इस साल,
पहले लॉकडाउन के बाद, हिंदी बेल्ट में सिनेमाघर खुलने शुरू हुए थे तो
इनमे दर्शकों की वापसी के लिए दक्षिण के अल्लू अर्जुन, महेश बाबू
और जूनियर एनटीआर की हिंदी में डब फ़िल्में प्रदर्शित की गई थी। इन फिल्मों को
दर्शकों का सहयोग भी मिला था। मगर, दक्षिण की
फिल्मों को मिले दर्शक हिंदी फिल्मों को नहीं मिल सके। अलबत्ता, हिंदी बेल्ट
में अल्लू अर्जुन,
महेश बाबू,
जूनियर एनटीआर,
रामचरण,
आदि को लोकप्रियता ज़रूर मिल गई। वह खालिस मनोरंजक फिल्म दे सकने वाले
अभिनेता मान लिए गये।
डब फिल्मों से पहचान - वास्तविकता तो यह है कि दक्षिण के बड़े सितारे, बॉलीवुड के कई बड़े सितारों से काफी ज्यादा लोकप्रिय है। यह सितारे, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में तो लोकप्रिय हैं ही, हिंदी फिल्म दर्शक भी इन्हें जानता, पहचानता और पसंद करता है। यह सब संभव हुआ है उन टीवी चैनलों के कारण, जो दक्षिण की फ़िल्में हिंदी में डब कर प्रदर्शित करते रहे हैं। प्रभास की पहचान इन्ही हिंदी में डब दक्षिण की फिल्मों से बनी। रामचरण, एनटीआर जूनियर, ख़ास तौर पर अल्लू अर्जुन, सूर्या, दलपति विजय, महेश बाबू, आदि की पहचान इन डब फिल्मों से ही बनी।
बाहुबली से पहले डब फ़िल्में- बाहुबली सीरीज की दो फ़िल्में बॉक्स ऑफिस पर १००० करोड़ से ज्यादा का कारोबार कर चुकी हैं। प्रभास की फिल्म साहो ने तो तेलुगु से ज्यादा हिंदी में कारोबार किया। प्रभास की हिंदी बेल्ट में यह लोकप्रियता २०१५ से पहले हिंदी में डब कर प्रसारित की गई तेलुगु फिल्मों वर्षम, राघवेन्द्र, पौर्नामी, अदवी रामुडु, मुन्ना, योगी, बुज्जिगाडू, एक निरंजन, मिस्टर परफेक्ट, आदि के हिंदी डब संस्करणों के कारण मिली। इसी का नतीजा था कि जब १० जुलाई २०१५ को प्रभास की फिल्म बाहुबली द बिगिनिंग रिलीज़ हुई तो उनका चेहरा हिंदी दर्शकों के लिए अपरिचित नहीं था।
सलमान को वांटेड बनाने वाले महेश बाबू - महेश बाबू के एक फिल्म में हृथिक रोशन के रावण के खिलाफ रावण बनने की खबर है। वह हिंदी दर्शकों के सामने परदे पर राम बन कर जब आयेंगे तब आयेंगे। लेकिन, हिंदी दर्शकों के मन मस्तिष्क में उनका चेहरा उनकी हिंदी में डब तेलुगु फिल्मों बिजनेसमैन, तक्कारी डोंगा, बॉबी, निजाम, राजा कुमरुदु, सैनिकुदु, अदिति, खेलाजा, १: नेनोक्कादीने, दुकुडु. आगाडू, आदि से बन चुकी है। उनकी फिल्म पोकिरी को सलमान खान के लिए हिंदी में वांटेड के रूप में बनाया जा चुका है।
विजय देवराकोण्डा का लाइगर - तेलुगु स्टार विजय देवेराकोंडा की पहली हिंदी फिल्म लाइगर अभी रिलीज़ नहीं हुई है। लेकिन, दर्शकों को इस फिल्म की प्रतीक्षा है। वह उन्हें उनकी हिंदी में डब तेलुगु फिल्मों येवाड़े सुब्रमण्यम, गीता गोविन्दम, टैक्सीवाला, आदि देख कर काफी पहले से पहचानने लगा है। अब जबकि, उनकी अभिनीत फिल्म अर्जुन रेड्डी के हिंदी रीमेक कबीर सिंह ने शाहिद कपूर के करियर को पुनर्जीवित कर दिया है, विजय देवेराकोंडा पहचाने जाने लगे हैं।
हिंदी बेल्ट में लोकप्रिय जूनियर !- तेलुगु फिल्मों के एक अन्य सुपरस्टार जूनियर एनटीआर की पहली हिंदी फिल्म आर आर आर अभी रिलीज़ नहीं हुई है। लेकिन, हिंदी दर्शक उन्हें अच्छी तरह से पहचानता है। वह टेलीविज़न पर उनकी तेलुगु फिल्मों बादशाह, नाग, साम्बा, शक्ति, दम्बू, आदि, वृंदावनम, अल्लारी रामुडु, आदि के डब संस्करण देख चुका है। उनकी हिंदी बेल्ट में आम जन के बीच काफी लोकप्रियता है।
स्वस्थ मनोरंजन के अर्जुन- संभव है कि अगस्त में दक्षिण के एक अन्य लोकप्रिय अभिनेता अल्लू अर्जुन की पहली हिंदी फिल्म पुष्पा रिलीज़ हो जाए। हिंदी दर्शकों को पुष्पा का उतनी ही बेसब्री से इंतज़ार है, जितना कि अक्षय कुमार की फिल्म बेल बॉटम का। क्योंकि, अल्लू अर्जुन ने वेदम, परुगु, वरुदु, देसमुदुरु, जुलाई, बद्रीनाथ, आर्या १ और आर्या २ गंगोत्री, रेस गुर्रम, सन ऑफ़ सत्यमूर्ति, सर्रैनोडू, रुद्रमदेवी आदि फिल्मों के डब संस्करणों से खुद की स्वस्थ मनोरंजन करने वाले अभिनेता की पहचान बना ली है।
अखिल भारतीय लोकप्रियता ! - वास्तविकता तो यह है कि यदि यह कहा जाए कि दक्षिण के सितारे बॉलीवुड के सुपर सितारों से ज्यादा लोकप्रिय है तो यह बडबोलापन नहीं होगा। दक्षिण के अभिनेताओं की तेलूग, तमिल और कन्नड़ फ़िल्में हिंदी में डब कर रिलीज़ की जाती है। मनोरंजक फ़िल्में होने के कारण हिंदी दर्शक इन्हें देखता है और इन्हें मूल हिंदी फिल्म में देखने की अपेक्षा करता है। हिंदी के किसी सुपरस्टार को ऐसा विशेषाधिकार नहीं मिल सका है। क्योंकि यह सितारे किसी न किसी कारणों से हिंदी बेल्ट तक ही सीमित रह जाते हैं। इसी लिए हिंदी दर्शकों को अक्षय कुमार की बेल बॉटम, अतरंगी रे, आमिर खान की लाल सिंह चड्डा, शाहरुख़ खान की पठान, आदि की तरह अल्लू अर्जुन की पुष्पा, जूनियर एनटीआर की आर आर आर, यश की केजीएफ़ चैप्टर २, प्रभास की फिल्म राधे श्याम और विजय देवेराकोंडा की फिल्म लाइगर की प्रतीक्षा है।