शम्मी कपूर की श्वेत श्याम फिल्म ब्लफ मास्टर अपने कथानक, रोमांस और गीतों
के लिए काफी चर्चित हुई थी. इस फिल्म में शम्मी कपूर और सायरा बानू, जंगली (१९६१)
के बाद दूसरी बार साथ काम कर रहे थे. हालाँकि, जंगली के निर्माण के दौरान शम्मी
कपूर और सायरा बानू के बीच जम कर तकरार हुई थी. इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियत फिल्म
के मधुर संगीत में से एक गीत गोविंदा आला रे था. यह गीत फिल्म के निर्देशक मनमोहन
देसाई के दिमाग की उपज था. एक दिन ऐसे ही उनके मन में फिल्म में एक गोविंदा डांस
रखने का हुआ, जिसमे शम्मी कपूर का किरदार दही हांडी फोड़ता है. इस गीत की खासियत यह
थी कि इस गीत को सीधे फिल्माया गया था. इसके कोरियोग्राफी नहीं की गई थी. इस गीत के
कारण फिल्म को बड़ी संख्या में दर्शक मिले. यह गोविंदा गीत रखने वाली पहली फिल्म बन
गई. इस फिल्म से हिंदी फिल्मों में गोविंदा गीत रखने का चलन बन गया. मटकी फोड़ने
वाले गीतों को अग्निपथ में हृथिक रोशन, ओएमजी: ओह माय गॉड में प्रभुदेवा और
सोनाक्षी सिन्हा, वास्तव में संजय दत्त, हेल्लो ब्रोदर में सलमान खान और अरबाज़ खान
तथा खुद्दार में अमिताभ बच्चन ने भी किया. लेकिन, जो धूम शम्मी कपूर के गोविंदा
आला गीत ने मचाई, वह कोई दूसरा गीत नहीं मचा सका.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 12 August 2020
हिंदी फिल्मों का पहला गोविंदा गीत
Labels:
झिलमिल अतीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment