चीन की इ-कॉमर्स दिग्गज कंपनी अलीबाबा की फिल्म निर्माण कंपनी अलीबाबा पिक्चर्स का स्टीवन स्पीलबर्ग की कंपनी एम्बलिन पार्टनर्स के साथ समझौता हो गया है। यह दोनों कंपनियां मिल कर फिल्म बनाया करेंगी। इनकी फिल्में केवल चीनी बाजार के लिए नहीं होंगी, बल्कि विश्व बाजार को ध्यान में रख कर भी बनाई जाएंगी। अलीबाबा पिक्चर्स को विकल्प रहेगा कि वह एम्बलिन पार्टनर्स के साथ वैश्विक भागीदारी करे। अलीबाबा से पहले स्टीवन स्पीलबर्ग की कंपनी का भारत की रिलायंस एंटरटेनमेंट, पार्टिसिपेंट मीडिया और एंटरटेनमेंट वन के साथ गठजोड़ पहले से ही बना हुआ है। चीन में विदेशी फ़िल्में सरकारी वितरण संस्था चाइना फिल्म ग्रुप या हुआक्सीअ डिस्ट्रीब्यूशन द्वारा रेवेन्यू शेयरिंग के आधार पर रिलीज़ की जाती हैं। अब वितरण और मर्चेंडाइजिंग में भागिदार होने के कारण अम्बलिंग पार्टनर्स के टाइटल आसानी से आगे किये जा सकते हैं। इसके अलावा अम्बलिन की फिल्मों को डिजिटल मार्केटिंग, ऑनलाइन टिकेटिंग सिनेमा सर्विस और इ-कॉमर्स में अलीबाबा का सपोर्ट मिल सकेगा।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday, 3 December 2016
अलीबाबा के साथ स्टीवन स्पीएलबर्ग
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 30 November 2016
सीरियल से क्यों गायब हो जाता है कोई चेहरा !
कभी किसी पॉपूलर सीरियल का कोई पॉपूलर चेहरा यकायक गायब हो जाता है या मार दिया जाता है। दर्शक बेचैन हो उठता है उसकी नामौजूदगी से। इधर कई पॉपुलर चेहरे टीवी सीरियल की कहानियों में मार दिए गए या कहीं बाहर चले गए। साथ निभाना साथियां में अहम् का किरदार निभाने वाले अभिनेता मोहम्मद नाज़िम और यह रिश्ता क्या कहलाता है में नैतिक का किरदार निभाने वाले करण मेहरा गायब कर दिए गए। यह दोनों पिछले ६-७ साल से अपने शो के पॉपुलर चेहरे थे। इस कड़ी में इश्क़ का रंग सफ़ेद की धानी ईशा सिंह और टशन ए इश्क़ कुंज सिद्धांत गुप्ता के नामों को भी शामिल किया जा सकता है। यह सितारे यकायक क्यों गायब हो गए टीवी स्क्रीन से ! बेशक, दूसरा अच्छा मौका ही पहला कारण था। हालाँकि, करण मेहरा जैसे एक्टर ने खुद के बीमार होने का हवाला देते हुए शो छोड़ा था। लेकिन आजकल वह बिग बॉस के घर के सदस्य बने नज़र आते हैं। आइये जाने ऐसे ही कुछ नामों और उनसे जुड़े चेहरों को।
डांस के लिए टशन ए इश्क़ छोड़ा सिद्धांत गुप्ता ने
सिद्धांत गुप्ता ने ज़ी टीवी के सीरियल टशन ए इश्क़ से ही टीवी डेब्यू किया था। इस सीरियल में उन्होंने कुञ्ज का किरदार किया था। दर्शकों ने ट्विंकल जास्मिन भसीन के साथ उनकी केमिस्ट्री को काफी पसंद भी किया था। लेकिन सिद्धांत की निगाहें पहले ही दिन से किसी अच्छे मौके की तलाश में थी। सिद्धांत अच्छे डांसर हैं। डांस उनका शौक है। इसलिए उन्हें जैसे ही झलक दिखला जा का ऑफर मिला, उन्होंने टशन ए इश्क़ छोड़ने में कोई देर नहीं की। उनई जगह नमन शॉ आ गए।
खराब स्वास्थ्य के बहाने
यह रिश्ता क्या कहलाता है के करण मेहरा ने कोई सात साल तक स्टार टीवी के इस सीरियल में नमन के रूप में एक पति, एक बेटे और एक पिता के भिन्न रूपों से दर्शकों को प्रभावित किया था। सीरियल की 'अक्षरा' हिना खान के साथ उनकी जोड़ी ने काफी अवार्ड्स जीते। इसके बावजूद करण मेहरा ने खराब स्वास्थ्य का बहाना बनाया। अपनी बीवी से इमोशनल पत्र लिखवाए और एक दिन वह सीरियल छोड़ कर चल दिए। हालाँकि प्रोड्यूसर उन्हें बनाये रहना चाहते थे। टीवी पर नदारदगी के कुछ समय बाद करण मेहरा बिग बॉस सीजन १० में नज़र आने लगे। उनकी जगह विशाल सिंह ने ले ली। भाबी जी घर पर है में भाभी जी के रूप में मशहूर शिल्पा शिंदे को शोहरत रास नहीं आई। वह अपने सीरियल के निर्माताओं से अधिक मानदेय की मांग करने लगी। उन्होंने परेशान किये जाने का आरोप भी लगाया। यह मामला सिने एंड टेलीविज़न आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के पास भी पहुंचा। एसोसिएशन ने प्रोड्यूसर के पक्ष में फैसला दिया। परंतु शिल्पा शिंदे बिमारी के बहाने भाबी जी घर पर हैं के सेट पर नहीं पहुंची। निर्माताओं के उन्हें कानूनी नोटिस का भी कोई नतीजा नहीं निकाला। बाद में शिल्पा की जगह शुभांगी अत्रे आ गई। अब यह बात दीगर है कि कानूनी लफड़े को भांप कर शिल्पा को द कपिल शर्मा शो में भी जगह नहीं मिली।
फिल्मों के लिए सीरियल छोड़ा
सिद्धांत गुप्ता ने ज़ी टीवी के सीरियल टशन ए इश्क़ से ही टीवी डेब्यू किया था। इस सीरियल में उन्होंने कुञ्ज का किरदार किया था। दर्शकों ने ट्विंकल जास्मिन भसीन के साथ उनकी केमिस्ट्री को काफी पसंद भी किया था। लेकिन सिद्धांत की निगाहें पहले ही दिन से किसी अच्छे मौके की तलाश में थी। सिद्धांत अच्छे डांसर हैं। डांस उनका शौक है। इसलिए उन्हें जैसे ही झलक दिखला जा का ऑफर मिला, उन्होंने टशन ए इश्क़ छोड़ने में कोई देर नहीं की। उनई जगह नमन शॉ आ गए।
खराब स्वास्थ्य के बहाने
यह रिश्ता क्या कहलाता है के करण मेहरा ने कोई सात साल तक स्टार टीवी के इस सीरियल में नमन के रूप में एक पति, एक बेटे और एक पिता के भिन्न रूपों से दर्शकों को प्रभावित किया था। सीरियल की 'अक्षरा' हिना खान के साथ उनकी जोड़ी ने काफी अवार्ड्स जीते। इसके बावजूद करण मेहरा ने खराब स्वास्थ्य का बहाना बनाया। अपनी बीवी से इमोशनल पत्र लिखवाए और एक दिन वह सीरियल छोड़ कर चल दिए। हालाँकि प्रोड्यूसर उन्हें बनाये रहना चाहते थे। टीवी पर नदारदगी के कुछ समय बाद करण मेहरा बिग बॉस सीजन १० में नज़र आने लगे। उनकी जगह विशाल सिंह ने ले ली। भाबी जी घर पर है में भाभी जी के रूप में मशहूर शिल्पा शिंदे को शोहरत रास नहीं आई। वह अपने सीरियल के निर्माताओं से अधिक मानदेय की मांग करने लगी। उन्होंने परेशान किये जाने का आरोप भी लगाया। यह मामला सिने एंड टेलीविज़न आर्टिस्ट्स एसोसिएशन के पास भी पहुंचा। एसोसिएशन ने प्रोड्यूसर के पक्ष में फैसला दिया। परंतु शिल्पा शिंदे बिमारी के बहाने भाबी जी घर पर हैं के सेट पर नहीं पहुंची। निर्माताओं के उन्हें कानूनी नोटिस का भी कोई नतीजा नहीं निकाला। बाद में शिल्पा की जगह शुभांगी अत्रे आ गई। अब यह बात दीगर है कि कानूनी लफड़े को भांप कर शिल्पा को द कपिल शर्मा शो में भी जगह नहीं मिली।
फिल्मों के लिए सीरियल छोड़ा
कभी कोई कलाकार फिल्म करने के लालच में आ कर अपने पॉपुलर सीरियल को छोड़ देता है। ससुराल सिमर का की अविका गोर ने दक्षिण की फिल्मों के लिए सीरियल छोड़ दिया। सीरियल बालिका बधु की बाल कलाकार आनंदी के बतौर ख्यात अविका गोर को सीरियल ससुराल सिमर का की रोली के तौर पर भी काफी शोहरत मिली। इसी के नतीजे पर उन्हें दक्षिण की फिल्मों के प्रस्ताव भी मिलने लगे। दक्षिण की फिल्मों में पैसों के मोह ने अविका को सीरियल से सोचा समझा ब्रेक लेने को मज़बूर कर दिया। उनकी जगह मानसी श्रीवास्तव आ गई। अविका के अलावा देवों के देव महादेव में पार्वती का किरदार करने वाली सोनारिका भदौरिया ने भी दक्षिण की फिल्मों के लिए अपने मशहूर सीरियल देवों के देव महादेव को छोड़ दिया। इसके लिए सोनारिका ने खूब पापड़ बेले। पुरस्कार समारोहों में अंग प्रदर्शक पोशाकें पहन कर खुद को पार्वती के लिए अयोग्य जताने की कोशिश की। सोनारिका की दक्षिण के बाद एक हिंदी हॉरर फिल्म साँसे द लास्ट ब्रेथ २५ नवम्बर को रिलीज़ होने जा रही है। अविका की तरह मोहम्मद नाज़िम ने भी पंजाबी फिल्म बिग डैडी के लिए सीरियल साथ निभाना साथिया के अहम के अहम् किरदार को भी अहमियत नहीं दी। बाद में उन्होंने इस सीरियल में वापसी की। चूंकि, उनके अहम् के किरदार को मार दिया गया था। इसलिये नाज़िम को जग्गी के किरदार में वापसी मिली।
माँ नहीं बनना चाहती थी
कुछ कलाकार माता पिता का ऑन स्क्रीन किरदार नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपने पॉपुलर सीरियल के पॉपुलर किरदार को छोड़ने में देर नहीं की। एक विधवा धानी के किरदार में सीरियल इश्क़ का रंग सफ़ेद की ईशा सिंह ने दर्शकों के दिलों में जगह बना ली थी। धनी घर के विप्लव की इस गरीब विधवा से शादी की कहानी में पांच साल की छलांग आई थी। धानी और विप्लव माता-पिता बन गए हैं। ईशा सिंह को माँ बनना रास नहीं आया। क्योंकि वह अभी सिर्फ १८ साल की हैं। इसलिए ईशा सिंह ने लोकप्रियता के बावजूद इश्क़ का रंग सफ़ेद को अलविदा कह दिया। अब धानी के किरदार में संजीदा शेख नज़र आ रही हैं। जबकि ईशा सिंह एक था राजा एक थी रानी के दूसरे सीजन में दृष्टि धामी के रानी गायत्री के किरदार को कर रही हैं।
एक था राजा एक थी रानी की दृष्टि धामी- दृष्टि धामी को एक था राजा एक थी रानी छोड़ना सीरियल के लिहाज़ से ठीक नहीं रहा। एक था राजा एक थी रानी में ट्विस्ट एंड टर्न की भरमार थी। इसके बावजूद सीरियल दर्शकों को बहुत आकर्षित नहीं कर पा रहा था। सीरियल में दृष्टि धामी रानी गायत्री का किरदार कर रही थी। मेकर्स ने सीरियल को बचाने के ख्याल से इसमे लीप डाली। गायत्री को अब माँ बन जाना है। दृष्टि धामी को इतनी जल्दी माँ बनाना पसंद नहीं आया। उन्होंने सीरियल को अलविदा कह दिया। सीरियल निर्माताओं ने दृष्टि के हीरो सिद्धांत कार्णिक के किरदार को भी ख़तम कर दिया। एक नई कहानी के साथ सीरियल को सीजन २ में शुरू किया गया। इसी सीजन में रानी गायत्री के किरदार में ईशा सिंह आ गई। दृष्टि धामी को आजकल परदेस में है मेरा दिल में नैना बत्रा के किरदार में देखा जा सकता है।
याद आते हैं टीवी सीरियलो के कई पॉपुलर चेहरे, जिन्होंने सीरियलो के अपने चरित्र की सफलता को अपनी सफलता समझ कर नखरे दिखाने शुरू किये थे। इनमे क्योंकि सास भी कभी बहु थी के अमर उपाध्याय ख़ास उल्लेखनीय हैं। उन्होंने तुलसी विरानी के किरदार के इर्द गिर्द घूमते इस सीरियल में अपने मिहिर विरानी के किरदार की सफलता को अपनी सफलता समझने की भयंकर भूल की थी। वह फिल्म का हीरो बनाने के सपने बांधने लगे। फिल्म मिली भी श्याम रामसे निर्देशित हॉरर फिल्म धुंध द फोग में वह अदिति गोवत्रीकर के नायक थे। फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई। अमर उपाध्याय के सर से फिल्मों का नशा उत्तर गया। शायद इसीलिए साथ निभाना साथिया के मोहम्मद नाज़िम ने अपनी गलती कासुधार कर लिया। वह पंजाबी फिल्म बिग डैडी के हीरो बनाने के लिए साथ निभाना साथिया के अहम् के किरदार को छोड़ कर चले गए थे। उन्होंने बिग डैडी की शूटिंग के बाद सीरियल में वापसी की कोशिश की। लेकिन उस समय तक अहम् के किरदार की मौत हो चुकी थी। नाज़िम को जग्गी के नए किरदार में ही वापस लिया गया। लेकिन उनमे अब वह बात नज़र नहीं आती।
माँ नहीं बनना चाहती थी
कुछ कलाकार माता पिता का ऑन स्क्रीन किरदार नहीं करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपने पॉपुलर सीरियल के पॉपुलर किरदार को छोड़ने में देर नहीं की। एक विधवा धानी के किरदार में सीरियल इश्क़ का रंग सफ़ेद की ईशा सिंह ने दर्शकों के दिलों में जगह बना ली थी। धनी घर के विप्लव की इस गरीब विधवा से शादी की कहानी में पांच साल की छलांग आई थी। धानी और विप्लव माता-पिता बन गए हैं। ईशा सिंह को माँ बनना रास नहीं आया। क्योंकि वह अभी सिर्फ १८ साल की हैं। इसलिए ईशा सिंह ने लोकप्रियता के बावजूद इश्क़ का रंग सफ़ेद को अलविदा कह दिया। अब धानी के किरदार में संजीदा शेख नज़र आ रही हैं। जबकि ईशा सिंह एक था राजा एक थी रानी के दूसरे सीजन में दृष्टि धामी के रानी गायत्री के किरदार को कर रही हैं।
एक था राजा एक थी रानी की दृष्टि धामी- दृष्टि धामी को एक था राजा एक थी रानी छोड़ना सीरियल के लिहाज़ से ठीक नहीं रहा। एक था राजा एक थी रानी में ट्विस्ट एंड टर्न की भरमार थी। इसके बावजूद सीरियल दर्शकों को बहुत आकर्षित नहीं कर पा रहा था। सीरियल में दृष्टि धामी रानी गायत्री का किरदार कर रही थी। मेकर्स ने सीरियल को बचाने के ख्याल से इसमे लीप डाली। गायत्री को अब माँ बन जाना है। दृष्टि धामी को इतनी जल्दी माँ बनाना पसंद नहीं आया। उन्होंने सीरियल को अलविदा कह दिया। सीरियल निर्माताओं ने दृष्टि के हीरो सिद्धांत कार्णिक के किरदार को भी ख़तम कर दिया। एक नई कहानी के साथ सीरियल को सीजन २ में शुरू किया गया। इसी सीजन में रानी गायत्री के किरदार में ईशा सिंह आ गई। दृष्टि धामी को आजकल परदेस में है मेरा दिल में नैना बत्रा के किरदार में देखा जा सकता है।
याद आते हैं टीवी सीरियलो के कई पॉपुलर चेहरे, जिन्होंने सीरियलो के अपने चरित्र की सफलता को अपनी सफलता समझ कर नखरे दिखाने शुरू किये थे। इनमे क्योंकि सास भी कभी बहु थी के अमर उपाध्याय ख़ास उल्लेखनीय हैं। उन्होंने तुलसी विरानी के किरदार के इर्द गिर्द घूमते इस सीरियल में अपने मिहिर विरानी के किरदार की सफलता को अपनी सफलता समझने की भयंकर भूल की थी। वह फिल्म का हीरो बनाने के सपने बांधने लगे। फिल्म मिली भी श्याम रामसे निर्देशित हॉरर फिल्म धुंध द फोग में वह अदिति गोवत्रीकर के नायक थे। फिल्म बुरी तरह से फ्लॉप हुई। अमर उपाध्याय के सर से फिल्मों का नशा उत्तर गया। शायद इसीलिए साथ निभाना साथिया के मोहम्मद नाज़िम ने अपनी गलती कासुधार कर लिया। वह पंजाबी फिल्म बिग डैडी के हीरो बनाने के लिए साथ निभाना साथिया के अहम् के किरदार को छोड़ कर चले गए थे। उन्होंने बिग डैडी की शूटिंग के बाद सीरियल में वापसी की कोशिश की। लेकिन उस समय तक अहम् के किरदार की मौत हो चुकी थी। नाज़िम को जग्गी के नए किरदार में ही वापस लिया गया। लेकिन उनमे अब वह बात नज़र नहीं आती।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Monday, 28 November 2016
Radhika Apte relives real life ordeals with clip leaks for a new film
The actress battled leaks of sexual content from her films when clips from Madly and Parched made their way to the internet. Last year pictures of a woman in the shower had started doing the rounds. But at that time Radhika decided to take matters into her hands and had posted a stern message on social media which read, “You guys! If you're going to get someone to pass off as naked me, she needs to look a lot more like me.“ Now, for the twist in the tale... In a case of real meets reel, the actress is shown as a victim of a leaked shower clip in her upcoming film Bombairiya in which she plays a publicist named Meghna.Filmmaker Michael E Ward confirms the news, saying, “Yes, we do have such a scene in our film which was shot around the same time when a clip from Anurag Kashyap's film, Madly, was leaked. For a while we were afraid that we may have to change our script as Radhika who was really upset about the real leak might be uncomfortable shooting it. But she's a brave girl and bounced back strongly and agreed to do the scenes. Her character is a film publicist whose phone is snatched on the street. She chases after the thief frantically because there's a an MMS in it of her in the shower after a Holi blast which she knows could be embarrassing to her as well as the Bollywood actor she works with.“
Michael is quick to add that they weren't trying to cash in on Radhika's real life controversies, “The scene was always a part of the script and Radhika understood that.We are definitely not exploiting what happened to her earlier,“ he asserts.
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Sunday, 27 November 2016
कभी अमिताभ बच्चन थे जेपी दत्ता के 'बंधुआ'
ज्योति प्रकाश दत्ता, जिन्हें हिंदी फिल्म दर्शक जेपी दत्ता के नाम से अधिक जानते हैं, ने अभिषेक बच्चन और करीना कपूर का खुद द्वारा निर्देशित फिल्म रिफ्यूजी से हिंदी फिल्म डेब्यू करवाया था। दत्ता ने अभिषेक बच्चन को लेकर एल ओ सी कारगिल और उमराव जान जैसी फ़िल्में भी बनाई। जेपी दत्ता ने गुलामी, यतीम, बँटवारा,हथियार, क्षत्रिय और बॉर्डर जैसी फिल्मों का भी निर्माण किया। उन्होंने धर्मेन्द्र और मिथुन चक्रवर्ती के साथ गुलामी, सनी देओल और मीनाक्षी शेषाद्री के साथ यतीम, धर्मेन्द्र, विनोद खन्ना, मोहसिन खान, पूनम ढिल्लों और अमृता सिंह के साथ बंटवारा, धर्मेन्द्र, संजय दत्त, संगीता बिजलानी, ऋषि कपूर और आशा पारेख के साथ फिल्म हथियार, सुनील दत्त, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और मिनाक्षी शेषाद्री के साथ फिल्म क्षत्रिय और सनी देओल, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, जैकी श्रॉफ, राखी, तब्बू और पूजा भट्ट के साथ फिल्म बॉर्डर का निर्माण किया. ध्यान से देखें तो जेपी ने अपने समय के तमाम बड़े अभिनेताओं के साथ फ़िल्में बनाई। इनमे अमिताभ बच्चन के सुपरस्टारडम के लिए खतरा विनोद खन्ना और धर्मेन्द्र के साथ कई फ़िल्में बनाई। उन्होंने खन्ना बाप बेटा विनोद और अक्षय तथा देओल बाप बेटा धर्मेन्द्र और सनी देओल को लेकर भी फ़िल्में बनाई. लेकिन, क्या कभी अभिषेक बच्चन के पापा अमिताभ बच्चन के साथ कोई फिल्म बनाई ? क्यों नहीं बनाई ? बताते चलें कि दत्ता और बच्चन अच्छे दोस्त हैं। तभी तो अमिताभ बच्चन अपने बेटे का फिल्म डेब्यू जेपी दत्ता की फिल्म रिफ्यूजी के ज़रिये करवाने के लिए राजी हुए। तब अमिताभ बच्चन और जेपी दत्ता ने कोई फिल्म साथ क्यों नहीं की ? यहाँ आपको बता दें कि जेपी दत्ता ने १९८९ में अमिताभ बच्चन के साथ निर्माता एचए नाडियाडवाला की फिल्म बंधुआ की शुरुआत अमिताभ बच्चन के साथ की थी। इस फिल्म का कथानक बंधुआ मजदूरों पर केन्द्रित था। फिल्म में वहीदा रहमान और पूजा बेदी भी थे। लेकिन अमिताभ बच्चन के साथ यह फिल्म कभी उड़ान नहीं भर सकी। बाद में इस फिल्म को बिलकुल बंद कर दिया गया। यहाँ आपको बताते चलें कि निर्देशक जेपी दत्ता की पहली फिल्म सरहद (१९७६) थी। इस फिल्म में विनोद खन्ना, मिथुन चक्रवर्ती और बिंदिया गोस्वामी की मुख्य भूमिका थी। परन्तु, यह फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी। इस प्रकार से दत्ता को बतौर निर्देशक अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नौ साल बाद फिल्म गुलामी से मिला। अलबत्ता जे पी दत्ता सरहद का शुक्रिया अदा कर सकते हैं कि उन्हें इसी फिल्म से अपनी भावी पत्नी बिंदिया गोस्वामी मिली।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday, 19 November 2016
घोस्ट इन द शैल में स्कारलेट जॉनसन
घोस्ट इन द शैल में स्कारलेट जॉनसन
सैनन माँगा सीरीज के बतौर प्रकाशित घोस्ट इन द शैल पर कई टीवी फ़िल्में और एनीमेशन सीरीज बनाई जा चुकी हैं। इस सीरीज की रचना मसामुने शिरोव ने की थी। इस जापानी सीरीज पर फिल्म का निर्देशन रूपर्ट सैंडर्स कर रहे हैं। रूपर्ट ने शॉर्ट फिल्मों के अलावा २०१२ में रिलीज़ एक्शन एडवेंचर फिल्म स्नो वाइट एंड द हंट्समैन का निर्देशन किया है। घोस्ट इन द शैल विज्ञान फंतासी फिल्म है, जिसकी कहानी काल्पनिक इलीट टास्क फाॅर्स सेक्शन ९ की स्पेशल ऑप्स मेजर, जो एक मानव और साईबोर्ग हाइब्रिड है, की अपराधियों और उग्रवादियों के खतरनाक गिरोहों का विनाश करने के लिए अपनी टीम का नेतृत्व करने की है। इनके निशाने पर द लाफिंग मैन है, जिसने हंका रोबोटिक्स की तमाम टेक्नोलॉजी को ख़त्म कर दिया है । घोस्ट इन द शैल में मेजर का किरदार अभिनेत्री स्कारलेट जोहांसन कर रही हैं। उनके विश्वस्त साथी बतौ का किरदार पिलौ एस्बैक कर रहे हैं। इसके अलावा जूलिएट बिनोशे, ताकेशी कितानो, माइकल पिट और काओरी मोमोई भी महत्वपूर्ण किरदार कर रहे हैं। घोस्ट इन द शैल अगले साल ३१ मार्च को प्रदर्शित हो रही है।
सैनन माँगा सीरीज के बतौर प्रकाशित घोस्ट इन द शैल पर कई टीवी फ़िल्में और एनीमेशन सीरीज बनाई जा चुकी हैं। इस सीरीज की रचना मसामुने शिरोव ने की थी। इस जापानी सीरीज पर फिल्म का निर्देशन रूपर्ट सैंडर्स कर रहे हैं। रूपर्ट ने शॉर्ट फिल्मों के अलावा २०१२ में रिलीज़ एक्शन एडवेंचर फिल्म स्नो वाइट एंड द हंट्समैन का निर्देशन किया है। घोस्ट इन द शैल विज्ञान फंतासी फिल्म है, जिसकी कहानी काल्पनिक इलीट टास्क फाॅर्स सेक्शन ९ की स्पेशल ऑप्स मेजर, जो एक मानव और साईबोर्ग हाइब्रिड है, की अपराधियों और उग्रवादियों के खतरनाक गिरोहों का विनाश करने के लिए अपनी टीम का नेतृत्व करने की है। इनके निशाने पर द लाफिंग मैन है, जिसने हंका रोबोटिक्स की तमाम टेक्नोलॉजी को ख़त्म कर दिया है । घोस्ट इन द शैल में मेजर का किरदार अभिनेत्री स्कारलेट जोहांसन कर रही हैं। उनके विश्वस्त साथी बतौ का किरदार पिलौ एस्बैक कर रहे हैं। इसके अलावा जूलिएट बिनोशे, ताकेशी कितानो, माइकल पिट और काओरी मोमोई भी महत्वपूर्ण किरदार कर रहे हैं। घोस्ट इन द शैल अगले साल ३१ मार्च को प्रदर्शित हो रही है।
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Scarlett Johansson
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
'बर्डमैन' माइकल कीटन बनेंगे वल्चर
'बर्डमैन' माइकल कीटन बनेंगे वल्चर
लम्बे समय से यह अफवाहे शक्ल ले रही थी कि मार्वल स्टूडियोज की फिल्म स्पाइडर-मैन: होमकमिंग में बर्डमैन माइकल कीटन वल्चर का किरदार करेंगे। माइकल कीटन ने २०१४ में रिलीज़ बर्डमैन में एक बूढ़े हो चुके एक्टर का किरदार किया था, जो बर्डमैन का चोला पहन कर लोगों का मनोरंजन करता है । इस रोल के लिए उन्होंने गोल्डन ग्लोब अवार्ड जीता था और ऑस्कर में नॉमिनेशन मिला था। माइकल कीटन के वल्चर को फिल्म के कांसेप्ट आर्ट में जगह मिली थी। लेकिन, माइकल का वल्चर बनना अब जा कर तय हो पाया है। वल्चर के पंखों वाला बुरा किरदार है। इस प्रकार से माइकल कीटन स्पाइडर-मैन टॉम हॉलैंड के अपोजिट विलेन का किरदार करेंगे। ७ जुलाई २०१७ को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में कुछ दूसरे सुपर हीरो भी स्पाइडर-मैन के साथ नज़र आएंगे। इनमे आयरन मैन (रॉबर्ट डाउनी जूनियर), शॉकर (बोकीम वुडबाइन) और टिंकेरर (माइकल चेर्नस) उल्लेखनीय हैं। फिल्म के निर्देशक जॉन वॉट्स (क्लाउन और कॉप कार) हैं।
लम्बे समय से यह अफवाहे शक्ल ले रही थी कि मार्वल स्टूडियोज की फिल्म स्पाइडर-मैन: होमकमिंग में बर्डमैन माइकल कीटन वल्चर का किरदार करेंगे। माइकल कीटन ने २०१४ में रिलीज़ बर्डमैन में एक बूढ़े हो चुके एक्टर का किरदार किया था, जो बर्डमैन का चोला पहन कर लोगों का मनोरंजन करता है । इस रोल के लिए उन्होंने गोल्डन ग्लोब अवार्ड जीता था और ऑस्कर में नॉमिनेशन मिला था। माइकल कीटन के वल्चर को फिल्म के कांसेप्ट आर्ट में जगह मिली थी। लेकिन, माइकल का वल्चर बनना अब जा कर तय हो पाया है। वल्चर के पंखों वाला बुरा किरदार है। इस प्रकार से माइकल कीटन स्पाइडर-मैन टॉम हॉलैंड के अपोजिट विलेन का किरदार करेंगे। ७ जुलाई २०१७ को रिलीज़ होने जा रही इस फिल्म में कुछ दूसरे सुपर हीरो भी स्पाइडर-मैन के साथ नज़र आएंगे। इनमे आयरन मैन (रॉबर्ट डाउनी जूनियर), शॉकर (बोकीम वुडबाइन) और टिंकेरर (माइकल चेर्नस) उल्लेखनीय हैं। फिल्म के निर्देशक जॉन वॉट्स (क्लाउन और कॉप कार) हैं।
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Thursday, 17 November 2016
दक्षिण से कौन बन सकती हैं बॉलीवुड की दीपिका और प्रियंका !
कह सकते हैं कि बॉलीवुड की दो बड़ी अभिनेत्रियां प्रियंका चोपड़ा और दीपिका पादुकोण बॉलीवुड से ज़्यादा हॉलीवुड फिल्मों में व्यस्त हैं। प्रियंका चोपड़ा के पास कोई हिंदी फिल्म नहीं है। लेकिन, वह अमेरिका में क़्वान्टिको की दूसरी कड़ी के अलावा हॉलीवुड फिल्म बेवॉच की अपनी नेगेटिव भूमिका में मस्त हैं। बाजीराव मस्तानी जैसी बड़ी सफलता के बावजूद दीपिका पादुकोण ने खुद के सामने फिल्मों का ढेर नहीं लगा लिया है। वह विन डीजल के साथ एक्शन फिल्म 'ट्रिपल एक्स : रिटर्न ऑफ़ जेंडर केज' में एक्शन और स्किन शो का ख़ास ख्याल रख रही हैं। उनकी अगली हिंदी फिल्म संजय लीला भंसाली की ही फिल्म पद्मावती होगी। यों बॉलीवुड के पास कैटरीना कैफ, सोनाक्षी सिन्हा, अनुष्का शर्मा, श्रद्धा कपूर, आदि ढेरों अभिनेत्रियां हैं। लेकिन, बॉलीवुड मांगे मोर। फिफ्टी और फोर्टी प्लस के अभिनेताओं के लिए जोड़ीदार की तलाश ज़ारी है।
साठ और सत्तर के दशक तक, दक्षिण की अनुभवी अभिनेत्रियां हिंदी फिल्मों को नायिका की कमी महसूस नहीं होने देती थी। हालाँकि, उस समय भी नर्गिस, मीना कुमारी, नूतन, आदि अभिनेत्रियां बॉलीवुड की पारिवारिक फिल्मों को अपने अभिनय का खाद पानी दिया करती थी। लेकिन, शोख और चंचल भूमिकाओं के लिए आशा पारेख और साधना के आठ वैजयंतीमाला, पद्मिनी, रागिनी, बी सरोजदेवी, हेमा मालिनी, रेखा, जयाप्रदा, आदि ही पंजाबी अभिनेताओं की जोड़ीदारी के लिए उपयुक्त समझी जाती थी। यह अभिनेत्रियां अभिनयशील तो थी हीं, तीखे नाक नक्श वाली खूबसूरत और नृत्य पारंगत भी थी। कहने का मतलब यह है कि दक्षिण हमेशा से बॉलीवुड को नायिकाएं देता रहा है। वैसे आज समय थोड़ा बदल गया है। दक्षिण की फिल्मों में जो अभिनेत्रियां हिट हैं, वह दिल्ली, पंजाब या मुम्बई की ही देन हैं। इन अभिनेत्रियों ने हिंदी फिल्मों से पहले दक्षिण की फिल्मों में दस्तक दी। दक्षिण ने इन्हें हाथोंहाथ लिया। ऎसी तमाम अभिनेत्रियां अब बॉलीवुड फिल्मों के लिए किसी दीपिका पादुकोण या प्रियंका चोपड़ा की कमी पूरी कर सकती हैं। क्योंकि, यह अभिनेत्रियां अभिनय की हर क्षेत्र में माहिर हैं। आइये, जानते हैं ऎसी कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
दिशा पाटनी
बरेली में जन्मी दिशा पाटनी का फिल्म डेब्यू तेलुगु फिल्म लोफर से किया। इस फिल्म में वरुण तेज उनके नायक थे। निर्देशक पूरी जगन्नाथ थे। फिल्म ख़ास बिज़नस नहीं कर सकी। दिशा को, इसी साल म्यूजिक वीडियो बेफिक्रा में टाइगर श्रॉफ के साथ रोमांटिक देखा गया। भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टेन महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक फिल्म एम ऐस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी में धोनी की प्रेमिका के किरदार ने दिशा के रास्ते खोल दिए। दिशा पाटनी केवल बॉलीवुड तक सीमित नहीं। वह जैकी चैन के साथ हिंदी चीनी भाषा में फिल्म कुंग फू योगा में ख़ास किरदार कर रही हैं।
तापसी पन्नू
मायानगरी वाले शहर मुम्बई में जन्मी तापसी का एक्टर बनने का सपना पूरा हुआ सुदूर दक्षिण में बनी तेलुगु रोमांस फिल्म झुमान्दी नादम से। दक्षिण की कोई दस फ़िल्में करने के बाद तापसी को हिंदी फिल्म में डेब्यू करने का मौक़ा दिया निर्देशक डेविड धवन ने कॉमेडी चश्मे बद्दूर में। यह फिल्म हिट हुई। तापसी को हिंदी फिल्मों में पहचाना जाने लगा। बेबी में वह अक्षय कुमार के साथ एक्शन कर रही थी। इस साल रिलीज़ फिल्म पिंक ने तापसी पन्नू को अभिनयशील अभिनेत्री साबित कर दिया। इस समय वह तेलुगु और हिंदी में बनाई जा रही फिल्म गाज़ी के अलावा रनिंग शादी डॉट कॉम, तड़का और नाम शबाना जैसी फ़िल्में कर रही हैं।
तारा अलीशा बेरी
तेलुगु फिल्म १००% लव और मनी मनी मोर मनी से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाली तारा अलीशा बेरी ने हिंदी दर्शकों के बीच अपनी पहचान हॉट फिल्मों की सेक्सी एक्ट्रेस के बतौर बनाई। मस्तराम फिल्म में वह नायक की पत्नी थी। लेकिन, उन्होंने फिल्म में खूब हॉट सीन किये। अगली फिल्म द परफेक्ट गर्ल और लव गेम्स में भी यही सिलसिला जारी रहा। उन्होंने भट्ट बंधुओं के साथ तीन फिल्मों की डील साइन की है। इसकी पहली फिल्म लव गेम्स रिलीज़ हो गई है। ज़ाहिर है कि अलीशा अपनी सेक्सी इमेज बनाने में सफल हैं। लेकिन यहाँ भी उन्हें ज़रीन खान, सना खान, सनी लियॉन, आदि से ज़बरदस्त चुनौती मिलने जा रही है। उन्होंने टी सीरीज के साथ भी अनुबंध किया है।
कृति खरबंदा
दिल्ली में जन्मी कृति खरबंदा ने कन्नड़ फिल्मों में काफी नाम कमाया है। हालाँकि, उनका फिल्म डेब्यू तेलुगु फिल्म बोनी से हुआ था। वह १५ तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय करने के बाद भट्ट बंधुओं की फिल्म राज़ रिबूट में इमरान हाशमी और गौरव अरोरा के साथ मुख्य भूमिका में नज़र आई। वह अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित कर पाने में कामयाब हुई थी। अब वह आश्विन धीर की फिल्म अतिथि इन लन्दन में एक ऎसी लड़की का किरदार कर रही हैं, जो अपने पुरुष मित्र के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में है।
एमी जैक्सन
ब्रितानी एक्टर एमी जैक्सन ने तमिल फिल्म मद्रासपट्टिनम (२०१०) से डेब्यू किया था। दो साल बाद वह प्रतीक बब्बर के साथ बुरी तरह फ्लॉप फिल्म एक दीवाना था से हिंदी फिल्म डेब्यू कर रही थी। हिंदी फिल्मों में एमी को बूस्ट मिला अक्षय कुमार के साथ फिल्म सिंह इज ब्लिंग से। इस फिल्म में उनके एक्शन को काफी पसंद किया गया। अब वह तीन भाषाओं हिंदी, तमिल और तेलुगु में बनाई जा रही विज्ञानं फंतासी फिल्म २.० में रजनीकांत की नायिका के बतौर नज़र आएंगी।
सोनारिका भदौरिया
देवों के देव महादेव की पार्वती से मशहूर सोनिका भदौरिया को उनके नखरों की वजह से शो से अलग कर दिया गया। उनकी जगह तेलुगु फिल्मों की सेक्स बम पूजा बोस ने ले ली थी। पर सोनारिका ने महादेव की पार्वती से मिली शोहरत का फायदा उठाते हुए तेलुगु फिल्म जादूगदू साइन कर ली थी। सोनारिका ने अब तक तीन तेलुगु फ़िल्में की हैं। इन सभी में उन्होंने जम कर अंग प्रदर्शन किया है। अब वह निर्देशक राजेश एस रुइया की रोमांटिक हॉरर फिल्म सांसें : द लास्ट ब्रेथ में दर्शकों की सांसें रोक देने वाला अंग प्रदर्शन कर रही हैं।
सना खान
मॉडल एक्ट्रेस सना खान भी मुम्बई से अभिनय करने दक्षिण जा पहुंची। हालाँकि, सना खान की पहली फिल्म हिंदी में ये है हाई सोसाइटी थी। लेकिन, उन्हें ज़्यादा सफलता मिली तमिल और तेलुगु फिल्मों में। २०१४ में सलमान खान की फिल्म जय हो में सना खान ने नेगेटिव किरदार किया था। इसके दो साल बाद, उनकी बतौर नायिका फिल्म वजह तुम हो रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म में उन्होंने जम कर अंग प्रदर्शन किया है और कामुक दृश्य दिए हैं। उनकी एक अन्य फिल्म टॉम डिक एंड हैरी २ अगले साल रिलीज़ होगी।
यामी गौतम
हिंदी टीवी सीरियलो में नाम कमाने के बाद यामी गौतम दक्षिण चली गई थी। उन्होंने कन्नड़ फिल्म उल्लासा उत्साहा से फिल्म डेब्यू किया। आयुष्मान खुराना के साथ फिल्म विक्की डोनर से यामी ने हिंदी फिल्म डेब्यू किया। फिल्म सफल रही। लेकिन, यामी को एक्शन जैक्सन जैसी बड़ी फिल्म में छोटी भूमिका ही मिली। सनम रे, जुनूनियत और बदलापुर के बाद वह फिल्म काबिल में हृथिक रोशन की नायिका बन कर आ रही हैं। रामगोपाल वर्मा की फिल्म सरकार ३ भी उनके खाते में है।
कृति शेनन
टाइगर श्रॉफ के साथ फिल्म हीरोपंथी से अपने करियर का आगाज़ करने वाली कृति शेनन ने शाहरुख़ खान की सपोर्टिंग एक्ट्रेस वाली फिल्म दिलवाले के लिए अक्षय कुमार की फिल्म सिंह इज ब्लिंग में नायिका का रोल ठुकरा दिया था। कृति शेनन के फिल्म करियर की शुरुआत भी तेलुगु फिल्म से हुई थी। फिलहाल, उनके पास सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म राब्ता ही है।
इलेना डिक्रूज
तेलुगु फिल्मों की बड़ी अभिनेत्री इलेना डिक्रूज ने अनुराग बासु की फिल्म बर्फी में रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा की मौजूदगी में दर्शकों को अपनी प्रतिभा से चौंकाया था। वह अब तक फटा पोस्टर निकाला हीरो, मैं तेरा हीरो, हैप्पी एंडिंग और रुस्तम जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुकी हैं। उनकी आगामी हिंदी फिल्मों में अजय देवगन के साल बादशाओ के अलावा फिल्म मुबारकां भी है।
साठ और सत्तर के दशक तक, दक्षिण की अनुभवी अभिनेत्रियां हिंदी फिल्मों को नायिका की कमी महसूस नहीं होने देती थी। हालाँकि, उस समय भी नर्गिस, मीना कुमारी, नूतन, आदि अभिनेत्रियां बॉलीवुड की पारिवारिक फिल्मों को अपने अभिनय का खाद पानी दिया करती थी। लेकिन, शोख और चंचल भूमिकाओं के लिए आशा पारेख और साधना के आठ वैजयंतीमाला, पद्मिनी, रागिनी, बी सरोजदेवी, हेमा मालिनी, रेखा, जयाप्रदा, आदि ही पंजाबी अभिनेताओं की जोड़ीदारी के लिए उपयुक्त समझी जाती थी। यह अभिनेत्रियां अभिनयशील तो थी हीं, तीखे नाक नक्श वाली खूबसूरत और नृत्य पारंगत भी थी। कहने का मतलब यह है कि दक्षिण हमेशा से बॉलीवुड को नायिकाएं देता रहा है। वैसे आज समय थोड़ा बदल गया है। दक्षिण की फिल्मों में जो अभिनेत्रियां हिट हैं, वह दिल्ली, पंजाब या मुम्बई की ही देन हैं। इन अभिनेत्रियों ने हिंदी फिल्मों से पहले दक्षिण की फिल्मों में दस्तक दी। दक्षिण ने इन्हें हाथोंहाथ लिया। ऎसी तमाम अभिनेत्रियां अब बॉलीवुड फिल्मों के लिए किसी दीपिका पादुकोण या प्रियंका चोपड़ा की कमी पूरी कर सकती हैं। क्योंकि, यह अभिनेत्रियां अभिनय की हर क्षेत्र में माहिर हैं। आइये, जानते हैं ऎसी कुछ अभिनेत्रियों के बारे में -
दिशा पाटनी
बरेली में जन्मी दिशा पाटनी का फिल्म डेब्यू तेलुगु फिल्म लोफर से किया। इस फिल्म में वरुण तेज उनके नायक थे। निर्देशक पूरी जगन्नाथ थे। फिल्म ख़ास बिज़नस नहीं कर सकी। दिशा को, इसी साल म्यूजिक वीडियो बेफिक्रा में टाइगर श्रॉफ के साथ रोमांटिक देखा गया। भारतीय क्रिकेट टीम के कैप्टेन महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक फिल्म एम ऐस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी में धोनी की प्रेमिका के किरदार ने दिशा के रास्ते खोल दिए। दिशा पाटनी केवल बॉलीवुड तक सीमित नहीं। वह जैकी चैन के साथ हिंदी चीनी भाषा में फिल्म कुंग फू योगा में ख़ास किरदार कर रही हैं।
तापसी पन्नू
मायानगरी वाले शहर मुम्बई में जन्मी तापसी का एक्टर बनने का सपना पूरा हुआ सुदूर दक्षिण में बनी तेलुगु रोमांस फिल्म झुमान्दी नादम से। दक्षिण की कोई दस फ़िल्में करने के बाद तापसी को हिंदी फिल्म में डेब्यू करने का मौक़ा दिया निर्देशक डेविड धवन ने कॉमेडी चश्मे बद्दूर में। यह फिल्म हिट हुई। तापसी को हिंदी फिल्मों में पहचाना जाने लगा। बेबी में वह अक्षय कुमार के साथ एक्शन कर रही थी। इस साल रिलीज़ फिल्म पिंक ने तापसी पन्नू को अभिनयशील अभिनेत्री साबित कर दिया। इस समय वह तेलुगु और हिंदी में बनाई जा रही फिल्म गाज़ी के अलावा रनिंग शादी डॉट कॉम, तड़का और नाम शबाना जैसी फ़िल्में कर रही हैं।
तारा अलीशा बेरी
तेलुगु फिल्म १००% लव और मनी मनी मोर मनी से अभिनय के क्षेत्र में कदम रखने वाली तारा अलीशा बेरी ने हिंदी दर्शकों के बीच अपनी पहचान हॉट फिल्मों की सेक्सी एक्ट्रेस के बतौर बनाई। मस्तराम फिल्म में वह नायक की पत्नी थी। लेकिन, उन्होंने फिल्म में खूब हॉट सीन किये। अगली फिल्म द परफेक्ट गर्ल और लव गेम्स में भी यही सिलसिला जारी रहा। उन्होंने भट्ट बंधुओं के साथ तीन फिल्मों की डील साइन की है। इसकी पहली फिल्म लव गेम्स रिलीज़ हो गई है। ज़ाहिर है कि अलीशा अपनी सेक्सी इमेज बनाने में सफल हैं। लेकिन यहाँ भी उन्हें ज़रीन खान, सना खान, सनी लियॉन, आदि से ज़बरदस्त चुनौती मिलने जा रही है। उन्होंने टी सीरीज के साथ भी अनुबंध किया है।
कृति खरबंदा
दिल्ली में जन्मी कृति खरबंदा ने कन्नड़ फिल्मों में काफी नाम कमाया है। हालाँकि, उनका फिल्म डेब्यू तेलुगु फिल्म बोनी से हुआ था। वह १५ तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में अभिनय करने के बाद भट्ट बंधुओं की फिल्म राज़ रिबूट में इमरान हाशमी और गौरव अरोरा के साथ मुख्य भूमिका में नज़र आई। वह अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित कर पाने में कामयाब हुई थी। अब वह आश्विन धीर की फिल्म अतिथि इन लन्दन में एक ऎसी लड़की का किरदार कर रही हैं, जो अपने पुरुष मित्र के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में है।
एमी जैक्सन
ब्रितानी एक्टर एमी जैक्सन ने तमिल फिल्म मद्रासपट्टिनम (२०१०) से डेब्यू किया था। दो साल बाद वह प्रतीक बब्बर के साथ बुरी तरह फ्लॉप फिल्म एक दीवाना था से हिंदी फिल्म डेब्यू कर रही थी। हिंदी फिल्मों में एमी को बूस्ट मिला अक्षय कुमार के साथ फिल्म सिंह इज ब्लिंग से। इस फिल्म में उनके एक्शन को काफी पसंद किया गया। अब वह तीन भाषाओं हिंदी, तमिल और तेलुगु में बनाई जा रही विज्ञानं फंतासी फिल्म २.० में रजनीकांत की नायिका के बतौर नज़र आएंगी।
सोनारिका भदौरिया
देवों के देव महादेव की पार्वती से मशहूर सोनिका भदौरिया को उनके नखरों की वजह से शो से अलग कर दिया गया। उनकी जगह तेलुगु फिल्मों की सेक्स बम पूजा बोस ने ले ली थी। पर सोनारिका ने महादेव की पार्वती से मिली शोहरत का फायदा उठाते हुए तेलुगु फिल्म जादूगदू साइन कर ली थी। सोनारिका ने अब तक तीन तेलुगु फ़िल्में की हैं। इन सभी में उन्होंने जम कर अंग प्रदर्शन किया है। अब वह निर्देशक राजेश एस रुइया की रोमांटिक हॉरर फिल्म सांसें : द लास्ट ब्रेथ में दर्शकों की सांसें रोक देने वाला अंग प्रदर्शन कर रही हैं।
सना खान
मॉडल एक्ट्रेस सना खान भी मुम्बई से अभिनय करने दक्षिण जा पहुंची। हालाँकि, सना खान की पहली फिल्म हिंदी में ये है हाई सोसाइटी थी। लेकिन, उन्हें ज़्यादा सफलता मिली तमिल और तेलुगु फिल्मों में। २०१४ में सलमान खान की फिल्म जय हो में सना खान ने नेगेटिव किरदार किया था। इसके दो साल बाद, उनकी बतौर नायिका फिल्म वजह तुम हो रिलीज़ होने जा रही है। इस फिल्म में उन्होंने जम कर अंग प्रदर्शन किया है और कामुक दृश्य दिए हैं। उनकी एक अन्य फिल्म टॉम डिक एंड हैरी २ अगले साल रिलीज़ होगी।
यामी गौतम
हिंदी टीवी सीरियलो में नाम कमाने के बाद यामी गौतम दक्षिण चली गई थी। उन्होंने कन्नड़ फिल्म उल्लासा उत्साहा से फिल्म डेब्यू किया। आयुष्मान खुराना के साथ फिल्म विक्की डोनर से यामी ने हिंदी फिल्म डेब्यू किया। फिल्म सफल रही। लेकिन, यामी को एक्शन जैक्सन जैसी बड़ी फिल्म में छोटी भूमिका ही मिली। सनम रे, जुनूनियत और बदलापुर के बाद वह फिल्म काबिल में हृथिक रोशन की नायिका बन कर आ रही हैं। रामगोपाल वर्मा की फिल्म सरकार ३ भी उनके खाते में है।
कृति शेनन
टाइगर श्रॉफ के साथ फिल्म हीरोपंथी से अपने करियर का आगाज़ करने वाली कृति शेनन ने शाहरुख़ खान की सपोर्टिंग एक्ट्रेस वाली फिल्म दिलवाले के लिए अक्षय कुमार की फिल्म सिंह इज ब्लिंग में नायिका का रोल ठुकरा दिया था। कृति शेनन के फिल्म करियर की शुरुआत भी तेलुगु फिल्म से हुई थी। फिलहाल, उनके पास सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म राब्ता ही है।
इलेना डिक्रूज
तेलुगु फिल्मों की बड़ी अभिनेत्री इलेना डिक्रूज ने अनुराग बासु की फिल्म बर्फी में रणबीर कपूर और प्रियंका चोपड़ा की मौजूदगी में दर्शकों को अपनी प्रतिभा से चौंकाया था। वह अब तक फटा पोस्टर निकाला हीरो, मैं तेरा हीरो, हैप्पी एंडिंग और रुस्तम जैसी हिंदी फ़िल्में कर चुकी हैं। उनकी आगामी हिंदी फिल्मों में अजय देवगन के साल बादशाओ के अलावा फिल्म मुबारकां भी है।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Wednesday, 16 November 2016
अली के कविता निर्माण कौशल से प्रभावित हुई जूडी
आमिर खान की फिल्म ३ इडियट्स की छोटी भूमिका से अपना हिंदी फिल्म करियर शुरू करने वाले अली फज़ल को किसी बड़ी हिंदी फिल्म में हीरो बनाने का मौका नहीं मिल सका है। लेकिन, वह हॉलीवुड फिल्मों के कारण चर्चित हो रहे हैं। २०१५ में रिलीज़ फ़ास्ट एंड फ्यूरियस फ्रैंचाइज़ी की सातवी फिल्म फ्यूरियस ७ में अली ने ज़फर की छोटी भूमिका में हॉलीवुड के विन डीजल जैसे अभिनेता के साथ स्क्रीन शेयर की थी। इस समय वह जेम्स बांड फिल्मों में जेम्स बांड की बॉस एम का किरदार करने वाली दिग्गज ब्रिटिश अभिनेत्री जूडी डेंच के साथ हॉलीवुड फिल्म विक्टोरिया एंड अब्दुल की शूटिंग में व्यस्त हैं। अली ने सेट पर मिले खाली समय में कुछ कविताओं की रचना की थी। इन कविताओं को सुन कर जूडी डेंच भी काफी प्रभावित हुई। उन्होंने अली की कविताओं की बेहद प्रशंसा की । अली फज़ल इस फिल्म में एक भारतीय क्लर्क अब्दुल करीम की भूमिका निभा रहे है। यह कहानी युवा विक्टोरिया के भारतीय क्लर्क अब्दुल से प्रेम की कहानी हैं। यह एक कवि ह्रदय किरदार है। शायद इसी ने अली को कविता रचाने की प्रेरणा दी। विक्टोरिया एंड अब्दुल अगले साल २२ सितम्बर को रिलीज़ होगी।
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday, 15 November 2016
फ़िल्में फ्लॉप भी कर देते हैं गर्मागर्म चुम्बन !
किस के मामले में हालिया रिलीज़ फिल्म ऐ दिल है मुश्किल और शिवाय एक दूसरे को टक्कर देती है। चुम्बनों का यह टकराव चुम्बनों की गिनती के लिहाज़ से नहीं। चुम्बन का यह टकराव इस लिए है कि शिवाय में वह अजय देवगन अपनी नायिका एरिका कार चुम्बन ले रहे थे जो चुम्बन लो लेकर शर्मीले हैं। वहीँ ऐ दिल है मुश्किल में रणबीर कपूर से उम्र में काफी बड़ी ऐश्वर्या राय बच्चन रणबीर को अपने चुम्बन को चर्चित और हॉट बना रही थी। वैसे ऐश्वर्या राय ने पहले भी शब्द (संजय दत्त और ज़ायद खान), धूम २ (ह्रितिक रोशन) और मिस्ट्रेस ऑफ़ स्पाइसेज (डायलन माकडेर्मोट) में चुम्बन देकर विवाद पैदा किया था।
१९३४ में जब देविका रानी और हिमांशु रॉय ने फिल्म कर्मा के लिए चार मिनट लंबा लिप लॉक फिल्माया था, तब उन्हें एहसास भी नहीं रहा होगा कि जब भी बॉलीवुड में चुम्बन का ज़िक्र होगा कर्मा का चुम्बन सदाबहार साबित होगा। इसके बाद से आज़ादी मिलने तक चुम्बनों ने अलग अलग कीर्तिमान बनाये। फिर आज़ाद भारत के सेंसर से चुम्बन की विदाई हो गई। खोसला समिति की रिपोर्ट के बाद फिल्मों में फिर चुम्बन इंट्रोड्यूस हुआ तो हमेशा चर्चित होता रहा। इस चुम्बन की बदौलत बहुत से खिताब ईज़ाद हुए, चुम्बनों की संख्या का कीर्तिमान बना।
प्रेम का प्रतीक: हॉट और सेंसुअस !
आज़ादी के बाद लंबे समय तक चुम्बन की नामौजूदगी में दो फूलों का मिलना या कबूतरों का चोंच से चोंच भिड़ाना प्रेम के प्रतीक स्वरुप दिखाया जाने लगा। ऐसे में यह महसूस किया जाने लगा और कहा जाने लगा कि प्रेम की अभिव्यक्ति के लिए इस प्रकार से प्रतीक क्यों ? क्यों नहीं प्रेम की अभिव्यक्ति नायक और नायिका के होंठों के मिलने से की जा सकती है। लेकिन, उस समय यह नहीं सोचा गया था कि प्रेम के इस प्रतीक को हॉट और सेंसुअस जैसे खिताब दिए जायेंगे। बहुत लंबा न जाए तो जब हिंदी फिल्मों में चुम्बन आम हो रहा था, तब जब वी मेट फिल्म के आखिर में करीना कपूर का विदा ले रहे शाहिद कपूर का आवेग से भरा चुम्बन गीत की आदित्य के प्रति प्रेम की प्रभावशाली प्रस्तुति थी। लेकिन कालांतर में इस चुम्बन को हॉट किस का खिताब भी दे दिया गया । चुम्बन सेंसुअस भी हो सकता है, इसे बताया आदित्य दत्त ने। फिल्म निर्देशक आदित्य दत्त की २१ वी सदी की सबसे सेंसुअल फिल्म आशिक़ बनाया आपने में इमरान हाशमी और तनुश्री दत्त का लंबा चुम्बन 'सेंसुअस किस' माना गया।
१९३४ में जब देविका रानी और हिमांशु रॉय ने फिल्म कर्मा के लिए चार मिनट लंबा लिप लॉक फिल्माया था, तब उन्हें एहसास भी नहीं रहा होगा कि जब भी बॉलीवुड में चुम्बन का ज़िक्र होगा कर्मा का चुम्बन सदाबहार साबित होगा। इसके बाद से आज़ादी मिलने तक चुम्बनों ने अलग अलग कीर्तिमान बनाये। फिर आज़ाद भारत के सेंसर से चुम्बन की विदाई हो गई। खोसला समिति की रिपोर्ट के बाद फिल्मों में फिर चुम्बन इंट्रोड्यूस हुआ तो हमेशा चर्चित होता रहा। इस चुम्बन की बदौलत बहुत से खिताब ईज़ाद हुए, चुम्बनों की संख्या का कीर्तिमान बना।
प्रेम का प्रतीक: हॉट और सेंसुअस !
आज़ादी के बाद लंबे समय तक चुम्बन की नामौजूदगी में दो फूलों का मिलना या कबूतरों का चोंच से चोंच भिड़ाना प्रेम के प्रतीक स्वरुप दिखाया जाने लगा। ऐसे में यह महसूस किया जाने लगा और कहा जाने लगा कि प्रेम की अभिव्यक्ति के लिए इस प्रकार से प्रतीक क्यों ? क्यों नहीं प्रेम की अभिव्यक्ति नायक और नायिका के होंठों के मिलने से की जा सकती है। लेकिन, उस समय यह नहीं सोचा गया था कि प्रेम के इस प्रतीक को हॉट और सेंसुअस जैसे खिताब दिए जायेंगे। बहुत लंबा न जाए तो जब हिंदी फिल्मों में चुम्बन आम हो रहा था, तब जब वी मेट फिल्म के आखिर में करीना कपूर का विदा ले रहे शाहिद कपूर का आवेग से भरा चुम्बन गीत की आदित्य के प्रति प्रेम की प्रभावशाली प्रस्तुति थी। लेकिन कालांतर में इस चुम्बन को हॉट किस का खिताब भी दे दिया गया । चुम्बन सेंसुअस भी हो सकता है, इसे बताया आदित्य दत्त ने। फिल्म निर्देशक आदित्य दत्त की २१ वी सदी की सबसे सेंसुअल फिल्म आशिक़ बनाया आपने में इमरान हाशमी और तनुश्री दत्त का लंबा चुम्बन 'सेंसुअस किस' माना गया।
आम तौर पर फिल्म में चुम्बन को बॉक्स ऑफिस पर दर्शक बटोरने के लिहाज़ से भी फिल्माया जाता है। इन चुम्बनों को किसी न किसी खासियत की वजह से सुर्ख किया जाता है। इसके बावजूद यह चर्चित चुम्बन फिल्म को बचा नहीं पाते। अभिषेक कपूर उर्फ़ गट्टू की फिल्म फितूर में कैटरिना कैफ और आदित्य रॉय कपूर के बीच हॉट किस की बेहद चर्चा हुई थी। लेकिन,यह गर्मागर्म किस फिल्म चला पाने में नाकामयाब रहे। इससे पहले, हृथिक रोशन और बारबरा मोरी के बीच फिल्म काइट्स के हॉट किस भी फिल्म को हिट नहीं बना सका। क्यों हो गया न में उस समय के हॉट पेअर ऐश्वर्या राय बच्चन और विवेक ओबेरॉय का किस फिल्म को बचा नहीं पाया। यहां तक कि आमिर खान भी लिप लॉक के बावजूद अपनी दो फिल्मों को डूबने से नहीं बचा पाए थे। फिल्म बाज़ी में ममता कुलकर्णी के होंठो के बीच रखी आइस क्यूब को आमिर खान अपने होंठों से पकड़ रहे थे । पर आमिर खान और ममता कुलकर्णी के बीच के इस उत्तेजक लिप लॉक के बावजूद फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ठंडी गई। इसके विपरीत मेला में आमिर और ट्विंकल खन्ना के बीच का किस मशीनी साबित हुआ था। इसमे इश्क़ की कोई गरमी नहीं थी। कमबख्त इश्क़ आखिरी सीन में हनीमून मानाने के लिए जा रहे अक्षय कुमार और करीना कपूर के बीच बहस होने लगाती है। इस पर नाराज़ हो रहे अक्षय कुमार को चुप कराने के लिए करीना कपूर अपने होंठ उनके होंठों पर रख देती हैं। लेकिन, कमबख्त इश्क़ भी बॉक्स ऑफिस पर कमबख्त साबित हुई। दिलचस्प तथ्य यह है कि उस समय हॉट हो रही फिल्म दयावान में माधुरी दीक्षित और विनोद खन्ना के बीच का लंबा और गर्मागर्म चुम्बन फिल्म के दर्शकों को अपना दयावान नहीं बना सका। किल दिल में परिणीति चोपड़ा और रणवीर सिंह के बीच स्विमिंग पूल के अंदर स्मूचिंग के दृश्यों के बावजूद फिल्म फ्लॉप हुई ।
राजकपूर ने फिल्म संगम (१९६२) में फ्रांस के एफिल टावर पर एक विदेशी जोड़े पर चुम्बन फिल्म कर सेंसर को लाजवाब कर दिया था कि यह विदेशी जोड़े पर था, जहां चुम्बन टैबू नहीं है। राजकपूर ने बड़ी कुशलता से वैजयंतीमाला को इस चुम्बन को दिखा कर अपने प्रेम की अभिव्यक्ति की थी। इसी प्रकार से निर्माता, निर्देशक और अभिनेता इन्द्रसेन जौहर उर्फ़ आई एस जौहर ने फिल्म जौहर-मेहमूद इन गोवा में सोनिया साहनी द्वारा लिया गया उनका चुम्बन इस आधार पर बचा लिया था कि सोनिया साहनी का रीटा का करैक्टर पुर्तगाली थी। इन दोनों कथित विदेशी संस्कृति वाले चुम्बन वाली फिल्मों को उनके चुम्बनों की गरमी ने बॉक्स ऑफिस पर भी गरमा दिया। इसके बाद, ख़ास तौर पर खोसला कमिटी की रिपोर्ट के बाद तो जैसे चुम्बनों के गर्म होने का सिलसिला शुरू हो गया। फिल्म सागर (१९८५) में ऋषि कपूर द्वारा डिंपल का फ़्लैश चुम्बन सबसे ज़्यादा चर्चित हुआ। अभिनेत्री मल्लिका शेरावत ने चुम्बनों की गिनती शुरू करवा दी फिल्म ख्वाहिश में अपने चुम्बनों को गिन कर। इसके खबर गर्म हुई कि सुशांत सिंह राजपूत और परिणीति चोपड़ा ने फिल्म शुद्ध देसी रोमांस में एक दूसरे को २७ बार चूमा है । इन सभी चुम्बनों ने अपनी फिल्मों को बॉक्स ऑफिस पर गर्म कर दिया। पीके में आमिर खान और अनुष्का शर्मा के बीच चुम्बन नहीं था। लेकिन, वह सुशांत सिंह राजपूत को चुम्बन देती नज़र आई थी।
चुम्बनों की मल्लिकाएं भी
चुम्बन के लिहाज़ से हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियां भी पीछे नहीं। कभी फिल्मों में नायिका को नायक चूमता था। लेकिन आज की बोल्ड नायिकाओं का तकाज़ा है कि सिल्वर स्क्रीन पर नायिका अपने नायक का चुम्बन लेती है। आज की नायिकाओं में आलिया भट्ट इस मायने में सबसे आगे हैं कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर में अपने दो नायकों सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन को चूमा ही, बाद की अपनी तमाम फिल्मो के नायकों का खुद आगे बढ़ कर चुम्बन लिया। अब चाहे वह वरुण धवन या सिद्धार्थ मल्होत्रा रहे हों या रणदीप हूडा और शाहिद कपूर। कैटरीना कैफ ने पहली फिल्म बूम में अमिताभ बच्चन को चूम कर तहलका मचा दिया था। उनके सेक्सी चुम्बनों का शिकार होने से किंग खान भी नहीं बच पाए। उन्हें फिल्म जब तक है जान में अपनी चुम्बन न लेने की कसम तक तोड़नी पड़ी। प्रियंका चोपड़ा ने पहली बार फिल्म अंदाज़ में अक्षय कुमार को चुम्बन दिया ही, बाद की लगभग हर फिल्म में हीरो को अपने सुलगते होंठों की गरमी दी। दीपिका पादुकोण ने तो गोलियों की रासलीला: राम-लीला में ऐसी चुम्बनगिरी की कि तमाम अभिनेत्रियों को फीका कर दिया। चुम्बनों की मल्लिका के लिहाज़ से परिणीति चोपड़ा का हक़ सबसे ज़्यादा बनता है। वह परदे पर बिंदास चुम्बन लेती हैं। करीना कपूर जब खान नहीं बनी थी, तब भी कमबख्त इश्क़ में अक्षय कुमार, देव में फरदीन खान, अजनबी में बॉबी देओल, कुर्बान में सैफ अली खान को चुम्बन देकर चुम्बन क्वीन का खिताब पाती रही, शादी के बाद भी कथित 'नो किस क्लॉज़' के बावजूद अर्जुन कपूर को डिनर टेबल पर चुम्बन देकर गर्म हो गई। अनुष्का शर्मा चुम्बन देने के मामले में सबसे हॉट एक्ट्रेस मानी जाती हैं।
किंग ऑफ़ किस आमिर खान
चुम्बन के लिहाज़ से हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियां भी पीछे नहीं। कभी फिल्मों में नायिका को नायक चूमता था। लेकिन आज की बोल्ड नायिकाओं का तकाज़ा है कि सिल्वर स्क्रीन पर नायिका अपने नायक का चुम्बन लेती है। आज की नायिकाओं में आलिया भट्ट इस मायने में सबसे आगे हैं कि उन्होंने अपनी पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर में अपने दो नायकों सिद्धार्थ मल्होत्रा और वरुण धवन को चूमा ही, बाद की अपनी तमाम फिल्मो के नायकों का खुद आगे बढ़ कर चुम्बन लिया। अब चाहे वह वरुण धवन या सिद्धार्थ मल्होत्रा रहे हों या रणदीप हूडा और शाहिद कपूर। कैटरीना कैफ ने पहली फिल्म बूम में अमिताभ बच्चन को चूम कर तहलका मचा दिया था। उनके सेक्सी चुम्बनों का शिकार होने से किंग खान भी नहीं बच पाए। उन्हें फिल्म जब तक है जान में अपनी चुम्बन न लेने की कसम तक तोड़नी पड़ी। प्रियंका चोपड़ा ने पहली बार फिल्म अंदाज़ में अक्षय कुमार को चुम्बन दिया ही, बाद की लगभग हर फिल्म में हीरो को अपने सुलगते होंठों की गरमी दी। दीपिका पादुकोण ने तो गोलियों की रासलीला: राम-लीला में ऐसी चुम्बनगिरी की कि तमाम अभिनेत्रियों को फीका कर दिया। चुम्बनों की मल्लिका के लिहाज़ से परिणीति चोपड़ा का हक़ सबसे ज़्यादा बनता है। वह परदे पर बिंदास चुम्बन लेती हैं। करीना कपूर जब खान नहीं बनी थी, तब भी कमबख्त इश्क़ में अक्षय कुमार, देव में फरदीन खान, अजनबी में बॉबी देओल, कुर्बान में सैफ अली खान को चुम्बन देकर चुम्बन क्वीन का खिताब पाती रही, शादी के बाद भी कथित 'नो किस क्लॉज़' के बावजूद अर्जुन कपूर को डिनर टेबल पर चुम्बन देकर गर्म हो गई। अनुष्का शर्मा चुम्बन देने के मामले में सबसे हॉट एक्ट्रेस मानी जाती हैं।
किंग ऑफ़ किस आमिर खान
आमिर खान को किंग ऑफ़ किस कहा जाता है। उन्होंने अपनी बतौर नायक पहली रोमांटिक फिल्म क़यामत से क़यामत तक में स्पाइडर मैन के टॉबी मैग्वायर की शैली में अपनी नायिका जूही चावल का चुम्बन लिया था। आमिर खान ने हम हैं रही प्यार के में भी जूही चावल को किस किया था। गुलाम में बारिश से भीगते रानी मुख़र्जी और आमिर खान उत्तेजित हो कर एक दूसरे को चूमते थे। फिल्म राजा हिंदुस्तानी में करिश्मा कपूर को उनके लंबे किस ने तहलका मचा दिया था। फिल्म सुपर हिट हो गई। जो जीता वही सिकंदर में आमिर खान और पूजा बेदी के बीच चुम्बन काफी सेक्सी बन पड़ा था। अकेले हम अकेले तुम में आमिर खान बाथ टब में मनीष कोइराला को चूम रहे थे। धूम ३ में कैटरीना कैफ को आमिर का चुम्बन काफी धूमदार साबित हुआ।
इमरान हाशमी तो बेस्ट हैं ही। उनका प्रशंसक दर्शक चुम्बन को लेकर जैसा उनसे चाहता है वह करते हैं। अक्षय कुमार कमबख्त इश्क़ के बेस्ट किसर की श्रेणी में रखे जाते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे कि उन्होंने पूजा बत्रा से लेकर काजोल और सोनाली बेंद्रे से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक को ऑन स्क्रीन किस किया है। अब यह बात दीगर है कि इस खिलाड़ी कुमार एक्टर को किस का नहीं बल्कि एक्शन का खिलाड़ी समझा गया।
मल्लिका शेरावत, शेरलीन चोपड़ा, नेहा धूपिया, तनुश्री दत्त, सेलिना जेटली, सोनल चौहान, गीता बसरा, पॉली डैम, अमृता अरोरा, उदित गोस्वामी, समीरा रेड्डी, रिया सेन ,कोएना मित्रा, सनी लियॉन, आदि बेशक ऊंचाइयों को नहीं छू सकीं। लेकिन इन्हें आज भी इनकी फिल्मों में अपने नायकों को गर्मागर्म चुम्बनों के कारण याद किया जाता है। एक खिलाड़ी एक हसीना का फरदीन और कोएना मित्र के बीच का चुम्बन हॉटेस्ट किस माना जाता है। लेकिन, कोएना मित्रा का अतापता तक नहीं है। इस मामले में साउथ की एक्ट्रेस राकुल प्रीत दूसरी अभिनेत्रियों से अलग है। यह माना जाता है कि राकुल प्रीत के ऑन स्क्रीन किस हिट अभिनेता की फिल्म को भी फ्लॉप कर देते हैं। दक्षिण के सुपर सितारे रामचरण तेजा की फिल्म ब्रूस ली में राकुल प्रीत ने उन्हें चूमा था, लेकिन फिल्म फ्लॉप हो गई।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
पद्मावती से नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देंगें संजय लीला भन्साली
निर्माता-निर्देशक
संजय लीला भन्साली ने अपनी फिल्मों के ज़रिये कई गायक, तकनीशियनों और कला डिजाइनर्स को भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में
सफलता की उंचाईयाँ पर पहुंचाया हैं। अब वह अपनी फिल्म पद्मावती से कॉस्ट्यूम डिजाइनर रिंपल और हरप्रीत नरूला को लाँच कर रहें
हैं। सेल्यूलाइड पर
भव्यता और कमाल के दृश्यों के लिए संजय लीला भन्साली की फिल्में जानी जातीं हैं । भंसाली की कोशिश रहेगी कि यह फिल्म भी उतनी ही खूबसूरती और भव्यता से लोगों तक पहूँचे । डिजाइनर्स जोडी रिंपल और हरप्रीत नरूला ने प्राचीन कपडों और उससे जुडी तकनीकों के बारें में गहराई सें
अध्ययन किया हुआ हैं। दोनों डिजाइनर्स अपने विशेषज्ञता के लिए फिल्म इंडस्ट्री में
जानी जाती हैं। लेकिन यह पहली बार होगा, की वह किसी फिल्म के लिए
कॉस्च्युम्स डिजाइन करेंगीं। सूत्र बतातें हैं की १३ वी सदीं में चितौंड में प्रसिध्द तुर्की प्रभावों पर वह दोनों डिजाइनर्स
काम कर रहीं हैं। इतना ही नहीं, बल्कि इन डिजाइनर्स ने उनके नियमित रूप से चल
रहें व्यावसायिक कामों को पूरी तरह से बंद कर दिया हैं। हरप्रीत का कहना है, " भन्सालीजी की मार्गदर्शन से और पुराने दस्तावेजों, किताबों, और पांडुलिपियों का अध्ययन कर हम डिजाइन्स पर काम कर रहें
हैं। यह बहुत गहन और विस्तृत प्रक्रिया हैं। लेकिन काफी बेहतरीन रचनात्मक काम
हैं। भन्सालीजी अपने भव्यता और बेहतरीन दृश्यों के लिए जाने जाती हैं। यह
डिजाइन्स वैसे ही होंगें।“ रिंपल कहती हैं, “इस फिल्म का हिस्सा बन कर हम काफी उत्साहित हैं। उम्मीद हैं हमें भन्सालीजी कि आगे की फिल्मों का भी हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।“
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खबर है
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