अपनी मखमली आवाज़ से पहचाने जाने वाले तलत महमूद ने अपने समय के सभी बड़े अभिनेताओं दिलीप कुमार, अशोक कुमार, देव आनंद और राजकपूर के रील लाइफ चरित्रों को आवाज़ दी। उन्होंने ख़ास तौर पर रोमांटिक और दुःख भरे गीत बड़ी शिद्दत से गए। वह गैर शास्त्रीय और अर्ध शास्त्रीय गीतों के महारथी गायक थे। हिंदी फिल्मों के ग़ज़ल को स्थापित करने का श्रेय तलत महमूद को जाता है। वह भारतीय महाद्वीप में सबसे कोमल आवाज़ वाले गायक माने जाते थे। उर्दू भाषी श्रोताओं में वह ख़ास मशहूर थे। लखनऊ में जन्मे तलत महमूद ने आज की भातखण्डे संगीत महाविद्याल में संगीत की शिक्षा ली। उन्होंने दाग़ की ग़ज़लों को गाने से अपने म्यूजिक करियर की शुरुआत की। तलत महमूद ऎसी शख्सियत थे, जब वह वह कलकत्ता से बॉम्बे पहुंचे तो उनकी शोहरत उनसे पहले पहुँच चुकी थी। संगीतकार अनिल विस्वास ने उनसे आरज़ू का ऐ दिल मुझे ले चल ऐसी जगह' गवाया। इस गीत के साथ तलत महमूद हिंदी फिल्मों में जम गए। वह शक्ल सूरत से हसीं थे, इसलिये उन्हें फिल्मों में भी काम मिला। उन्होंने सुरैया (मालिक), नूतन (सोने की चिड़िया), एक गांव की कहानी (माला सिन्हा ), नादिरा (रफ़्तार और डाक बाबू), काननबाल (तुम और मैं और राजलक्ष्मी), आदि के साथ फ़िल्में की। हिंदी फिल्मों में रॉक एन रोल की शुरुआत के साथ ही तलत महमूद का करियर ख़त्म होना शुरू हो गया। उन्हें १९९२ में पद्मभूषण दिया गया। उनकी गाये कुछ मशहूर गीतों में हम से आया न गया (देख कबीर रोया), जाएँ तो जाए कहाँ (टैक्सी ड्राइवर), तस्वीर बनाता हूँ (बारादरी), आंसू समझ के क्यों मुझे (छाया), जलाते हैं उसके लिए (सुजाता), फिर वही शाम वही गम (जहाँ आरा ), मैं दिल हूँ एक अरमान (अनहोनी), बेचैन नज़र बेताब जिगर (यास्मीन), ऐ मेरे दिल कहीं और चल (दाग) , आदि यादगार हैं। ९ मई १९९८ को ७४ साल की उम्र में उनका निधन हुआ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Monday 9 May 2016
सह भूमिकाओं के हरफनमौला सुधीर !
सुधीर एक ऐसे एक्टर थे, जो कभी किसी फिल्म में नायक नहीं बने। १९५४ में रिलीज़ फिल्म टैक्सी ड्राइवर में वह देव आनंद और कल्पना कार्तिक के साथ छोटी भूमिका में थे। इसके बाद, २००९ तक उन्होंने कोई २२६ फ़िल्में की। उन्होंने चेतन आनंद की वॉर ड्रामा फिल्म हकीकत से दर्शकों का ध्यान खींचा। वह ऐसे एक्टरों में शुमार हैं, जिन्होंने एक ही टाइटल वाली दो फिल्मों में काम किया। उन्होंने १९७५ की दीवार भी की और २००४ की दीवार भी। उनकी उल्लेखनीय फिल्मों में प्रेम पत्र, शहीद, एक फूल एक भूल, महल, प्रेम पुजारी, गैम्बलर, राखी और हथकड़ी, छुपा रुस्तम, जोशीला, शरीफ बदमाश, हीरा पन्ना, आदि दसियों फ़िल्में हैं। उन्होंने देव आनंद और अमिताभ बच्चन की ज़्यादातर फिल्मों में अभिनय किया। सुधीर ने परदे पर चोर- पुलिस का खेल खूब किया। वह जहाँ पुलिस कमिश्नर बने, वहीँ गैंगस्टर के साथी भी बने। हास्य भूमिकाएं भी उन पर खूब फबती थी। अपनी ख़ास संवाद अदायगी के कारण वह हर रोल में खप गए। भगवानदास मूलचंद लुथरिया के नाम से १३ अप्रैल १९३१ को जन्मे सुधीर की मौत २०१४ में आज ही के दिन मुंबई में हुई थी। मशहूर फिल्म निर्देशक मिलन लुथरिया उनके भतीजे हैं।
Sunday 8 May 2016
Saturday 7 May 2016
जोरावर का दिखा जोर पहले दिन कमाए २ करोड़ ७३ लाख
पंजाबी सिनेमा के इतिहास में सबसे बड़ी फिल्म
जोरावर जबरदस्त रिलीज हुई, पीटीसी मोशन पिचर्स , रजी एम शिंदे और रवींद्र नारायण
निर्मित तथा विनील मारकन निर्देशित म्यूजिक सेंसेशन हनी सिंह अभिनीत फिल्म
"ज़ोरावर" बड़े पैमाने पर प्रदर्शित हुई है। फिल्म एक्शन और एंटरटेनमेंट
मसाले से भरपूर है । जोरावर पहली ऐसी पंजाबी फिल्म है की वर्ल्ड वाइड ६ जगह
प्रदर्शित हुई है यानी की, यूएसए, यूके, ऑस्ट्रेलिया, कैनेडा, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में। फिल्म का प्रदर्शन बहुत ही बेहतरीन रहा है,
फिल्म के रिलीज
के दिन ही ज़ोरावर ने हिंदी फिल्मों के मुकाबले जबरदस्त कमाई की है। जोरावर इस साल
की पहली पंजाबी फिल्म है जिसने पंजाब में धमाल मचाया है। हनी सिंह पहली फिल्म और
उनके फिल्म रैप सॉन्ग और एक्शन देखने के
लिए लोग सिनेमा घरों का रुख कर रहे है इसी का नतीजा है की फिल्म ने पहले ही दिन २
करोड़ ७३ लाख कमाए है , अंदाजा
है की कमाई आंकड़ा आगे आने वाले दिनों में और भी बढ़ेगा। पीटीसी
मोशन पिक्चर्स, रजी
एम शिंदे और रवींद्र नारायण द्वारा निर्मित और विनील मारकन निर्देशित तथा हनी सिंह,
पारुल गुलाटी,
गुरबानी
न्यायाधीश, पवन
मल्होत्रा , अंचित
कौर अभिनीत फिल्म जोरावर ६ मई २०१६ को सभी सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई है।
Friday 6 May 2016
ओलंपिक्स के खिलाड़ियों के समर्थन में जुटे सलमान खान
सलमान खान को ओलंपिक्स का गुडविल एम्बेसडर बनाये जाने पर शोर शराबा मचाने वालों को सलमान खान ने अपने तरीके से जवाब देना शुरू कर दिया है। वह ओलंपिक्स में जाने वाले दल के सदस्यों का परिचय सोशल मीडिया पर करा रहे हैं। सोशल मीडिया पर सलमान खान के पांच करोड़ से ज़्यादा प्रशंसक हैं। सलमान खान ने अपने अकाउंट में हैशटैग #मेकइंडियाप्राउड क्रिएट किया है। उन्होंने इस में कई एथलीटों के प्रोफाइल शेयर किये हैं। आने वाले दिनों में काफी दूसरे खिलाडियों के प्रोफाइल अपलोड किये जायेंगे। सलमान खान का इरादा ओलंपिक्स के लिये क्वालीफाई किये खिलाडियों के अचीवमेंट्स तथा अन्य विवरण देने के लिए ब्लॉग बनाने का है। सलमान खान ने कहा, "मेरे लिए इंडियन ओलिंपिक दस्ते का हर सदस्य सुपर स्टार है। उन्होंने चार सालों से तैयारी कर रखी है। इसे दिखाने के लिए उन्हें कुछ मिनट या कई मामलों में कुछ सेकण्ड्स ही मिलते हैं। इसलिए, उन्हें हमारा प्यार और सहयोग तथा प्रोत्साहन देने की ज़रुरत है। उन्हें ऐसे करोड़ों प्रोत्साहन चाहिए। " तो मिला सलमान खान के आलोचकों को जवाब। अगर सलमान खान ओलिंपिक के खिलाड़ियों के साथ हैं तो उनके साथ सलमान खान के करोड़ों प्रशंसक भी है।
करीना कपूर पर बुक "ब्रांड बेबो "
अभिनेत्री करीना कपूर एक ऐसी अदाकारा हैं जो बॉलीवुड के चारो खान के साथ काम कर चुकी हैं और उनकी फिल्में ब्लॉकबस्टर रही हैं , करीना कपूर अब तक की सबसे महंगी ब्रांड अंबेसडर में से एक हैं.आज की यंग जनरेशन करीना कपूर को अपना स्टाइल आइकॉन मानती हैं करीना कपूर ने ही फिल्म टशन से साइज जीरो के ट्रेंड की शुरुआत की थी इतना ही नहीं एक लैपटॉप कंपनी ने करीना से प्रेरित हो कर साइज जीरो लैपटॉप का भी निर्माण किया। और अब शादी के बाद भी वे टॉप स्टाइल आइकॉन की लिस्ट में शामिल है सूत्रों के हवाले से पता चला है की एक टॉप के पब्लिशर ने करीना कपूर को " ब्रांड बेबो" को पब्लिश करने के लिए अप्रोच किया है.सूत्रों का मनना है की " टॉप पब्लिशर ने करीना कपूर को अपनी बुक "ब्रांड बेबो" पब्लिश करने के लिए अप्रोच किया है, इस बुक द्वारा करीना के अब तक के सफर के बारे में बताया गया है किस तरह से उन्होंने सफलता के शिखर तक पहुंची और आज एक सफल अभिनेत्रियों में उनका भी नाम शामिल है,इस बुक में करीना के सफल फिल्मों का ज़िक्र किया गया है और किस तरह उनके द्वारा शुरू किये गए ट्रेंड लोगो के बीच प्रचलित हुए ,इतना ही नहीं करीना एक ऐसी अभिनेत्री है जो शादी के बाद भी सफलता के शिखर पर बनी हुई हैं. करीना कपूर बॉलीवुड की सबसे हाईएस्ट पेड ब्रांड अम्बेस्डर में से एक हैं। इस बुक में ये भी बताया जायेगा की किस तरह उन्होंने अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में संतुलन बनाए रखा है.
Thursday 5 May 2016
ईरा भास्कर को बेटी अभिनेत्री स्वरा भास्कर द्वारा सम्मानित किया गया
मदर्स डे के दिन माँ
और बेटी के खूबसूरत रिश्ते को दर्शाने के लिए इस समारोह को दूरदर्शन हर साल मनाता
है। इस साल इस समारोह में शिक्षाविद् इरा भास्कर को उनके शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए सन्मानित किया गया। यह अवार्ड इस लिए
भी खास रहा, क्यूंकि बेटी के हाथो माँ को अवार्ड से नवाजा गया यानी की अभिनेत्री
स्वरा भास्कर ने अपनी माँ ईरा भास्कर को अपने हाथो से सन्मानित किया। स्वरा भास्कर
दूरदर्शन पर रंगोली नामक संगीत के शो का सूत्र संचालन करती है, और यह ख़ुशी की बात है की उसी चैनल ने स्वरा की
माँ का सन्मान किया है। दिलचस्प बात है की हालही प्रदर्शित हुई फिल्म "निल
बट्टे सन्नाटा" माँ और बेटी के खूबसूरत रिश्ते पर है और फिल्म को बहुत सरहाया
गया है।
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