Tuesday 11 August 2015

"मेरे साईं राम" का म्यूजिक रिलीज किया

पिछले दिनों, विख्यात निर्माता टी पी अग्रवाल एवं के सी बोकाडिया ने फिल्म "मेरे साईं राम" का म्यूजिक एल्बम रिलीज़ किया। उक्त अवसर पर अन्य मेहमानो में निर्माता व संपादक कुमार मोहन, नृत्य निर्देशक पप्पू खन्ना, कलाकार सुरेन्द्र पल, बिग बॉस के एजाज खान, सुधीर दलवी, लाइफलाइन एजेंसी के शब्बीर भाई के आलावा फिल्म की पूरी यूनिट व मीडिया के लोग उपस्तिथ थे। फिल्म के निर्माता हैं, सुजीत घोष व अरुंधति घोष, निर्देशन नवीन जोशी का है, संगीत शकील अहमद, गीत सुजीत घोष व हेमंत भट्ट, गायक घनी मुहम्मद, सुजाता पटवा व मदन शुक्ल हैं, फिल्म की मार्केटिंग स्क्रीन शॉट मीडिया एवं एंटरटेनमेंट ग्रुप ने किया है, ऑडियो 'रेड एंड येलो' ने रिलीज़ किया है। इस फिल्म के प्रस्तुतकर्ता एस आर जी फिल्म्स एंड वीडियो हैं। फिल्म को अपने अभिनय से सुधीर दलवी, मुकुल नाग और स्मिता डोंगरे ने सजाया है।
यह फिल्म साईबाबा की अन्य पिछली फिल्मो की तरह उनके जीवन पर आधारित न होकर एक भक्त और साईबाबा की कहानी है, इस फिल्म में साईबाबा के आदर्श और उनके द्वारा दी गयी शिक्षा पर आधारित है।


कोलकाता की 'मांझी'

फिल्म निर्माता निर्देशक केतन मेहता ने अपनी फिल्म 'माझी : द माउंटेन मैन' के प्रमोशन का अजब आईडिया ईज़ाद किया है।  वह आजकल अपनी मांझी-टीम को लेकर शहर घूम रहे हैं और उस शहर माँझियों यानि उन हस्तियों को जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी बिना साहस खोये ऐसा काम क्या, जिसने उन्हें समाज में अमर कर दिया।  मांझी द माउंटेन मैन की कहानी एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है, जो पहाड़ काट कर रास्ता बनाता है।  फिल्म में नाज़ुद्दीन सिद्दीकी मांझी की भूमिका में हैं। सुभाषिनी मिस्त्री एक ऐसा नाम है, जिसे कलकत्ता में मांझी के नाम से भी जाना जाता है। हाल ही में मांझी द माउंटेन मेन की टीम प्रमोशन के लिए कोलकत्ता पहुंची।  टीम ने सुभाषिनी मिस्त्री से मुलाकात की। इस दौरान सुभाषिनी ने मांझी के टीम से बाते की। बातचीत में मालूम हुआ कि सुभाषिनी जिंदगी में बहुत कष्ट से आगे आयी है। २३ साल की उम्र में उनका पति का साथ छूट गया। क्यूंकि वह अपने पति के इलाज का खरचा उठा न सकी। पति के जाने के बावजूद उन्होंने मूड कर नहीं देखा। बच्चो के पालन पोषण के लिए उन्होंने सब्जियां बेचीं तथा घरो में बर्तन तक माँझे ।  कुछ सालो बाद उन्होंने एक बीघा जमीन खरीदी और उस पर एक अस्पताल बनाया।इस हॉस्पिटल में गरीब से गरीब लोगो का मुफ्त इलाज़ किया जाता है। अब सुभाषिनी के दो अस्पताल है।  एक अस्पताल में उनका एक बेटा खुद डॉक्टर है। यहाँ तक पहुंच ने के लिए सुभाषिनी ने ४७ साल कड़ी मेहनत की है।  वह अब तक़रीबन ७० साल की है और समाज सेवा से जुडी हुई है। पश्चिम बंगाल सरकार उन्हें अपना गौरव मानती है। 



अक्षय कुमार हुए दंग देख कर ९० किलो की पगड़ी

अभी अक्षय कुमार की २ अक्टूबर को रिलीज़ होने जा रही फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' का सांग वीडियो जारी हुआ है।  'तुंग तुंग बाजे' गीत में पंजाबी तड़का  लाने के लिए भांगड़ा और गिद्दा के पुरस्कार सम्मानित कलाकारों को लिया गया है।  इस गीत की शूटिंग पंजाब के कई शहरों में की गई है।  इस शूटिंग के दौरान अक्षय कुमार एक निहंग के संपर्क में आये, जिसने ९० किलो की पगड़ी पहन रखी थी । अक्षय कुमार ९० किलों की पगड़ी पहने निहंग को देख कर दंग रह गए।  इसे देखने के बाद यह तय पाया गया कि इस गीत में पगड़ी वाले निहंग को ख़ास दिखाया जाये। प्रीतम चक्रवर्ती के संगीत निर्देशन में 'तुंग तुंग बाजे' गीत को युवा पंजाब के दिलों की धड़कन दिलजीत दोसांझ ने गया है।  'द लायन ऑफ़ पंजाब', 'जट्ट और जूलियट' और सरदारजी जैसी हिट फिल्मों के एक्टर और गायक दिलजीत दोसांझ का फिल्म 'उड़ता पंजाब' से बॉलीवुड डेब्यू हो रहा है।  इस फिल्म में दिलजीत करीना कपूर के अपोजिट हैं।

स्वरुप संपत की वापसी

फिल्म और टीवी एक्ट्रेस स्वरुप संपत की पूरे १४ साल बाद वापसी होने जा रही है।  वह करीना कपूर और अर्जुन कपूर की आर बाल्की निर्देशित फिल्म 'की एंड का' में करीना कपूर की मॉड शॉड मदर की भूमिका से वापसी कर रही हैं।  १९७९ की मिस इंडिया स्वरुप संपत १९८४ में प्रसारित शफी इनामदार के साथ दीदी जीजा और साले के दिलचस्प कॉमेडी सीरियल 'यह जो हैं ज़िन्दगी'  की रेनू से घर घर में मशहूर हो गई थी । हालाँकि, इससे पहले वह हृषिकेश मुख़र्जी की कॉमेडी फिल्म 'नरम गरम' में अपने फिल्म करियर की शुरुआत कर चुकी थी।  इस फिल्म में स्वरुप के नायक अमोल पालेकर थे।  स्वरुप संपत की कुछ मशहूर फिल्मों में 'नाखुदा', 'तुम्हारे बिना', 'सवाल', 'बहु की आवाज़', आदि हैं।  एक्टर परेश रावल के साथ शादी करने के बाद अपने परिवार पर ध्यान लगाने के लिए, 'साथिया' फिल्म की २००२ में रिलीज़  के बाद स्वरुप संपत ने फिल्म और टीवी को अलविदा कह दी।  अब वह एक बार फिर बड़े परदे पर दस्तक दे रही हैं, तो स्वरुप संपत के प्रशंसकों का खुश होना लाजिमी है।  फिल्म में ट्वेंटीज के दो बच्चों की ५७ साल की माँ स्वरुप संपत ३५ साल की करीना कपूर की माँ बन रही हैं।  इस फिल्म के स्वरुप संपत में तमाम सीन करीना और अर्जुन के साथ ही हैं। स्वरुप संपत कहती हैं, "मुझे इन दोनों के साथ काम करके बड़ा मज़ा आया।" 




अब जॉन अब्राहम भी बने गायक !

अभी, सितम्बर में रिलीज़ होने जा रही सूरज पंचोली और आत्या शेट्टी की डेब्यू फिल्म 'हीरो' के टाइटल सांग के सलमान खान द्वारा गाये जाने की चर्चा हो ही रही थी कि अब एक दूसरे अभिनेता के गायक बनने की खबर आ गई है।  अब अभिनेता जॉन अब्राहम भी गायक बन गए हैं।  जहाँ 'हीरो' सलमान खान के बैनर की फिल्म है। वहीँ, जॉन अब्राहम अपनी अभिनीत फिल्म 'वेलकम बैक' में एक ख़ास गीत गा रहे हैं। जॉन अब्राहम यह एक पूरा गीत खुद अपने लिए ही गा रहे हैं। जॉन अब्राहम पर फिल्माए गए इस गीत के बोल 'टाइम लगाये कायको, अरे बन जा मेरी बाइको' हैं।  जहाँ सलमान खान का गया फिल्म हीरो का गीत एक रोमांस गीत है, जो फिल्म के रोमांटिक जोड़े पर फिल्माया गया है, वहीँ जॉन का गीत एक टपोरी टाइप गीत है।  इस गीत को आमिर खान के गाये फिल्म गुलाम के 'आती क्या खंडाला' और शाहरुख़ खान के फिल्म 'जोश' के 'अपुन बोला तू मेरी लैला' गीत की तरह का गीत है।  इस गीत की धुन संगीतकार अनु मालिक ने तैयार की है।  इस गीत में जॉन अब्राहम के साथ अनु मालिक की बेटी अनमोल मालिक ने आवाज़ दी है।  जॉन अब्राहम यह गीत अनिल कपूर और नाना पाटेकर की परदे की बहन श्रुति हासन को पटाने के लिए गाते हैं ।  निर्माता सलमान खान की फिल्म हीरो और अभिनेता जॉन अब्राहम की फिल्म 'वेलकम बैक' का बहुचर्चित टकराव टल चूका है, लेकिन, इसके बावजूद बतौर गायक इन दोनों का टकराव देखना दिलचस्प होगा।  निर्देशक अनीस बज़्मी, जो सलमान खान के साथ 'नो एंट्री' और 'रेडी' जैसी हिट फ़िल्में बना चुके हैं और 'नो एंट्री में एंट्री' बनाने जा रहे हैं, सलमान खान के अपोजिट जॉन अब्राहम के इस गीत को जल्द से जल्द आकाशीय चैनलों से प्रसारित करना चाहते हैं।

Monday 10 August 2015

विनय पाठक प्रधान मंत्री के लिए नेहरू जैकेट बना रहे हैं

इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अभिनेता विनय पाठक प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी  को एक नेहरू जैकेट भेंट स्वरुप भेज रहे हैं जो उन्होंने खुद अपने हाथों से तैयार की है, और यह कला विनय ने स्वतन्त्रता सैनानी गौर हरी दास से सीखी है, जिनका किरदार वह फ़िल्म 'गौर हरी दास्ताँ -द फ्रीडम फ़ाइल' में निभा रहे हैं । विनय ने बताया कि गौर हरी दास जी ने यह कला पूर्व प्रधानमन्त्री मोरारजी देसाई जी को भी सिखाई थी । विनय ने भी किरदार की तयारी के लिए गौर हरी दास जैसे ही इस कला में दक्ष होने के लिए विधिवत ट्रेनिंग ली है, और फ़िल्म के दृश्यों की रेहेरसल्स के दौरान ही कब उन्हें चरखे से प्यार हो गया पता ही नहीं चला और उसी समय उन्होंने निश्चय कर लिया कि वह एक चरखे से बनायीं गयी नेहरू जैकेट प्रधानमन्त्री जी को गौर हरी दास फ़िल्म की पूरी यूनिट की तरफ से ज़रूर भेंट करेंगे । स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या 14 अगस्त को वह इस जैकेट को भेंट करने के लिए वह बेहद उत्सुक है, उसी दिन फ़िल्म गौर हरी दास्ताँ -द फ्रीडम फ़ाइल को भी रिलीज़ किया जायेगा ।

'सिंह इज़ ब्लिंग' की एक झलक (Photo feature)


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