ज्योति प्रकाश दत्ता, जिन्हें हिंदी फिल्म दर्शक जेपी दत्ता के नाम से अधिक जानते हैं, ने अभिषेक बच्चन और करीना कपूर का खुद द्वारा निर्देशित फिल्म रिफ्यूजी से हिंदी फिल्म डेब्यू करवाया था। दत्ता ने अभिषेक बच्चन को लेकर एल ओ सी कारगिल और उमराव जान जैसी फ़िल्में भी बनाई। जेपी दत्ता ने गुलामी, यतीम, बँटवारा,हथियार, क्षत्रिय और बॉर्डर जैसी फिल्मों का भी निर्माण किया। उन्होंने धर्मेन्द्र और मिथुन चक्रवर्ती के साथ गुलामी, सनी देओल और मीनाक्षी शेषाद्री के साथ यतीम, धर्मेन्द्र, विनोद खन्ना, मोहसिन खान, पूनम ढिल्लों और अमृता सिंह के साथ बंटवारा, धर्मेन्द्र, संजय दत्त, संगीता बिजलानी, ऋषि कपूर और आशा पारेख के साथ फिल्म हथियार, सुनील दत्त, विनोद खन्ना, धर्मेन्द्र और मिनाक्षी शेषाद्री के साथ फिल्म क्षत्रिय और सनी देओल, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, जैकी श्रॉफ, राखी, तब्बू और पूजा भट्ट के साथ फिल्म बॉर्डर का निर्माण किया. ध्यान से देखें तो जेपी ने अपने समय के तमाम बड़े अभिनेताओं के साथ फ़िल्में बनाई। इनमे अमिताभ बच्चन के सुपरस्टारडम के लिए खतरा विनोद खन्ना और धर्मेन्द्र के साथ कई फ़िल्में बनाई। उन्होंने खन्ना बाप बेटा विनोद और अक्षय तथा देओल बाप बेटा धर्मेन्द्र और सनी देओल को लेकर भी फ़िल्में बनाई. लेकिन, क्या कभी अभिषेक बच्चन के पापा अमिताभ बच्चन के साथ कोई फिल्म बनाई ? क्यों नहीं बनाई ? बताते चलें कि दत्ता और बच्चन अच्छे दोस्त हैं। तभी तो अमिताभ बच्चन अपने बेटे का फिल्म डेब्यू जेपी दत्ता की फिल्म रिफ्यूजी के ज़रिये करवाने के लिए राजी हुए। तब अमिताभ बच्चन और जेपी दत्ता ने कोई फिल्म साथ क्यों नहीं की ? यहाँ आपको बता दें कि जेपी दत्ता ने १९८९ में अमिताभ बच्चन के साथ निर्माता एचए नाडियाडवाला की फिल्म बंधुआ की शुरुआत अमिताभ बच्चन के साथ की थी। इस फिल्म का कथानक बंधुआ मजदूरों पर केन्द्रित था। फिल्म में वहीदा रहमान और पूजा बेदी भी थे। लेकिन अमिताभ बच्चन के साथ यह फिल्म कभी उड़ान नहीं भर सकी। बाद में इस फिल्म को बिलकुल बंद कर दिया गया। यहाँ आपको बताते चलें कि निर्देशक जेपी दत्ता की पहली फिल्म सरहद (१९७६) थी। इस फिल्म में विनोद खन्ना, मिथुन चक्रवर्ती और बिंदिया गोस्वामी की मुख्य भूमिका थी। परन्तु, यह फिल्म कभी रिलीज़ नहीं हो सकी। इस प्रकार से दत्ता को बतौर निर्देशक अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नौ साल बाद फिल्म गुलामी से मिला। अलबत्ता जे पी दत्ता सरहद का शुक्रिया अदा कर सकते हैं कि उन्हें इसी फिल्म से अपनी भावी पत्नी बिंदिया गोस्वामी मिली।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday, 27 November 2016
कभी अमिताभ बच्चन थे जेपी दत्ता के 'बंधुआ'
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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