सुल्तान के प्रमोशन के
लिए मीडिया के द्वारा का सलमान खान का इंटरव्यू लिया जा रहा था । जब एक पत्रकार ने शूटिंग के दौरान उनके अनुभवों
के बारे में पूछा तो सलमान खान ने कुछ ऐसा कहा कि उन्हें शूटिंग के दौरान १२० किलो
वजन के पहलवान को सर के ऊपर से उठा कर पटकना होता था । ऐसा उन्हें कैमरा के पांच पांच एंगल के लिए
दोहराना पड़ता था । ऐसे में जब वह कैमरे
बाहर हो रहे होते थे तो वह बलात्कार की शिकार महिला की तरह चल नहीं पा रहे होते थे
। बलात्कार की शिकार महिला का उदाहरण
सलमान खान की मानसिकता के अनुसार तो ठीक हो सकता था । लेकिन, बलात्कार की महिला कैसे चलती है, यह हर
पत्रकार या दर्शकों का अनुभव नहीं हो सकता था । यह एक गलत और अवमाननापूर्ण उदाहरण था । सलमान खान की चारों तरफ से आलोचना होने लगी । राष्ट्रीय
महिला आयोग ने भी उन्हें नोटिस दे दिया । इसके बाद सलमान खान कपिल शर्मा के शो में
शामिल नहीं हुए । क्योंकि, कपिल के शो ऐसे सवाल उनसे पूछे जाते तब !
सलमान खान कपिल
शर्मा के शो में न जाकर नागवार गुजरने वाले सवालों से तो बच गए । लेकिन, आलोचनाओं के शिकंजे में तो वह कस ही चुके
थे । राष्ट्रीय महिला आयोग उनसे माफ़ी माँगने के लिए कह रहा है । सलमान खान हैं कि ढीठ बच्चे की तरह आइफा में
शामिल होने के लिए निकल गए हैं । ऐसे में उनके अब्बा हुजूर सलीम खान को आगे आना
पडा । उन्होंने न केवल सलमान खान की तरफ
से सफाई दी, बल्कि, बलात्कार की शिकार महिला का उदाहरण देने के लिए माफ़ी भी मांगी ।
लेकिन, सलमान खान की बदजुबानी के लिए
अब्बा हुजूर कब तक और कितनी बार माफ़ी माँगते रहेंगे ? ऐसे कई मामले हैं, जिन पर
सलीम खान को अपने बेटे के गलत कामों पर सफाई देनी पड़ी, माफ़ी मांगनी पड़ी ।
ओलिंपिक ब्रांड
एम्बेसडर सलमान खान
पिछले दिनों भारतीय
ओलिंपिक संघ ने सलमान खान को ओलिंपिक खेलो में भारत का ब्रांड एम्बेसडर चुना था ।
खेल में एक फिल्म स्टार का दखल मशहूर धावक मिल्खा सिंह को रास नहीं आया । उन्होंने
दूसरे ओलिंपियन के साथ सलमान खान की नियुक्ति का विरोध करते हुए, भारत सरकार से
उन्हें हटाने की मांग कर डाली । ऐसे समय में अब्बा सलीम खान आगे आये । उन्होंने
सलमान को ब्रांड एम्बेसडर बनाए जाने का समर्थन करते हुए ट्वीट किया कि बेशक सलमान
खान ने किसी खेल स्पर्धा में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन, वह स्तरीय तैराक,
साइकिलिस्ट और भारत्तोलक है । सलीम खान ने मिल्खा को चुप कराने के लिए यहाँ तक कह
डाला कि मिल्खा आज प्रशंसकों की निगाहों में हैं तो इसलिए कि इस फिल्म उद्योग ने
उन पर फिल्म भाग मिल्खा भाग बनाई थी । हालाँकि, सलीम खान का यह उदाहरण भी सवालों
के घेरे में आया । लेकिन, सलमान खान विवाद से बच निकले ।
सलमान खान को
सीरियसली मत लो !
कभी सलमान खान के
पिता सलीम खान ने सलमान खान के लिए कहा था कि उनके बचकाने कमेंट्स को सीरियसली
नहीं लिया जाए । यह वाकया तब का है, जब बॉम्बे बम ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन को
फांसी की सज़ा कन्फर्म हो गई थी । याकूब को फांसी नहीं दिए जाने की कई संगठनों और
व्यक्तियों ने मांग की थी । इसी समय भावनाओं के ज्वार में बहते हुए सलमान खान ने
ट्वीट कर डाला, “१९९३ बम ब्लास्ट के अभियुक्त याकूब मेमन को फांसी मत दो, बल्कि
उसके भाई टाइगर मेमन को फांसी पर लटकाया जाना चाहिए ।“ सलमान खान यहीं नहीं रुके ।
उन्होंने यह भी ट्वीट किया कि वह अपनी बात पर कायम हैं, हालाँकि, उनके अब्बा हुजूर
चाहते हैं कि मैं कमेंट वापस ले लूं । सलमान खान ने अपना वह ट्वीट हटा भी लिया ।
इस मामले में सलीम खान अपने बेटे के बचाव में मैदान पर उतरे । उन्होंने सलमान खान
की ट्वीट की कड़ी आलोचना की । उन्होंने कहा, “सलमान खान ने जो कुछ भी लिखा, वह
बकवास और निरर्थक था । सलमान खान को तथ्य नहीं मालूम । इसलिए, लोगों को उसके ट्वीट को गंभीरता से नहीं
लेना चाहिए ।
२००२ का हिट एंड रन
केस
हालाँकि, सलमान खान
को बॉम्बे हाई कोर्ट से रिहाई मिल गई । लेकिन, एक समय २००२ का हिट एंड रन केस
सलमान खान के लिए शिकंजे की तरह बन गया था । उन पर फूटपाथ पर सोये लोगों पर गाडी
चढाने का आरोप तो लगा ही था, यह भी आरोप था कि वह घायल लोगों की मदद करने के बजाय
भाग खड़े हुए । ऐसे समय में सलीम खान ने अपने बेटे का बचाव किया । उन्होंने कहा कि
उनका बेटा सेलेब्रिटी है, इसलिए उसे अलग तरह से ट्रीट किया जा रहा है । आम तौर पर
ऐसे मामलों में जो धाराए लगाईं जाती हैं, उनसे कहीं कड़ी धाराएं मेरे बेटे पर
सेलेब्रिटी होने के कारण लगाईं गई । ऐसी धाराए भोपाल गैस ट्रेजेडी के मामले में भी
नहीं लगाईं गई ।
सलमान खान के पतंग
उड़ाने पर
आज नरेन्द्र मोदी
प्रधान मंत्री हैं । लेकिन, सलमान खान उस समय भी गुजरात सरकार के तत्कालीन मुख्य
मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ पतंग उड़ा रहे थे । मोदी को कथित रूप से गुजरात में मुसलमानों का
कत्लेआम किये जाने का दोषी बताया जा रहा था । उस समय सलमान खान का खुल कर नरेन्द्र
मोदी के साथ खडा होना, उनकी कौम के अलावा तमाम विरोधी दलों को भी नागवार गुजर रहा
था । उस समय सलीम खान ने अपने बेटे के बचाव में आगे आ कर एक अखबार को इंटरव्यू में
कहा, ”मेरे बेटे की फिल्म (जय हो) को प्रभावित करने के लिए यह नफ़रत भरा प्रचार
किया जा रहा है । मैं ऐसे संगठनो से
कहूँगा कि नफ़रत से विश्व में किसी हिंसा का हल नहीं निकलता । इसलिए, मेरी प्रार्थना है कि दुश्मनी की भाषा
बोलना बंद कीजिये ।“ उस समय सलीम खान ने वर्तमान प्रधान मंत्री का बचाव भी किया ।
सलीम खान ने कहा, “माफ़ी मांगी नहीं जाती, दी जाती है । २००२ के दंगों को सही नहीं
ठहराया जा सकता । लेकिन, कब तक अतीत से चिपका रहा जायेगा ।“
काले हिरन का शिकार
सलमान खान, १९९८
में, हम साथ साथ हैं की शूटिंग के दौरान सैफ अली खान, नीलम और सोनाली बेंद्रे के
साथ विलुप्त प्रजाति वाले संरक्षित काले हिरन का शिकार करने के लिए अभियुक्त बनाये
गए थे । पूरे देश में सलमान खान की आलोचना हो रही थी । अख़बारों में सलमान खान को
इसका दोषी बताया जा रहा था । उस समय सलीम खान बेटे के बचाव में आगे आये थे ।
उन्होंने एक मैगज़ीन को इंटरव्यू में कहा, “क्या फर्क पड़ेगा जब छुपे तथ्य सामने
आयें । मेरे बेटे का नुकसान तो हो ही चूका है । सलमान खान को यह अनुमान तक नहीं था
कि चीजे कुछ इस तरह पेश की जायेंगी । लोग कहेंगे कि हम खुद को बचाने के लिए बेताब
हैं । मैं कहूँगा कि अगर सलमान खान दोषी है, तो उसे दंड दो । लेकिन, तथ्य छुपाये
जा रहे है । तथ्य क्या है, यह उस रात मौजूद लोग ही जानते हैं ।“
इस बार सलमान खान
बुरे फंसे लगते हैं । कभी सलमान खान बडबोलेपन के लिए शाहरुख़ खान का बचाव करते हुए
कहते थे कि वह तो बोल कर निकल जाते हैं, सफाई मुझे देनी पड़ती है । आज सलमान खान
फंसे हैं तो आमिर खान और शाहरुख़ खान बचाव में खुल कर सामने नहीं आये हैं । बॉलीवुड
में जिसने भी बचाव किया है, यही कह कर कि सलमान खान का इरादा गलत नहीं था । लेकिन,
सलमान खान जिस तरह से राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा माफ़ी का नोटिस दिए जाने के
बावजूद आइफा अवार्ड के लिए निकल गए, उससे ऐसा लगता है कि उन्होंने बलात्कार पीड़ित
महिला उदाहरण दे कर सुलतान को सुर्खियाँ दिलाने सफल कोशिश की है । क्योंकि, वह जब भी
माफ़ी मांगे, सुल्तान को बिना कुछ खर्च किये ज़बरदस्त प्रचार तो मिल ही चुका है ।
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