Sunday, 17 July 2016

अब बॉलीवुड चला कोरिया

पिछले साल खबर थी कि निर्देशक साजिद खान २००९ में रिलीज़ सफल कोरियाई रोमांटिक एक्शन कॉमेडी फिल्म माय गर्लफ्रेंड इज एन एजेंट का हिंदी रीमेक बनाना चाहते हैं। अगर बनती तो साजिद खान की फिल्म भी कोरियाई फिल्म का अधिकारिक रीमेक होती। माय गर्लफ्रेंड इज एन एजेंट दो युवा जासूस किरदारों की कहानी थी, जो कभी एक दूसरे से प्यार करते थे, लेकिन, अब जानी दुश्मन हैं। यहाँ बताते चलें कि रॉकस्टार की कामयाबी के दौर में इम्तियाज़ अली अपनी बीवी के ज़रिये निर्माता बन कर इसी कोरियाई फिल्म का रीमेक यूटीवी के सहयोग से करना चाहते थे। अलबत्ता, इस रीमेक फिल्म के डायरेक्टर वह खुद नहीं बल्कि बोस्को-सीजर की डांसर जोड़ी के बोस्को होते। लेकिन, दोनों ही फ़िल्में ऐलान से आगे नहीं बढ़ सकी। 
हॉलीवुड फिल्मों की नक़ल मारने के कारण ही बंबई की फिल्म इंडस्ट्री को बॉलीवुड नाम दिया गया था। यह नाम दर्शाता था कि बॉलीवुड हॉलीवुड फिल्मों की कॉपीकैट इंडस्ट्री है। लेकिन, हॉलीवुड फिल्मों के बाद अब हिंदी फिल्म निर्माता कोरियाई फिल्मों के हिंदी रीमेक बनाने में दिलचस्पी लेने लगे हैं। कोरियाई फिल्मों की कॉपी करने के लिहाज़ से निर्माता निर्देशक संजय गुप्ता बाज़ी मार ले जाते हैं। जिस समय, हॉलीवुड फिल्म रिजर्वायर डॉग्स का हिंदी रीमेक कांटे बनाने वाले संजय गुप्ता की अगली फिल्म जिंदा के स्रोत का पता पूछा जा रहा था, उस समय यह रहस्योद्घाटन हुआ कि जिंदा किसी हॉलीवुड फिल्म का नहीं, बल्कि कोरियाई फिल्म ओल्डबॉय का रीमेक है। हालाँकि, जिंदा को ख़ास सफलता नहीं मिली, लेकिन बॉलीवुड को कॉपीकैट बनाने के लिए कोरिया का एक बिल ज़रूर मिल गया। आइये जानते हैं पिछली उन कुछ फिल्मों के बारे में जो कोरियाई फिल्म का रीमेक थी –
मोंग-ता-जू बनी तीन (TE3N)- 
इसी साल रिलीज़ अमिताभ बच्चन, विद्या बालन और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की किडनैप थ्रिलर फिल्म तीन २०१३ की कोरियाई फिल्म मोंग-ता-जू (Montage) का हिंदी रीमेक थी। एक अपहरण से तीन चरित्र आ जुड़ते हैं। फिर शुरू होता है रोमांच। हिंदी रीमेक के निर्देशक रिभु दासगुप्ता थे। मोंग-ता-जू में अपहर्ता १५ साल पहले गायब हो जाता है। इस केस को बंद होने में पांच दिन बचे हैं कि कोई अपराध की जगह एक फूल छोड़ कर सूत्र देना चाहता है। इसके ठीक कुछ दिन बाद अपहरण की वैसी ही दूसरी घटना होती है। इस अपहरण का तरीका भी १५ साल पहले वाला था। पुलिस को इस केस को इस प्रकार से सुलझाना है ताकि पिछले केस को बंद करने की समय सीमा ख़त्म न हो पाए। फिल्म के निर्देशक जेओंग कुन-सेओब थे. 
मस्क्वेराडे बनी प्रेम रतन धन पायो- 
सलमान खान की सूरज बडजात्या के साथ २५ साल बाद रिलीज़ फिल्म प्रेम रतन धन पायो के बारे में कयास थे कि यह फिल्म हॉलीवुड फिल्म प्रिजनर ऑफ़ जेंडा का रीमेक थी। जबकि, यह वास्तव में कोरियाई फिल्म मस्क्वेराडे का रीमेक थी। मस्क्वेराडे दक्षिण कोरिया की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि वाली २०१२ में रिलीज़ फिल्म थी। चू चांग-मिन निर्देशित यह फिल्म १६०८-१६२३ के ग्वांग्हाई राज्य के राजा जोसेओन की कहानी थी, जो अपने देश में सुधार लाना चाहता है तथा उसे अपने लोगों का विरोध झेलना पड़ता है।  राजा का सचिव उसके लिए एक हमशक्ल का इंतजाम करता है ताकि राजमहल के षडयन्त्रो से निबटा जा सके। फिल्म में ली ब्युंग-हुन दोहरी भूमिका में थे। 
ऑलवेज बनी दो लफ़्ज़ों की कहानी- 
रणदीप हूडा और काजल अग्रवाल की अंधी लड़की के एक मॉल के गार्ड से प्रेम कहानी वाली यह फिल्म २०११ की कोरियाई फिल्म ऑलवेज का रीमेक थी। लेकिन, जहाँ कोरियाई फिल्म एक खालिस रोमांस फिल्म थी, वहीँ हिंदी फिल्म में थ्रिल का तडका था। ऑलवेज को ओनली यू टाइटल से भी रिलीज़ किया गया। सो जि-सुब और हान ह्यो-जू अभिनीत यह फिल्म एक बॉक्सर और अंधी होती जा रही एक औरत की प्रेम कहानी थी। इस फिल्म के दोनों मुख्य करैक्टर टीवी एक्टर्स द्वारा किये गए थे।  
एक विलेन थी आई सॉ द डेविल- 
मोहित सूरी की श्रद्धा कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख अभिनीत फिल्म एक विलेन कोरियाई फिल्म आई सॉ द डेविल का रीमेक थी। जहां कोरियाई फिल्म बेहद खूनखराबे वाली हिंसक फिल्म थी, वहीँ मोहित सूरी की फिल्म में रोमांस उभर कर आया था। लेकिन, कोरियाई फिल्म हिंसक होते हुए भी दिलचस्प कथानक वाली फिल्म थी। इस फिल्म में ली ब्युंग-हुन ने सीरियल किलर को पकड़ने के लिए तैनात एजेंट, चोई मिन-सिक ने सीरियल किलर और ओह सान-हा ने एजेंट की मंगेतर का किरदार किया था। कोरियाई फिल्म का विलेन एक बस ड्राईवर था, जो खूबसूरत और बकवास करने वाली औरतों की हत्या करता है। 
द मैन फ्रॉम नोवेयर बनी रॉकी हैण्डसम- 
जॉन अब्राहम की मुख्य भूमिका वाली यह फिल्म भी कोरियाई फिल्म की तरह एक रहस्यमय अतीत वाले रॉकी की कहानी थी, जिसकी एक छोटी लड़की से अच्छी दोस्ती थी। वह व्यक्ति उस समय हिंसा पर उतर आता है, जब उस छोटी बच्ची का अपहरण कर लिया जाता है। २०१० में रिलीज़ निर्देशक ली जीओंग-बेओम की एक्शन थ्रिलर फिल्म द मैन फ्रॉम नोवेयर का पूर्व सैनिक उस समय खून खराबे पर उतर आता है, जब एक छोटी लड़की का अपहरण कर लिया जाता है, जो उसकी दोस्त है। इस फिल्म में वोन-बिन और किम सै-रोन की मुख्य भूमिका थी। 
माय सासी गर्ल ही है अगली और पगली – 
मल्लिका शेरावत और रणवीर शोरे की सचिन खोट निर्देशित यह फिल्म मुंबई के इंजीनियरिंग के छात्र और ट्रेन में मिली लड़की के अनोखे प्रेम की दास्ताँ थी। यह फिल्म कोरियाई फिल्म माय सासी गर्ल की हूबहू कॉपी थी। २००१ में रिलीज़ निर्देशक क्वाक जै-योंग की यह फिल्म सबसे सफल कोरियाई रोमांस कॉमेडी फिल्मों में शुमार की जाती है। इस फिल्म को जापान, चाइना, ताइवान, हांगकांग में बड़ी सफलता मिली। हॉलीवुड ने इस फिल्म को जेसे ब्रैडफोर्ड और एलिशा कटबर्ट के साथ रीमेक किया। इस फिल्म का सीक्वल माय न्यू सासी गर्ल इसी साल रिलीज़ हुआ है। 
द चेंजर है मर्डर २- 
२००४ की सफल फिल्म मर्डर की सीक्वल यह फिल्म वास्तव में कोरियाई फिल्म द चेज़र का रीमेक थी। इमरान हाश्मी, जैकलिन फ़र्नान्डिस और प्रशांत नारायण अभिनीत और मोहित सूरी निर्देशित मर्डर २ की कहानी द चेजर से इस मायने में फर्क थी कि फिल्म में इमरान हाशमी की एक अदद प्रेमिका भी थी। २००८ में रिलीज़ कोरियाई फिल्म रियल लाइफ सीरियल किलर पर फिल्म थी। कोरियाई फिल्म एक बेईमान पुलिस अधिकारी और सीरियल किलर के बीच की लुकाछिपी पर केन्द्रित फिल्म थी। यह ना होन्ग-जिन की बतौर डायरेक्टर डेब्यू फिल्म थी। किम यून-सोक और हा जुंग-वू मुख्य भूमिका में थे। 
सेवन डेज में जज्बा- 
ऐश्वर्य राय बच्चन की वापसी फिल्म जज्बा भी कोरियाई फिल्म की कॉपी के उस्ताद संजय गुप्ता की फिल्म थी। जज्बा कोरियाई फिल्म सेवेन डेज का ऑफिसियल रीमेक ही नहीं थी, बल्कि हूबहू संवाद और दृश्य की कॉपी थी। कोरियाई फिल्म का डायरेक्शन वोन शिन-यून ने किया था। २००७ की कोरियाई फिल्म को बड़ी सफलता ही नहीं मिली, बल्कि कई पुरस्कार भी मिले।द हैप्पी लाइफ बॉलीवुड में रॉक ऑन – निर्देशक अभिषेक कपूर ने अपनी फिल्म रॉकऑन का चार सदस्यों वाले रॉक बैंड का आईडिया २००७ की कोरियाई फिल्म द हैप्पी लाइफ से ही चुराया था।  द हैप्पी लाइफ का निर्देशन ली जून-इक ने किया था। 

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