Wednesday 18 May 2016

बॉलीवुड ने भी खेली है 'बाज़ी' !

एक वेब मॅगज़ीन ने देव आनंद और गीता बाली का चित्र लगा कर लिखा था 'बाज़ी' के पचास साल।  जी हाँ, यह चित्र देव आनंद, कल्पना कार्तिक, गीता बाली, के एन सिंह, जॉनी वॉकर अभिनीत फिल्म 'बाज़ी' का है।  लेकिन, यह फिल्म १९५१ में रिलीज़ हुई थी, इसलिए बाज़ी के पचास साल नहीं ६५  साल हो जाते हैं।  यह फिल्म अभिनेता और निर्देशक गुरु दत्त की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म थी।  गुरु दत्त ने इस फिल्म का सह लेखन किया था।  फिल्म की कथा, पटकथा और संवाद बलराज साहनी के लिखे थे।  बाज़ी बलराज साहनी की कलम से लिखी गई इकलौती फिल्म है।  १९४६ में फिल्म दूर चलें से फिल्म करियर शुरू करने वाले बलराज साहनी को १९५३ में रिलीज़ फिल्म दो बीघा ज़मीन ने संवेदनशील अभिनेता के बतौर स्थापित कर दिया था।  जॉनी वॉकर की यह बतौर अभिनेता पहली फिल्म थी।  वह उस समय बदरुद्दीन जमालुद्दीन क़ाज़ी के नाम से फ़िल्में करने आये थे।  गुरु दत्त ने उन्हें जॉनी वॉकर बना दिया।  बाज़ी अभिनेत्री कल्पना कार्तिक की भी पहली फिल्म थी।  कल्पना कार्तिक ने देव आनंद के साथ कोई पांच फ़िल्में करने के बाद देव आनंद के साथ ही शादी कर घर बसा लिया।  जहाँ तक वेब मॅगज़ीन वाली फिल्म बाज़ी का सवाल है, यह फिल्म १९६८ में रिलीज़ धर्मेंद्र, वहीदा रहमान, महमूद, एन ए अंसारी अभिनीत बाज़ी लगती है। इस एक्शन थ्रिलर फिल्म का निर्देशन मोनी भट्टाचार्जी ने किया था।  इस फिल्म में भी जॉनी वॉकर ने अभिनय किया था।  १६ साल बाद तीसरी बाज़ी रिलीज़ हुई।  यह भी धर्मेंद्र की मुख्य भूमिका वाली फिल्म थी।  पर इस फिल्म में उनका साथ रेखा ने दिया था।  रेखा और धर्मेंद्र ने कोई दर्जन भर फिल्मों में साथ अभिनय किया था। फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती और रंजीता की जोड़ी भी थी।  इन दोनों ने कोई २० फ़िल्में साथ की थी।  मिथुन-रंजीता रोमांस भी काफी गर्म हुआ था।  बाज़ी (१९८४) के निर्देशक राज एन सिप्पी थे।  फिल्म को साहित्यकार कमलेश्वर ने लिखा था।  कमलेश्वर ने लगभग १९ फिल्मों की कहानी, पटकथा और संवाद लिखे थे।  १९९५ में रिलीज़ चौथी बाज़ आशुतोष गोवारिकर निर्देशित और आमिर खान,  ममता कुलकर्णी और परेश रावल अभिनीत फिल्म थी।



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