Saturday, 19 March 2022

हिप हॉप क़्वीन राजा कुमारी ने होली के मौके पर पंजाब में मचाया धमाल



 

होली के जश्न में और अधिक रंग मिलाया हिप हॉप की जानी मानी हस्ती राजा कुमारी ने स्टेज पर धमाकेदार वापसी करके और इनका यह पंजाब में पहलीबार स्टेज परफॉर्ममेंस था जहां प्रशंसकों की बहुत बड़ी भीड़ उमड़ पड़ी और वो सभी उनके गानों के जबरदस्त दीवाने है |  इवायपी क्रिएशंस द्वारा आयोजित 'होली क्रेज़ी फेस्ट' लाइव कार्यक्रम का आयोजन चंडीगढ़ के  'फॉरेस्ट हिल गोल्फ एंड कंट्री क्लब रिजॉर्ट' में आयोजित किया गया , जहां राजा कुमारी ने अपने परफॉरमेंस से सभी को दीवाना बना दिया | राजा कुमारी जब भी स्टेज पर आती है तो हजारों की संख्या में लोग उनके शो को देखने के लिए पहुंच ही जाते है और ठीक ऐसा ही फिर से एक बार देखने को मिला | कोरोनोवायरस महामारी के कारण लोग बाहर निकलना बंद कर चुके थे मगर राजा कुमारी के शो में वो जादू है जिसे देखने के लिए लोग जुट ही जाते है |




इस पॉवरफुल शो की ख़ुशी को बताते हुए राजा कुमारी कहती है कि , “एक बार फ़िर से मैंने शानदार शो किया इस बात की मुझे बहुत ख़ुशी हो रही है क्योंकि मेरा आखिरी शो जो कि महामारी की शुरुआती दिनों में आयोजित किया गया था मगर वो रद्द हो गया था | होली जैसे खुशनुमा त्यौहार पर एक बार फिर से स्टेज पर वापस आना मेरे लिए बहुत ही ख़ुशी की बात है। मैं पहली बार पंजाब में परफॉरम की और सच मानिये मुझे यहां के लोगों से बहुत प्यार मिला है। लाइव परफॉर्म करना और संगीत के माध्यम से अपने फैंस से जुड़ना एक कमाल का अनुभव होता है |"

 



आगे वो कहती है कि "होली का त्यौहार मुझे बहुत पसंद है, जैसा कि मैं अमेरिका में पली बड़ी हूँ तो इस त्यौहार को मैंने ज़्यादा नहीं मनाया है लेकिन मैं अपने दोस्तों के साथ इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बहुत उत्साहित थी। मैं भारत में सालो बाद होली खेली हूँ ।”

 



राजा कुमारी ने अपने YouTube चैनल पर 'द कैटलॉग रीइमैगिनेड' नाम से अपनी सर्वश्रेष्ठ हिट फिल्मों में से 30 मिनट का विशेष लाइव प्रसारण किया। जल्द ही कुछ और उनके प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं की जाएंगी ।

श्याम बेनेगल की फिल्म ‘मुजीब -द मेकिंग ऑफ ए नेशन का पोस्टर

 


मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन’ मेरे लिए बेहद भावनात्मक फिल्म है, 'बंगबंधु' की दमदार जिंदगी को पर्दे पर उतारना मुश्किल काम रहा: निर्देशक श्याम बेनेगल


 

यह फीचर फिल्म मेरे और मेरे देश के लिए कितनी महत्वपूर्ण है, इसे बयां करने के लिए शब्द नहीं हैं: शेख मुजीबुर रहमान की भूमिका निभाने वाले बांग्लादेशी अभिनेता अरिफिन शुवो जाने-माने फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल ने बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर रहमान की बायोपिक फिल्म ‘मुजीब- द मेकिंग ऑफ ए नेशन’ का पोस्टर जारी किया है।



'बंगबंधु' पर यह फिल्म भारत और बांग्लादेश के बीच एक ऑडियो-विजुअल प्रोडक्शन समझौते पर आधारित है। महान फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल ने शेख मुजीबुर रहमान की 102वीं जयंती के अवसर पर आज, 17 मार्च 2022 को राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी), मुंबई में इस फिल्म का पोस्टर जारी किया।

 


भारत और बांग्लादेश ने बंगबंधु की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में शेख मुजीबुर रहमान पर एक बायोपिक बनाने की घोषणा की थी। मुजीब शताब्दी के समापन समारोह में फिल्म का एक पोस्टर जारी किया जा रहा है, जो फिल्म के निर्माण के पूरा होने का एक संकेत है।

 



फिल्म के बारे में बात करते हुए निर्देशक श्री श्याम बेनेगल ने कहा कि शेख मुजीबुर रहमान के दमदार जीवन को पर्दे पर लाना उनके लिए एक कठिन काम रहा है। उन्होंने कहा कि, "मुजीब - द मेकिंग ऑफ ए नेशन” मेरे लिए एक बहुत ही भावनात्मक फिल्म है; बंगबंधु के भव्य जीवन को रील पर लाना एक कठिन काम रहा; हमने उनके किरदार को बेबाकी से पेश किया है। मुजीब भारत के सच्चे मित्र बने रहे। हमें उम्मीद है कि पोस्टर दर्शकों से जुड़ेगा।''

 

राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम, भारत और बांग्लादेश फिल्म विकास निगम के साथ सहयोग के बारे में बताते हुए श्री बेनेगल ने कहा कि, “मुझे इस फीचर फिल्म पर काम करने की खुशी है। एनएफडीसी की स्थापना के समय से ही इसका साथ हमेशा उपयोगी सहयोग रहा है और अब बीएफडीसी के साथ मिलकर काम करना एक सुखद अनुभव रहा है।"

 

एनएफडीसी के प्रबंध निदेशक श्री रविंदर भाकर ने बताया कि “एनएफडीसी ने महान निर्देशकों के साथ फिल्में बनाई है जो आज भी दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। इस परियोजना के लिए एक बार फिर श्याम बेनेगल जी के साथ जुड़ना निगम के लिए बहुत खुशी की बात है। ‘मुजीब - द मेकिंग ऑफ ए नेशन’ एनएफडीसी के इतिहास में एक ऐतिहासिक फिल्म होगी। वास्तव में, बीएफडीसी के साथ एक प्रतिष्ठित फिल्म के लिए जुड़ना खुशी की बात है।”

 

बीएफडीसी की प्रबंध निदेशक सुश्री नुज़हत यास्मीन ने इस अवसर पर कहा कि, “मैं फिल्म की रौनक को देखने के लिए अभिभूत हूं। ‘मुजीब - द मेकिंग ऑफ ए नेशन’ हमारे लिए एक भावना है। बीएफडीसी की ओर से मैं अपने समकक्षों (एनएफडीसी) को बधाई देना चाहती हूं जो इस सपने को साकार करने के लिए हमारे साथ खड़े रहे हैं। बांग्लादेश श्याम बेनेगल जी के बंगबंधु की बायोपिक के संस्करण को देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। वह एक महान फिल्म निर्माता हैं, जिनकी हम सभी बहुत प्रशंसा करते हैं।”

 

शेख मुजीबुर रहमान की भूमिका निभाने वाले अभिनेता अरिफिन शुवो ने कहा कि, “मुजीब की भूमिका निभाने के लिए रोमांचित हूं। यह एक सपना के सच होने जैसा है। मैं इस प्रतिष्ठित परियोजना का हिस्सा बनने और खुद श्याम बेनेगल जी द्वारा निर्देशित होने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह फीचर फिल्म मेरे और मेरे देश के लिए कितनी बड़ी है, इसे व्यक्त करने के लिए शब्द नहीं हैं। मैंने भारत में फिल्म के निर्माण के दौरान गर्मजोशी और महान आतिथ्य को महसूस किया। उम्मीद है कि मैंने उनकी भूमिका को उचित तरीके से निभाई है और दर्शक मुझसे जुड़ेंगे और फिल्म को उसी तरह पसंद करेंगे, जिस तरह से वे बंगबंधु से प्यार करते हैं।”

 

कोविड-19 महामारी के बीच सभी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए इस फिल्म को भारत और बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर शूट किया गया था। फिल्म का निर्माण दिसंबर 2021 में संपन्न हुआ।

 

शेख मुजीबुर रहमान - बांग्लादेश के राष्ट्रपिता

 

मुजीब ने 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए राजनीतिक नेतृत्व प्रदान किया। अपने राजनीतिक जीवन के प्रारंभिक चरण में मुजीब महात्मा गांधी से मिले, जो जनता को सशक्त बनाने के लिए उनके लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत थे, एक ऐसी प्रेरणा जो जीवन भर बनी रही। यह बायोपिक मुजीब के जीवन का एक जश्न है; यह हमें इतिहास के उस दौर में ले जाती है जिसे दर्शक फिर से जीवंत होते देखेंगे। फिल्म में उस महान नेता को दिखाया गया है जिसकी उपलब्धियां आज भी जिंदा हैं।

 

मुजीब का जन्म एक प्रतिष्ठित मुस्लिम परिवार में हुआ था और वह एक धार्मिक और सौहार्दपूर्ण माहौल में पले-बढ़े थे। वह गरीबों के प्रति बहुत दयालु थे और उनके प्रति सहानुभूति रखते थे। उन्होंने श्री हुसैन सुहरावर्दी की प्रशंसा की। उन्होंने पश्चिमी पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान के बीच असमानता एवं अभाव और पाकिस्तानी सैन्य शासन के खिलाफ संघर्ष किया। 1947 से 1971 की अवधि में उन्हें लगभग 11 वर्षों के लिए कैद किया गया था। उन्होंने एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र "बांग्लादेश" के गठन का प्रयास किया और अपना यह लक्ष्य हासिल किया। इसलिए मुजीब को 'बंगबंधु' के रूप में बांग्लादेश का राष्ट्रपिता माना जाता है। वे प्रतिष्ठित व्यक्तित्व के धनी थे। उनके भाषणों और साहस ने बांग्लादेश के इतिहास की धारा बदल दी।

 

 

 

मुजीब - द मेकिंग ऑफ ए नेशन की कास्ट एंड क्रू:

 

शेख मुजीबुर रहमान की भूमिका बांग्लादेशी फिल्म अभिनेता और लोकप्रिय टेलीविजन कलाकार श्री अरिफिन शुवो ने निभाई है। स्टार कास्ट में सुश्री नुसरत इमरोज तिशा, श्री फजलुर रहमान बाबू, श्री चंचल चौधरी और सुश्री नुसरत फारिया शामिल हैं। श्री अतुल तिवारी और सुश्री शमा जैदी ने फिल्म की कहानी लिखी है।

 

फोटोग्राफी निर्देशक - श्री आकाशदीप; संपादक - श्री असीम सिन्हा; संगीत - श्री शांतनु मोइत्रा; कला निर्देशन - श्री विष्णु निषाद; एक्शन डायरेक्टर - श्री शाम कौशल; कोरियोग्राफर - श्री मासूम बाबुल; कॉस्ट्यूम डिजाइनर - सुश्री पिया बेनेगल, एसोसिएट निर्देशक- श्री दयाल निहलानी; प्रोडक्शन डिजाइनर - श्री नीतीश रॉय, कास्टिंग - श्री श्याम रावत और श्री बहरुद्दीन खेलॉन; लाइन प्रोड्यूसर - श्री सतीश शर्मा।

 

राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) के बारे में

 

राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एनएफडीसी) की स्थापना वर्ष 1975 में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई थी। इसका प्राथमिक उद्देश्य उभारत में अच्छे सिनेमा के निर्माण को बढ़ावा देना था। एनएफडीसी देश भर में विभिन्न भारतीय भाषाओं में स्वतंत्र फिल्मों के वित्तपोषण, वितरण और विकास के लिए उचित माहौल बनाने में सहायक रहा है।

 

बांग्लादेश फिल्म विकास निगम (बीएफडीसी) के बारे में

 

इस संगठन की स्थापना 1959 में पूर्वी पाकिस्तान फिल्म विकास निगम के रूप में हुई थी जिसे 1971 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के बाद बांग्लादेश फिल्म विकास निगम में बदल दिया गया। हर साल 3 अप्रैल को बांग्लादेश में राष्ट्रीय फिल्म दिवस मनाया जाता है। यह दिवस निगम द्वारा आयोजित और मनाया जाता है। वह दिन उस समय की याद दिलाता है जब पूर्वी पाकिस्तान के तबके उद्योग और वाणिज्य मंत्री शेख मुजीबुर रहमान ने पूर्वी पाकिस्तान फिल्म विकास निगम बनाने के लिए विधेयक पेश किया था।

John Abraham’s only place of worship is his GYM


 

Another episode of Mirchi Shape of You featured John Abraham as the guest, where he disclosed an amusing encounter with a fan−Abraham declined their request for a photograph because he was working out. In a candid conversation with the host, Shilpa Shetty, John Abraham not only shared his diet mantras and fitness regimes but also revealed some of his distinctive lifestyle choices. The episode unveiled how fitness is John Abraham’s only religion and why he considers his gym to be his temple, mosque, and church.

 

If you missed it, log on to Filmy Mirchi, and catch the full episode right now! Fans can stay tuned on @filmy.mirchi to get the latest updates on the very first season of Pintola Presents Shape of You, exclusively on Filmy Mirchi! 

Tuesday, 15 March 2022

Prithvi Ambani Starts His First Day at Nursery School

 


 

What does first day at school look like for Mukesh Ambani’s first grandson? Prithvi Ambani is going to be ‘Educated in India’ and therefore, sending him to where Akash and Shloka studied at Sunflower School in Malabar Hill was a unanimous call by India’s richest family to ensure their youngest member gets a grounded, safe, secure but quality education and learning environment. The grandparents and parents have gone out of the way to ensure the security staff is discrete. Both Akash and Shloka personally accompanied him and saw him off at the school gates.

 

Prithvi is accompanied by a class of pupils and begins school with all the other children by doing half days as a gentle introduction to school life. The family is extremely determined to enable Prithvi to lead a ‘normal’ life which is so incredibly hard, being at the centre of national and international fascination as he is the grandson of Asia’s Richest Person and dubbed by his many fans, as the Prince of India.


Day 16- Synopsis of Lock Upp

 


Synopsis Day 16:  With every new day, viewers witness a new drama in the Lock Upp house. For a change, new team leaders, Kaaranvir and Payal, are arguing over a cup of tea. Payal told Kaaranvir to wrap up his nitty-gritty and start the household work so that everyone gets everything on time when Saisha asked for a cup of tea. "Don't tell us what to do. We know our work, we'll do it, and who fights for a cup of tea!" exclaimed Kaaranvir. This argument continued, and Payal later whined about Kaaranvir to every inmate she could find.

 

 

 

Later, Payal went to the washroom in the morning and forgot to lock the door. As a result, Shivam accidentally enters the room and Payal is screaming. Then she told Nisha about how the washroom should be separated for men and women so that this does not happen again, to which Ali later agreed.

 

 

 

Siddharth Sharma has an emotional breakdown since he is missing his father. Nisha and Siddharth eventually have a heart-to-heart conversation. Siddharth opens up about his father dying in an accident and everyone in the house consoles him.

 

 

 

Furthermore, we see a snake and ladder task - 'Mein naagin tu sapera' - taking place in the house, with the winning team gaining access to the luxury bathroom. Payal represents the orange team, while KaaranVir represents the blue team. In the task, the inmates must agree or disagree with the questions displayed on the screen. Kaaranvir's team won the task, and are one step closer to gaining access to the luxury bathrooms.

 

 

 

Find out more in Lock Upp tonight at 10:30 pm streaming free on ALTBalaji and MX Player!

Sunday, 13 March 2022

राष्ट्रीय सह्रारा १३ मार्च २०२२

 



बॉलीवुड की एक्शन फिल्मों में होली की गोली !

इस साल होली में, एक गैंगस्टर बच्चन की एक्शन कॉमेडी फिल्म बच्चन पाण्डेय प्रदर्शित होने जा रही है. पिछले कुछ सालों से होली पर एक्शन, गैंगस्टर, सोशल कॉमेडी फ़िल्में प्रदर्शित की जा रही है. इनमे से ज्यादातर फिल्मों में अपराध, मारधाड़ और हास्य होता है, पर होली बहुत कम होती है. जबकि, होली मिलने मिलाने का त्यौहार है. होली गीत के दौरान ही, प्रेम पराकाष्ठा पर होता है. पुरानी हिंदी फिल्मों मे होली का यही रूप सामने आता रहा है. लेकिन, एक्शन गैंगस्टर फिल्मों के युग में भी कभी किसी फिल्म में होली में रोमांस दिखाई दे जाता है.



राम की होली लीला - प्रेम का एक अनोखा रूप संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म गोलियों की रास लीला- राम-लीला में प्रस्तुत किया था. इस फिल्म के मुख्य चरित्र राम (रणवीर सिंह) और लीला (दीपिका पादुकोण) अलग अलग हिंसक कबीलों के परिवार से थे. लीला भी गोलियों की भाषा में बात करती थी. लेकिन होली के दिन जैसे ही राम और लीला एक दूसरे के गुलाल लगाते हैं, दोनों को प्रेम की भाषा समझ में आ जाती है. जो दुश्मन परिवारों के बीच यह रंगबिरंगा रोमांस दिलचस्प था.



होली से टॉयलेट का सफ़र - अक्षय कुमार और भूमि पेडणेकर की फिल्म टॉयलेट एक प्रेम कथा महिलाओं में स्वच्छता का सन्देश देने वाली फिल्म थी. यह फिल्म महिलाओं के खुले में शौच जाने के विरुद्ध सन्देश देती थी. फिल्म मे अक्षय कुमार और भूमि पेडणेकर पति पत्नी केशव और जया की भूमिका में थे. ससुराल में शौचालय न होने के कारण जया मायके आ जाती है. केशव होली के दिन उसे मनाने जाता है. इन दोनों के मिलन का चित्रण मथुरा वृन्दावन की लट्ठ मार होली पर आधारित गोरी तो लट्ठ मार गीत से होता है. इस गीत के समाप्त होते होते केशव जया के लिए घर में शौचालय के निर्माण का निर्णय लेता है. फिल्म के इस होली गीत होली का बड़ा भावनात्मक चित्रण हुआ था.



बद्रीनाथ की अलग होली - प्रेम पर करियर को महत्त्व देने वाली फिल्म बद्रीनाथ की दुल्हनिया हिट रोमांस फिल्म थी. इस फिल्म की वरुण धवन और अलिया भट्ट की जोड़ी पहले ही हिट हो चुकी थी. इस फिल्म में दोनों का रोमांस छोटे शहर से विदेश तक पहुंचता है. फिल्म के भावनात्मक बहाव में होली की गुंजाईश खास दिखाई नहीं देती. लेकिन, निर्देशक शशांक खेतान ने इस फिल्म में भी होली गीत को जगह दी थी. यह टाइटल ट्रैक इन दोनों के रंगीन रोमांस को उभारता ही था. २०१७ के बाद से, बद्रीनाथ की दुल्हनिया का यह होली ट्रैक होली का अटूट हिस्सा बन गया है.



विछोह की होली - अयान मुख़र्जी की रणबीर कपूर और दीपक पादुकोण की रोमांस फिल्म यह जवानी है दीवानी में एक से बढ़ कर एक मधुर गीत थे. परन्तु, इस फिल्म का होली गीत बलम पिचकारी, फिल्म के नायक के प्रति नायिका के प्रेम को उभारने वाला है. इस गीत के दौरान नायिका निश्चित कर लेती है कि वह अपने प्रेम को नायक के सामने व्यक्त करेगी. लेकिन, इससे पहले कि वह अपना प्रेम व्यक्त कर पाती, उसे मालूम होता है कि नायक अपना करियर बनने के लिए विदेश जाना चाहता है. उसके दिल की बात जबान तक नहीं आ पाती. इस प्रकार से यह गीत नायक नायिका के मिलन और विछोह का गीत बन जाता है.



होली में बलात्कार - सनी देओल को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाने वाली, राजकुमार संतोषी निर्देशित फिल्म दामिनी नायिका प्रधान फिल्म थी. इस फिल्म की नायिका होली के दिन अपनी ससुराल वालों के नौकरानी से बलात्कार की चश्मदीद है. वह इस बात को छुपाती नहीं. अपराधियों को सजा दिलाने के लिए वह अपने पति और ससुराल की नाराजगी की भी परवाह नहीं करती. जाहिर है कि दामिनी की होली घटनाक्रम में भारी बदलाव लाने वाली है.



घटनाक्रम वाला शोले होली गीत - अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, हेमा मालिनी, जया बच्चन और संजीव कुमार के साथ अमजद खान की डाकू भूमिका वाली सुपरहिट फिल्म शोले का होली गीत भी काफी घनाक्रम वाला गीत है. इस गीत के ठीक बाद, रामगढ पर डाकू गब्बर सिंह हमला कर देता है. इस डाकू, जय वीरू टकराव के बीच ठाकुर का बन्दुक उठा कर न फेंकना एक रहस्य से पर्दा उठाने वाला साबित होता है. इसके बाद ही पता चलता है कि ठाकुर के हाथ कट चुके है. इस गीत में धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी का उत्तेजक रोमांस जया बच्चन के प्रति अमिताभ बच्चन के मूक रोमांस तक जाता है. कहते हैं कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान ही धर्मेन्द्र और हेमा मालिनी का रोमांस गर्म हुआ.



डर पैदा करने वाला गीत - जैसा कि फिल्म का शीर्षक बताता था, डर में शाहरुख़ खान के चरित्र का एक तरफा प्रेम जूही चावला के चरित्र के दिल में डर पैदा करने वाला है. यह डर फिल्म के होली गीत अंग से अंग लगाना में भी ऊंचाइयां थाम लेता है. जब नाचते गाते सनी देओल और जूही चावला के बीच शाहरुख़ खान ढोल बजाते आ जाते है. इसके बाद, फिल्म का लम्बा और हिंसक सीक्वेंस है.



अमिताभ बच्चन की दूसरी होली - अमिताभ बच्चन की फिल्मों के होली गीत काफी अलग और घटना प्रवाह वाले होते है. शोले के गीत में जहाँ हिंसक भागदौड़ होती है, वही उनकी तीन दूसरी फिल्मों बागबान, मोहब्बतें और सिलसिला के होली गीत भिन्न दिखाई देते है. सिलसिला का रंग बरसे गीत अमिताभ बच्चन के रेखा के प्रति प्रेम की पोल खोलने वाला है, वही बागबान का होरी खेले रघुवीरा गीत बच्चों के सामने पति का पत्नी के प्रति प्रेम की अभिव्यक्ति करने वाला है. वही गुरुकुल के कुलपति और गुरुकुल के संगीत अध्यापक का प्रेम के प्रति विपरीत दृष्टिकोण होली गीत सोणी सोणी के साथ बिखरता दिखाई देता है. जब संगीत अध्यापक कुलपति के माथे पर गुलाल का टीका लगते हुए, उनसे गुरुकुल के बच्चों को साथ होली खेलने देने के लिए कहता है.



होली में गोली या होली - साजिद नाडियाडवाला की फरहद समजी निर्देशित और कृति सेनन अभिनीत गैंगस्टर फिल्म बच्चन पाण्डेय का होली में गोली कह कर प्रचार किया जा रहा है. इससे ऐसा लग सकता है कि फिल्म में कोई होली गीत होगा. बच्चन पाण्डेय में अक्षय कुमार का गैंगस्टर होली गीत में ठुमका लगाता है या नहीं ! पर फिल्म का प्रचार करने के लिए होली में गोली का नुस्खा बढ़िया है.

कुछ बॉलीवुड की १३ मार्च २०२२

क्या होगी सलमान खान की ईद -दिवाली ? - राधे योर मोस्ट वांटेड भाई और अंतिम द फाइनल ट्रुथ के बाद, सलमान खान की सिनेमाघरों में दिखाई जाने वाली पहली फिल्म कभी ईद कभी दिवाली बनने जा रही है. यह फिल्म ३० दिसम्बर २०२२ को प्रदर्शित होगी. फिल्म कभी ईद कभी दिवाली, सलमान खान का अपने प्रशंसकों को दुहरी भेंट जैसी है. क्योंकि, फिल्म सलमान खान के जन्म दिन साप्ताहांत में प्रदर्शित हो रही है. इस फिल्म में सलमान खान से २६ साल छोटी अभिनेत्री पूजा हेगड़े पहली बार सलमान खान के साथ स्क्रीन साझा कर रही होंगी. फिल्म में उनका दूसरा रोमांस ३१ साल की कृति सेनन है. क्या फरहद समजी निर्देशित कभी ईद कभी दिवाली को राधे और अंतिम की तरह असफलता का मुंह तो नहीं देखना होगा?




सैंडविच बन रही अक्षय कुमार की बच्चन पाण्डेय - कॉप एक्शन फिल्म सूर्यवंशी के बाद, अक्षय कुमार की फिल्म बच्चन पाण्डेय सिनेमाघरों में प्रदर्शित होने जा रही है. इससे पहले उनकी एक रोमांस त्रिकोण फिल्म अतरंगी रे डिजिटल माध्यम पर स्ट्रीम हो कर उनका नाम डुबो चुकी है. बच्चन पाण्डेय एक कॉमेडी एक्शन थ्रिलर फिल्म है. इस फिल्म में अक्षय कुमार बच्चन पाण्डेय की शीर्षक भूमिका कर रहे है. फिल्म में उनका साथ बॉलीवुड की दो खुबसूरत अभिनेत्रियाँ कृति सेनन और जैकलिन फर्नांडेज दे रही है. यह फिल्म तमिल हिट जिगरठंडा की रीमेक है. खुद जिगरठंडा भी २००६ की कोरियाई फिल्म द डर्टी कार्निवल का रीमेक थी. फिल्म का निर्देशन फरहाद समजी ने किया है. जहाँ बच्चन पाण्डेय १४ अप्रैल को लगभग आधा दर्जन कन्नड़ फिल्मों के अलावा शाहिद कपूर की क्रिकेट पर फिल्म जर्सी और केजीएफ़ चैप्टर २ से बुरी तरह से घिरी हुई है. वही इसकी सैंडविच बनती भी दिख रही है. क्योंकि, फिल्म से एक हफ्ता पहले यानि ११ अप्रैल को प्रभास और पूजा हेगड़े की रोमांस फिल्म राधे श्याम और २५ मार्च को एसएस राजामौली निर्देशित और रामचरण और जूनियर एनटीआर अभिनीत डब तेलुगु फिल्म आर आर आर भी प्रदर्शित हो रही है. इस प्रकार से बॉलीवुड का बच्चन पाण्डेय दक्षिण के राधे श्याम और आर आर आर के बीच पिसता दिखाई देगा.



करण जोहर का तीसरा नेपोटिस्म शनाया कपूर - फिल्म निर्माता- निर्देशक करण जोहर, नेपोटिस्म के कीर्तिमान पर कीर्तिमान स्थापित करते जा रहे है. अभिनेत्री श्रीदेवी और निर्माता बोनी कपूर की बिटिया जाह्नवी कपूर को धड़क  और अभिनेता चंकी पाण्डेय की बेटी अनन्या पाण्डेय को फिल्म स्टूडेंट ऑफ़ द इयर से पहला अवसर देने के बाद, अब करण जोहर ने जाह्नवी की कजिन तथा अनिल कपूर और बोनी कपूर के छोटे भाई संजय कपूर की बेटी शनाया कपूर को बेधड़क मौका देने जा रहे है. शनाया कपूर की पहली फिल्म बेधड़क में उनके दो जोड़ीदार लक्ष्य लालवानी और गुरफ़तेह पीरजादा है. शशांक खेतान निर्देशित इस फिल्म धड़क का, दोनों मिले इस तरह शीर्षक के साथ पिछले साल घोषणा की गई थी. फिल्म की शूटिंग पहले जुलाई और फिर नवम्बर से शुरू होनी थी. पर कोरोना महामारी के कारण फिल्म शुरू नहीं हो सकी. अब यह फिल्म नए शीर्षक बेधड़क के साथ शुरू करने जा रही है.



रामगोपाल वर्मा की समलैंगिक खतरा - अपनी गैंगस्टर फिल्मों के लिए प्रसिद्द रामगोपाल वर्मा की पहली निर्देशित लेस्बियन लव स्टोरी डेंजरस :खतरा ८ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित होने जा रही हैं। फिल्म को बोल्ड सब्जेक्ट और महिला समलैंगिक प्रेम कहानी के कारण सेंसर बोर्ड वयस्कों के लिए प्रमाणपत्र के साथ  पारित कर दिया है । राम गोपाल वर्मा ने फिल्म का पोस्टर रिलीज करते हुए फिल्म के   प्रदर्शन की तिथि  से अवगत कराया और कहा. “समलैंगिक संबंधों पर फिल्म डेंजरस :खतरा   को सेंसर से वयस्कों के लिए पारित किये जाने पर मैं काफी खुश हूँ. अगर इसे ए सर्टिफिकेट नही मिलता तो मैं बहुत निराश होता ।“ फिल्म की कहानी दो औरतों के बीच प्यार और उनके समलैंगिक रिश्तों पर आधारित हैं। जो इस पुरुष प्रधान समाज से असंतुष्ट होकर एक दूसरे की तरफ आकर्षित होती हैं। इस क्राइम थ्रिलर –ड्रामा फिल्म में काफी बोल्ड और इंटिमेट सीन शूट हुए हैं । फिल्म में साउथ फिल्मों की हॉट सायरन अप्सरा रानी और नैना गांगुली लीड किरदार में हैं।



यह कैसा लव हास्टल! - समझ में नहीं आता कि लव हॉस्टल जैसी फ़िल्में बनाई क्यों जाती है! जी ५ के लिए बॉबी देओल की मुख्य भूमिका वाली फिल्म लव हॉस्टल में खून खराबा, खून खराबा और सिर्फ खून खराबा है. बॉबी देओल का फिल्म करियर लगभग ख़त्म हो चुका है. उनकी डिजिटल प्लेटफार्म के लिए इतनी निराशाजनक भूमिका करने की मज़बूरी समझ मे आती है. पर विक्रांत मैसी और सानया मल्होत्रा की क्या विवशता है कि उन्होंने सिर्फ चंद पैसों के लिए अपने करियर के लिए अपने करियर को दाग लगा लिया ? जी५ से स्ट्रीम हो रही निर्देशक शेखर रमण की फिल्म लव हॉस्टल दर्शकों को भी निराश करती है.

Sunday, 6 March 2022

राष्ट्रीय सहारा ०६ अप्रैल २०२२

 



कुछ बॉलीवुड की ०६ मार्च २०२२

रवीना टंडन के साथ संजय दत्त की घुड़चढ़ी - संजय दत्त चाहते थे कि उनका कम से कम एक सीन रवीना टंडन के साथ हो. इन दोनों ने एक साथ आतिश, जीना मरना तेरे संग, जंग, खौफ, जमाने से क्या डरना, क्षत्रिय, विजेता, आदि ढेरों फिल्म की है. इन दोनों की एक साथ पिछली एलओसी कारगिल २००३ में प्रदर्शित हुई थी. संजय दत्त की अप्रैल में प्रदर्शित होने जा रही फिल्म केजीएफ़ चैप्टर २ में संजय दत्त खलनायक अधीरा की भूमिका कर रहे है. इसी फिल्म में रवीना टंडन भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की भूमिका कर रही है. संजय दत्त चाहते थे कि उन्हें फिल्म में रवीना टंडन के साथ पर्दा शेयर करने का मौका मिले. पर ऐसा नहीं हो सका. अब इसकी भरपाई घुड़चढी के द्वारा हो रही है. पहली बार निर्देशक की कमान सम्हाल रहे बिनॉय गाँधी निर्देशित घुड़चढ़ी कॉमेडी फिल्म है. इस फिल्म में संजय दत्त और रवीना टंडन की परिपक्व जोड़ी के साथ, खुशाली कुमार और पार्थ समथन की जोड़ी पहली बार बन रही है. यह फिल्म पर्थ की पहली हिंदी फिल्म है.



तापसी पन्नू की वह लड़की है कहाँतपसी पन्नू एक ऐसी अभिनेत्री है, जिनकी अधिकतर फ़िल्में सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं हो पाती हैं. इन फिल्मों के निर्माता डिजिटल प्लेटफार्म की शरण लेते हैं. अब यह बात दूसरी है कि इन फिल्मों को डिजिटल पर भी दर्शक नहीं मिलते. हालिया प्रदर्शित फिल्म लूप लपेटा इसका प्रमाण है. इसके बावजूद तपसी पन्नू की नई फिल्मों की घोषणा होती रहती है. पिछले दिनों, जंगली पिक्चरस और रॉय कपूर फिल्म्स की निर्माणाधीन फिल्म वह लड़की हैं कहाँ के पूरा होने के समाचार पत्र पत्रिकाओं की सुर्खियाँ बने. इस रहस्य रोमांच से भरपूर फिल्म में तपसी पन्नू के साथ प्रतिभाशाली अभिनेता प्रतिक गाँधी प्रमुख भूमिका में है. अरशद सईद निर्देशित फिल्म वह लड़की है कहाँ में प्रतीक बब्बर और हरलीन सेठी महत्त्वपूर्ण भूमिकाये हैं. देखने की बात होगी कि तपसी पन्नू की यह लड़की कहाँ प्रदर्शित हो पाती है!



अब चार भाषाओं में ‘धाकड़’ - कंगना रानौत की ८ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित होने जा रही फिल्म धाकड़ की प्रदर्शन की तिथि बदल दी गई है. एजेंट अग्नि की भूमिका में धाकड़ एक्शन अवतार में दिखाई देने वाली कंगना रानौत की यह एक्शन फ्रैंचाइज़ी फिल्म धाकड़ अब २७ मई २०२२ को प्रदर्शित की जायेगी. फिल्म में कंगना का एजेंट अग्नि देश के दुश्मनों को जमीन चाटता नजर आयेगा. फिल्म में, जहाँ कंगना का साथ दिव्या दत्ता और शाश्वत चटर्जी दे रहे होंगे, वहीँ उनके विरुद्ध षडयंत्र रच रहे होंगे अर्जुन रामपाल. निर्देशक रजनीश रेजी घई की धाकड़ उनकी पहली फिल्म है. दीपक मुकुट और सोहेल मकलाई निर्मित धाकड़ को हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषाओं में भी प्रदर्शित किया जाएगा. कंगना की पिछली फिल्म थालैवी हिंदी के अलावा तमिल में भी प्रदर्शित हुई थी. थालैवी मे कंगना रानौत ने अपनी जयललिता की भूमिका के जान दाल दी थी. क्या कंगना एजेंट अग्नि को भी उतना ही स्वभाविक कर पाएंगी?



सज गई भंसाली की हीरामंडी - संजय लीला भंसाली की फिल्म गंगुबाई काठियावाड़ी इस शुक्रवार प्रदर्शित होने वाली है. पर भंसाली ने इससे पहले ही नेटफ्लिक्स के लिए सीरीज हीरामंडी की शूटिंग फिर से शुरू कर दी है. इस सीरीज की शूटिंग पिछले साल अगस्त में भी शुरू की गई थी, लेकिन कोरोना के प्रकोप के कारण शूटिंग रोक दी गई थी. अब इस सीरीज की शूटिंग शुरू हो गई है तो संजय लीला भंसाली को ही पहले छः एपिसोड शूट करने है. बाकी के एपिसोड उनके सहायक करेंगे. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की हीरामंडी की तवायफों पर आधारित इस सीरीज में बॉलीवुड और टेलीविज़न की १८ अभिनेत्रियों को शामिल किया जाएगा. इस १८ चरित्रों में से पांच के लिए सोनाक्षी सिन्हा, हुमा कुरैशी, मनीषा कोइराला, निमृत कौर और सयानी गुप्ता का चयन कर लिया गया है.



रामगोपाल वर्मा की लेस्बियन फिल्म डैंजरर्स - राम गोपाल वर्मा पहली बार समलैंगिक प्रेम कहानी पर हाथ साफ़ कर रहे हैं. यह फिल्म दो लड़कियों के समलैंगिक संबंधों का गंभीर परिणाम है. यह फिल्म लम्बे समय से अपनी विवादित कहानी और सामग्री के कारण सेंसर द्वारा रोक रखी गई थी. परन्तु अब इसे सेंसर द्वारा पारित कर दिया गया है. यह फिल्म ८ अप्रैल २०२२ को प्रदर्शित होनी है. फिल्म की कहानी दो औरतों के बीच प्यार और उनके समलैंगिक रिश्तों पर आधारित हैं. जो इस पुरुष प्रधान समाज से असंतुष्ट होकर एक दूसरे की तरफ आकर्षित होती हैं. इस क्राइम थ्रिलर –ड्रामा फिल्म में काफी बोल्ड और इंटिमेट सीन शूट हुए हैं. फिल्म में साउथ फिल्मों की हॉट अभिनेत्री अप्सरा रानी और नैना गांगुली प्रमुख चरित्र कर रही हैं.

बॉलीवुड के कितने बैजू बावरा

कोई तीन चार साल पहले की बात है. पद्मावत निर्देशक संजय लीला भंसाली १९५२ की क्लासिक म्यूजिकल फिल्म बैजू बावरा को रंगबिरंगे कैनवास पर फिर उतारना चाहते थे. १९५२ की फिल्म बैजू बावरा का निर्माण और निर्देशन विजय भट्ट ने किया था. बैजू बावरा और तानसेन की संगीतमय प्रतिस्पर्द्धा दर्शाने वाले विषय को विजय भट्ट ने प्रेम कहानी में बुना था- बैजू और गौरी की प्रेम कथा. यह फिल्म नौशाद के कर्णप्रिय हिट संगीत के कारण मेगा हिट फिल्म साबित हुई थी. इस फिल्म के बाद, भारत भूषण और मीना कुमारी स्थापित हो गए थे. मीना कुमारी को गौरी की भूमिका के कारण श्रेष्ठ अभिनेत्री का पहला फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था.



सात दशक तक रीमेक नहीं - इसके बावजूद कि बैजू बावरा (१९५२) म्यूजिकल हिट फिल्म थी. इस फिल्म का रीमेक करने का खेल सात दशकों तक किसी के दिल में नहीं आया. २०१० में फिल्म निर्माता निर्देशक कृष्णा शाह ने बैजू द जिप्सी शीर्षक के साथ बैजू बावरा का रीमेक शुरू किया. इस फिल्म में आमिर खान को बैजू की भूमिका के लिए लिया गया था. फिल्म के लिए एआर रहमान संगीत देने वाले थे. पर यह फिल्म जल्द ही ठन्डे बस्ते में डाल दी गई.



दिलीप कुमार नर्गिस होते बैजू-गौरी - इसके बाद, दस साल तक बैजू बावरा की दास्ताँ पर कोई खबर नहीं सुनाई दी. दरअसल, बैजू बावरा का नया संस्करण कास्टिंग बदलने का शिकार होता चला गया. कास्टिंग बदलने की घटना तो १९५२ के बैजू के साथ भी हुई थी. विजय भट्ट अपनी फिल्म का बैजू दिलीप कुमार और गौरी नर्गिस को बनाना चाहते थे. उस समय यह जोड़ी काफी प्रसिद्ध भी थी. पर विजय भट्ट के बजट ने सब चौपट कर दिया; काफी विचार विमर्श के बाद, बैजू और उसके साथ गौरी को भी बदल दिया गया. अब विजय भट्ट के बैजू भारत भूषण और गौरी मीना कुमारी थी; अब यह बात दूसरी है कि दिलीप कुमार और नर्गिस की हिट जोड़ी न होने का बावजूद बैजू बावरा मेगा हिट हुई और भारत भूषण और मीना कुमारी नए सितारे बन कर उभरे.



बदलते रहे बैजू- गौरी - १९५२ की फिल्म की तरह, संजय लीला भंसाली की बैजू बावरा भी सितारे बदलने का शिकार होती चली गई. अब यह तो नहीं मालूम कि उस समय संजय लीला भंसाली के दिमाग में क्या चल रहा था. परन्तु, ऐसा लगता था कि वह सितारों के बलबूते अपनी बैजू बावरा को हिट बनाना कहते थे. तभी तो वह शाहरुख़ खान को बैजू और सलमान खान को तानसेन बना कर पेश करना चाहते थे. निश्चित रूप से उस समय भंसाली म्यूजिकल क्लासिक नहीं बॉक्स ऑफिस हिट फिल्म बनना चाह रहे थे. पर यह कवायद परवान नहीं चढ़ सकी.




हिट जोड़ियाँ बना कर - इसमें कोई शक नहीं कि संजय लीला भंसाली की निगाहें बॉक्स ऑफिस पर ही टिकी हुई थी. तभी तो वह जोड़ियों के सहारे फिल्म का निर्माण शुरू करना चाहते थे. जबकि मूल बैजू बावरा हिट जोड़ी के साथ नहीं, हिट जोड़ी देने वाली फिल्म थी. यही कारण था कि संजय लीला भंसाली के दिल में रणबीर कपूर को बैजू और दीपिका पादुकोण को गौरी बनाने का विचार आया. उस समय तक रणबीर कपूर और दीपिका पादुकोण का रोमांस दर्शकों के दिलो में ताजा था. पर यह जोड़ी भी नहीं बन सकी. फिर खबर आई कि संजय के मन में कार्तिक आर्यन को बैजू बनाने का विचार आया है. पर यह समाचार भी हवा में उड़ गया.



पहले गंगुबाई - पिछले साल से, संजय लीला भंसाली की बैजू बावरा पर गंभीर विचार शुरू हो गया था. हालाँकि, उस समय भी संजय लीला भंसाली, कभी इंशाल्लाह और कभी गंगुबाई काठियावाड़ी के इर्दगिर्द घूम रहे थे. इंशाल्लाह ठन्डे बस्ते में डालने के बाद भंसाली ने गंगुबाई पर ध्यान देना शुरू कर दिया. अब यह फिल्म प्रदर्शित हो कर हिट फिल्मों की श्रेणी में बताई जा रही है.



नाटकीयता का शिखर - संजय लीला भंसाली की फिल्मों में नाटकीयता शिखर पर होती है. बैजू बावरा में कितनी नाटकीयता है, इसका पता तो फिल्म प्रदर्शित होने के बाद ही चल सकेगा. लेकिन कास्ट के चुनाव में नाटकीयता हर कदम पर होती रही है. अब फिल्म में रणवीर सिंह के बैजू और दीपिका पादुकोण के गौरी होने का अंतिम निर्णय हो चुका है. लेकिन, कुछ समय पहले यह समाचार चर्चा में था कि पत्नी दीपिका पादुकोण ने पति रणवीर सिंह के बैजू से अधिक पारिश्रमिक न दिए जाने के कारण, संजय लीला भंसाली की गौरी बनने से इंकार कर दिया है.



अलिया भट्ट भी गौरी - दीपिका पादुकोण के कथित रूप से फिल्म से बाहर निकल जाने के समाचार के बीच एक समाचार यह भी उछाला गया कि अब रणवीर सिंह के बैजू की गौरी भंसाली की गंगुबाई यानि अलिया भट्ट होंगी. पर नाटकीयता की हद तो तब हो गई, जब यह सुनाई देने लगा कि संजय ने रणवीर सिंह को भी बाहर कर दिया है और नए बैजू अजय देवगन होंगे. अजय देवगन ने संजय लीला भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम में सह भूमिका के अलावा हालिया रिलीज़ फिल्म गंगुबाई काठियावाड़ी में गंगू के करीम लाला की मेहमान भूमिका की है.



दीपिका ने छोडी फिल्म - फिर २०२२ शुरू होते होते रणवीर सिंह आ गए. पर दीपिका ने रणवीर के बराबर पैसे न दिए जाने के कारण फिल्म छोड़ देने, उनकी जगह अलिया भट्ट एक समय ऐसा आया कि अफवाह उड़ने लगी कि संजय लीला भंसाली के बैजू अजय देवगन होंगे.



बैजनाथ, बैजू और बैजू बावरा - संजय लीला भंसाली के बैजू की संगीतमय यात्रा प्रारंभ होने जा रही है. बैजू बावरा की यह सगीतमय यात्रा बदलाव की यात्रा है. संजय ने कास्टिंग तो बदली ही. टाइटल में भी स्थिर नहीं रहे. सावधानीवश उन्होंने फिल्म के रीमेक के लिए बैजनाथ, बैजू और बैजू तानसेन टाइटल रजिस्टर करवाये थे। शाहरुख़ खान बैजनाथ नहीं बन सके. रणबीर कपूर भी बैजू नहीं बने. इसी गड़बड़झाले में बैजू तानसेन भी बिला गए. अब जबकि रणवीर सिंह बैजू बन रहे हैं तो संजय लीला भंसाली की फिल्म का शीर्षक १९५२ की फिल्म बैजू बावरा वाला ही है. क्या संजय की बैजू बावरा, विजय भट्ट की बैजू बावरा के समकक्ष आ पाएगी. प्रतीक्षा कीजिये २०२३ तक.