छह दिनों के अंदर हिंदी दर्शकों को दूसरी ऐतिहासिक फिल्म देखने का मौका मिलेगा। पिछले शुक्रवार, अर्जुन कपूर,
संजय दत्त और कृति सैनन की मराठा इतिहास का चित्रण करती आशुतोष गोवारिकर
की फिल्म पानीपत रिलीज़ हुई थी। इस सप्ताह
कल से, दक्षिण से एक ऐतिहासिक फिल्म मामंगम
प्रदर्शित हो रही है। मूल रूप से मलयालम में बनी यह फिल्म हिंदी,
तमिल और तेलुगु मे डब कर प्रदर्शित हो रही है।
१७वी शताब्दी में,
केरल में भरतपुला नदी के किनारे मामंकम मेले में,ज़मोरिन शासन
को उखाड़ फेंकने के लिए चावेरुकल योद्धाओं द्वारा चावेर तलवन के नेतृत्व में लडे गए
युद्ध पर आधारित इस फिल्म में मलयालम सुपरस्टार माम्मूटी चावेर तलवन की केंद्रीय
भूमिका कर रहे हैं।
तीन बार के राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता मलयालम फिल्म एक्टर माम्मूटी
की पिछली फिल्म इंग्लिश भाषा में डॉक्टर बाबासाहेब अंबडेकर थी,
जो हिंदी में भी प्रदर्शित हुई थी।
इस फिल्म में आंबेडकर की भूमिका के लिए
माम्मूटी ने तीसरा राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। वैसे उनकी आखिरी हिंदी फिल्म अजय देवगन की
मुख्य भूमिका वाली फिल्म हल्ला बोल (२००८) थी।
इस फिल्म में माम्मूटी की मेहमान भूमिका थी ।
माम्मूटी की चर्चित हिंदी फिल्म इक़बाल दुर्रानी निर्देशित धरतीपुत्र थी।
माम्मूटी ने, दो फिल्मों में मेहमान भूमिका के साथ कुल छह
हिंदी फिल्मों में अभिनय किया। वह अब तक हिंदी सहित मलयालम,
तमिल, तेलुगु और कन्नड़ भाषाओँ में ४०० फ़िल्में कर
चुके हैं। अड़सठ साल के माम्मूटी पिछले ४८
सालों से फिल्मों में सक्रिय है। अपने
रंगमंच के नाम से पहचाने जाने वाले माम्मूटी का पूरा नाम मुहम्मद कुट्टी
पानीपरम्बिल इस्माइल है।
दक्षिण भारत की तमाम दूसरी फिल्मों की तरह मामंगम में बॉलीवुड फिल्मों के जाने पहचाने चेहरे नहीं
है। हवस और जब वी मेट फिल्मों के तरुण
अरोड़ा के अलावा,
बास्केटबॉल और नेटबॉल की राष्ट्रीय स्तर
की खिलाड़ी तथा मशहूर टीवी सीरीज दिया और बाती हम की आरज़ू और इक्यावन की
सुशील से मशहूर एक्ट्रेस प्राची तेहलान ही इस फिल्म में उन्नीमाया की भूमिका कर रही हैं।