Wednesday, 16 April 2014

भोजपुरी फ़िल्म "देसवा" टोरंटो में

देश के सभी बड़े राष्ट्रीय और अंतर राष्ट्रीय फ़िल्म समारोहों में शामिल किये जाने के बाद, भोजपुरी फ़िल्म "देसवा", टोरंटो, कनाडा में होने वाले अंतर राष्ट्रीय दक्षिण एशियाई फ़िल्म समारोह, में शामिल कि गई है । विगत १५ मई से होने वाले इस समारोह में भारत, थाईलैंड, श्रीलंका, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया की कुछ गिनी चुनी फिल्मों का चयन किया गया है, देसवा उनमे से एक है ।  फ़िल्म निर्देशक नितिन चंद्रा अगले महीने टोरंटो के लिए रवाना होंगे । भोजपुरी सिनेमा के ५२ सालों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है की किसी भोजपुरी फ़िल्म को इस तरह से दुनिया भर में सम्मान मिल रहा है, ये एक गर्व का मौक़ा भोजपुरी भाषी और बिहार के सिनेमा  के लिए भी है ।
देसवा इससे पहले भारत के ४३वे अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म समारोह के भारतीय परिदृश्य सिनेमा वर्ग में शामिल होने वाली पहली भोजपुरी फ़िल्म बनी, दिल्ली के हैबिटैट अंतर राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह, मोंटाज फ़िल्म समारोह, फिजी में हुए अंतर राष्ट्रीय फिजी फ़िल्म समारोह, सुवा में भी देसवा को शामिल किया गया ।  पिछले साल भारतीय प्रबंधन संस्थान - अहमदाबाद ने भी देसवा का ख़ास स्क्रीनिंग किया । बर्लिन के बी एन ऐ मैगजीन ने अपने एक संस्करण में देसवा के बारे में दो पन्ने लिखे ।
देसवा को राष्ट्रीय पुरस्कारों में भेजने के लिए बिहार के ५ सिनेमाघरों में प्रतीकात्मक रीलीज दिया गया था । फ़िल्म निर्देशक नितिन चंद्रा का कहना है की देसवा और उसका हिंदी संस्करण दोनों फिल्में जल्द रीलीज हों इसके लिए वो मुम्बई में कई निवेशकों, निर्माताओं और स्टुडीओज से बात कर रहे हैं, उनका कहना है की उनके गृह राज्य में पारम्परिक निवेशक भोजपुरी कि साफ़ सुथरी फिल्मों में निवेश नहीं करना चाहते । देसवा में एक निवेशक बिहार से नहीं है ।  आज एक बार फिर भोजपुरी सिनेमा व्यवसाय कम हो चला है और ऐसे में देसवा जैसे फिल्मों की जरुरत है जो की डूबते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री को ऊपर ला सकती है । 
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