जोहनी डेप छठी बार जैक स्पैरो बन सकते हैं। पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन के भारतीय दर्शकों के लिए यह ख़ुशी की बात हो सकती है। क्योंकि, इस सीरीज की पांच फिल्मों में जैक स्पैरो का समुद्री डाकू किरदार भारतीय बच्चों तक का पसंदीदा बन चुका है।
थीम राइड पर फिल्म - डिज्नी ने, १९६७ में, डिज्नी लैंड में पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन थीम राइड खोला था। इसके ३६ साल बाद, इसी थीम राइड पर पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन द कर्स ऑफ़ द ब्लैक पर्ल रिलीज़ हुई थी। इस पहली फिल्म से, जोहनी डेप के जैक स्परो ने दुनिया के दर्शकों से अपना रिश्ता जोड़ लिया था। इसके बाद से २०१७ तक, इस सीरीज में चार और फ़िल्में डेड मैन्स चेस्ट, एट वर्ल्डस एंड, ऑन स्ट्रेंजर टाइडस और डेड मेन टेल नो टेल्स रिलीज़ हो चुकी है।
डिज्नी ने चाही थी नई ऊर्जा ! - पाइरेट्स ऑफ़ द कॅरीबीयन सीरीज में पांचवी फिल्म २०१७ में प्रदर्शित हुई थी। उसी समय, डिज्नी ने यह कहा था कि अब हम पाइरेट्स सीरीज में नई ऊर्जा और नया जीवन डालना चाहते हैं। इससे ऐसा ऐसा प्रतीत होता था कि जोहनी डेप के पाइरेट्स के रूप में दिन पूरे हो गए हैं। उधर जोहनी डेप भी पत्नी और फिल्म अभिनेत्री एम्बर हर्ड के साथ घरेलू झगड़ों में फंस गए थे। अब जबकि वह पत्नी के लगाए आरोपों से मुक्त हो चुके हैं, उन्हें जैक स्पैरो की याद आने लगी है।
५० मिलियन डॉलर की चाहत ! - अब ऎसी कई खबरें हैं कि एक्टर जोहनी डेप छठी बार जैक स्पैरो की भूमिका को सजीव कर सकते हैं।लेकिन, इसके साथ जोहनी डेप की पारिश्रमिक की शर्त है। जोहनी डेप ने डिज्नी के अधिकारियों के सामने यह प्रस्ताव रखा है कि उन्हें छठी बार जैक स्पैरो बनने की एवज ५० मिलियन डॉलर दिए जाए। दरअसल, मज़बूरी दोनों तरफ की है। डिज्नी को लगता है कि जोहनी डेप को छठे जैक स्पैरो के रूप में वापस लाया जाए। जोहनी डेप भी पत्नी के साथ मुक़दमा लड़ते लड़ते दिवालिया जैसे हो चुके है। उन्हें पैसों की सख्त ज़रुरत है।