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Wednesday 20 January 2016

इस शुक्रवार रिलीज़ होगी सेंसर की कैची का शिकार दो फ़िल्में भी

इस शुक्रवार (२२ जनवरी को)  रिलीज़ हो रही तीन फ़िल्में सेंसर  तेरी अज़ब कहानी कहना चाहेंगी।  शुक्रवार को अक्षय  कुमार की फिल्म एक्शन थ्रिलर 'एयरलिफ्ट' और एकता कपूर की पोर्न कॉमेडी फिल्म 'क्या कूल है हम ३' रिलीज़ हो रही हैं।  तीसरी फिल्म हॉलीवुड की क्वेंटिन टारनटिनो निर्देशित एक्शन फिल्म 'द हेटफुल ८' है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन ने 'एयरलिफ्ट' को बिना किसी कट के यूए सर्टिफिकेट दे दिया है।  वहीँ क्या कूल हैं हम ३ और द हेटफुल ८' को सेंसर की कैची का सामना करना पड़ा है।  टारनटिनो की फिल्म किल बिल अपनी खूंरेंजी और बेरहमी के कारण भारत में रिलीज़ के काबिल नहीं समझी गई थी।  इसलिए टारनटिनो की फिल्म हिंसक दृश्यों और गंदे संवादों के कारण सेंसर के चंगुल में फंसनी ही थी।  इस फिल्म में इकलौते महिला चरित्र को बेरहमी से पीटे जाने और नोचने खसोटने के बहुत से दृश्य थे।  गाली गलौच की तो भरमार थी।  सेंसर बोर्ड ने इन सभी दृश्यों को या तो  काट दिया है या कम कर दिया है।  द हेटफुल  ८ को इंडिया में डिस्ट्रीब्यूट करने वाले पीवीआर पिक्चर्स को इसकी उम्मीद थी।  इसलिए, उन्होंने इन्हे काट कर प्रमाण के लिए पेश कर दिया। हालाँकि, अनुराग कश्यप फिल्म को बिना किसी कट के क्लियर करने की ट्वीट कर रहे थे।  पता नहीं क्यों अनुराग कश्यप जैसे फिल्मकार  स्त्रियों के प्रति हिंसक और अनादर व्यक्त करने वाली फिल्मों की वकालत करते हैं।  अनुराग कश्यप जैसी सोच फिल्म निर्मात्री एकता कपूर की भी है।  उनकी फिल्म सीरीज क्या कूल हैं हम स्त्री चरित्र के अभद्र चित्रण और गंदे संवादों के कारण दर्शक पाती रही हैं।  क्या कूल हैं हम ३ इस की अगली कड़ी है।  इस फिल्म का ऑनलाइन ट्रेलर साफ़ तौर पर गंदी भाषा और अश्लील हावभाव से भरा हुआ था।  इस ट्रेलर को देख कर देश के सूचना मंत्रालय ने फिल्मकार श्याम बेनेगल को सेंसर के कामकाज़ की समीक्षा करने के लिए नियुक्त किया है।  यह फिल्म भी २२ जनवरी को रिलीज़ होनी है।  इस फिल्म पर एक सौ से ज़्यादा कट लगाने के निर्देश सेंसर बोर्ड ने दिए।  यह ज़्यादातर कट अश्लील संवादों और हाव भावों को लेकर हैं।  क्वेंटिन टारनटिनो और एकता कपूर की फ़िल्में हिंसा, नारी गरिमा के प्रतिकूल प्रतिष्ठा रखने वाली, अश्लील और द्विअर्थी मानी जाती हैं।  इन्ही खासियतों के कारण भारत में इनके दर्शक भी हैं।  अब देखने वाली बात होगी कि एयरलिफ्ट में अक्षय कुमार की देशभक्ति रंग लाएगी या द हेटफुल  ८ और क्या कूल हों हम ३ की हिंसा और अश्लीलता में किसे ज़्यादा दर्शक मिलते हैं?



Wednesday 13 January 2016

क़्वेन्टिन टारनटिनो की पहली पसंद थी 'जेनिफर लॉरेन्स'

फ़िल्म 'द हेटफुल एट' निर्देशक क़्वेन्टिन टारनटिनो की बड़ी हॉलीवुड वेस्टर्न्स की गवाह  है। क़्वेन्टिन वेस्टर्न फ़िल्में देखते हुए पले बड़े हैं । सिविल वॉर के दौरान व्योमिंग की पृष्ठभूमि में रची बसी यह फ़िल्म इनामी शिकारियों की एक ऐसी दिलचस्प कहानी कहती है, जो खुद एक बहुत बड़ी साजिश में फंस जाते हैं । पांच बार के ऑस्कर विजेता निर्देशक टारनटिनो का कहना है कि वह पहले दिन से डेज़ी डोमर्ग उर्फ़ द प्रिजनर के किरदार के लिए जेनिफर लॉरेन्स को कास्ट करने को लेकर बेहद गंभीर थे । हाल ही में उन्होंने एक बातचीत के दौरान बताया," मैं जेनिफर लॉरेंस का जबदस्त फैन हूँ और मैं यह अच्छी तरह से समझता था कि वह इस रोल के साथ पूरी तरह से न्याय कर सकती थी। इसलिये हम उनके पास कहानी और बाकी चीजों के बारे मे बात करने पहुँच गए । मुझे लगता है कि वह सिर्फ शिष्टाचार प्रदर्शित कर रहीं थी । वह उस समय फ़िल्म 'जॉय' कर रही थी । उन्हें 'हंगर गेम्स' मूवीज के लिए भरपूर प्रचार करना था । इस दुनिया में कोई भी ऐसा रास्ता नहीं था क़ि वह उपलब्ध हो जाती । इसलिए मैंने इस किरदार के लिए जेनिफर जैसन लेह को साइन कर लिया । आज मैं इस बात से बेहद खुश हूँ कि मैंने इस रोल के लिए किसी युवा का चयन नहीं किया । मुझे अब यह महसूस होता है कि जहाँ तक किरदारों की उम्र का सम्बन्ध है, मेरा चुनाव बिलकुल सटीक रहा । निर्देशक टारनटिनो और सैमुअल जैक्सन की बेमिसाल जोडी ने इस फ़िल्म को ७० एमएम पर एक निश्चित अल्ट्रा वाइड अनुपात पर फिल्माया है, जो कि वास्तव देखने योग्य यादगार अनुभव साबित होगा । यह फ़िल्म पीवीआर पिक्चर्स द्वारा 15 जनवरी 2016 को भारत में अपनी ज़बरदस्त रिलीज को लेकर फिल्म जगत में गर्माहट पैदा किये हुए है।

Thursday 10 December 2015

आखरी बार प्रस्तुत होगा 70 एमएम कल्चर फिल्म द हेटफुल एट' के ज़रिए

ऑस्कर विजेता निर्देशक 'क्वेंटिन टारनटिनो' द्वारा लिखित और निर्देशित फ़िल्म 'द हेटफुल एट' को प्रायोगिक फिल्म कहा जा सकता है।  क्योंकि, इस फ़िल्म को ७० ऍम ऍम फ़िल्म प्रोजेक्शन तकनीक पर शूट किया गया है। जो लुप्त हुए इस खूबसूरत कल्चर को ज़िंदा करने का एक बेहद संजीदा प्रयास है।यह फ़िल्म उन पाश्चात्य फिल्मों की उस प्रथा की तरह है जिसमे वह पले बढे हैं। सिविल वॉर के चलते व्योमिंग की प्रष्ठभूमि में गुथी यह फ़िल्म ऐसे इनामी शिकारियों की कहानी है जो एक बहुत बड़ी साजिश में फंस जाते हैं।
हाल ही में एक बातचीत में सैमुअल एल जैक्सन ने इस फ़िल्म की मेकिंग के बारे में बातचीत की, " द हेटफुल एट 70 ऍम ऍम पर शूट की गयी है,जो हमें 50 और 60 के दशक की फिल्मों के दौर में ले जाती है जैसे कि ओखलम और बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर शोले।" क्वेंटिन टारनटिनो ने भी 70 ऍम ऍम को चुने जाने का कारण हमारे साथ साझा किया, " मैं इस फ़िल्म के द्वारा उस पुरानी कहावत को तोडना चाहता हूँ जो यह कहती है कि 70 ऍम ऍम सिनेमा सिर्फ यात्रा विवरण के लिए है' जो कहती है कि यह तकनीक सिर्फ लॉरेंस ऑफ़ अरेबिया, पहाडी द्रश्यों और रेगिस्तानों द्रश्यों को ही शूट करने के लिए है।इन सारी कही सुनी बातों पर मेरा सिर्फ एक ही जबाब है।'नहीं'।जब आप बन्द जगहों पर भी 70 ऍम ऍम से शूट करते हो तो द्रश्य ज़्यादा अंतरंग नज़र आते हैं।पहले से कही ज़्यादा जीवंत और संजीदे।यह तकनीक सिर्फ सीनरी को शूट करने के लिए नहीं है बल्कि इससे बड़ी बड़ी फ़िल्मी सीक्वेंस शूट की जा सकती हैं।" निर्देशक टारनटिनो और सैमुअल जैक्सन की ज़बरदस्त जोड़ी, जानदार कहानी और 70mm पर एक निश्चित अल्ट्रा वाइड अनुपात इस फ़िल्म को देखने योग्य बनाता है। यह फ़िल्म पीवीआर पिक्चर्स द्वारा 15 जनवरी 2016 को भारत में रिलीज होने को पुरी तरह तैयार है।