Sunday, 6 February 2022

हिंदी फिल्म संगीत को मधुर आवाज़ देने वाली लता मंगेशकर



स्वर कोकिला और हिंदी फिल्मों की मशहूर पार्श्वगायिका लता मंगेशकर का जन्म २८ सितम्बर १९२९ को ब्रिटिश इंडिया के अंतर्गत सेंट्रल इंडिया एजेंसी के इंदौर राज्य के इंदौर में हुआ था। उनकी माँ का नाम शेवंती था। शेवंती
, पिता दीनानाथ की दूसरी पत्नी थी। लता का जन्म का नाम हेमा था। जिसे  बाद में बदल कर लता कर दिया गया। यह नाम पिता के एक नाटक भाव बंधन की किरदार लतिका से लिया गया था। पिता ने अपना उपनाम हार्डिकर से बदलकर मंगेशकर किया था, क्योंकि वह गोवा में अपने गाँव मंगेशी की याद बनाए रखना चाहते थे।



मास्टर विनायक की सरपरस्ती - लता के पिता पंडित दीनानाथ, रंगमंच के कलाकार और क्लासिकल गायक थे। लता के एक भाई हृदयनाथ मंगेशकर और तीन बहने उषा मंगेशकर, आशा भोसले और मीना खादिकर हैं। लता अपने पांच भाई बहनों में सबसे बड़ी थी। लता ने पांच साल की उम्र से पिता के संगीतमय नाटको में अभिनय से शुरू कर दिया था। १९४२ में, पिता की मृत्यु के समय लता सिर्फ १३ साल की थी। परिवार की जिम्मेदारी उन पर आ गई थी। इस पर उनके एक पारिवारिक मित्र मास्टर विनायक ने परिवार की देखभाल के साथ साथ लता मंगेशकर का अभिनेत्री और गायिका के तौर पर करियर शुरू करवाया ताकि लता परिवार की जिम्मेदारी ठीक से उठा सकें।



एक दिन स्कूल गई थी डॉक्टर लता मंगेशकर - दिलचस्प तथ्य है कि लता मंगेशकर ने कभी कॉलेज का मुंह नहीं देखा। वह केवल एक दिन स्कूल गई। लेकिन, उन्हें ६ विश्वविद्यालयों से डॉक्टरेट की मानद उपाधि मिली। कहा जाता है कि लता, अपने स्कूल के पहले दिन अपनी छोटी बहन आशा को साथ ले कर गई थी तथा  उन्होंने स्कूल के बच्चों को संगीत सीखना शुरू कर दिया था। इसके लिए उन्हें मना किया गया तो लता ने स्कूल ही हमेशा के लिए छोड़ दिया।



क्रिकेट पसंदीदा - उन्हें क्रिकेट देखना और बाइसिकल पर सवारी पसंद थी। वह मसालेदार भोजन और कोका कोला की शौक़ीन थी। जबकि, किसी गायक या गायिका के लिए यह वर्जित है। उनके पसंदीदा एक्टर दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और देव आनंद तथा पसंदीदा अभिनेत्रियाँ नर्गिस और मीना कुमारी थी। पसंदीदा संगीतकारों में गुलाम हैदर, मदन मोहन, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल और ए आर रहमान के नाम शामिल हैं। वह गुलाम हैदर को अपना गॉड फादर मानती थी।



संगीत के शिक्षकलता मंगेशकर ने अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर के अलावा उस्ताद अमानत अली खान, अमानत खान देवास्वले, गुलाम हैदर और पंडित तुलसीदास शर्मा से ली थी। लता मंगेशकर ने पहला पार्श्व गायन मराठी फिल्म गजाभाऊ (१९४३) में हिंदी गीत माता एक सपूत की दुनिया बदल दे तू से किया था। हालाँकि, लता मंगेशकर का गाया पहला गीत मराठी फिल्म किती हसाल (१९४२) का नाचू या गड़े, खयूल साडी मणि हौस भारी था, जो बाद में फिल्म से निकाल दिया गया। लता ने मास्टर विनायक की पहली हिंदी फिल्म बड़ी माँ (१९४५) में अपनी बहन आशा के साथ एक छोटी भूमिका भी की थी। मास्टर विनायक ही फिल्म अभिनेत्री नंदा के पिता थे।




गुलाम हैदर की भविष्यवाणी - गुलाम हैदर को लता मंगेशकर अपना गॉड फादर मानती थी। क्योंकि, गुलाम हैदर चाहते थे कि लता मंगेशकर उनके द्वारा संगीतबद्ध फिल्म शहीद (१९४८) के लिए गीत गाये। इसके लिए उन्होंने लता का परिचय फिल्म के निर्माता शशधर मुख़र्जी से कराया। लेकिन मुख़र्जी को लता की आवाज़ काफी बारीक और ऊंची पिच वाली लगी। उन्होंने लता की आवाज़ को रिजेक्ट कर दिया। इस पर गुलाम हैदर ने भविष्यवाणी की कि आने वाले सालों में फिल्म निर्माता और निर्देशक अपनी फिल्म में लता की आवाज़ का इस्तेमाल करने के लिए उनके पाँव पकड़ेंगे। लता का पहला गाया पहला गीत फिल्म मजबूर का दिल मेरा तोडा, मुझे कहीं का न छोड़ा था, गुलाम हैदर द्वारा ही संगीतबद्ध किया गया था।



नूरजहाँ से प्रभावित थी - लता के शुरूआती गीतों में उनकी गायन शैली नूरजहाँ से प्रभावित थी। लेकिन, बाद में उन्होंने इसे छोड़ कर अपनी मौलिक शैली में गाना शुरू कर दिया। एक बार दिलीप कुमार ने, लता द्वारा हिंदी/उर्दू गीतों को मराठी लहजे में गाने पर टिपण्णी की थी। इस पर लता ने शफी नाम के उर्दू शिक्षक से उर्दू की शिक्षा ली और उच्चारण में सुधार किया।



आयेगा आने वाला से शोहरत - लता को शोहरत मिली महल (१९४९) के गीत आएगा आने वाला आएगा से। इस फिल्म का संगीत खेमचंद प्रकाश ने तैयार किया था। लता मंगेशकर का गाया यह गीत हिंदी फिल्म जगत का सबसे कठिन गीत माना गया था। लेकिन, इस गीत को आज भी लता की गायिकी में सबसे सुंदर तरीके से गाया गया गीत माना जाता है।



सभी संगीतकारों और गायकों की प्रिय गायिका - लता मंगेशकर ने लगभग सभी समकालीन संगीतकारों के लिए गीत गाये। उन्होंने सबसे ज़्यादा ७१२ गीत लक्ष्मीकान्त प्यारेलाल की जोड़ी की फिल्मों के लिए गाये। उन्होंने सचिन देव बर्मन, सलिल चौधरी, शंकर जयकिशन, नौशाद, मदन मोहन, कल्यानजी आनंदजी, खय्याम, हुसनलाल भगतराम, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल, आदि संगीतकारों के लिए गीत गाये। उन्हें राग आधारित गीत गाने में महारत हासिल थी. लता मंगेशकर के राग आधारित गीतों में बैजू बावरा का मुझे भूल गए सावरिया, दिल अपना और प्रीत पराई का अजीब दास्ताँ है ये, हम दोनों का अल्लाह तेरो नाम ख़ास उल्लेखनीय हैं। लता मंगेशकर ऎसी गायिका थी, जिन्होंने बाप और बेटा दोनों के संगीतबद्ध गीतों को आवाज़ दी। एसडी बर्मन के बेटे राहुल देव बर्मन की पसंदीदा आवाज़ आशा भोसले की थी। लेकिन, पंचमदा भी  रॉकी के क्या यही प्यार है, अगर तुम न होते के हमें और जीने की, मासूम के तुझसे नाराज़ नहीं ज़िन्दगी और लिबास के सीली हवा छू गई गीत लता मंगेशकर से गवाने के लिए मज़बूर हुए। यश चोपड़ा, हमेशा अपनी फिल्म में लता का कोई न कोई गीत रखना चाहते थे। उनका मानना थी कि लता दीदी के गाने से उनकी फिल्म की सफलता सुनिश्चित हो जाती थी। लता मंगेशकर ने अपने ७ दशक लम्बे पार्श्व गायन करियर में मधुबाला, नर्गिस, वैजयंतीमाला और निम्मी से लेकर प्रीटी जिंटा तक अभिनेत्रियों के किरदारों के गीतों को अपनी आवाज़ दी।



रिकॉर्ड और विवाद - लता मंगेशकर का नाम सबसे ज़्यादा गीत रिकॉर्ड करवाने के कारण गिनेस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी कुछ समय तक दर्ज हुआ। लेकिन, मोहम्मद रफ़ी ने इस दावे का विरोध किया। लता और मोहम्मद रफ़ी के बीच रॉयल्टी को लेकर लम्बे समय तक तनातनी चली। लता पर यह भी आरोप लगा कि वह अपनी बहन आशा के साथ बॉलीवुड पर एकाधिकार बनाये रखना चाहती हैं। इसीलिए उन्होंने सुमन कल्याणपुर, शारदा, आदि की आवाज़ों को ज़मने नहीं दिया। संगीतकार जोड़ी शंकर जयकिशन, शारदा से पार्श्व गायन कराने लगी तो लता और आशा भोसले ने उनके लिए गाना छोड़ दिया।



पुरस्कार और सम्मानउन्हें पद्मभूषण (१९६९), दादा साहेब फाल्के अवार्ड (१९८९), पद्मा विभूषण (१९९९), भारत रत्न (२००१) और भारत की स्वतंत्र की ६०वी वर्षगाँठ के अवसर पर वन टाइम अवार्ड फॉर लाइफटाइम अचीवमेंट से नवाज़ा गया. मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सरकारों ने उनके नाम पर संगीत के लता मंगेशकर अवार्ड स्थापित किये. २०१९ में लता मंगेशकर ने ९०वे जन्मदिन पर भारत सरकार ने उन्हें डॉटर ऑफ़ द नेशन से सम्मानित किया। उन्होंने तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार फिल्म परिचय (१९७२), कोरा कागज़ (१९७४) और लेकिन (१९९०) के लिए मिला था. लेकिन के लिए बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का नेशनल फिल्म अवार्ड जीतने वाली सबसे ज्यादा उम्र की थी।
लता मंगेशकर ने चार फिल्मों का निर्माण किया। इनमे से एक मराठी और तीन हिंदी फ़िल्में झांझर, कंचन और लेकिन थी। उन्होंने कुछ मराठी फिल्मों के लिए संगीत रचना भी की।

अब हिंदी में रवि तेजा @RaviTeja_offl का तेलुगु खिलाड़ी




इसमें कोई संदेह नहीं कि अल्लू अर्जुन की पुष्पा द राइज के हिंदी बेल्ट में सफलता के बाद, दक्षिण की तमाम फिल्मों के हिंदी में डब हो कर प्रदर्शित होने का सिलसिला चल निकला है.



अब इस कड़ी में अभिनेता रवि तेजा की तेलुगु एक्शन क्राइम फिल्म खिलाडी का नाम भी जुड़ गया है.



रमेश वर्मा की लिखी और निर्देशित फिल्म खिलाड़ी, तेलुगु के साथ साथ हिंदी में भी ११ फरवरी यानि इस शुक्रवार सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है.



अपनी हास्य शैली में एक्शन करने वाले अभिनेता रवि तेजा की खिलाड़ी में दोहरी भूमिका है.



फिल्म में एक्शन किंग अर्जुन सर्जा को शामिल कर लिए जाने के बाद फिल्म में दर्शकों की दिलचस्पी बढ़ गई है.


फिल्म में रवि तेजा के एक्शन को ग्लैमर का तड़का देने के लिए डिंपल हयाती और मिनाक्षी चौधरी को शामिल किया गया है.

राष्ट्रीय सहारा ०६ फरवरी २०२२

 



दक्षिण की फ़िल्में बॉलीवुड का तडका !

अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज पार्ट १ के हिंदी संस्करण को मिली अभूतपूर्व सफल्रता से, इस फिल्म के क्या, दक्षिण के तमाम निर्माता उत्साहित है। पुष्पा द राइज के दूसरे हिस्से को बनाने का प्रारंभ थोडा पहले से कर दिया गया है।  पहले निर्माता का इरादा था कि पुष्पा का दूसरा हिस्सा थोडा रुक कर बनाया जाए।  कहा जा रहा है कि पुष्पा के दूसरे हिस्से में बॉलीवुड के एक दो बड़े सितारों को लेकर इसे सही मायनों में अखिल भारतीय रूप दिया जाएगा।  लेकिन, काफी लोगों का मानना है कि हिंदी बेल्ट में जैसी पकड़ अल्लू अर्जुन की बन गई है, पुष्पा २ में किसी बॉलीवुड स्टार की जरूरत नहीं है।



तडका क्यों ? - क्या पुष्पा २ यानि पुष्पा द रूल में कोई बॉलीवुड सितारा होगा ? इस सवाल का जवाब तो बाद में मिल जाएगा, लेकिन दक्षिण की फिल्मों के बॉलीवुड सितारों के तड़के की शुरुआत हो चुकी है।  इस समय बन रही या जल्द रिलीज़ होने जा रही तमाम फिल्मों में बॉलीवुड के सितारों को शामिल किया जा रहा है। इसमें कोई संदेह नहीं कि इनमे से कुछ सितारे अब उतने चलताऊ नहीं। पर किसी तेलुगु, तमिल, कन्नड़ या मलयालम फिल्म को अखिल भारतीय रूप देने के लिए पर्याप्त है। बस देखने की बात होगी कि पुष्पा द रूल में बॉलीवुड के किस सितारे का सिक्का जमता है।



बॉलीवुड- टॉलीवूड का रिश्ता - देखा जाए तो बॉलीवुड और टॉलीवूड का रिश्ता काफी पहले से रहा है।  पहले भी तमिल और तेलुगु, खास तौर पर तमिल फिल्मों के शिवाजी गणेशन, जैमिनी गणेशन, कमल हासन, रजनीकांत, नागार्जुन, चिरंजीवी, आदि ने बॉलीवुड में दस्तक दी।  इनमे से कुछ अभिनेताओं की पारी कुछ जमी, पर बाकी जल्द वापस हो गए।  अलबत्ता, दक्षिण की अभिनेत्रियों की जोड़ी बॉलीवुड सितारों के  साथ खूब जमी। अंजलि देवी, सावित्री गणेशन के बाद वहीदा रहमानहेमा मालिनी, रेखा, श्रीदेवी और जयाप्रदा बॉलीवुड के अभिनेताओं के साथ खूब जोड़ियां जमाई। 



दक्षिण से शुरुआत - बॉलीवुड सितारों को अपनी फिल्मों में लेने के ख्याल से तेलुगु और तमिल सिनेमा उत्साहित नज़र नहीं आया। किसी भी दक्षिण भाषा की फिल्म का नायक कोई बॉलीवुड अभिनेता बना हो इसका प्रमाण नहीं मिलता। शायद हिंदी फिल्मों का ग्लैमर टॉलीवूड को नहीं जमता रहा हो। इसके बावजूद हिंदी फिल्मों में नाम कमाने वाली कुछ अभिनेत्रियों के फिल्म करियर की शुरुआत तमिल या तेलुगु फिल्मों से हुई। हिंदी फिल्मों में आने से पहले ऐश्वर्या राय ने तमिल फिल्म इरुवर की। सुष्मिता सेन भी नागार्जुन के साथ तमिल फिल्म राछगन में नायिका बनी। प्रियंका चोपड़ा तमिल फिल्म तमिसन में विजय की  नायिका बनी। इसके बाद कैटरिना कैफ भी बूम फ्लॉप होने के बाद तेलुगु फिल्म मल्लिस्वरी में वेंकटेश की नायिका बनाई गई। सोनाक्षी सिन्हा ने तो तमिल फिल्म लिंगा में अनुष्का शेट्टी के साथ रजनीकांत को शेयर किया था। जिस साल दिल से रिलीज़ हुई, उसी साल प्रीटी जिंटा ने वेंकटेश के साथ तेलूग फिल्म प्रेमांत इदेरा में नायिका की भूमिका की। आज की सुपर सितारा दीपिका पादुकोण तो २००७ में शाहरुख़ खान के साथ ओम शांति ओम से हिंदी बेल्ट में धमाका करने से पहले कन्नड़ फिल्म ऐश्वर्या में उपेंद्र की नायिका बन चुकी थी। पर इन सभी अभिनेत्रियो को हिंदी फिल्मों में बड़ी सफलता मिलने के बाद दक्षिण की फिल्मों में करियर ख़त्म हो गया।



विलेन की भूमिका में - पिछले कुछ समय से दक्षिण की फिल्मों को बॉलीवुड के अभिनेता विलेन की भूमिका में खूब रास आ रहे हैं। रजनीकांत की फिल्म दलपति में अमरीश पूरी ने खल भूमिका की थी। अतुल कुलकर्णी को रन के विलेन के रूप में सराहा गया था। तमिल फिल्म रमन्ना में मुकेश ऋषि ने विलेन जालंधर सिंह की भूमिका की थी। मुकेश ऋषि फिल्म पोक्किरी में भ्रष्ट पुलिस अधिकारी की भूमिका में थे। आशीष विद्यार्थी, गोविन्द नामदेव, सयाजी शिंदेआदि तो हिंदी फिल्मों के तरह दक्षिण की फिल्मों में भी विलेन बन रहे है। इधर ख़ास बात यह हुई है कि बॉलीवुड में नायक की भूमिका करने वाले कुछ अभिनेता खलनायक बन कर आये। सोनू सूद दक्षिण की फिल्मों के लोकप्रिय खलनायक है। ए आर मुरुगदास निर्देशित फिल्म कट्टी में विजय के खिलाफ नील नितिन मुकेश खलनायक थे। बाद में वह तेलुगु फिल्म कवचम् में भी खलनायक बने। प्रभास की फिल्म साहो में तो जैकी श्रॉफ, नील नितिन  मुकेश और चंकी पांडेय खल भूमिकाएं कर रहे थे। हिंदी फिल्मों के नायक के रूप में सफल विवेक ओबेरॉय फिल्म कृष ४ में विलेन बनने के बाद, तमिल फिल्म विवेकमतेलुगु फिल्म विनय विधेय रामा, कन्नड़ फिल्म रुस्तम और मलयालम फिल्म लूसिफर में खलनायक बने।



बॉलीवुड के सितारे - अब दक्षिण में निर्मित हो रही फिल्मों में बॉलीवुड के सितारों को लिया जा रहा है। इनकी भूमिकाये छोटी या बड़ी हो सकती है। प्रभास की फिल्म राधे श्याम की नायिका बॉलीवुड की मशहूर पूजा हेगड़े है। दीपिका पादुकोणनिर्देशक नाग चैतन्य की साइंस फिक्शन फिल्म अमिताभ बच्चन के साथ करने वाली है। इस फिल्म के नायक भी प्रभास होंगे। अप्रैल में संभावित रिलीज़ वाली फिल्म आरआरआर में रामचरण और जूनियर एनटीआर के बावजूद बॉलीवुड के अजय  देवगन और आलिया भट्ट का तड़का भी डाला गया है। विजय देवराकोण्डा को हिंदी दर्शकों से परिचय करने वाली फिल्म लाइगर की नायिका अनन्या पांडेय है। अप्रैल में ही प्रदर्शित होने जा रही फिल्म केजीएफ चैप्टर २ में संजय दत्त खलनायक अधीरा की भूमिका कर रहे है।  फिल्म में इंदिरा गाँधी की भूमिका में रवीना टंडन को लिया गया है। कन्नड़ फिल्म विक्रांत रोणा को अखिल भारतीय रूप देने के लिए बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री जैक्वेलिन फनांडेज़ को खास और दिलचस्प भूमिका में लिया गया है।



रिवर्स ट्रेंड - कुछ ऐसा ही बॉलीवुड की फिल्मों में भी देखा जा सकता है।  कुछ बड़ी हिंदी फिल्मों को दक्षिण के दर्शकों में लोकप्रिय बनाने के लिए दक्षिण के  सितारों को शामिल किया गया है।  वरिष्ठ तेलुग अभिनेता नागार्जुन फिल्म ब्रह्मास्त्र मे रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और अमिताभ बच्चन के साथ बेहद विशेष भूमिका कर रहे हैं। वही उनके बेटे नाग चैतन्य को आमिर खान ने फिल्म लाल सिंह चड्डा में महत्वपूर्ण भूमिका सौंप दी है। सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म योद्धा की एक नायिका दक्षिण की राशि खन्ना है। मैदान में अजय देवगन का साथ प्रियमणि दे रही है। कन्नड़ फिल्मों के सुपरस्टार अभिनेता पुनीत राजकुमार को फिल्म गणपत में टाइगर श्रॉफ के साथ लिया गया है। विजय सेतुपति को श्रीराम राघवन  राघवन फिल्म मेरी क्रिसमस में कैटरीना कैफ के नायक बन कर आ रहे है। 

कुछ बॉलीवुड की ०६ फरवरी २०२२

मार्च में राधे श्याम और आर आर आर - भिन्न राज्यों में थिएटर खुलने और क्षमता में वृद्धि के बाद नई फिल्मों के प्रदर्शन की तिथियां जारी करने का सिलसिला प्रारंभ होने जा रहा है। इस मामले में दक्षिण के फिल्म निर्माता आगे लगते है। अब तक की सूचनाओं के अनुसार दक्षिण की आठ बड़ी फ़िल्में अजित कुमार की तमिल फिल्म वालिमै २४ फरवरी को, प्रभास की हिंदी, तेलूग, तमिल और कन्नड़ भाषा में प्रदर्शित की जाने वाली फिल्म राधे श्याम ११ मार्च को, एस एस राजामौली की बहुभाषी फिल्म आर आर आर २५ मार्च को, १४ अप्रैल को दो फ़िल्में केजीएफ़ चैप्टर २ और विजय की तमिल फिल्म बीस्ट, रामचरण और चिरंजीवी की फिल्म आचार्य २८ अप्रैल को रिलीज़ होंगी। इस कारण से अप्रैल में रिलीज़ होने वाली पवन कल्याण और राणा डग्गुबती की फिल्म भीमला नायक तथा महेश बाबू की तेलुगु फिल्म सरकारू वारि पाता मई में या अगले किसी महीने में प्रदर्शित होंगी। यह ज्यादातर फ़िल्में हिंदी में भी प्रदर्शित की जा सकती है। 



माधुरी दीक्षित का फेम गेम ! - माधुरी दीक्षित की पहली वेब सीरीज द फेम गेम नेट फ्लिक्स पर २५ फरवरी से स्ट्रीम होने जा रही है। इस सीरीज की कहानी चमक दमक, ग्लैमर और प्रसिद्धि की है। यह सीरीज बॉलीवुड पर है। इस सीरीज में माधुरी दीक्षित नेने, अनामिका आनंद की भूमिका कर रही है। इस सीरीज के लेखक बिजॉय नाम्बियार और निर्देशक करिश्मा कोहली है। इस शो का पहले टाइटल फाइंडिंग अनामिका था। एक अभिनेत्री के करियर के उतार चढाव को दर्शाने वाली इस सीरीज में माधुरी दीक्षित के सह कलाकारों में संजय कपूर, मानव कॉल, लक्ष्यबीर सरन, सुहासिनी मुले और मुस्कान जाफरी है। यहाँ बताना उपुक्त होगा कि माधुरी दीक्षित की सुपरहिट फिल्म राजा के राजा संजय कपूर ही थे।



सालार में प्रभास की अद्या श्रुति हासन ! -कभी हिंदी फिल्मों में धूम मचाने वाले कमल हासन की दोनों बेटियां श्रुति हासन और अक्षरा हासन, हिंदी फिल्मों में मौका मिलाने के बावजूद कोई ग्लैमर नहीं बिखेर सकी। अक्षरा हासन तो दो फिल्मों षमिताभ और लाली की शादी में लड्डू दीवाना के बाद बाहर हो गई। श्रुति ने कुछ अच्छी फ़िल्में की, जो सफल भी हुई। पर वह भी अपना सिक्का नहीं जमा सकी। श्रुति हासन की पिछली हिंदी फिल्म बहन होगी तेरी २०१७ में प्रदर्शित हुई थी। उनकी दो फ़िल्में यारा और द पॉवर, सिनेमाघरों के बजाय ओटीटी प्लेटफार्म जी५ से स्ट्रीम हुई। इधर श्रुति के प्रशंसकों के लिए दो खबरें है। वह प्राइम वीडियो के शो बेस्टसेलर में मिथुन चक्रवर्ती के साथ आ रही है। यह शो उपन्यास और उसके चरित्रों की पड़ताल करने वाला है। सबसे ज्यादा अच्छी खबर यह है कि वह प्रशांत नील की लिखी और निर्देशन में बनने वाली गैंगस्टर फिल्म सालार में ले ली गई है। इस फिल्म में वह आद्या की भूमिका कर रही है। फिल्म में उनके नायक प्रभास है। प्रभास की अखिल भारतीय पकड़ देखते हुए यह कहा जा सकता है कि प्रभास के साथ श्रुति हासन की सालार सिनेमाघरों में जरूर प्रदर्शित होगी।



रील रोमांस करेंगे रियल लाइफ पत्नी से विक्की कौशल - फरहान अख्तर की जोया अख्तर निर्देशित फिल्म जी ले ज़रा, हृथिक रोशन, फरहान अख्तर और अभय देओल की रोड फिल्म ज़िन्दगी न मिलेगी दोबारा का महिला संस्करण है। इस फिल्म में तीन महिला चरित्रों को प्रियंका चोपड़ा, कैटरीना कैफ और अलिया भट्ट कर रहे हैं। इस फिल्म के लिए तीन पुरुष चरित्रों का चयन अंतिम होना बाकी है। खबरें यह है कि फिल्म में एक पुरुष चरित्र खुद फरहान अख्तर करेंगे। वह किसके अपोजिट होंगे, अभी साफ़ नहीं है। पर ऐसा लगता है कि वह प्रियंका चोपड़ा के साथ रोमांस करते नज़र आएंगे। सबसे दिलचस्प यह समाचार है कि फिल्म में विक्की कौशल को शामिल किया जा रहा है। बताते हैं कि वह जी ले जरा में अपनी रियल लाइफ पत्नी कैटरीना कैफ के साथ रील लाइफ रोमांस करेंगे। इसमें कोई शक नहीं कि हालिया पति- पत्नी बनी विक्की कौशल और कैटरीना कैफ का रोमांस फिल्म को अधिक दिलचस्प बना देगा।



भाग्यश्री की बेटी की मिथ्या सीरीज - १९८९ में, सलमान खान के साथ सूरज बडजात्या की सुपरहिट फिल्म मैंने प्यार किया से हिंदी फिल्म दर्शकों के दिलोदिमाग में छा जाने वाली तथा उतनी ही गति से हिमालय दासानी के साथ शादी कर इंडस्ट्री को अलविदा कह देने वाली भाग्यश्री पटवर्धन की बेटी अवंतिका दासानी भी एक्टर बन गई है। अवंतिका का अभिनय के क्षेत्र मे पहला कदम एक वेब सीरीज मिथ्या से होने जा रहा है।  यह वेब सीरीज इंग्लिश शो चीट की रीमेक है।  चीट, क्लास रूम में साहित्य के प्रोफेसर और उसकी शिष्या के बीच टकराव से शुरू होती है, जो दोनों के बीच व्यक्तिगत रंजिश और बदले का रूप ले लेती है । इस कहानी में प्रोफेसर की भूमिका हुमा कुरेशी कर रही हैं और उनसे टकराने वाली छात्रा ही अवंतिका दासानी बनी है । छः हिस्सों में बनी इस सीरीज के निर्देशक रोहन सिप्पी हैं । जी५ पर शीघ्र स्ट्रीम होने वाली सीरीज मिथ्या से दर्शक अवंतिका दासानी के सौंदर्य और अभिनय को जांच सकते हैं ।



पुष्पा के बाद दक्षिण का द रूल - अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज पार्ट १ ने इस रविवार १०० करोड़ नेट का आंकड़ा पार कर लिया। इस फिल्म के बाद, अल्लू अर्जुन, हिंदी पेटी में, दक्षिण के सबसे विश्वसनीय सितारे बन कर उभरे हैं। पुष्पा के दूसरे हिस्से पुष्पा द रूल पर काम जोर शोर से शुरू हो चुका है। बताते हैं कि बॉलीवुड के एक प्रमुख वितरक ने पुष्पा द रूल को हिंदी बेल्ट में वितरित करने के लिए ४०० करोड़ का प्रस्ताव किया है। इधर, पुष्पा की कोरोना प्रतिबंधों के बावजूद बड़ी सफलता ने, वितरकों, प्रदर्शकों और दर्शकों के बीच दक्षिण की कुछ फिल्मों के भाव काफी बढ़ा दिए है। अब दर्शकों को प्रभास की राधे श्याम, सलार आदिपुरुष, रामचरण और एनटीआर जूनियर की आर आर आर, विजय देवेराकोंडा की लाइगर और पुष्पा द रूल बेसब्री से इंतज़ार है। ऐसा लगता है कि अपने पहले हिस्से से धूम मचा चुकी यश की फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ के दूसरे चैप्टर को बड़ी सफलता सुनिश्चित है। इस प्रतीक्षा का मीठा फल किच्छा सुदीप की फिल्म विक्रांत रोणा को भी मिल सकता है।

Friday, 4 February 2022

सुकृति और प्रकृति कक्कड़ का सिंगल सैयां


मल्टी टैलेंटेड जुड़वाँ बहने सुकृति और प्रकृति, इस बार दर्शकों के लिए लेकर आ रहे है शादी के मौसम के लिए एक मजेदार पेप्पी गीत 'सिंगल सैयां', जिससे वह 2022 के 'सांग ऑफ़ थी इयर' होने का दावा करते है। बॉलीवुड की लोकप्रिय गायिका, संगीतकार, पायल देव ने पहली बार पॉप सेंसेशन जोड़ी कक्कड़ सिस्टर्स के साथ जुड़कर 'सिंगल सैयां' गाना तैयार किया हैं। इस गाने की शोभा और भी बढ़ाने के लिए, जुड़वा बहनो के साथ चार्मिंग और टैलेंटेड अभिनेता पार्थ समथान भी म्यूजिक वीडियो में डांस करते हुए नज़र आएँगे।

 


इस गाने की खूबसूरत धुन को पायल देव ने कंपोज किया है और इसके बोल गुरप्रीत सैनी द्वारा लिखे गए हैं l 'सिंगल सैयां' जल्द ही शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़ों को समर्पित एक गीत है,जिसमे आदिल शेख ने अपने निर्देशन से एक प्यारी प्रेम कहानी दिखाई है।



यह म्यूजिक वीडियो, डेस्टिनेशन वेडिंग में शिरकत हुए सुकृति, प्रकृति और पार्थ द्वारा निभाए गए तीन दोस्तों के बारे में है, जो काफी मजेदार और उत्साहित करने वाला है। इंडस्ट्री के ऐसे टैलेंटेड आर्टिस्ट्स के साथ, यह गीत हमें आकर्षक हुक स्टेप के साथ ही, रंगीन और ग्लैमरस वेडिंग सेटिंग में ले जाता है, जो हमें नृत्य और जश्न मनाने का एक और मौका देती है।

 


'सिंगल सैयां' गाने के लॉन्च से खुश, सुकृति - प्रकृति दोनों का कहना है की, हमने गाने के निर्माण की प्रक्रिया का पूरा आनंद लिया है, विशेष रूप से टैलेंटेड पायल देव के साथ जो सबसे प्यारी इंसान हैं। यह उनके साथ हमारा अब तक का पहला कोलैबोरेशन है और उनके साथ हमारा अनुभव हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक अविश्वसनीय रहा। पार्थ के साथ काम करके हमें खाफी अच्छा लगा और गाने की शूटिंग के दौरान हमने बहुत अच्छा समय बिताया। यह सभी वर-वधूओं के संगीत में नाचने के लिए निश्चित रूप से बेहद अच्छा गीत है, और हम सभी को इस पर डांस करते देखने के लिए और इंतजार नहीं कर सकते।



'सिंगल सैयां' के रिलीज पर, पार्थ समथान ने कहा, "मैं एक ऐसे गाने का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं जो इतना जीवंत, ऊर्जावान है और जो इस संगीत सीजन में अनुपात से बाहर निकलने की क्षमता रखता है। सिंगल सैयां एक मनोरंजक गीत है और डांस करने के लिए एकदम परफेक्ट सॉन्ग है। सुकृति, प्रकृति और VYRL ओरिजिनल्स की टीम के साथ म्यूजिक वीडियो की शूटिंग का अनुभव अद्भुत रहा। कक्कड़ बहनो के साथ काम करने का यह मेरा पहला मौका था और यह वाकई एक प्यारा अनुभव रहा है।'

फिल्म Badhaai Do का Gol Gappa गीत

Mohanlal की फिल्म Aaraattu का ट्रेलर

Michele Morrone debut with Jacqueline Fernandez and Desi Music Factory's song 'Mud Mud Ke


 

 

Following the resounding success of songs created independently, Anshul Garg, Founder and CEO, Desi Music Factory arrives at a milestone as he announces Mud Mud Ke starring the 365 Days star Michele Morrone and Jacqueline Fernandez. With the launch of a poster, the music banner welcomes the Italian actor to the Indian entertainment industry with the peppy song sung by hit machine Tony Kakkar and queen of music Neha Kakkar. The upcoming song marks Morrone's Indian debut and the label's first international collaboration. Both Michele and Jacqueline set the internet on fire with social media pictures of their electrifying chemistry in a photoshoot that preceded the song's shoot. This is the announcement that the fans of the stars and music listeners had been waiting for since their pictures went viral. Tony Kakkar has lent music to Mud Mud Ke, Mihir Gulati has directed its video, which has been choreographed by Shakti Mohan. Mud Mud Ke teaser will be released on the 8th of February, 2022.


 

Anshul Garg says, “Mud Mud Ke marks our first collaboration with an international star Michele Morrone. He will be seen paired with Jacqueline Fernandez. The duo have owned the song composed by Tony Kakkar and sung by him and Neha Kakkar. We're fortunate to have begun 2022 with big announcements. The credit goes to our listeners, who have been thrilled about our songs way ahead of their release.”

 


Jacqueline Fernandez says, “It's wonderful to be welcoming Michele Morrone to India with Mud Mud Ke. While the nation's musical identity is changing and the world is getting smaller, it is fitting to have Michele join us. Kudos to Desi Music Factory for stirring things up in the music scene with this unique collaboration.”

 


Michele Morrone says, “I'm grateful for such a heartfelt welcome. I'm aware that the music of India has a wide reach and it defines the nation's heritage. It is truly an honour to be part of the music industry that has entertained listeners across the globe. I thank the makers of Mud Mud Ke and everyone at Desi Music Factory.” 

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