१५ जून २०१८ को, सनी देओल और अमीषा पटेल की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा, आमिर खान की फिल्म लगान के सामने रिलीज़ हुई थी। उम्मीद की जा रही थी कि लगान के सामने ग़दर एक प्रेम कथा कहीं ठहर नहीं पाएगी। लेकिन, ग़दर ने देश के तमाम सिनेमाघरों में ग़दर मचा दिया था। फिल्म हिंदुस्तान की सबसे बड़ी हिट फिल्म बन गई थी। लगभग १९ करोड़ के बजट से बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर १३३ करोड़ का कारोबार किया था। यह आज के लिहाज़ से ४८६ करोड़ है। फिल्म को ५ करोड़ दर्शकों द्वारा देखा गया। इस फिल्म के ट्रक ड्राइवर तारा सिंह, देश विभाजन के दौरान भारत छूट गई खूबसूरत पाकिस्तानी सकीना और शादी के बाद उनके बेटे का यह त्रिकोणात्मक ग़दर दर्शकों को बार बार सिनेमाघरों तक खींच रहा था।
सनी देओल ने मचाया था पाकिस्तान में ग़दर
सनी देओल के धुंआधार एक्शन और रवि दीवान और टीनू वर्मा के स्टंट्स से ग़दर काटती इस फिल्म में अमीषा पटेल की खूबसूरती और रोमांस फिल्म को रोमांटिक भी बना रहा था। उनका इकलौता बेटा जीते फिल्म को इमोशनल टच दे रहा था। जब, फिल्म में अमीषा पटेल के पिता बने अमरीश पुरी अमीषा को छल से पाकिस्तान ले जाते हैं तो उन्हें वापस लाने के लिए सनी देओल का किरदार पाकिस्तान जाने का फैसला करता है। यहीं, सनी देओल के साथ हिंदुस्तान से पाकिस्तान के सफर में चल रहे थे उत्कर्ष शर्मा। उत्कर्ष शर्मा, फिल्म के निर्देशक अनिल शर्मा के ७ साल के बेटे थे। उनका माँ के लिए बिलखना और मोटी मोटी आँखों से पाकिस्तानी किरदारों को घूरना दर्शकों की तालियां बटोर रहा था।
जीते से जवान उत्कर्ष शर्मा
ग़दर एक प्रेम कथा के ट्रक ड्राइवर तारा सिंह का बेटा जीते अब जवान हो गया है। वह, पूरे २४ साल का गबरू जवान बन गया है। कभी पिता अनिल शर्मा ने, धर्मेंद्र और सनी देओल के साथ एक से एक सुपर हिट फ़िल्में बनाई थी । उनकी फिल्मों में एक्शन और रोमांस के साथ साथ देश प्रेम की चाशनी हुआ करती थी। इन्ही, अनिल शर्मा ने, अब अपने बेटे उत्कर्ष शर्मा को हिंदी फिल्मों का हीरो बनाने का निश्चय किया है। फिल्म ग़दर एक प्रेम कथा के ट्रक ड्राइवर तारा सिंह का यह बेटा ही उत्कर्ष शर्मा है। वह अब अपने पिता अनिल शर्मा के निर्देशन में एक्शन रोमांस फिल्म जीनियस के नायक बन कर आ रहे हैं। इस फिल्म के ट्रेलर से ऐसा लगता है, जैसे वह मिलिट्री इंटेलिजेंस के अधिकारी है। फिल्म में उनका टकराव नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के आतंकवादी से होता है। अनिल शर्मा ने अपनी आदत के अनुरूप, अपने बेटे के लिए भी एक्शन, रोमांस, देश भक्ति, गोला-बारूद और गीत संगीत से भरपूर फिल्म बनाई है। जीनियस का ३ मिनट २० सेकंड का ट्रेलर पूरी तरह से उत्कर्ष के चरित्र को उभारने में कामयाब नज़र आता है।
जीनियस बन कर जीते साबित होंगे उत्कर्ष ?
क्या, उत्कर्ष शर्मा जीनियस बन कर दर्शकों को उसी प्रकार से आकर्षित कर पाएंगे, जैसे १८ साल पहले जीते के रूप में आकर्षित कर सके थे? इस सवाल का जवाब हाँ में देना बहुत आसान नहीं होगा। ग़दर एक प्रेम कथा में उत्कर्ष शर्मा केवल एक किरदार थे। पूरी फिल्म सनी देओल और अमीषा पटेल के किरदारों पर निर्भर थी । जीनियस में यह सुविधा नहीं है। पूरी फिल्म जीते के जीनियस पर केंद्रित है। यानि, जो एक्शन सनी देओल ने किये थे, वह जीनियस उत्कर्ष को करने हैं। सनी देओल को सुविधा थी कि उनका घूँसा फिल्म दामिनी से ही ढाई किलो का साबित हो चुका था। दर्शक सनी देओल के हर हैरतअंगेज़ एक्शन को स्वीकार कर लेता था। उत्कर्ष को यह साबित करना है कि हाथ ढाई किलों का न सही, इतना मज़बूत ज़रूर है कि अपने किरदार के एक्शन को स्वीकार्य बना सके ।
संवाद और अभिनय
सवाल केवल उत्कर्ष की खासियत का नहीं है। ग़दर एक प्रेम कथा के शक्तिमान द्वारा लिखे गये संवाद ज़बरदस्त और तालियां बटोरू थे। जीनियस के संवाद खुद अनिल शर्मा ने अपनी कहानी पर सुनील सिरवैया और अमजद अली के साथ लिखे हैं। क्या यह संवाद, ग़दर के शक्तिमान के लिखे संवादों जितने दमदार बन पाए होंगे ? जहाँ तक अभिनय का सवाल है, उत्कर्ष की संवाद अदायगी तो ठीक ठाक है, लेकिन अभिनय के मामले में उन्हें थोड़ी मेहनत करनी होगी। ग़दर एक प्रेम कथा की खासियत अमीषा पटेल का हुस्न था। वह अपनी भूमिका में खूब फबी थी। सनी देओल और अमीषा पटेल की केमिस्ट्री ज़बरदस्त थी। इस लिहाज़ से जीनियस की इशिता चौहान कमज़ोर लगती है। इशिता ने बतौर बाल कलाकार आपका सुरूर और हाईजैक जैसी फ़िल्में की हैं। जीनियस उनकी बतौर नायिका पहली फिल्म है। वह भारी बदन की एक्टर है। इसलिए, नायक का उनके साथ रोमांस भारी लगता है।
बॉक्स ऑफिस की लड़ाई दिमाग से
जीनियस २४ अगस्त को रिलीज़ हो रही है। जीनियस की टैग लाइन है, दिल की लड़ाई दिमाग से। अब देखने वाली बात होगी कि उत्कर्ष इस दिल की लड़ाई को किस प्रकार से दिमाग से और कितना अपने ज़बरदस्त घूंसों से लड़ते है। क्योंकि, उनका सामना, नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी जैसे एक्टर से है। वह काफी सशक्त अभिनेता है। किक में तो वह सलमान खान पर भी भारी पड़ गए थे। यों ग़दर में भी सनी देओल का मुक़ाबला अमरीश पूरी जैसे अभिनेता से था। लेकिन, सनी देओल के साथ उनके ढाई किलों वाले हाथ का एक्शन था। उत्कर्ष शर्मा के साथ ऎसी कोई खासियत जुडी हुई नहीं है। तो क्या इसके बावजूद वह खुद को ऐसा जीनियस अभिनेता साबित कर सकेंगे, जो दिल की लड़ाई दिमाग से लड़ता है ? क्या उत्कर्ष शर्मा की फिल्म जीनियस बॉक्स ऑफिस पर ग़दर मचा सकेगी ?