बॉलीवुड के
गलियारों में खबर गर्म है कि एक्टर शाहिद कपूर का सौतेला भाई ईशान खट्टर और
श्रीदेवी की बड़ी बेटी जाह्नवी कपूर जोड़ी बनाने जा रहे हैं। इन दोनों की यह जोड़ी करण
जौहर के बैनर धर्मा प्रोडक्शन्स के तहत बनने वाली हॉलीवुड की २०१४ में रिलीज़ रोमांटिक ड्रामा फिल्म फाल्ट इन अवर स्टार्स के हिंदी रीमेक से बनेगी। इस फिल्म का निर्देशन शशांक खेतान करेंगे। इससे पहले यह खबर भी थी कि जाह्नवी कपूर का डेब्यू मराठी फिल्म सैराट के हिंदी
रीमेक से होगा। करण जौहर अपनी हॉलीवुड रीमेक फिल्म के लिए पहले दीपिका पादुकोण-सुशांत
सिंह राजपूत और आलिया भट्ट-आदित्य रॉय कपूर की जोड़ियों पर राय मशविरा कर चुके हैं। इस लिहाज़ से ईशान और जाह्नवी की जोड़ी बनना दिलचस्प खबर जैसा है। खबर यह भी है
कि फिल्म की शूटिंग शुरू करने से पहले ईशान और जाह्नवी एक साथ काफी समय बिता रहे
हैं, ताकि आपसी समझ पैदा हो सके। इस जोड़े की साथ तस्वीरे गॉसिप कॉलम में गर्मागर्म
खबरों के साथ छप भी चुकी हैं। ईशान खट्टर ईरानी फिल्मकार माजिद मजीदी की फिल्म
बियॉन्ड द क्लाउड्स की शूटिंग पूरी कर चुके हैं। हॉलीवुड रीमेक के निर्देशक आशीष खेतान ने
हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया और बद्रीनाथ की दुल्हनिया जैसी हिट दुल्हनिया फ़िल्में बनाई
हैं। क्या वह जाह्नवी को ईशान की हिट दुल्हनिया बना पाएंगे ?
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 28 June 2017
५३ साल की श्रीदेवी के ५० साल और ३०० फ़िल्में
श्रीदेवी की
रवि उदयवार निर्देशित फिल्म मॉम हिंदी के अलावा तीन दूसरी भारतीय भाषाओँ तमिल, तेलुगु और मलयालम में रिलीज़ की
जाएगी। श्रीदेवी पर केंद्रित इस फिल्म में
नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना पहली बार श्रीदेवी के साथ अभिनय कर रहे हैं। फिल्म में श्रीदेवी ने दो बेटियों की माँ देवकी
का किरदार किया है। उसकी बेटी आर्या भावुक लड़की है। उसका मानना है कि एक माँ की ज़िन्दगी में बेटी आती है, न कि बेटी की ज़िन्दगी में माँ आती
है। इसे लेकर दोनों में मतभेद हैं। देवकी इंतज़ार करती है अपनी बेटी के प्यार और
उसे स्वीकार करने का,
ताकि दोनों
के बीच मतभेद दूर हो सके। परन्तु एक
दुर्घटनावश यह दूरियां बढ़ जाती है। अब
देवकी के सामने दो ही रास्ते हैं कि वह ज़्यादा खराब और काम खरब में से किसी को
चुनना है। ज़ाहिर है कि देवकी का किरदार श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को उभारने वाला
है। श्रीदेवी ने अभिनय का सिलसिला दक्षिण की फिल्मों से शुरू किया था। अब बॉलीवुड
फिल्मों को भी दक्षिण के बाजार की तलाश है। कहते हैं फिल्म के निर्माता और
श्रीदेवी के पति बोनी कपूर,
"साउथ इंडिया
में तो उनकी इतनी फैनफॉलोविंग हैं कि फिल्म वितरक हमेशा श्रीदेवी की फिल्मों का
इंतजार करतें रहते हैं। जब से ‘मॉम’
का प्रोमो
ऑनलाइन रिलीज हुआ हैं। तब से वितरक इस फिल्म को दक्षिण भारतीय भाषाओं में डब कर
रिलीज़ करने की मांग कर रहें हैं। इसी वजह से यह फिल्म हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगु, और मलयालम में भी रिलीज कर रहें हैं।"
फिल्म करियर
के ५० साल
मॉम ७ जुलाई
को रिलीज़ हो रही है। इस तारिख का श्रीदेवी की ज़िन्दगी में विशेष महत्व है।
तमिलनाडु में शिवकाशी में १३ अगस्त १९६३
को जन्म हुआ था। श्रीदेवी ने अपने फिल्म
करियर की शुरुआत तमिल भक्ति फिल्म कंधन करुणाई में बतौर बाल कलाकार की थी। इस फिल्म में वह भगवान मुरुग का बालावतार
थी। उस समय श्रीदेवी की उम्र महज़ चार साल
थी। कंधन करुणाई ७ जुलाई १९६७ को रिलीज़
हुई थी। इस प्रकार से श्रीदेवी के एक्टिंग
करियर को इस साल ७ जुलाई को ५० साल पूरे हो जाते हैं। इसे देखते हुए ही बोनी कपूर ने मॉम को ७ जुलाई
को दक्षिण की तीन भाषाओँ के साथ रिलीज़ करने का फैसला लिया है। संयोग की बात यह है कि मॉम श्रीदेवी की बतौर एक्ट्रेस ३००वी फिल्म है। यह तीन सौ फ़िल्में हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में है। इस प्रकार से अपने अभिनय जीवन के पचास
सालों में ५३ साल की श्रीदेवी कुल ३०० फ़िल्में कर चुकी हैं। जबकि, वह पिछले पांच सालों से हिंदी फ़िल्में नहीं कर रही थी। उन्होंने १९७९ से कोई कन्नड़ फिल्म नहीं की
है। १९९४ से तेलुगु और १९९६ से मलयालम
फिल्मों से दूर हैं। जिस तमिल इंडस्ट्री
से श्रीदेवी ने अपने करियर की शुरुआत की थी, उसमे भी उनकी २६ साल बाद वापसी २०१५ में रिलीज़ कॉस्ट्यूम ड्रामा
ऐतिहासिक फिल्म पुलि से हुई थी ।
तमिल फिल्म
से शुरुआत करने के बाद श्रीदेवी ने
बॉलीवुड का रुख किया। दक्षिण के
फिल्म निर्माता बी नागिरेड्डी और चक्रपाणि की के एस सेतुमाधवन निर्देशित फिल्म
जूली (१९७५) ने उन्हें फिल्म की नायिका लक्ष्मी की छोटी बहन के रोल में मौक़ा दिया।
इस बड़ी हिट फिल्म के बावजूद श्रीदेवी की अगली फिल्म सोलवां सावन १९७८ में रिलीज़
हुई। पी भारतीराजा की इस फिल्म में
श्रीदेवी ने अमोल पालेकर के अपोजिट १६ साल की लड़की के प्यार को अंजाम दिया
था। फिर कमल हासन के साथ रीमेक फिल्म
सदमा रिलीज़ हुई। यह दोनों फ़िल्में बुरी तरह से असफल हुई।
थंडर थइ
श्रीदेवी
जब ऐसा लग
रहा था कि दक्षिण की इस अभिनेत्री का करियर तीन फिल्मों के साथ ही ख़त्म हो जायेगा, अभी रिलीज़ हुई के राघवेंद्र राव के
निर्देशन में बनी एक्शन कॉमेडी फिल्म हिम्मतवाला । यह फिल्म हिट तमिल फिल्म उरिकी
मोनगाडू की रीमेक थी। तमिल फिल्म में
कृष्णा की नायिका जयाप्रदा थी। बाद में, इन्ही जयाप्रदा के साथ श्रीदेवी ने कई
फ़िल्में की और दोनों के बीच लगातार कैट फाइट होती रही। हिम्मतवाला में श्रीदेवी ने जम कर अंग प्रदर्शन
किया था। इस फिल्म ने उन्हें थंडर थइ वाली
अभिनेत्री का खिताब दिलवाया। श्रीदेवी ने
इसी साल एक के बाद अंग प्रदर्शन से भरपूर फ़िल्में की। जानी दोस्त, जस्टिस चौधरी और मवाली फिल्मों की सफलता के पीछे श्रीदेवी की सेक्स
अपील ही थी। वह बॉलीवुड की सेक्स बम के बतौर स्थापित हो गई।
अभिनय भी
दिखाया
हिंदी
फिल्मों में श्रीदेवी ने केवल अंग प्रदर्शन ही नहीं किया। श्रीदेवी की सेक्स अपील
का प्रदर्शन करने वाली तमाम फ़िल्में साउथ के निर्माताओं द्वारा बनाई गई थी। साउथ
के फिल्म निर्माता श्रीदेवी की अभिनय क्षमता को जानते और पहचानते थे। इसीलिए, जिस दौर में बॉलीवुड दर्शकों को आकर्षित करने के लिए तोहफा, मकसद और सरफ़रोश जैसी श्रीदेवी की सेक्स
अपील उभारने वाली फ़िल्में बनाई गई, वहीँ के विश्वनाथ ने मिथुन चक्रवर्ती के साथ फिल्म जाग उठा इंसान में
श्रीदेवी के नृत्यांगना किरदार को भावाभिनय से सरोबार पेश किया। १९८६ में श्रीदेवी
के करियर में बड़ा बदलाव आया। इस दौरान श्रीदेवी को हरमेश मल्होत्रा ने नागिन
किरदार में पेश किया। फिल्म थी नगीना। यह फिल्म बड़ी हिट साबित हुई। इस फिल्म के साथ श्रीदेवी बॉलीवुड की सबसे
महँगी अभिनेत्री बन गई। पारिवारिक फिल्म घर संसार में श्रीदेवी ने अपने सशक्त
अभिनय से दर्शकों और समीक्षकों की वाहवाही बटोरी।
सुहागन,
औलाद और
नज़राना के बाद श्रीदेवी ने अपने उत्कृष्ट अभिनय से अनिल कपूर के साथ फिल्म मिस्टर
इंडिया को मिस इंडिया बना दिया। राम-अवतार, चांदनी, चालबाज़,
लम्हे, गुमराह, आदि उनकी उल्लेखनीय फ़िल्में थी, जिनमे श्रीदेवी ने खुद की पहचान बतौर सेक्स बम नहीं अभिनेत्री बनाई।
श्रीदेवी ने
१९९६ में अपनी मिस्टर इंडिया, रूप की रानी चोरों का राजा और जुदाई जैसी फिल्मों निर्माता बोनी कपूर
से विवाह कर लिया। १९९७ में पहली बेटी के
जन्म के साथ ही श्रीदेवी ने फिल्मों को पूरी तरह से अलविदा कह दी। कोई १५ साल श्रीदेवी की वापसी हुई गौरी शिंदे
की कॉमेडी ड्रामा फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से।
इस फिल्म में श्रीदेवी ने एक ऐसी गृहणी के किरदार को किया था, जो इंग्लिश नहीं बोल सकती है। इससे उसकी घर में उपेक्षा होती ही है, जब वह एक शादी में विदेश जाती है तो यह
समस्या ज़्यादा बढ़ जाती है। इसलिए वह
इंग्लिश क्लास ज्वाइन कर लेती है। इस
फिल्म को हिंदी के अलावा तमिल, तेलुगु,
फ्रेंच और
इंग्लिश में भी बनाया गया। इस फिल्म के बाद
श्रीदेवी को बॉलीवुड की मेरिल स्ट्रीप और जापान में फीमेल रजनीकांत का
खिताब दिया गया।
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
श्रीदेवी उम्र का अर्धशतक लगा चुकी हैं। वह रोमांटिक किरदार नहीं कर सकती। इसलिए वह अपनी उम्र के अनुरूप किरदार कर रही हैं। इंग्लिश विंग्लिश में एक बेटी की माँ का किरदार करने के बाद श्रीदेवी मॉम में दो बेटियों की माँ का किरदार कर रही है। लेकिन, यह फिल्म सोशल ड्रामा नहीं। इस फिल्म में थ्रिल की छौंक है। संबंधों और परिस्थितियों की जटिलता है। श्रीदेवी कहती हैं, "यह फिल्म मेरे लिए बड़ा चैलेंज थी। मुझे इसका ख़ास अनुभव हुआ। मैं खुश हूँ कि मुझे इन महान अभिनेताओं (नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी और अक्षय खन्ना) के साथ अभिनय करने का मौक़ा मिला।"
कार्तिका नायर : छोटे परदे की देवसेना
Tuesday 27 June 2017
क्या ट्यूबलाइट को लगी अरिजीत सिंह की हाय !
ईद में सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट डिशूम हो गई . इस फिल्म ने सन्डे को २२.४५ करोड़ का बिज़नस किया था. उम्मीद की जा रही थी कि सलमान खान को बढ़िया ईदी मिलेगी और यह फिल्म चार दिनों में १०० करोड़ क्लब में पहुँच जायेगी. मगर हुआ उल्टा. इस बार भाई को ईदी नहीं मिली. सिर्फ १९.०९ करोड़ का बिज़नस करने के कारण चार दिनों में कुल ८३.८६ करोड़ का बिज़नस ही कर सकी. ट्यूबलाइट जिस प्रकार से ईद में फ्यूज हुई है, उससे ऐसा लगता है कि यह फिल्म पूरे वीक में १०० करोड़ क्लब में पहुच जाए तो यही बड़ी बात होगी. यहाँ याद आ रही है सुल्तान के गीत जग घुमया की. इस गीत को हिन्दुस्तानी गायक अरिजीत सिंह से गवाया जाना था. यशराज फिल्म्स ने इसका ऐलान भी कर दिया था. तभी एक पुरस्कार समारोह में अरिजीत का काउंटर कमेंट्स सलमान खान को चुभ गया. हालाँकि, उस अवार्ड्स समारोह में सलमान खान ने ही अरिजीत सिंह को हिट किया था. उन्होंने यशराज फिल्म्स के दिग्गज आदित्य चोपड़ा को हिदायत देकर अरिजीत सिंह को इस गीत से बाहर करवा दिया. हालाँकि अरिजीत सिंह बार बार माफ़ी मांगता रहा. सलमान खान ने इस गीत को पाकिस्तान के कव्वाल टाइप टैक्स चोर गायक राहत फ़तेह अली खान से गवा लिया. सलमान खान की सुलतान ज़रूर बड़ी हिट हुई. लेकिन, शायद यशराज बैनर और सलमान खान को बेचारे अरिजीत सिंह की हाय लग गई थी. आदित्य चोपड़ा निर्देशित फिल्म बेफिक्रे बॉक्स ऑफिस पर धडाम हो गई. मेरी प्यारी बिंदु को भी दर्शकों का प्यार नहीं मिला. अब सलमान खान के मुंह में करारा तमाचा पड़ा है. सलमान खान एक कलाकार है. उसे कलाकार की इज्जत करना सीखना चाहिए. अभी वह इतना बड़ा नहीं हुआ है कि किसी की माफ़ी को भी न क़ुबूल कर सज़ा दे.
'इंटरकोर्स' के लिए परेशान खान (शाहरुख़) और अली (इम्तियाज़ )
इम्तियाज़ अली की फिल्म जब हैरी मेट सेजल के संवाद में 'इंटरकोर्स' शब्द के इस्तेमाल पर पहलाज निहलानी की चेयरमैनी वाली सेंसर बोर्ड ने ऐतराज़ जताया है. तब से परेशानहाल घूम रहा है ५२ साल का खान और ४६ साल का इम्तियाज़ अली. दरअसल होता यह था कि लीला सेमसन के सेंसर बोर्ड में इंटरकोर्स की लीला पर कभी ऐतराज़ नहीं किया गया. हर दूसरी फिल्म का आवारा हीरो लफंगी हीरोइन से पूछा करता था कि क्या इंटरकोर्स कर लिया या करेगी ? लगता है कि ५२ साल का हैरी (शाहरुख़ खान) की २९ साल की सेजल (अनुष्का शर्मा) से पूछ कर ही मानेगा कि इंटरकोर्स करेगी या नहीं. यही तो फिल्म हिट कराने का फार्मूला है. सुन रहो अबराम ! अपने टेस्ट ट्यूब पापा का छिछोरापन !
सलमान खान की ट्यूबलाइट के ६४ करोड़ ७७ लाख
ईद वीकेंड पर रिलीज़ सलमान खान की फिल्म ट्यूबलाइट से
ट्रेड को बेहद उम्मीद थी कि ४५५० प्रिंट्स पर रिलीज़ हो रही यह फिल्म दक्षिण की
फिल्म बाहुबली २ के कलेक्शन को पछाड़ देगी।
लेकिन, हुआ ठीक उल्टा ।
ट्यूबलाइट का कलेक्शन त्योहारी वीकेंड के अनुरूप तो बिलकुल भी
नहीं था, बल्कि सलमान खान की फिल्मों के वीकेंड कलेक्शन के मुकाबले भी सातवें नंबर
का था । ट्यूबलाइट ने पहले दिन २१.१५ करोड़ का कलेक्शन किया तो लगा था कि अलविदा की
नमाज़ का असर है । लेकिन, दूसरे दिन भी इस फिल्म ने सिर्फ दो लाख ही ज्यादा कमाए ।
जबकि वीकेंड का पहला शनिवार था । सन्डे को ट्यूबलाइट का कलेक्शन ट्यूबलाइट की तरह
धीमा आगे बढ़ाते हुए २२.४५ करोड़ का हुआ । यानि १.२८ करोड़ का इजाफा । सन्डे की छुट्टी
वाले दर्शकों की भीड़ जुटाने के लिहाज़ से यह निराशाजनक था । अब सलमान खान और उनकी
फिल्म को ईद के दिन के दर्शकों पर निर्भर करना पड़ रहा है, ताकि चार दिन में ही सही
फिल्म १०० करोड़ का बिज़नस कर सके । ट्यूबलाइट
से पहले रिलीज़ सलमान खान की तीन फिल्मों ने वीकेंड में १०० करोड़ का बिज़नस किया है ।
सलमान खान की सबसे ज्यादा कलेक्शन करने वाली फिल्म प्रेम रतन धन पायो दीवाली
वीकेंड पर रिलीज़ हुई थी तथा फिल्म ने १२९.७७ करोड़ का कलेक्शन किया था । ईद और
स्वतंत्रता दिवस वीकेंड पर रिलीज़ फिल्म एक था टाइगर ने १००.१६ करोड़ और बजरंगी
भाईजान ने १०२.६ करोड़ का बिज़नस किया था । वीकेंड में १०० करोड़ से कम का बिज़नस करने
वाली तीन फिल्मों में बॉडीगार्ड ने ८८.७५ करोड़, किक ने ८३.८३ करोड़ और दबंग २ ने ६५
करोड़ का कलेक्शन किया था । सलमान खान की ट्यूबलाइट वीकेंड कलेक्शन के लिहाज़ से
जय हो (६०.६८ करोड़), दबंग (४८.५० करोड़) और रेडी (४०.६५ करोड़) से ही आगे हैं । २००९ में वांटेड से सलमान खान की फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया बिज़नेस करने का सिलसिला बनाया था। वांटेड ने बॉक्स ऑफिस पर कुल ६१ करोड़ कमाए और सुपर हिट फिल्मों में शुमार की गई। अगले साल रिलीज़ फिल्म दबंग (१४१ करोड़) आल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म मानी जाती हैं। हालाँकि, इस बीच सलमान खान की तीन रिलीज़ फ़िल्में मैं और मिसेज खन्ना, लंदन ड्रीम्स और वीर बॉक्स ऑफिस पर या तो बुरी तरह से पिटी या औसत से कम गई। इस लिहाज़ से सलमान खान यह कह सकते हैं कि उनकी फिल्म ट्यूबलाइट ने पहली सुपर हिट फिल्म वांटेड के टोटल कलेक्शन से कही ज़्यादा कलेक्शन वीकेंड में कर लिया। लेकिन, ११ महीना पहले बॉक्स ऑफिस का सुलतान साबित हो रहे सलमान खान की फिल्म के लिए ऐसा वीकेंड फिल्म के ट्यूबलाइट होने की ओर ही संकेत करता है।
राजेंद्र कांडपाल
Monday 26 June 2017
जब गले नहीं मिले सलमान खान और शाहरुख़ खान
बॉलीवुड को और बॉलीवुड में दिलचस्पी रखने वालों को हर साल सिद्दीकियों (बाबा और जीशान) की इफ्तार पार्टी का इंतज़ार रहता है। इस पार्टी में अक्षय कुमार जैसे बॉलीवुड अभिनेता या तो बुलाये नहीं जाते या यह लोग जाते नहीं। लेकिन, बॉलीवुड का एक ख़ास तबका इस इफ्तार पार्टी का आनंद लेता है।
ऐसी शाम में फोटोग्राफरों की चांदी हो जाती है। बॉलीवुड के पूरे साल के दुश्मनों को गले मिलते देखा जाता है, दुश्मनी निभाये जाते भी नज़र आते हैं बॉलीवुड सितारे। २०१३ में इस कांग्रेसी नेता की इफ्तार पार्टी में शाहरुख़ खान और सलमान खान गले मिले थे। यह कैटरीना कैफ की २००८ में बर्थडे पार्टी में दोनों खानों के बीच मारामारी के बाद का ऐतिहासिक मिलन था। इसलिए इस साल भी कैमरा क्लिक करने वालों को उम्मीद थी कि जब यह दोनों खान पार्टी में पहुंचेंगे तो करण-अर्जुन वाला मिलाप जैसा कुछ होगा। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस पार्टी में दोनों पहुंचे ज़रूर। दोनों ने अलग अलग फोटो भी खिंचवाई। पर आपस में गले नहीं मिले और न ही गले मिलते हुए फोटो खिंचवाई।
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