इस साल की पहली बड़ी हिट फिल्म 'बेबी' की सफलता से फिल्म के नायक अक्षय कुमार खासे उत्साहित हैं। 'बेबी' न केवल दर्शकों के लिए बढ़िया थ्रिलर फिल्म साबित हो रही है, बल्कि देश भक्ति की फिल्म का तमगा पा रही है और अक्षय को बढ़िया एक्टर बता रही है। इसीलिए, बेबी के सीक्वल को बनाने के निर्णय ले लिया गया। है। 'बेबी २' अक्षय कुमार को मुख्य भूमिका में लेकर नीरज पाण्डेय ही निर्देशित करेंगे। फिल्म की शूटिंग अगले साल की शुरू में शुरू हो जाएगी। इस समय तक नीरज पाण्डेय इंडियन क्रिकेट टीम के कैप्टेन महेंद्र सिंह धोनी पर सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म 'धोनी' को भी पूरा कर लेंगे। बताते हैं कि नीरज पाण्डेय बेबी को फ्रैंचाइज़ी की तरह विकसित करना चाहते हैं। इस समय सफल फिल्मों के शीर्षकों को फ्रैंचाइज़ी बना कर फ़िल्में बनाने का सिलसिला चल निकला है। इस मामले में भट्ट कैंप झंडाबरदार है। नीरज ने जब बेबी की फ्रैंचाइज़ी का आईडिया अक्षय कुमार को बताया तो अक्षय ने इसे तुरंत मंज़ूर कर लिया। जहाँ तक बेबी को फ्रैंचाइज़ी बनाने का प्रश्न है, नीरज पाण्डेय जब बेबी लिख रहे थे, तभी उन्होंने इस बारे में सोचा था। खुद अक्षय कुमार भी बेबी के एक्शन और थ्रिल से खासे प्रभावित हुए हैं। एक्शन के लिहाज़ से 'बेबी' अक्षय कुमार के एक्शन को नए आयाम देने वाली फिल्म है। वह बेबी २ के द्वारा अपने एक्शन को अगले मुकाम पर ले जाना चाहते हैं। खुद फिल्म के निर्माता भूषण कुमार का इरादा बेबी के सीक्वल को ज़्यादा जानदार और शानदार बनाने का है। तो तैयार हो जाइये गणतंत्र दिवस २०१७ को रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार के धमाकेदार एक्शन वाली भव्य फिल्म 'बॉबी २' देखने के लिए।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Saturday 7 February 2015
सनी लियॉन की एक पहेली- साडी में लीला
जब सनी लियोनी को नहलाया १०० लीटर दूध से
फिल्म 'एक पहेली लीला' की शूटिंग के दौरान एक खास सीन की शूटिंग के लिए निर्माताओं ने १०० लीटर दूध का उपयोग किया। जी हां हमने सुना है कि हाल ही में राजस्थान में कड़ाके की पड़ती ठंड के बीच फिल्म की अभिनेत्री सनी लियोनी के नहाने का एक विशेष सीन शूट करने के लिए फिल्म यूनिट ने सनी पर १०० लीटर दूध बहा दिया । गौरतलब हो कि सनी इस फिल्म में एक कामुक अवतार में नजर आने वाली हैं। जानकारी के अनुसार यद्यपि दूध को पतला करने के लिए उसमें गरम पानी मिलाया गया था, फिर भी इस सीन के बाद सनी लियोनी के शरीर पर चकते पड़ गये । लेकिन सनी ने पेशेवराना नजरिया दिखाते हुए शूटिंग में बिना किसी तरह के व्यवधान डाले पूरा सीन शूट कराया।
Thursday 5 February 2015
क्या!!! 'शोले' से पहले 'उमरावजान' रिलीज़ हुई थी ?
आम तौर पर मैं अख़बारों की मैगज़ीन शाम या रात में ही पढ़ पाता हूँ। इसी कारण से नवभारत टाइम्स लखनऊ ०४ फरवरी २०१५ की मैगज़ीन रात में पढने लगा। पहले पेज पर आर्टिकल था- शोले की रील से बनेंगे बटन। शीर्षक दिलचस्प लगा तो पढने लगा। इसकी लेखिका ज़ेबा हसन को मैं सचेत पत्रकार मानता हूँ कि वह जो लिखती हैं छानबीन कर ही लिखती हैं। लेकिन, यह लेख पढ़ कर मुझे अफ़सोस हुआ। इस लेख में भयंकर तथ्यात्मक भूलें हैं। लिखा गया है कि लीला सिनेमा में पहली फिल्म 'उमरावजान' रिलीज़ हुई थी, जो केवल एक हफ्ता चली थी। यह भयंकर भूल है। क्योंकि, लीला में फर्स्ट रन में रिलीज़ होने वाली फिल्म शोले ही थी। उमरावजान रिलीज़ हो यह संभव ही नहीं है, क्योंकि मुज़फ्फर अली की उमरावजान १९८१ में रिलीज़ हुई थी। जेपी दत्ता की उमराव जान तो २५ साल बाद रिलीज़ हुई थी। इसलिए यह संभव ही नहीं कि उमराव जान १५ अगस्त १९७५ को, शोले की रिलीज़ से पहले रिलीज़ हो जाए। हाँ, जहाँ तक मेरी याददाश्त में है, लीला में शोले से पहले एक हफ्ते के लिए मदर इंडिया चलाई गयी थी, उस समय कोई नया सिनेमाघर या फर्स्ट रन के बीच गैप होने पर, मदर इंडिया ही चलाया करता था। क्योंकि, यह क्लासिक फिल्म थी। इससे साफ़ है कि इस लेख को बिना तथ्यों की छानबीन किये और सम्बंधित लोगों से पूछे लिखा गया है। क्योंकि, अगर ऐसा किया गया होता अख़बार को मालूम हो जाता कि किसी फिल्म की रीलें सिनेमाघरों में नहीं रहती। फिल्म उतरने के बाद उन्हें वापस वितरक के पास भेज दिया जाता है। हाँ, कभी होता यह है कि रील टूट जाए तो उसे जोड़ने के दौरान उसके कुछ हिस्से काटने पड़ जाते हैं। वह हिस्से दूसरे दिन बाहर चले जाते हैं या कोई ऑपरेटर रख लेता होगा। उन टुकड़ों से एकाध बटन बनाये जा रहे हो तो बात दूसरी है। लेकिन, पूरी फिल्म से बटन बनाया जाना संभव ही नहीं है। कम से कम इसे लीला सिनेमा के मालिक तो दे ही नहीं सकते।
यह फिल्म पत्रकारों की त्रासदी है कि अब वह अख़बारों के संपादकों द्वारा पैदा किये जा रहे हैं। कोई भी कलमबाज़ फिल्म पत्रकार बन सकता है, चाहे उसे फिल्म की एबीसीडी आती हो या न आती हो। यह त्रासदी हिंदी और अंग्रेज़ी अख़बारों की सामान रूप से है। क्या ही अच्छा होता अगर अख़बारों के संपादक पढ़े लिखे फिल्म पत्रकारों से ज़िम्मेदारी भरे लेख लिखवाने की कोशिश करें। लेकिन, संपादक वाली ऊँचाई पर पहुँच चुके लोगों से इसकी अपेक्षा करना बेमानी होगा। तभी शोले की रीलों से बटन बन जाते हैं।
यह फिल्म पत्रकारों की त्रासदी है कि अब वह अख़बारों के संपादकों द्वारा पैदा किये जा रहे हैं। कोई भी कलमबाज़ फिल्म पत्रकार बन सकता है, चाहे उसे फिल्म की एबीसीडी आती हो या न आती हो। यह त्रासदी हिंदी और अंग्रेज़ी अख़बारों की सामान रूप से है। क्या ही अच्छा होता अगर अख़बारों के संपादक पढ़े लिखे फिल्म पत्रकारों से ज़िम्मेदारी भरे लेख लिखवाने की कोशिश करें। लेकिन, संपादक वाली ऊँचाई पर पहुँच चुके लोगों से इसकी अपेक्षा करना बेमानी होगा। तभी शोले की रीलों से बटन बन जाते हैं।
Wednesday 4 February 2015
डेविड धवन ने की तापसी की तारीफ
हर कलाकार यही चाहता है कि सभी उनके परफॉर्मंस को सराहे. लेकिन उनकी सराहना अधिक मायने रखती है जिनके साथ कलाकारों ने पहली बार काम किया हो. सूत्रों की मानें तो ऐसी ही एक खुशी मिली है तापसी पन्नु को. हमें खबर मिली है कि हाल ही में ‘बेबी’ में अपनी ‘चश्मे बद्दूर’ नायिका तापसी की परफॉर्मंस से निर्देशक डेविड धवन इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने स्वयं तापसी को सरप्राइज़ कॉल कर उन्हें चकित कर दिया. यह भी खबर है कि डेविड धवन ने फिल्म ‘बेबी’ में तापसी की सराहना करते हुए उनके बॉडी लैंग्वेज और उनके एक्सप्रेशन की भी खूब तारीफ की. तापसी के लिए डेविड धवन के मुंह से निकले यह अल्फाज़ इसलिए भी अधिक मायने रखते हैं क्योंकि निर्देशक डेविड धवन ने ना सिर्फ तापसी को उनकी पहली फिल्म ‘चश्मे बद्दूर’ में डाइरेक्ट किया था बल्कि वह उनकी कमज़ोरियों और उसकी ताक़त से अच्छी तरह वाकिफ हैं. और वैसे भी कॉमेडी फिल्मों के बेताज बाद्शाह डेविड धवन के मुख से तारीफ सुनना किस नायिका को अच्छा नहीं लगेगा. सिर्फ यही नहीं तापसी ने अपने पहले निर्देशक डेविड धवन को अपने द्वारा आयोजित किये गये स्पेशल स्क्रीनिंग में भी आमंत्रित किया था लेकिन ट्रावेलिंग में बिज़ी डेविड तब नहीं आ पाये. लेकिन यह डेविड का अपनापन है जो मुंबई लौटते ही उन्होंने तापसी की इस फिल्म को देखा और तापसी को कॉल कर उसकी हौंसला अफ्ज़ाई की. इसमें दो राय नहीं कि बॉलीवुड में अपनी जडें तलाश रही तापसी के लिए डेविड धवन की तरफ से यह सबसे बडा ईनाम है. जब इस सिलसिले में तापसी से बात की गयी तो तापसी ने कहा, ‘’हर कलाकार के लिए यह बहुत बडी बात होती है जब वह निर्देशक उनकी प्रशंसा करे जिसने उन्हें ब्रेक दिया था. मैं समझती हूं डेविड सर उन दयालु आत्माओं में से हैं जिन्हें मैं जानती हूं. जिस तरह उन्होंने ‘बेबी’ देखकर मुझे कॉल किया और बताया कि उन्हें मुझ पर कितना नाज़ है यह बातें मेरे लिए बहुत खास हैं. मुझे गर्व है कि उन्हें मेरा काम पसंद आया.’’
सनी लियॉन की 'ढोली तारो लीला'
संजयलीला भंसाली की १९९९ की हिट फिल्म हम दिल दे चुके सनम के लिए संगीतकार इस्माइल दरबार ने एक से चुनी हुई कर्णप्रिय धुनें तैयार की थी। इस फिल्म के ११ गीतों में से एक गीत 'ढोली तारो' भी था। इस गीत पर गरबा शैली में इस डांस को सलमान खान और ऐश्वर्या राय के साथ अन्य नर्तक-नर्तकियों पर फिल्माया गया था। यह गीत फिल्म के ख़ास रोमांटिक लम्हों को उजागर करने वाला था। अब एक बार फिर इस गीत को रीक्रिएट किया गया है। निर्देशक अहमद खान की सनी लियॉन की मुख्य भूमिका वाली फिल्म 'एक पहेली लीला' के लिए इस गीत को सनी लियॉन पर फिल्माया गया है। बेशक सनी लियॉन के आस पास ५०० डांसर भी थिरकते नज़र आएंगे, लेकिन तमाम निगाहें सनी लियॉन पर टिकी होंगी। लेकिन, फिलहाल, सनी लियॉन के नृत्य की तुलना ऐश्वर्या राय के नृत्य से करने की ज़रुरत नहीं। इस गीत के ओरिजिनल ट्रैक के अधिकार 'एक पहेली लीला' के निर्माता भुषण कुमार के पास हैं। उन्होंने मीत ब्रदर्स से इस गीत को रीक्रिएट करवाया है। गीत के फिल्मांकन के लिए राजस्थान के जैसलमेर में एक भव्य सेट तैयार कर इस गीत को सनी लियॉन और उनके साथियों पर फिल्माया गया। तारीफ करनी चाहिए सनी लियॉन की, जिसने जैसलमेर के ४८ डिग्री तापमान पर बिना थके इस गीत को पूरा करवाया। यही तो है सनी लियॉन की एक पहेली लीला।
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