Sunday 23 August 2020

हिंदी फिल्मों की परी चेहरा सायरा बानू

निर्माता शशधर मुख़र्जी के भाई सुबोध मुख़र्जी ने, जब निर्माता बनने का निश्चय किया तो पहली फिल्म देवानंद और माला सिन्हा के साथ लव मैरिज (१९५९) बनाई. इससे पहले उन्होंने भाई शशधर के लिए फिल्म मुनीमजी और पेइंग गेस्ट का निर्देशन किया था. यह उनकी आखिरी श्वेत श्याम फिल्म थी. इस दौरान फिल्मों में रंगों ने प्रवेश कर लिया था. हिंदी फिल्म उद्योग बड़ी तेज़ी से सेल्युलाइड पर रंग उतार रहा था. श्वेत श्याम रंग विदा ले रहे थे. १९६१ में उनकी निर्मित और निर्देशित पहली रंगीन फिल्म जंगली थी. इस फिल्म में नायक शम्मी कपूर के साथ अपने जमाने की ब्यूटी क्वीन नसीम बानू की १७ साल की बेटी सायरा बानू को नायिका बनाया था. सायरा बानू का तीखा हुस्न और तीखी आवाज आँखों के साथ साथ दिमाग में घर कर गई. फिल्म, हिट हुई. सायरा बनू के पास फिल्मों की भरमार हो गई. अगला साल, उनके लिए असफलता का साल था. जंगली के दौर में सायरा बानू ने दो श्वेत श्याम फ़िल्में मनोज कुमार के साथ  शादी और शम्मी कपूर के साथ ब्लफ मास्टर साइन कर ली थी. शादी को असफलता हाथ लगी. उस समय कई समीक्षकों ने सायरा की आलोचना करते हुए लिखा कि वह रंगीन पिक्चर में सुन्दर लगती है. श्वेत श्याम में उनका चेहरा अच्छा नहीं लगता. इसके साथ ही सायरा बानू ने कसम खा ली कि वह आगे से केवल रंगीन फिल्मों में ही काम करेंगे. ऐसा हुआ भी. उनकी अगली फ़िल्में आई मिलन की बेला, आओ प्यार करें, अप्रैल फूल, दूर की आवाज़साज़ और आवाज़, प्यार मोहब्बत, शागिर्द, आदि रंगीन थी. अब यह बात दीगर है कि इनमे से आओ प्यार करें और साज़ और आवाज़ जैसी कुछ फ़िल्में असफल भी हुई. अप्रैल फूल और साज़ और आवाज़, सुबोध मुख़र्जी निर्देशित फ़िल्में ही थी. साज़ और आवाज़ की असफलता के बाद, सुबोध मुख़र्जी ने सायरा बानू से किनारा कर लिया और हेमा मालिनी और शशि कपूर के साथ अभिनेत्री और शशि कपूर के साथ राखी को लेकर शर्मीली फ़िल्में बनाई. यह दोनों फ़िल्में हिट हुई. उधर सायरा बानू, पड़ोसनझुक गया आसमान, आदमी और इंसान, गोपी, पूरब और पश्चिम, विक्टोरिया नंबर २०३, ज्वार भाटा, रेशम की डोरी, सगीना, आरोप, ज़मीर और साजिश जैसी फिल्मों के जरिये सफलता हासिल करती चल गई. १९६६ में उनका दिलीप कुमार के साथ निकाह हो गया. निर्देशक प्रकाश मेहरा की फिल्म हेरा फेरी, सायरा बानू की आखिरी फिल्म थी. इस फिल्म में वह अमिताभ बच्चन से रोमांस फरमा रही थी. हालांकि, वास्तविक उम्र में सायरा बानू अमिताभ बच्चन से दो साल छोटी थी. लेकिन, फिल्म में अमिताभ से रोमांस करते हुए, ३१ साल की सायरा बड़ी लग रही थी. इसके साथ ही सायरा बानू को अपने ढलते हुस्न का एहसास हो गया. उन्होंने फिल्मों को अलविदा कह दी. सायरा बानू का जन्म २३ अगस्त १९४४ को मसूरी में हुआ था.

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