वरिष्ठ फिल्म निर्माता विनोद दीवान नहीं रहे। मुम्बई में १५ अक्टूबर को ६६ साल की उम्र में उनका देहांत हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। वह बासु भट्टाचार्य के प्रियतमा में सह निर्देशक थे। वह यादों की कसम के लेखक निर्देशक भी थे। उन्होंने मिथुन चक्रवर्ती और ज़ीनत अमान के साथ फिल्म यादों की कसम, मिथुन चक्रवर्ती, मन्दाकिनी, मीनाक्षी शेषाद्रि और जूही चावल के साथ शानदार मिथुन चक्रवर्ती और संगीत बिजलानी के साथ निर्भय जैसी फिल्मों का निर्देशन किया था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 20 October 2016
नहीं रहे विनोद दीवान
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श्रद्धांजलि
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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