जिन दिनों, सलमान खान की फिल्म अंतिम द फाइनल ट्रुथ और जॉन अब्राहम की फिल्म सत्यमेव जयते २ बॉक्स ऑफिस पर गोता लगा चुकी थी, उन्ही दिनों दक्षिण से एक तेलुगु फिल्म पुष्पा द राइज का हिंदी डब संस्करण बॉक्स ऑफिस पर धीमी शुरुआत करने के बावजूद रफ़्तार पकड़ने में कामयाब हुआ. इस फिल्म की रफ़्तार को हॉलीवुड की दो फ़िल्में स्पाइडर मैन नो वे होम और द मैट्रिक्स रिसरेक्शन भी मिलकर नहीं रोक सकी. तेलुगु फिल्मों के स्टाइलिस्ट नायक अल्लू अर्जुन की इस फिल्म ने बॉलीवुड के बिंदास अभिनेता रणवीर सिंह की क्रिकेट बायोपिक ‘८३ को भी ध्वस्त कर दिया.
आर आर आर और केजीएफ़ २ का जलवा - दक्षिण की फिल्मों के पूरा देश का दर्शक जीतने के इस अभियान को आगे बढ़ाया एस एस राजामौली की जूनियर एनटीआर और रामचरण की पीरियड फिल्म आर आर आर और कन्नड़ भाषा की एक अन्य पीरियड फिल्म केजीएफ़ चैप्टर २ ने. केजीएफ़ चैप्टर २ तो नया इतिहास लिख चुकी है और लिखने जा रही है. यह फिल्म बाहुबली २ के बाद दूसरी १००० करोडिया फिल्म बन चुकी है. इसकी रफ़्तार को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि यह फिल्म आमिर खान की फिल्म दंगल के बाद, दूसरी सबसे अधिक कमाई कर सकने वाली भारतीय फिल्म बन जायेगी. लेकिन...लेकिन...!
असफलता का इतिहास! - बेशक, इसी समय विवेक आनंद अग्निहोत्री की रियल घटनाओं पर फिल्म द कश्मीर फाइल्स नए तरह का इतिहास रच रही थी. मात्र १४ करोड़ में बनी कश्मीर फाइल्स बॉक्स ऑफिस पर २५० करोड़ से अधिक का कारोबार कर चुकी थी. इसके साथ ही आर आर आर भी बॉक्स ऑफिस पर २५० से अधिक का कारोबार कर चुकी थी. यह दूसरी फिल्म थी, जिसने २५० करोड़ से अधिक का कारोबार किया था. हिंदी बेल्ट में पुष्पा द राइज और आर आर आर की अभूतपूर्व सफलता से यह नहीं समझा जाना चाहिए कि दक्षिण की हर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सोना बटोरने वाली फिल्म साबित होती है. सच कहा जाए तो दक्षिण के सुपर सितारों और फिल्मो का हिंदी बेल्ट में असफलता का लंबा सिलसिला है.
सफलता और असफलता - हिंदी फिल्मों में असफलता के बाद, रजिनीकांत तमिल फिल्मों में व्यस्त हो गए थे. लम्बे समय बाद, उनकी वापसी साइंस फिक्शन फिल्म रोबोट (२०१०) से हुई थी. इस फिल्म का सीक्वल २.० आठ साल बाद २०१८ में प्रदर्शित हुआ था. यह फिल्म भी सफल हुई थी. लेकिन, इन दो सफल फिल्मों के बीच रजिनीकांत की असफल फिल्मों की सूची काफी लम्बी है. इस बीच प्रदर्शित उनकी फिल्मों काला, कबाली, लिंगा और कोचादईयान के हिंदी संस्करण असफल साबित हुए थे. पिछले दो सालों में प्रदर्शित पेट्टा और अनाते भी असफल हुई. रजिनीकांत के साथी अभिनेता कमल हासन की अभय, मुंबई एक्सप्रेस, विश्वरूप और विश्वरूप २ जैसी लम्बे समय बाद रिलीज़ फिल्मों को तो सफलता का मुंह देखना तक नसीब नहीं हुआ.
जारी है सिलसिला - दक्षिण की फिल्मों की असफलता का यह सिलसिला थमा नहीं है. कोई तीन साल पहले यानि २१ दिसम्बर २०१८ को बॉलीवुड के बादशाह खान शाहरुख़ की फिल्म जीरो प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म के सामने फरहान अख्तर और रितेश सिधवानी की जोडी ने कन्नड़ सुपरस्टार यश की कन्नड़ फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १ के हिंदी संस्करण को प्रदर्शित करने का दुस्साहस की था. किसी को जीरो के सामने केजीएफ़ चैप्टर १ की सफलता की उम्मीद नहीं थी. लेकिन, हुआ उल्टा. केजीएफ चैप्टर १ ने हिंदी बॉक्स ऑफिस के नए बादशाह रॉकी के आने की आहट दे दी थी. प्रभास की फिल्म साहो ने एक बार फिर दक्षिण के सितारों और फिल्मों की हिंदी बेल्ट पर पकड़ को साबित कर दिया था. पर सितम्बर २०१९ में प्रदर्शित चियान विक्रम की एक्शन फिल्म पहलवान को बॉक्स ऑफिस पर मिली असफलता ने दक्षिण को नाउम्मीद कर दिया. इसके बाद, कोरोना के प्रकोप ने सब कुछ रोक दिया.
दोहरा दिया इतिहास - अब फिर इतिहास दोहराया जाता लग रहा है. पुष्पा द राइज की बड़ी सफलता के बाद, रवि तेजा की हिट फिल्म के हिंदी संस्करण खिलाडी को हिंदी दर्शकों ने ठुकरा दिया. तमिल फिल्मों के सुपरस्टार अजित कुमार की फिल्म वलिमै के हिंदी संस्करण को अलिया भट्ट की पीरियड ड्रामा फिल्म गंगुबाई काठियावाड़ी के सामने घुटने टेकने पड़े. आर आर आर के निर्देशक एस एस राजामौली की हिट फ्रैंचाइज़ी बाहुबली के नायक प्रभास की रोमांटिक फिल्म राधे श्याम बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से मात खा गई. इस फिल्म को द कश्मीर फाइल्स ने उठने ही नहीं दिया. आर आर आर के बाद, २५० करोड़ कमाने वाली फिल्म केजीएफ चैप्टर २ के साथ तमिल सुपरस्टार विजय की तमिल फिल्म बीस्ट का हिंदी संस्करण रॉ एक दिन पहले प्रदर्शित हुआ था. पर हिंदी दर्शकों ने इस फिल्म को पहले दिन ही नकार दिया.
साबित करने के अवसर ! - फिलहाल, दक्षिण की फिल्मों के धमाकों और असफल्रता की सुरसुरी के बीच, बॉलीवुड के सितारों और फिल्मों को साबित करने के अवसर है. दक्षिण के किसी बड़े सितारे की बड़ी फिल्म प्रदर्शित नहीं होने जा रही. ईद वीकेंड पर टाइगर श्रॉफ की एक्शन फिल्म हीरोपंथी २ और अजय देवगन और अमिताभ बच्चन की थ्रिलर फिल्म रनवे ३४ को टकराव के बावजूद बॉलीवुड की स्टार पॉवर साबित करने का अवसर है. इसके बाद मई में रणवीर सिंह की जयेशभाई जोरदार, कंगना रानौत की एक्शन फिल्म धाकड़, कार्तिक आर्यन की भूल भुलैया २ रिलीज़ हो रही है. दक्षिण की मुंबई हमलों पर फिल्म मेजर के बाद अजय देवगन की फुटबॉल पर बायोपिक फिल्म मैदान, अक्षय कुमार की ऐतिहासिक फिल्म पृथ्वीराज, सिद्धार्थ मल्होत्रा की एक्शन फिल्म मिशन मजनू, अनिल कपूर की जुग जुग जियो, आर माधवन की राकेट्री द नम्बी इफ़ेक्ट, आदित्य रॉय कपूर की एक्शन फिल्म ओम द बैटल विथिन, जॉन अब्राहम और आदित्य रॉय कपूर की सीक्वल फिल्म एक विलेन २ प्रदर्शित हो रही है. इन फिल्मो को बड़ी सफलता दिखानी होगी. अन्यथा, कन्नड़ अभिनेता सुदीप की फंतासी एक्शन एडवेंचर थ्रिलर फिल्म विक्रांत रोणा का डब संस्करण अपने उच्च कोटि की तकनीक के कारण इनकी सफलता की चमक को अस्थाई साबित कर सकता है.
No comments:
Post a Comment