अक्षय कुमार की जासूसी थ्रिलर फिल्म बेल बॉटम २७ जुलाई को सिनेमाघरों में
प्रदर्शित होगी। पहले इस फिल्म के हाइब्रिड यानि सिनेमाघरों के साथ साथ ओटीटी और
वीडियो ऑन डिमांड पर रिलीज़ होने की खबर थी। लेकिन, जब निर्माताओं ने यह देखा कि कोरोना महामारी
की स्थिति में सुधार हो रहा है और सिनेमाघरों को लॉक डाउन से पूरी तरह से छूट मिल
सकती है तो उन्होंने फिल्म को ओटीटी के साथ साथ रिलीज़ करने के स्थान पर केवल
सिनेमाघरों में रिलीज़ किये जाने का निर्णय लिया। क्या यह बॉलीवुड फिल्म निर्माताओं
का चतुराई भरा निर्णय है ?
लोकप्रिय जॉनर वाली फिल्म -बेल बॉटम एक स्पाई थ्रिलर जॉनर की फिल्म है। फिल्म में, अक्षय कुमार एक अंडरकवर एजेंट की भूमिका कर रहे हैं। यह एजेंट, निजी ज़िन्दगी में एक व्यवसाई है। परन्तु, भारत की जांच एजेंसियों के लिए भी काम करता है। १९८० के दशक के एक भारतीय एजेंट की कहने बताई जा रही फिल्म में अक्षय कुमार मिशन में जाते रहते हैं। ख़ास बात यह है कि उनके यह मिशन विमान अपहरण की घटनाओं के ही होते हैं। इस फिल्म में लारा दत्ता तत्कालीन प्रधान मंत्री की भूमिका में नजर आयेंगी। फिल्म में देशभक्ति का ज़बरदस्त तडका होगा।
बेल बॉटम के प्रति जिज्ञासा - ज़ाहिर है कि ऐसा विषय उत्सुकता और जिज्ञासा पैदा करने वाला है। ऐसे विषय दर्शकों को सहज सिनेमाघरों तक खींच लाने वाले साबित हो सकते हैं। शायद इसी कारण से बेल बॉटम की रिलीज़ का हिंदी फिल्मों के लिए विशेष महत्त्व है। विशेष तौर पर प्रदर्शन के क्षेत्र में यह बड़ी फिल्मों की वापसी जैसा है, जो सिनेमाघरों में दर्शकों को वापस ला सकती है। हालाँकि, सलमान खान की फिल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई को ओटीटी और विडियो ऑन डिमांड के साथ साथ सिनेमाघरों में सीमित पर्दों मे प्रदर्शित किया गया था। लेकिन, यह प्रयोग असफल रहा था। इसके बावजूद निर्माताओं के साथ साथ फिल्म प्रदर्शकों को भी लगता है कि अक्षय कुमार दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच ला पाने में सफल होंगे।
अक्षय कुमार की इमेज - पिछले कई फिल्मों से अक्षय कुमार की इमेज भारत कुमार की जैसी हो गई हैं। यानि फिल्मों में उनका चरित्र देशभक्ति के रंग में रंगा दिखाया जा जाता है। उनका यह रूप रंग दर्शकों को पसंद भी आता है। हालाँकि, ऐसा नहीं कि अक्षय कुमार इसी प्रकार की लीक पर बनी फिल्मों को ही कर रहे हैं। इस समय अक्षय कुमार की बेल बॉटम के अलावा तीन अन्य फ़िल्में भी रिलीज़ के लिए तैयार है। एक फिल्म सूर्यवंशी है। इस फिल्म में वह परंपरागत ईमानदार, वर्दी की रक्षा करने वाला और एंग्री यंग मैन जैसी भूमिका कर रहे हैं। यह ठेठ मसाला फिल्म है। आनंद एल राज की फिल्म अतरंगी रे रोमांस फिल्म है। पर इस फिल्म में अक्षय कुमार की लम्बी मेहमान भूमिका है। दूसरी फिल्म पृथ्वीराज का कथानक ऐतिहासिक है। डॉक्टर चंद्रप्रकाश द्विवेदी की इस फिल्म में अक्षय कुमार अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की भूमिका कर रहे हैं। खबर यह भी है कि उनकी एक अन्य फिल्म बच्चन पाण्डेय भी पूरी हो चुकी है। इस फिल्म में अक्षय कुमार का गैंगस्टर चरित्र है. यह खालिस मसला फिल्म है।
लॉक डाउन खुलने के बाद ! - बेल बॉटम की विशेष बात यह है कि फिल्म की शूटिंग महामारी के दौरान ही पूरी की गई थी। यह पहली फिल्म थी, जिसे पहला लॉकडाउन खुलने के बाद, अक्षय कुमार ने पूरा किया था। वासु भगनानी, जैकी भगनानी, दीपशिखा देशमुख, मोनिशा अडवाणी, मधु भोजवानी और निखिल अडवाणी की निर्मित फिल्म बेल बॉटम में अक्षय कुमार का साथ वाणी कपूर, हुमा कुरैशी और लारा दत्ता दे रही हैं। फिल्म को असीम आरोरा और परवेज़ शैख़ ने लिखा है। फिल्म के निर्देशक रंजित एम् तिवारी हैं। रंजित की पहली फिल्म लखनऊ सेंट्रल थी, जो २०१७ में प्रदर्शित हुई थी।
दक्षिण से चार फ़िल्में - अक्षय कुमार की फिल्म बेल बॉटम के बाद, दूसरी कई बड़ी फ़िल्में इसी साल प्रदर्शित होनी है। अलबत्ता, प्रयोग की धार बेल बॉटम पर चढ़ी हुई है। हालाँकि, बेल बॉटम की सफलता या असफलता का बहुत प्रभाव आगामी फिल्मों पर नहीं पड़ेगा। क्योंकि, इस समय दक्षिण की कुछ बड़ी फिल्में अभिनेता यश की एक्शन फिल्म केजीएफ़ चैप्टर १, अल्लू अर्जुन की पहली हिंदी फिल्म पुष्पा, प्रभास की पुनर्जन्म रोमांस फिल्म राधे श्याम और निर्देशक एसएस राजामौली की स्वतंत्रता संग्राम फिल्म आर आर आर की हिंदी दर्शकों को बेसब्री से प्रतीक्षा है। इन फिल्मों के अलावा बॉलीवुड की सर्कस, लाल सिंह चड्डा, हीरो पंथी २, जर्सी, मैदान, धाकड़, अटैक, गंगुबाई कठियावाड़ी, आदि भी इस साल रिलीज़ हो सकती है। अगर, कोरोना ने फिर फन नहीं फैलाया तो बॉलीवुड के रुंआसे चेहरे पर हंसी खिल सकती है।