बीस साल पहले, आज ही के दिन ११ अगस्त २००० को प्रदर्शित फिल्म धड़कन में अक्षय कुमार और
सुनील शेट्टी की हिट जोड़ी ली गई थी. लेकिन, धड़कन में यह जोड़ी एक्शन
नहीं, बल्कि इमोशन की जंग लड़ रही थी. इस
फिल्म की खासियत यह थी कि फिल्म चार साल देर से रिलीज़ हुई थी. इस कारण से फिल्म के हिट होने की उम्मीद किसी को
भी नहीं थी. लेकिन, अच्छी कहानी और उम्दा गीतों की
बदौलत फिल्म सुपर हिट केटेगरी में आ गई. इस फिल्म में देव की भूमिका के लिए संजय
दत्त को लिया गया था. उनके जेल जाने के बाद अरबाज़ खान ले लिए गए. लेकिन, वितरकों के यह कहने पर कि अक्षय कुमार के साथ सुनील शेट्टी को लेने पर
अच्छे दाम मिलेंगे, सुनील शेट्टी को ले लिया गया. इस
फिल्म की शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार और शिल्पा शेट्टी वास्तव में प्रेम संबंधों
में थे. इसी कारण से इन दोनों के बीच एक गर्मागर्म चुम्बन फिल्माया गया था. लेकिन, सेंसर इस चुम्बन के लिए कैंसर साबित हुआ. इस फिल्म का एक गीत दूल्हे का
सेहरा नुसरत फ़तेह अली खान ने गाया था. इसे नुसरत फ़तेह अली खान पर ही फिल्माया जाना
था. लेकिन, इसी बीच उनकी मौत हो गई. तब इस
गीत को कादर खान पर फिल्माया गया. इस गीत की एक दूसरी खासियत यह थी कि इस गीत में
अक्षय कुमार की सौतेली बहन के रूप में नवीन निशान दिखाई गई थी. लेकिन, इस गीत के बाद, इस भूमिका में मंजीत कुल्लर नज़र
आने लगी. यह ऎसी फिल्म थी, जिसके निर्देशक धर्मेश दर्शन
फिल्म को आमिर खान की फिल्म मेला के लिए बीच में छोड़ चले गए थे. बाद में धर्मेश
दर्शन की वापसी हुई. इस फिल्म के सभी गीतों में धड़कन शब्द ज़रूर आया.
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Tuesday, 11 August 2020
दिल की धड़कन रोक देने वाले किस्सों से भरी धड़कन
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गप्प-सड़ाका,
झिलमिल अतीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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