सनी लियॉन की त्रासदी ही है कि उनकी फ़िल्में चाहे जिस शैली की हों, चर्चा सनी लियॉन शैली में ही होती है। २०१२ में फ़िल्म जिस्म २ से बॉलीवुड में अपने फ़िल्म कैरियर की शुरुआत करने वाली सनी लियॉन ने अभी तक अपनी पोर्नो इमेज से चर्चा पायी है. शूटआउट एट वडाला में उनके आइटम 'लैला' का जिक्र भी कामुकता उभरने वाले आइटम की तरह हुआ. कैजाद गुस्ताद की फ़िल्म में वह एक कॉन वुमन बनी थीं. फ़िल्म में उन्होंने बदन उघाड़ू पोशाकें पहनी थी, लेकिन ज़िक्र उनके कथित थ्रीसम बेड सीन की हुई. जबकि, यह सीन फ़िल्म में था ही नहीं। ज़ाहिर है कि इसका उद्देश्य भी सनी लियॉन की पोर्न अभिनेत्री वाली इमेज को भुनाना था. अब उनकी एकता कपूर के बैनर की फ़िल्म रागिनी एमएमएस २ रिलीज़ होने जा रही है तो फिर सनी लियॉन का पोर्नो अभिनेत्री वाला चेहरा उभारा जा रहा है.फ़िल्म के प्रचार की शुरुआत सनी लियॉन के महंगे अंतःवस्त्रों और उन्हें चुरा लिए जाने के जिक्र के साथ हुई. फिर यह प्रचारित किया गया कि रागिनी एमएमएस का ट्रेलर एडल्ट साइट्स पर जारी होगा। इसे यु ट्यूब पर रिलीज़ किया गया तो यह कह कर कि ट्रेलर बिना सेंसर वाले सनी लियॉन के गर्मागर्म सींस के साथ हैं। फिर यह बताया गया कि इस ट्रेलर को सोशल साइट्स पर ओनली फॉर एडल्ट्स के टैग के साथ रिलीज़ किया जा रहा है.सनी लियॉन पर फिल्मांकित बेबी डॉल गीत की हॉटनेस का भी जिक्र किया जा रहा है. रागिनी एम् एम् एस २ के ट्रेलर में सनी लियॉन के शावर बाथ को अल्फ्रेड हिच्कॉक की इंग्लिश फ़िल्म सायको जैसा बताया जा रहा है। यह भी कि इस सीन को शूट करने में ५ घंटे लगे और इस दौरान सनी को शॉवर
में ही रहना पड़ा। उल्लेखनीय सायको में नग्न नहा रही औरत की चाकू मार कर हत्या कर दी जाती है। बताया जा रहा है कि यह शॉवर सीन फ़िल्म सिटी में बाथ रूम सेट पर गरम पानी के साथ शूट
किया गया। सन्नी ने निर्देशक भूषण पटेल को रिक्वेस्ट कर कहा कि वे सेट को
बंद कर दे और मॉनिटर भी ढांप कर रखे तथा उस समय कैमरामैन के अलावा दूसरा कोई क्रू
मेंबर सेट पर मौजूद नहीं रहे। यह इंटिमेट सीन टेलीविज़न के कलाकार करण मेहता
के साथ हॉट वाटर शॉवर में शूट किया गया। ज़ाहिर है कि बालाजी मोशन पिचर्स के लिए रागिनी एमएमएस२ का हिट होना ज़रूरी है। पहली रागिनी एमएमएस में हॉरर भी था और गर्मागर्म उत्तेजक दृश्य भी। फ़िल्म इन दृश्यों के कारण बाद में चर्चित और हिट हुई. सनी लियॉन तो चर्चित ही अपनी नग्नता के लिए हैं. इसलिए उनकी फ़िल्म को उन्ही की शैली में प्रचारित करना फ़िल्म निर्माताओ की मज़बूरी भी है और ज़रुरत भी। बालाजी मोशन पिक्चर्स के सीईओ तनुज गर्ग कहते
है " यह शावर सीन इस फ़िल्म का काफी महत्वपूर्ण सीन है जो कि आगे घटने वाली घटनाओ आधार हो सकता है। यह सीन काफी सेक्सी और बहुत ही सुन्दर सीन है।''
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 26 February 2014
बॉलीवुड में असफल 'चिराग' (पासवान) अब राजनीति रोशन करेगा !
बिहार के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान को कल टीवी पर देखना अच्छा लगा. चिराग पासवान पहली बार राजनीतिक वार्ता करते दीख रहे थे. इससे पहले पत्रकार उन्हें बतौर फ़िल्म अभिनेता ही थोडा बहुत जानते पहचानते थे।
उन्होंने पहले हिंदी फिल्मों में अपने पैर जमाने की कोशिश की थी. २०११ में
कंगना रनौत के साथ फ़िल्म 'मिले न मिले हम' की भी. बुरी फ़िल्म नहीं थी.
चिराग भी बुरे एक्टर साबित नहीं होते थे. इस फ़िल्म के प्रीमियर में पिता रामविलास पासवान भी शामिल हुए थे. बहुत खुश दिखायी दे रहे थे. लेकिन, फ़िल्म का बहुत ख़राब प्रचार
किया गया. बॉलीवुड में बिना अग्रेस्सिव पब्लिसिटी के अच्छा नहीं बिकता.
अग्रेस्सिव पब्लिसिटी कचरे को भी सोने के भाव बेच डालती है. चिराग को बुरे
प्रचारकों के घटिया प्रचार का खामियाज़ा भुगतना पड़ा.बॉलीवुड में ऐसे बेईमान पीआर का बोलबाला है, जो पैसे ले लेने के बावज़ूद दिल से प्रचार नहीं करते। यह निर्माता की गैर जानकारी का फायदा उठाते हैं। ऐसा लगता है जैसे वह पहले ही जान लेते हैं कि यह फ़िल्म या एक्टर चलने वाला नहीं और वह अपना पैसा बटोर कर चम्पत हो लेते हैं. कदाचित अभिनेता चिराग पासवान को ऐसे ही प्रचारक मिले। नतीज़े के तौर पर फ़िल्म को अच्छा प्रचार नहीं मिली, नतीज़े के तौर पर फ़िल्म को दर्शक भी नहीं मिले. बेचारे चिराग बिना संघर्ष किये मुम्बई टू पटना वापस हो गए.
अब वह टीवी पर थे तो अपनी किसी फ़िल्म के प्रचार में नहीं, बल्कि अपने पिता के बीजेपी के साथ सम्भावित रंगरेलियों की खबरों को लेकर पत्रकारों से बात कर रहे थे. क्या फिल्मों में असफल साबित हो चुके चिराग पासवान अपने घाघ राजनीतिज्ञ पिता का पोलिटिकल कैरियर रिवाइव कर पाएंगे? क्या होगा यह तो अगले कुछ दिन बता देंगे. लेकिन, क्या ही अच्छा हो अगर चिराग खुद राजनीति में उतरें और अपने पिता का नाम रोशन करें. बॉलीवुड ने तो उन्हें दगा दी. लेकिन अक्खा इंडिया उन्हें ज़रूर परखेगा!
अब वह टीवी पर थे तो अपनी किसी फ़िल्म के प्रचार में नहीं, बल्कि अपने पिता के बीजेपी के साथ सम्भावित रंगरेलियों की खबरों को लेकर पत्रकारों से बात कर रहे थे. क्या फिल्मों में असफल साबित हो चुके चिराग पासवान अपने घाघ राजनीतिज्ञ पिता का पोलिटिकल कैरियर रिवाइव कर पाएंगे? क्या होगा यह तो अगले कुछ दिन बता देंगे. लेकिन, क्या ही अच्छा हो अगर चिराग खुद राजनीति में उतरें और अपने पिता का नाम रोशन करें. बॉलीवुड ने तो उन्हें दगा दी. लेकिन अक्खा इंडिया उन्हें ज़रूर परखेगा!
Tuesday 25 February 2014
श्रीलंका में सुलगेगा रणबीर-कटरीना रोमांस !
लगता है रणबीर कपूर अपनी फ़िल्म बॉम्बे वेलवेट के डायरेक्टर अनुराग कश्यप की सलाह पर कान देने लगे हैं। उल्लेखनीय है कि अनुराग कश्यप ने करण जौहर के शो कॉफी विथ करण में करण के पूछे जाने पर रणबीर कपूर को सलाह दी थी कि वह (रणबीर कपूर) अपने रिलेशन में गम्भीर बने. यह वही अनुराग थे जो तलाक़ रोमांस शादी और तलाक़ के लिए कुख्यात हैं. इसके बावज़ूद रणबीर ने अनुराग की बात दिल पर ले ली। पहले तो यह सुनाई पड़ा था कि रणबीर कपूर बॉम्बे वेलवेट के अपने डायरेक्टर से नाराज़ चल रहे हैं. लेकिन,अब जो कुछ हो रहा है उससे तो ऐसा लगता है कि रणबीर ने अनुराग की सलाह को गम्भीरता से लिया है। ठहरिये, इसका मतलब यह नहीं कि रणबीर कपूर बॉम्बे वेल्वेट की अपनी को-स्टार अनुष्का शर्मा से गर्मागर्म रोमांस की पींगे बढ़ा रहे हैं। क्योंकि, अनुष्का शर्मा तो अब पूरी तरह से क्रिकेटर विराट कोहली के छक्कों पर मर मिटी हैं। उनके गर्मागर्म रोमांस की खबरे एंटरटेनमेंट पेजेज को राख किये दे रही हैं.
दरअसल, अनुराग कश्यप की सलाह का पक्का असर यह हुआ है कि रणबीर कपूर ने जिस कैटरिना कैफ के साथ रोमांस की खबरों पर स्पेन के समुद्र के किनारे लाल सफ़ेद बिकनी पहने कटरीना के साथ टहलते हुए रंगीन फ़ोटो और खबरों के प्रकाशन के बाद पानी डालना शुरू कर दिया था. अब उन्हें फिर से भड़काना शुरू कर दिया है. इसके तहत अब कटरीना कैफ और रणबीर कपूर छुट्टियों का कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ रहे, जिसमे मिला जा सकता हो. कटरीना कैफ इस समय हृथिक रोशन के साथ फ़िल्म बैंग बैंग की शूटिंग में व्यस्त हैं.इसलिए जब भी एकाध दिनों का ब्रेक मिलता है रणबीर और कटरीना आपस में मिल लेते हैं । इधर हृथिक की बीमारी के कारण फ़िल्म की शूटिंग में रुकावट पैदा हुई है। सुना है कि इस फ़िल्म की शूटिंग तीन दिनों तक नहीं होगी। इसलिए, रणबीर कपूर ने अनुराग कश्यप को उनकी सलाह की दुहाई दे कर बॉम्बे वेलवेट की शूट से कुछ मौका देने की गुज़ारिश की है. दिलफेंक आशिक अनुराग कश्यप को भी इससे कोई ऐतराज़ नहीं। उन्होंने रणबीर कपूर को कटरीना कैफ के साथ श्रीलंका की हसीं वादियों में तीन दिन मस्त गुज़ारने की मोहलत दे दी है। देखें इसके बाद यह श्रीलंकाई रोमांस किस किस देश में जा जा कर सुलगता है।
दरअसल, अनुराग कश्यप की सलाह का पक्का असर यह हुआ है कि रणबीर कपूर ने जिस कैटरिना कैफ के साथ रोमांस की खबरों पर स्पेन के समुद्र के किनारे लाल सफ़ेद बिकनी पहने कटरीना के साथ टहलते हुए रंगीन फ़ोटो और खबरों के प्रकाशन के बाद पानी डालना शुरू कर दिया था. अब उन्हें फिर से भड़काना शुरू कर दिया है. इसके तहत अब कटरीना कैफ और रणबीर कपूर छुट्टियों का कोई ऐसा मौका नहीं छोड़ रहे, जिसमे मिला जा सकता हो. कटरीना कैफ इस समय हृथिक रोशन के साथ फ़िल्म बैंग बैंग की शूटिंग में व्यस्त हैं.इसलिए जब भी एकाध दिनों का ब्रेक मिलता है रणबीर और कटरीना आपस में मिल लेते हैं । इधर हृथिक की बीमारी के कारण फ़िल्म की शूटिंग में रुकावट पैदा हुई है। सुना है कि इस फ़िल्म की शूटिंग तीन दिनों तक नहीं होगी। इसलिए, रणबीर कपूर ने अनुराग कश्यप को उनकी सलाह की दुहाई दे कर बॉम्बे वेलवेट की शूट से कुछ मौका देने की गुज़ारिश की है. दिलफेंक आशिक अनुराग कश्यप को भी इससे कोई ऐतराज़ नहीं। उन्होंने रणबीर कपूर को कटरीना कैफ के साथ श्रीलंका की हसीं वादियों में तीन दिन मस्त गुज़ारने की मोहलत दे दी है। देखें इसके बाद यह श्रीलंकाई रोमांस किस किस देश में जा जा कर सुलगता है।
मुसीबत में सलमान खान और संजय दत्त !
बॉलीवुड के दो बड़े अभिनेता संजय दत्त और सलमान खान मुसीबत में पड़ते नज़र आ रहे हैं। दिलचस्प तथ्य यह है कि बांद्रा बॉय बचपन के सखा हैं और दोनों को ही अपने अपराधी इतिहास के कारण शोहरत हासिल है. आज बॉम्बे उच्च न्यायालय ने एक पेटिशन पर सुनवाई करते हुए जेल अधिकारीयों से अभिनेता संजय दत्त को १०५ दिनों से पैरोल पर छोड़ने के औचित्य के बारे में पूछा है. कोर्ट का मानना है कि अगर कोई अपराधी १०५ दिन तक जैल से बाहर रह सकता है तो किसी नियम अधिनियम की क्या ज़रुरत है. उल्लेखनीय है कि संजय दत्त अपनी पत्नी मान्यता दत्त की बीमारी को लेकर पिछले साल २१ दिसंबर से लगातार पैरोल पर जेल से बाहर हैं। इसी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी महाराष्ट्र सरकार से पूछताछ की है. फिलहाल २१ मार्च तक जैल से बाहर संजय दत्त को किसी भी विपरीत निर्णय के बाद वापस जेल जाकर सज़ा के साढ़े तीन साल गुज़ारने पड़ सकते हैं.
वहीँ मुम्बई के सेशन कोर्ट ने २००२ के मशहूर हिट एंड रन मामले में सलमान खान पर नए सिरे से सुनवाई करने के लिए २६ मार्च की तारिख तय की है. इस मामले में १७ गवाहों से जिरह की जानी है. अगर यह गवाह अपनी पूर्व की गवाही से मुकरे नहीं तो सलमान खान को कड़ी धारा ३०४(२) में १० साल तक की सज़ा हो सकती है। अभी तक सलमान खान पर आईपीसी की धारा ३०४(ए) के तहत सुनवाई हो रही थी.
बूगी वूगी पर चला माधुरी और जूही गैंग का जादू !
सोनी एंटरटेनमेंट का रियलिटी शो बूगी वूगी हास्य से भरपूर डांस शो है। इस शो में जाफरी बंधुओं जावेद और नावेद के साथ रवि बहल बच्चो के टैलेंट का ख़ुशी और मज़ाक से भरपूर इम्तिहान लेते रहते हैं. ऐसे शो में अगर किसी गैंग का जादू चल जाये तो इसे गुलाब गैंग का जादू ही कहेंगे। छोटे परदे इस जादू को बिखेरा ८० के दशक की ग्लैमर क्वीन माधुरी दीक्षित और जूही चावला ने। कभी बड़े परदे पर अपने ग्लैमर के ज़रिये दर्शकों का दिल जीतने की होड़ करने वाली इन अभिनेत्रियों में गुलाब गैंग का अनूठा नज़ारा पेश किया। अपनी फ़िल्म गुलाब गैंग के प्रचार के लिए बूगी वूगी के सेट पर पहुंची इन दोनों अभिनेत्रियों ने बाल प्रतिभागियों की नृत्य प्रतिभा का आनंद लिया, उन्हें सराहा और समझाया। फिर स्टेज पर पहुँच गयी गुलाब गैंग को प्रमोट करने। माधुरी दीक्षित ने दिल धक् धक् करने लगा पर नृत्य कर पुराने दिनों को ताज़ा कर दिया। तमाम प्रोढ़ हो चुके दिल जवान हो गए. प्रतिभागी मुमताज़ के हम आपके हैं कौन गीत पर नृत्य से माधुरी इतना खुश हुई कि उन्होंने उस पर अपने हाथ का फूल सलमान खान की अदा के साथ दे मारा. जूही चावला ने आर्यन के साथ ऐ मेरे हमसफ़र गीत पर लुभावना नृत्य पेश किया। अंत में जब दोनों अभिनेत्रिया दर्शकों से गुलाब गैंग ज़रूर देखने का वादा ले रही थीं तो कौन इंकार करता इन गुलाब गैंग की खूबसूरत हसीनाओं को !
पंजाबियत का प्रदर्शन करती फिल्मों का प्रदर्शन
पंजाबी ग्लोबल फाउंडेशन द्वारा आयोजित लघु फ़िल्म मेला 'पीजीएफ एक्सप्रेशन' का उद्देश्य मुम्बई में पंजाब की संस्कृति को प्रोत्साहित करना तथा विश्व सिनेमा में पंजाबियत के प्रभाव का चित्रण करना था. पीजीएफ एक्सप्रेशन इस उद्देश्य में सफल रहा था. इस मेले में पंजाबी संस्कृति के फिल्मों में प्रभाव को दर्शाने वाली हिंदी और पंजाबी भाषा की लघु फिल्मों का प्रदर्शन किया गया था. प्रदर्शित फिल्मों में श्रेष्ठतम पांच फिल्मों का चुनाव टी-सीरीज के डायरेक्टर अजय कपूर, अनिल शर्मा, एन चन्द्र, पंकज धीर और साइरस दस्तूर की जूरी द्वारा किया गया. इस फेस्टिवल में वापसी, नूरन, करामात,मोमबत्ती, डोर, सेल्समेन तथा रोमांसिंग तंबाकू एंड unfortunate जैसी फिल्मों का प्रदर्शन किया गया. फेस्टिवल में पहुंचे एन चंद्रा, नासिर खान, सुमीत टप्पू, एमी बिल्लीमोरिअ, एस के आहूजा, जतिन घई,मानसी प्रीतम, सुरभी प्रभु,गावीऐ चचल, एस पी आहूजा, कुंवर सिंह, आदि मौज़ूदगी ने साबित कर दिया कि फेस्टिवल अपने मक़सद में कामयाब रहा था.
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