Monday 6 April 2015

'द ट्रांसपोर्टर' की सीक्वल फिल्मों में क्यों नहीं हैं जैसन स्टेथम ?

युरोपाकॉर्प और चीन की फंडामेंटल फिल्म्स 'द ट्रांसपोर्टर सीरीज' के अंतर्गत तीन नई फ़िल्में को-प्रोडूस कर रहे हैं।  इस सीरीज के  अंतर्गत सभी फ़िल्में ३०- ४० मिलियन डॉलर के बजट से बनाई जा रही हैं।  इनमे से एक फिल्म चीन में शूट होगी।  लुक बेसों इन फिल्मों पर पैसा भी लगाएंगे और निर्माण, लेखन और वितरण का काम भी देखेंगे।  लेकिन, २००२ से शुरू इस फ्रेंच फिल्म सीरीज में फ्रैंक मार्टिन की भूमिका करने वाले अभिनेता जैसन स्टेथम नहीं होंगे।  जैसन मार्शल आर्ट्स के जानकार हैं।  इसीलिए उन्होंने 'द ट्रांसपोर्टर' के सभी मल्ल युद्ध दृश्य खुद ही किये थे।  लेकिन, जब उन्हें कंपनी द्वारा द ट्रांसपोर्टर सीरीज में अगली तीन फ़िल्में ऑफर की गई तो जैसन स्टेथम ने उन्हें नकार दिया।  सीरीज की पहली फिल्म द ट्रांसपोर्टर ११ अक्टूबर २००२ अमेरिका में रिलीज़ हुई।  २१ मिलियन डॉलर में बनी 'द ट्रांसपोर्टर' ने ४३.९२ मिलियन डॉलर का वर्ल्ड वाइड कलेक्शन किया। फिल्म का निर्देशन लुइस लेटररिएर और कोरी यूएन की जोड़ी ने किया था। फ्रैंक मार्टिन ऐसा अत्यधिक अनुभवी माल ढोने वाले ट्रक का ड्राइवर है, जिसे उसे उसके नाम से ज़्यादा 'द ट्रांसपोर्टर' नाम से ज़्यादा जाना जाता है। बिज़नेस में उसकी ईमानदारी के कारण उसके ट्रक की कभी तलाशी नहीं होती। वह कुछ बैंक डकैतों को ट्रांसपोर्ट कर रहा है।  लेकिन, जब उसे मालूम होता है कि  उसे एक और डकैत को ट्रांसपोर्ट करना है तो वह इससे इंकार कर देता है।  थोड़ी बहस के बाद डकैत भाग जाते हैं।  वापस लौटने पर फ्रैंक खुद को पुलिस की गिरफ्त में पाता है।  २००५ में 'ट्रांसपोर्टर २' में २ सितम्बर को अमेरिका में रिलीज़ हुई।  इस फिल्म में स्टेथम का फ्रैंक मार्टिन एक अरबपति के  बेटे का ड्राइवर बन जाता है।  एक दिन वह लड़का किडनैप कर लिया जाता है।  अब फ्रैंक को  खुद को निर्दोष  करने के लिए लडके को छुड़ाना है।  ३२ मिलियन डॉलर से बनी 'ट्रांसपोर्टर २' ने ८५ बिलियन डॉलर से ज़्यादा का कलेक्शन किया।  इस बार फिल्म का निर्देशन लुइस लेटररिएर ने अकेले ही किया था।  ट्रांसपोर्टर सीरीज की तीसरी क़िस्त ५ दिसंबर २००८ को अमेरिका में रिलीज़ हुई।  इस फिल्म का निर्देशन ओलिविएर मेगाटन ने किया था।  ट्रांसपोर्टर ३ में फ्रैंक मार्टिन को  पुलिस के केमिकल की तस्करी कर रही एक  कार को पकड़ना है।  ट्रांसपोर्टर ३ के  निर्माण में केवल ३० मिलियन डॉलर खर्च हुए थे।  लेकिन, फिल्म ने १०८.९७ मिलियन डॉलर का वर्ल्ड वाइड बिज़नेस किया।  ऎसी सफल फिल्म सीरीज की बाकी तीन फिल्मों को जैसन स्टेथम को स्वीकार करना ही चाहिए था।  लेकिन, बकौल जैसन स्टेथम, 'इस फिल्म को करना बढ़िया अनुभव था।  लेकिन, फिल्म के निर्माता चाहते थे कि  मैं बिना स्क्रिप्ट पढ़े तीनों फ़िल्में साइन कर लू। फिर वह पहले की तुलना में पैसा भी कम दे रहे थे।' ज़ाहिर है कि यह जैसन स्टेथम का इमोशनल नहीं बिज़नेस सेंस था, जिसने फिल्म को इंकार कर दिया।  अब जबकि 'द ट्रासंपोर्टेर सीरीज' की  चौथी फिल्म 'द ट्रांसपोर्टर: रीफुएलड़' ४ सितम्बर को रिलीज़ होने जा रही है, ट्रांसपोर्टर सीरीज के दर्शकों को फिल्म में फ्रैंक मार्टिन के किरदार में एड स्क्रैन नज़र आएंगे। एड एक इंग्लिश रैप म्यूजिशियन और एक्टर हैं।  वह अब तक चार फ़िल्में 'द स्वीनी', '३ मनोर्स', 'टाइगर हाउस' और 'नोर्थमेन: अ वाइकिंग सागा' कर चुके हैं। फिल्म का निर्देशन कमिल्ले डेलमार्रे कर रहे हैं। उन्होंने ट्रांसपोर्टर ३ की एडिटिंग की थी।

अल्पना कांडपाल

अली के लिए आमिर खान सुपर जीनियस हैं !

पिछले वीरवार रिलीज़ हॉलीवुड की फिल्म 'फ़ास्ट एंड फ्यूरियस ७' में तीन मिनट का कैमिया करने वाले अली फज़ल आमिर खान के भक्त हैं।  पाठकों को याद होगा कि अली फज़ल ने आमिर खान की सुपर हिट फिल्म '३ इडियट्स' में एक छोटा रोल था।  फिल्म '३ इडियट्स' में अली और आमिर के इक्का दुक्का सीन ही थे, इसके बावजूद दोनों ने सेट पर खूब मौज मस्ती की।  रूबिक्स क्यूब को सुलझाने और किताबे पढने का शौक फज़ल को आमिर की ही देन है।  इसीलिए यह फ़ास्ट एंड फ्यूरियस बॉय बॉलीवुड के पीके बॉय को काफी जीनियस मानता है।  अली फज़ल के लिए आमिर इंस्पिरेशन हैं।  वह कहते हैं, "मैं दो शॉट्स के बीच के खाली समय में कुछ भी नहीं करता था।  आमिर इस बीच कुछ न कुछ ज़रूर किया करते थे। मुझे रूबिक्स क्यूब सुलझाने में ढाई मिनट लगते थे, जबकि सुपर जीनियस आमिर खान इसे ५५ मिनट में ही सुलझा लेते थे। आमिर पूरी तरह से जुनूनी हैं।" अब हॉलीवुड स्टार कह रहा है तो मानना ही पड़ेगा !

सनी लियॉन नहीं है 'मस्ती' के सीक्वल में

पिछले दिनों यह खबर गर्म थी कि पोर्न एक्ट्रेस सनी लियॉन इंद्र कुमार की फिल्म 'मस्ती' और 'ग्रैंड मस्ती' के सीक्वल में नज़र आएंगी। इन्द्र कुमार की फिल्म 'ग्रैंड मस्ती' में जो हॉटनेस थी, उसे देखते हुए, इसके सीक्वल में सनी लियॉन का दावा बनता ही था। लेकिन, 'मस्ती ' और 'ग्रैंड मस्ती' के निर्माता अशोक ठाकरिया ने सनी लियॉन की इस दावेदारी की हवा निकाल दी।  उन्होंने साफ़ कहा, "हम इस खबर का पूरी तरह से खंडन करते हों कि हमने सनी लियॉन से 'ग्रैंड मस्ती ३' के बारे में बात की। अप्रोच करने का सवाल ही नहीं उठता है। जब सब कुछ फाइनल हो जायेगा, हम इसका ऑफिसियल ऐलान करेंगे।" यानि फिलहाल सनी लियॉन अपनी ग्रैंड मस्ती को विराम दे सकती हैं। 

जालंधर में राम नवमी के जुलूस में टीना घई

राम नवमी पर टीना घई ने अनोखा रिकॉर्ड बनाया।  वह जालंधर में राम नवमी के जुलूस का हिस्सा बनी।  वह जालंधर के कोई पचास पंडालों में गई। टीना घई को देखने के लिए लाखों लोग इन पंडालों में पहुंचे।  वह रामनवमी के जुलूस में पॉयलट जीप पर बैठ कर भजन गाती और दोहे सुनाती दिखाई पड़ रही थी। खुद टीना घई ने मीडिया को बताया कि उन्हें पूरे दिन तीन सौ से ज़्यादा लोगों ने हार पहनाये।  ऐसा लग रहा था जैसे वह किसी पोलिटिकल रैली में हिस्सा ले रही थी।

अब 'मैं हूँ रजनीकांत' नहीं 'पार्ट टाइम किलर' !

निर्माता सरोज की फैसल सैफ निर्देशित फिल्म 'मैं हूँ रजनीकांत' पर कोर्ट का शिकंजा कस गया है।  फैसल सैफ की इस फिल्म पर दक्षिण के सुपर स्टार रजनीकांत को ऐतराज़  था कि फिल्म में उनके नाम का गलत उपयोग किया गया है।  अगर इस फिल्म को 'मैं हूँ रजनीकांत' टाइटल के साथ ही रिलीज़ किया जाता है तो इससे उनकी इमेज को नुक्सान पहुंचेगा।  कोर्ट के खिलाफ तेवर भांप कर प्रोडक्शन कंपनी ने आउट कोर्ट सेटलमेंट कर रजनीकांत को यह भरोसा दिलाया कि  वह फिल्म का टाइटल बदल देंगे।  फिल्म में कोई ऐसी पहचान या संवाद नहीं रखेंगे, जिससे रजनीकांत से मिलान होता हो।  प्रोडूसर ने सेंसर  को खत लिख कर फिल्म का टाइटल 'मैं हूँ रजनीकांत' से बदल कर 'मैं हूँ पार्ट टाइम किलर' करने को कहा है। यहाँ बताते चलें कि फिल्म में करैक्टर के नाम रजनीकांत राव, मल्लिका और बच्चन जैसे हैं। यह नाम फिल्म इंडस्ट्री के जाने पहचाने हैं और यह रजनीकांत की ओर ही इशारा करते हैं।                                                                                                                                                                                                                                                                                                           

बेटी के साथ एड किया ईशा कोपिकर ने

पिछले दिनों बॉलीवुड की 'खल्लास गर्ल' ईशा कोपिकर को एक मॉल में अपनी बेटी के साथ देखा गया।  २००९ में एक हॉटेलिएर टिम्मी नारंग से शादी करने के बाद ईशा कोपिकर ने फिल्मों से बिलकुल किनारा कर लिया था।  ईशा ३९ साल की हैं और एक बेटी की माँ भी। इसके बावजूद उनके पास एक्टिंग के प्रपोजल आते रहते हैं।  लेकिन, बेटी के कारण ईशा कैमरा फेस करने से कतराती रहीं। तब एक प्रतिष्ठित ब्रांड ने ईशा के सामने अपनी बेटी के साथ उनके ब्रांड की प्रमोशनल फिल्म करने का प्रस्ताव रखा।  ईशा अपनी बेटी को छोड़ कर कैमरा फेस करने से कतराती थी।  लेकिन, ब्रांड का यह प्रस्ताव उनकी बेटी के साथ ही था।  इसलिए ईशा ने इस प्रमोशनल एड को करना मंज़ूर कर लिया।  इसी ब्रांड की शूटिंग के लिए ईशा मॉल में आई थीं। अपनी बेटी के साथ एड फिल्म करने के बारे में ईशा कहती हैं, "बेटी के साथ शूट करना काम और मज़े को मिक्स करने जैसा है। "

ऐश्वर्या राय बच्चन का सलमान 'जज़्बा' !

संजय गुप्ता की फिल्म 'जज़्बा' से ऐश्वर्या राय बच्चन एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर वापसी कर रही है।  इस फिल्म में ऐश्वर्या राय अपने करियर में पहली बार रफ़-एन-टफ किरदार में होंगी। अभी तक रोमांटिक किरदारों में नज़र आने वाली ऐश्वर्या ने 'खाकी' और 'धूम २' जैसी गिनी चुनी फिल्मों में ही रफ़ टफ रोल किये हैं।  लेकिन, इन फिल्मों में भी उनके डायलाग बेहद सॉफ्ट थे।  कहीं भी उनसे रूखापन नहीं झलकता था।  'द डर्टी पिक्चर' में विद्या बालन के किरदार जैसे संवाद तो कभी ऐश्वर्या के होंठो से निकले ही नहीं।  लेकिन, 'जज़्बा' में सब कुछ होगा।  फिल्म में ऐश्वर्या राय बच्चन एक वकील की भूमिका में होंगी।  उनका यह वकील किरदार काफी कुछ  फिल्म 'दामिनी'  में सनी देओल के वकील किरदार जैसा होगा।  वह सलमान खान की स्टाइल में मुझ पे एक एहसान करना, मुझे पर कोई एहसान मत करना' जैसे हेकड़ी भरे डायलाग पीट रही होंगी।  अब तो यह जज़्बा के दर्शक ही बताएँगे कि ऐश्वर्या राय बच्चन का यह सलमान 'जज़्बा' उन्हें कितनी तालियां बजाने के लिए मज़बूर करता है ! ऐश्वर्या राय बच्चन के साथ इरफ़ान खान, सिद्धांत कपूर, शबाना आज़मी, अनुपम खेर, प्रिया बनर्जी की भूमिका वाली फिल्म 'जज़्बा' ९ अक्टूबर को रिलीज़ होगी।