भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 8 December 2021
अनुपमा से चुपके चुपके तक धर्मेन्द्र और शर्मीला टैगोर
Wednesday, 13 October 2021
३१ साल की पूजा हेगड़े (@hegdepooja)
एक तमिल और दो तेलुगु फिल्मों के बाद, पूजा हेगड़े ने आशुतोष गोवारिकर की पीरियड फिल्म मोहन जोदड़ो से हिंदी फिल्मो में कदम रखा था. इस फिल्म में उनके नायक हृथिक रोशन थे.
सामान्य रूप से, हिंदी फिल्म दर्शाको की दक्षिण की किसी अभिनेत्री को परदे पर देखने का उत्साह होता है. विशेष रूप से उसकी सेक्स अपील को लेकर. यही पूजा हेगड़े के साथ भी था.
फिल्म मोहन जोदड़ो में वह बेहद खुबसूरत लगी थी. भारत के प्रगैतिक इतिहास को उकेरने वाली इस फिल्म में पूजा के लिए कपडे उतारने की गुंजाईश नहीं थी. पर पूजा की अतीव सुन्दरता भी इस धीमी रफ़्तार की फिल्म उकताहट को कम नहीं कर सकी. मोहन जोदड़ो बड़ी फ्लॉप साबित हुई.
इस फिल्म के बाद, पूजा हेगड़े दक्षिण की तेलुगु फिल्मों में व्यस्त हो गई . वह कई तेलुगु सुपरस्टार की फिल्मो में नायिका बनी.
उन्हें हिंदी फिल्मों में नया जीवन दिया अक्षय कुमार की पुनर्जन्म पर फिल्म हाउस फुल ४ ने. इस फिल्म में पूजा की भूमिका छोटी थी. पर वह अपनी सह अभिनेत्रियों कृति सेनन और कृति खरबंदा के मुकाबले काफी खूबसूरत लगी.
इस समय वह
रणवीर सिंह के साथ रोहित शेट्टी की कॉमेडी फिल्म सर्कस कर रही है. लेकिन उन्हें
टॉप पर पहुंचाएगी प्रभास के साथ रोमांस फिल्म राधे श्याम. इस फिल्म में वह प्रेरणा
की भूमिका कर रही है.
पूजा हेगड़े आज ३१
साल की हो गई.
Monday, 14 December 2020
राणा डग्गुबाती (Rana Daggubati) के जन्मदिन पर विराट पर्वं !
हिंदी फिल्म दर्शकों के बीच सामान
रूप से लोकप्रिय तेलुगु फिल्म राणा डग्गुबाती आज ३६ साल के हो गए।
जैसी की दक्षिण के फिल्म उद्योग की परंपरा है, राणा का
जन्मदिन मनाने के लिए निर्माता डी सुरेश बाबू ने राणा की प्रमुख भूमिका वाली फिल्म
विराट पर्वं का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी
किया। इस पोस्टर में राणा डग्गुबाती का वर्दीधारी चरित्र हाथ में बन्दूक थामे नज़र आ रहा है। उनके पीछे कोहरे से झांकते कुछ दूसरे सैन्य
चहरे नज़र आ रहे हैं। फिल्म के टाइटल के
साथ टैग लाइन रिवॉल्यूशन इज एन एक्ट ऑफ़
लव- फिल्म को रहस्य की धुंध में लपेट देता है।
अपना अंतिम शिड्यूल शूट कर रही इस फिल्म में राणा डग्गुबाती का साथ सई
पल्लवी, नंदिता दास और प्रियमणि दे रही हैं। फिल्म का निर्देशन वेणु उडुगुला कर रहे हैं। इस फिल्म के निर्माता डी सुरेश बाबू के बेटे
हैं राणा डग्गुबाती।
Wednesday, 21 October 2020
श्रीनिधि शेट्टी के जन्मदिन पर दूसरा चैप्टर !
नवोदित फिल्म अभिनेत्री श्रीनिधि शेट्टी आज २८ साल की हो गई. २०१५ की मिस साउथ इंडिया और २०१६ की मिस दीवा और मिस सुपरानेशनल श्रीनिधि को ज़ल्द ही फिल्मों के प्रस्ताव मिलने लगे थे. ऐसा ही पहला प्रस्ताव केजीएफ़ चैप्टर १ था.
यह फिल्म श्रीनिधि के लिहाज़ से इस लिए महत्वपूर्ण थी कि यह कन्नड़ फिल्म उद्योग से सबसे बड़े बजट की फिल्म थी. इस फिल्म में कन्नड़ सुपरस्टार यश नायक की भूमिका में थे.
केजीएफ़ चैप्टर १ को बड़ी सफलता मिली थी. इसे देखते हुए ही निर्देशक प्रशान्त नील ने चैप्टर २ में श्रीनिधि को फिर ले लिया. इस सीक्वल फिल्म के अलावा श्रीनिधि का सुपरनेचुरल थ्रिलर फिल्म कोबरा से तमिल फिल्म डेब्यू भी हो रहा है. कोबरा के नायक विक्रम हैं. ख़ास बात यह है कि कोबरा से क्रिकेटर इरफ़ान पठान का तमिल फिल्म डेब्यू भी हो रहा है.
केजीएफ़ चैप्टर कन्नड़ और हिंदी के अलावा तेलुगु, तमिल और
मलयालम में भी रिलीज़ होगी. आज श्रीनिधि के जन्मदिन के मौके पर फिल्म का श्रीनिधि
का करैक्टर पोस्टर जारी किया गया.
Tuesday, 1 September 2020
राजकपूर को 'राज' कहने वाले के एन सिंह
Sunday, 23 August 2020
हिंदी फिल्मों की परी चेहरा सायरा बानू
निर्माता शशधर मुख़र्जी के भाई सुबोध मुख़र्जी ने, जब निर्माता बनने का निश्चय किया तो पहली फिल्म देवानंद और माला सिन्हा के साथ लव मैरिज (१९५९) बनाई. इससे पहले उन्होंने भाई शशधर के लिए फिल्म मुनीमजी और पेइंग गेस्ट का निर्देशन किया था. यह उनकी आखिरी श्वेत श्याम फिल्म थी. इस दौरान फिल्मों में रंगों ने प्रवेश कर लिया था. हिंदी फिल्म उद्योग बड़ी तेज़ी से सेल्युलाइड पर रंग उतार रहा था. श्वेत श्याम रंग विदा ले रहे थे. १९६१ में उनकी निर्मित और निर्देशित पहली रंगीन फिल्म जंगली थी. इस फिल्म में नायक शम्मी कपूर के साथ अपने जमाने की ब्यूटी क्वीन नसीम बानू की १७ साल की बेटी सायरा बानू को नायिका बनाया था. सायरा बानू का तीखा हुस्न और तीखी आवाज आँखों के साथ साथ दिमाग में घर कर गई. फिल्म, हिट हुई. सायरा बनू के पास फिल्मों की भरमार हो गई. अगला साल, उनके लिए असफलता का साल था. जंगली के दौर में सायरा बानू ने दो श्वेत श्याम फ़िल्में मनोज कुमार के साथ शादी और शम्मी कपूर के साथ ब्लफ मास्टर साइन कर ली थी. शादी को असफलता हाथ लगी. उस समय कई समीक्षकों ने सायरा की आलोचना करते हुए लिखा कि वह रंगीन पिक्चर में सुन्दर लगती है. श्वेत श्याम में उनका चेहरा अच्छा नहीं लगता. इसके साथ ही सायरा बानू ने कसम खा ली कि वह आगे से केवल रंगीन फिल्मों में ही काम करेंगे. ऐसा हुआ भी. उनकी अगली फ़िल्में आई मिलन की बेला, आओ प्यार करें, अप्रैल फूल, दूर की आवाज़, साज़ और आवाज़, प्यार मोहब्बत, शागिर्द, आदि रंगीन थी. अब यह बात दीगर है कि इनमे से आओ प्यार करें और साज़ और आवाज़ जैसी कुछ फ़िल्में असफल भी हुई. अप्रैल फूल और साज़ और आवाज़, सुबोध मुख़र्जी निर्देशित फ़िल्में ही थी. साज़ और आवाज़ की असफलता के बाद, सुबोध मुख़र्जी ने सायरा बानू से किनारा कर लिया और हेमा मालिनी और शशि कपूर के साथ अभिनेत्री और शशि कपूर के साथ राखी को लेकर शर्मीली फ़िल्में बनाई. यह दोनों फ़िल्में हिट हुई. उधर सायरा बानू, पड़ोसन, झुक गया आसमान, आदमी और इंसान, गोपी, पूरब और पश्चिम, विक्टोरिया नंबर २०३, ज्वार भाटा, रेशम की डोरी, सगीना, आरोप, ज़मीर और साजिश जैसी फिल्मों के जरिये सफलता हासिल करती चल गई. १९६६ में उनका दिलीप कुमार के साथ निकाह हो गया. निर्देशक प्रकाश मेहरा की फिल्म हेरा फेरी, सायरा बानू की आखिरी फिल्म थी. इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन से रोमांस फरमा रही थी. हालांकि, वास्तविक उम्र में सायरा बानू अमिताभ बच्चन से दो साल छोटी थी. लेकिन, फिल्म में अमिताभ से रोमांस करते हुए, ३१ साल की सायरा बड़ी लग रही थी. इसके साथ ही सायरा बानू को अपने ढलते हुस्न का एहसास हो गया. उन्होंने फिल्मों को अलविदा कह दी. सायरा बानू का जन्म २३ अगस्त १९४४ को मसूरी में हुआ था.
Wednesday, 12 August 2020
कमल हासन के ६० साल
हिंदी फिल्म दर्शकों के लिए कमल हासन को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं. उनका नाम ही खुद उनका परिचय है. हालाँकि, हिंदी फिल्म दर्शकों का, कमल हासन से पहला परिचय, १९८१ में प्रदर्शित म्यूजिकल रोमांस फिल्म एक दूजे के लिए से हुआ था. इस फिल्म में वासु की भूमिका से कमल हासन ने हिंदी दर्शकों का दिल जीत लिया था. फिल्म बड़ी हिट साबित हुई थी. हालाँकि, इस फिल्म से पहले, कमल हासन ने मुमताज़ की फिल्म आइना में प्रेम कुमार की एक छोटी भूमिका की थी. एक दूजे के लिए के बाद रिलीज़ कमल हासन की तमाम हिंदी फ़िल्में सनम तेरी कसम, यह तो कमाल हो गया, ज़रा सी ज़िन्दगी, सदमा, यह देश, एक नई पहेली, यादगार, राज तिलक और करिश्मा फ्लॉप हो गई. १९८५ में, सागर और गिरफ्तार जैसी सफल फिल्मों से कमल हसन की वापसी हुई. लेकिन, इसके बाद, फिर असफलता ने उन्हें घेर लिया. उनकी डब फिल्मों हे राम, अभय, इंडिया, विश्वरूपम, आदि को जो चर्चा मिली उतनी चर्चा अगर उन्हें हिंदी फिल्मों से मिलती तो शायद कमल हासन का करियर हिंदी फिल्मों में नई ऊँचाइयाँ स्थापित कर देता. ऐसे चमत्कारी प्रतिभा वाले एक्टर कमल हासन को १२ अगस्त २०२० को फिल्म इंडस्ट्री में ६० साल हो जायेंगे. उनकी पहली फिल्म कलाथुर कन्नमा १२ अगस्त १९६० को प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म में वह बाल भूमिका कर रहे थे. कमल हासन के चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और १९ फिल्मफेयर अवार्ड्स उनकी प्रतिभा की खुद गवाह हैं. कमल हासन इसी ७ नवम्बर को ६६ साल के हो जायेंगे.
Saturday, 1 August 2020
मीना कुमारी के कामुक हावभाव वाली ‘दायरा’
Monday, 20 July 2020
अपनी फिल्मों में भिन्न भूमिकाये कर सकने वाली Bhumi Pednekar
Monday, 8 June 2020
बाज़ीगर Shilpa Shetty का हंगामा २
Dimple Kapadia :६३ साल की बॉबी गर्ल
Sunday, 19 April 2020
Arshad Warsi को Amrtia Rao का हैप्पी बर्थडे
Saturday, 2 November 2019
Deepika Padukone को रिप्लेस करने वाली Diana Penty
Friday, 1 November 2019
४६ की Aishwarya Rai Bachchan का ४६ फिल्म लंबा सफर
Wednesday, 30 October 2019
२१ की हुई ३ फिल्मों की Ananya Panday
Wednesday, 6 March 2019
For her 22nd birthday, Janhvi wishes to be in a creative environment
परदे पर रेशमा पठान बन कर स्टंट करेगी बिदिता बाग़ - क्लिक करें
Saturday, 8 December 2018
अनुपमा से अधूरी देवदास तक धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर !
लेकिन, जब तक चैताली पूरी हुई, फिल्म में शर्मीला टैगोर की जगह सायरा बानू आ गई। इसी प्रकार से, गुलज़ार का इरादा, शरतचंद्र चट्टोपाध्याय के देवदास को परदे पर उतारने का था। वह धर्मेंद्र को देवदास, शर्मीला टैगोर को पारो और हेमा मालिनी को चंद्रमुखी बना कर पेश करना चाहते थे। फिल्म का महूरत भी हुआ। कुछ का कहना है कि फिल्म की १० दिनों की शूटिंग हुई भी। लेकिन, फिर यकायक फिल्म के निर्माताओं ने फिल्म बंद कर दी। इस प्रकार से, धर्मेंद्र और शर्मीला टैगोर की, ८ दिसंबर को जन्मी जोड़ी, ८ फिल्मों में काम करने तक सीमित रह गई।