अक्षय कुमार ने,
२ अगस्त २०२१ को अपनी स्पाई थ्रिलर फिल्म बेल बॉटम के १९ अगस्त २०२१ को
प्रदर्शित किये जाने की घोषणा की। लम्बे समय से प्रदर्शन की राह देख रही बेल बॉटम
को २७ जुलाई को प्रदर्शित होना था। लेकिन, सिनेमाघरों की बंदी के चलते इस फिल्म की
रिलीज़ १९ अगस्त के लिए टाल दी गई। इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने, राज्य में
सिनेमाघरों को खोले जाने के संकेत दे दिए थे।बेल बॉटम की रिलीज़ की तारीख़ तय करने के कुछ दिनों बाद, अक्षय कुमार हंगरी
की राजधानी बुडापेस्ट के लिए उड़ लिए। वहां
वह बेल बॉटम के निर्देशक रंजीत तिवारी की थ्रिलर फिल्म की शूटिंग करने वाले
है। इस दौरान फिल्म का एक गीत भी
बुडापेस्ट मे फिल्माया जाएगा। इससे ऐसा
प्रतीत होता है कि अक्षय कुमार, सिनेमाघरों में बेल बॉटम की रिलीज़ और सफलता को लेकर
आश्वस्त हैं। अब यह बात दीगर है कि
महाराष्ट्र सरकार ने, मुंबई सहित महाराष्ट्र के बाकी शहरों में
सिनेमाघरों को बंद किये जाने का आदेश जारी
कर दिया है।
दर्शक आयेंगे १९ अगस्त को ?- क्या बेल बॉटम १९ अगस्त को रिलीज़ होगी ? महाराष्ट्र में अगर सिनेमाघर नहीं खुले तो इसे खतरा हो सकता है। लेकिन, दूसरे राज्यों में ऐसी कोई बंदी नहीं है। शायद अक्षय कुमार यह सोचते हों कि महाराष्ट्र की भरपाई दूसरे राज्यों में की जा सकती है। खुद फिल्म इंडस्ट्री को भी अक्षय कुमार की फिल्म बेल बॉटम से आशाये हैं। यह फिल्म बड़ी फिल्मों के निर्माताओं को अपनी फ़िल्में रिलीज़ करने की प्रेरणा दे सकती है। फिल्म प्रदर्शकों को आशा है कि अक्षय कुमार दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने में सफल होंगे। उनकी यह कोशिश सिनेमाघरों, ख़ास तौर पर एकल पर्दा सिनेमाघरों को बंद होने से बचा सकेगी। क्या सचमुच ऐसा हो पायेगा ?
अगस्त का उपजाऊ महीना - उठ रहे तमाम प्रश्नों का उत्तर, बेल बॉटम के १९ अगस्त को प्रदर्शित होने के बाद ही मिलेगा। लेकिन, इतिहास खंगाल कर आशा का दीपक जलाया जा सकता है। देखना होगा कि अगस्त का महीना ख़ास तौर पर स्वतंत्रता दिवस वीकेंड अक्षय कुमार और फिल्म उद्योग के लिए कैसा रहा है! इतिहास गवाह है कि हर साल अगस्त का महीना छुट्टियों का महीना होने के कारण बड़ा उपजाऊ रहता है। दर्शक फ़िल्में देखने घर से बाहर निकलते हैं। हॉउसफुल के बोर्ड सिनेमाघरों के बाहर टंग जाते हैं। स्वतंत्रता दिवस वीकेंड पर अक्षय कुमार की फिल्मे सिनेमाघरों में धमाल मचा देती है। २०२० में कोरोना के कारण देश के तमाम सिनेमाघर बंद हो गए थे। इसलिए अगस्त २०२० में कोई बीच फिल्म रिलीज़ नहीं हो सकी थी। लेकिन, उससे पहले सिनेमाघरों में पर्व की स्थिति हुआ करती थी। स्वतंत्रता दिवस वीकेंड पर प्रदर्शित अक्षय कुमार की देश की बात कहने वाली फ़िल्में ख़ास तौर पर रिलीज़ होती और बॉक्स ऑफिस पर सफल होती।
१५ अगस्त को अक्षय कुमार - अक्षय कुमार के करियर की पहली फिल्म सौगंध २५ जनवरी १९९१ को प्रदर्शित हुई थी। अक्षय कुमार की स्वतंत्रता दिवस वीकेंड पर प्रदर्शित होने वाली पहली फिल्म सपूत थी, जो ११ अगस्त १९९६ को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास नहीं कर सकी थी। अगस्त में प्रदर्शित होने वाली अक्षय कुमार की अन्य फिल्मों में तराज़ू (१ अगस्त १९९७), बारूद (७ अगस्त १९९८), धड़कन (११ अगस्त २०००), जानी दुश्मन (१६ अगस्त २००२), हे बेबी (२४ अगस्त २००७), सिंह इज किंग (८ अगस्त २००८), जोकर (३१ अगस्त २०१२), वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दुबारा (१५ अगस्त २०१३), एंटरटेनमेंट (८ अगस्त २०१४), ब्रदर्स (१४ अगस्त २०१५), रुस्तम (१२ अगस्त २०१६), टॉयलेट एक प्रेम कथा (११ अगस्त २०१७), गोल्ड (१५ अगस्त २०१८) और मिशन मंगल (१५ अगस्त २०१९) थी।
आधुनिक भारत कुमार- फिल्म ट्रेड के जानकार बताते हैं कि किसी साल अगस्त के महीने में, अक्षय कुमार की सबसे ज़्यादा फ़िल्में प्रदर्शित हुई हैं। विशेष तथ्य यह है कि इक्का दुक्का फिल्मों के अलावा, इन सभी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर सफलता मिली है। अक्षय कुमार की अगस्त में फ़िल्में रिलीज़ होने का ट्रेंड धड़कन की सफलता के बाद शुरू हो गया लगता है। हालाँकि, अक्षय कुमार की स्वतंत्रता दिवस साप्ताहांत में प्रदर्शित हुई पहली दो फ़िल्में तराज़ू और बारूद सफल नहीं हो सकी। २००० के दशक में धड़कन की सफलता के बाद, प्रदर्शित फिल्मों जानी दुश्मन और जोकर को असफलता का मुंह देखना पड़ा। स्वतंत्रता दिवस के दिन यानि १५ अगस्त २०१३ को प्रदर्शित होने वाली अक्षय कुमार की पहली फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा एक गैंगस्टर ड्रामा फिल्म थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लुढ़क गई। लेकिन, इसके बाद, अक्षय कुमार की तमाम फिल्मों को सफलता मिलती चली गई। रुस्तम की रिलीज़ के साथ ही अक्षय कुमार आधुनिक भारत कुमार यानि भारत की बात करने वाली फिल्मों के अभिनेता के रूप में उभर कर आये।
फलेगी अक्षय कुमार की हिम्मत! - कोरोना महामारी के दौर में, पूरे देश में सिनेमाघरों को आंशिक खोले जाने के बावजूद अपनी फिल्म प्रदर्शित करने की हिम्मत अक्षय कुमार ने ही दिखाई है। यह फिल्म १९८० के दशक में हुए विमान अपहरण कांड पर एक रॉ एजेंट की देशभक्तिपूर्ण कहानी है। फिल्म उद्योग आशा करता है कि दर्शक रुस्तम, टॉयलेट एक प्रेमकथा, गोल्ड और मिशन मंगल के बाद बेल बॉटम को भी हिट बनाएगा। लेकिन, क्या ऐसा हो पायेगा ? सब कुछ भविष्य के गर्भ में है। महाराष्ट्र ने सिनेमाघर खोलने का अपना आदेश वापस ले लिया है। क्या १९ अगस्त से पहले स्थिति इतनी सुधर जाएगी कि पूरे देश में सिनेमाघर खुल जाएँ। अगर ऐसा न हुआ, महामारी ने जोर पकड़ा तो क्या होगा ? इसका जवाब तो बेल बॉटम के निर्माता ही दे सकते हैं। क्या ऐसी दशा में यह फिल्म १९ अगस्त को ही किसी ओटीटी प्लेटफार्म से स्ट्रीम होने लगेगी ?