साथ में वो ऐडवेंचर स्पोर्ट्स के रियल्टी शो खतरों के खिलाड़ी में भी भाग लेने की इच्छा रखते हैं.
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