बॉलीवूड
हमेशा से बदलते हुवे विभिन्न सामाजिक विषयो और मुद्दो पर अपनी फ़िल्म के
माध्यम से दिखाता रहा है अभिनेता रघुबीर यादव की नयी फिल्म मैनु एक लडकी चाहिये अपने कामेडी टायटल से जिज्ञासा बढाती है लेकिन फिल्म की कहानी समाज में बढ रहे एक झुठे रेप के चलन को दिखायेगी पिछले
दिनो फिल्म का संगीत लांच किया गया इस अवसर पर फिल्म के कलाकारो के साथ
ही नेता कृपाशंकर सिंह अभिनेता अमन वर्मा , अनुपम श्याम भी उपस्थित थे इस
शाम की सबसे खास बात अपनी गंभीर भुमिकाओ के लिये लोकप्रिय अभिनेता रघुबीर
यादव ने मंच पर ठुमके लगाये . दिल्ली के व्यवसायी मनोज बिंदल और संतोष बिंदल इस फिल्म के निर्माता है . फिल्म मे ममता शर्मा , रूप कुमार राठौड , मिका सिंह, जावेद अली और निखिल डी सुजा कें गाने है निर्देशक अभिषेक की फिल्म मेनू एक लड़की चाहिए के
निर्माता मनोज बिंदल और संतोष बिंदल है रघुबीर यादव के साथ फिल्म में ऋचा
सिन्हा , जाकिर हुसैन , यतिन कारेकर , राशी , पुरु छिब्बर प्रमुख भूमिका
निभा रहे है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday 13 August 2014
रघुबीर यादव ने कहा "मैनु एक लडकी चाहिये "
Labels:
हस्तियां
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Tuesday 12 August 2014
हॉलीवुड अभिनेता रोबिन विलियम्स ने आत्महत्या की
vR;f/kd
ruko us gkWyhoqM ds ,d vU; ,DVj dh tku ys yh A tcnZLr volkn ls xzLr vkWLdj iqjLdkj
fotsrk ,DVj jkWfcu fofy;El us vkRegR;k dj yh A ;g [kcj pkSadkus okyh gh ugha]
fnyksfnekx dks f>a>ksM+ nsus okyh Hkh gS A dbZ lky rd fujk'kk vkSj d’V
>syus ds ckn jkWfcu fofy;El gkj x;s A gkWyhoqM esa ,sls vfHkusrkvksa dh deh
ugha] tks vius n'kZdksa dks galk galk dj yksViksV dj ldrs Fks A gkWyhoqM us
,sls gkL; vfHkusrk Hkh fn;s gSa] tks ftl vklkuh ls galk ldrs Fks] mruh gh
f'kn~nr ls vka[kksa esa vkalw Hkh [khap yk ldrs Fks A jkWfcu fofy;El mUgha esa
ls ,d vfHkusrk ekus tkrs Fks A ftUgksaus 1978 dh fgV Vsyhfotu dkWesMh lhjht
ekWdZ ,aM feaMh ns[kh gS] og tkurs gSa fd jkWfcu fdruh LoHkkfodrk ls vius
n'kZdksa dks vUnj rd xqnxqnk nsrs Fks A bl lhfj;y esa mUgksaus ,d ,fy;u dh
Hkwfedk dh Fkh A ekWdZ ,aM feaMh esa vius Vsyhfotu n'kZdksa dks galkus okyk ;g
el[kjk 1987 esa fjyht fQYe xqM ekWfuZax fo,ruke esa fcYdqy vyx :i esa Fkk A bl
fQYe esa fo,ruke esa lSxksu esa vkEMZ QkslZst ds jsfM;k tkWdh dh Hkwfedk dh Fkh
A bl Hkwfedk ds fy, jkWfcu dks vkWLdj iqjLdkjksa dh Js’B vfHkusrk dh Js.kh esa
ukfer fd;k x;k A blds ckn mUgsa MsM iks,V~l lkslkbVh vkSj n fQ'kj fdax ds fy,
Hkh vkWLdj iqjLdkjksa esa csLV ,DVj ds fy, ukfer fd;k x;k A jkWfcu fofy;El dh
;g [kkfl;r Fkh fd og fdlh Hkh lhu dks vius lkeus ds ,DVj ls Nhu ldrs Fks A
fcYdqy ckWyhoqM ds ,DVj jktdqekj dh rjg A ,slk mUgksaus ,d ckj ugha dbZ ckj
fd;k A ysfdu] dbZ ckj og dkQh mnkj Hkh gks tkrs Fks A [kkl rkSj ij tc muds
lkeus dksbZ uoksfnr vfHkusrk gksrk Fkk ;k og mlds xkWM Qknj gqvk djrs Fks A MsM
iks,V~l lkslkbVh ds bZFku gkWd vkSj xqM foy gafVax ds eSV Mseu bls mnkgj.k gS]
ftUgsa bu fQYeska esa fofy;El ls T;knk izHkko'kkyh ekuk x;k A vc ;g ckr nhxj gS
fd blds ckotwn xqM foy gafVax ds fy, jkWfcu fofy;El dks csLV liksfVZax ,DVj dk
vokMZ feyk A jkWfcu dh gjQuekSyk vfHku; {kerk dk vUnktk 2002 esa fjyht fQYe ou
vkWoj QksVks vkSj fdzLVksQj uksyku dh bulksefu;k ds eqLdqjkrs [kyuk;dksa lsewj
isfj'k vkSj okYVj fQap dh dzwj gjdrksa ls yxk;k tk ldrk gS] ftUgsa insZ ij
jkWfcu us [ksyk A blls myV og fQYe felst MkmVQk;j esa iq:’k efgyk os’k esa vk]
tk jgs Fks A og igys gkWyhoqM vfHkusrk Fks] ftUgksaus ,fues'ku fQYe vyknhu ds
ftuh dks vkokt nh A mez c<+us ds lkFk jkWfcu fofy;El dks vlQy Hkwfedkvksa ls
Hkh nks pkj gksuk iM+k A CySd dkWesMh fQYe eSu vkWQ n bZ;j ds vykok n cVyj esa
vesfjdh jk’V~zifr vkbtugksoj vkSj ukbV ,V n E;wft;e esa ew[kZ VsMh :tosYV dh
Hkwfedk, bldk izek.k gSa A jkWfcu fofy;El us cs/kjksa ds fy, Ogwih xksYMcxZ
vkSj fcyh fdzLVy ds lkFk dkWfed fjyhQ bad ds fy, dke fd;k A fFk;sVj esa jkWfcu
fofy;El ds lkFk osfVax QkWj xksMkWV dj pqds LVho ekfVZu us V~ohV fd;k] **eSa ,d
bZekunkj] izfrf’Br] egku ,DVj vkSj vius tksM+hnkj dks [kks dj LrC/k gwa A**
frjlB lky ds jkWfcu fofy;El dh izeq[k fQYeks esa n oYMZ vdkfMZax Vq xkiZ] xqM
ekWfuZax fo,ruke] MsM iks,V~l lkslkbVh] vosdfuaXl] n fQ'kj fdax] xqM foy
gafVax] ikWis;] gqd] felst MkmVQk;j] tqekuth] n cMZdst] gSIih QhV] vkfn
mYys[kuh; Fkh A mUgsa vkWLdlZ dh csLV ,DVj dh Js.kh esa rhu ckj ukfer fd;k x;k
A xqM foy gafVax ds fy, lg vfHkusrk dk vkWLdj thrs A mUgsa nks ,eh vokMZ~l] pkj
xksYMsu Xyksc vokMZ~l] nks Ldzhu ,DVlZ vokMZ~l vkSj ikap xzseh vokMZ~l feys A
Labels:
Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday 9 August 2014
मैरी कॉम के आसमान से गिरकर खूबसूरत खजूर से लटकी परिणीति की दावत-ए -इश्क़ !
रक्षा बंधन की पूर्व संध्या बॉलीवुड की दो बहनों के लिए बढ़िया खबर ले कर आयी. यह दो बहनें है प्रियंका चोपड़ा और उनकी कजिन परिणीति चोपड़ा। इन दोनों बहनों की दो फ़िल्में प्रियंका चोपड़ा की फिल्म मैरी कॉम और परिणीति चोपड़ा की फिल्म दावत-इ-इश्क़ की रिलीज़ की तरीक ५ सितम्बर तय थी. दो बहनों का यह मुक़ाबला दिलचस्प ज़रूर था, लेकिन एक बहन के लिहाज़ से नुकसानदेह भी था. प्रियंका चोपड़ा की फिल्म मैरी कॉम मशहूर महिला बॉक्सर मैरी कॉम के जीवन संघर्ष पर फिल्म है। जबकि, दावत-इ-इश्क़ लखनऊ के लडके और हैदराबाद की लड़की की रोमांस गाथा है। हालाँकि, इन दोनों फिल्मों का जेनर भिन्न था, इसके बावजूद दो एक्टर बहनों की फिल्म होने के कारण दोनों फ़िल्में आमने सामने थीं। यह फ़िल्में संजयलीला भंसाली और आदित्य चोपड़ा जैसे बड़े निर्माताओं की फ़िल्में थीं। इसलिए, इनका टकराव हाई प्रोफाइल हो गया था। अलबत्ता, बॉक्स ऑफिस की दौड़ में आगे दिखायी पड़ रही थी प्रियंका चोपड़ा की फिल्म मैरी कॉम। इसे देखते हुए आदित्य चोपड़ा और उनके बैनर यशराज फिल्म्स ने दावत-इ-इश्क़ की रिलीज़ की तारीख दो हफ्ता पीछे खिसकाते हुए १९ सितम्बर कर दोनों ही बहनों को राखी का उपहार दे दिया। ऐसा इस लिए भी संभव हुआ कि यशराज फिल्म्स के प्रियंका चोपड़ा से अच्छे सम्बन्ध है. अभी ही प्रियंका चोपड़ा ने इस बैनर की फिल्म गुंडे में रणवीर सिंह और अर्जुन कपूर की नायिका बन कर बड़ा स्वरुप दे दिया था।
हालाँकि, दावत-इ-इश्क़ की तारीख पीछे खिसक गयी है। लेकिन, फिलहाल इससे भी बड़े टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। आज की तारिख में १९ सितम्बर को ३ ए एम, बलविंदर सिंह फेमस हो गया, इक्कीस तोपों की सलामी, रोर, तमंचे और अग्ली रिलीज़ हो रही हैं. लेकिन, दावत-ए-इश्क़ के लिए बड़ी चुनौती है सोनम कपूर और पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म खूबसूरत। निर्देशक शशांक घोष की खूसूरत के निर्माता वाल्ट डिस्नी स्टूडियो और अनिल कपूर हैं। अनिल कपूर और आदित्य चोपड़ा के सम्बन्ध काफी पुराने है। इस तरह से अब परिणीति चोपड़ा आसमान से गिर कर खजूर में लटक गयी प्रतीत होती हैं. उन्हें सोनम कपूर की फिल्म ख़ूबसूरत से मुक़ाबला करना ही है,फिलहाल क्राइम रोमांस फिल्म तमंचे की ऋचा चड्ढा, निर्देशक अनुराग कश्यप की सस्पेंस थ्रिलर फिल्म अग्ली तथा शान और मीका की मुख्य भूमिका वाली म्यूजिकल कॉमेडी फिल्म बलविंदर सिंह फेमस हो गया से भी मुक़ाबला करना है। यानि कि परिणीति चोपड़ा की दावत-ए -इश्क़ का मज़ा सोनम की खूबसूरत भी किरकिरा कर सकती है और अनुराग की अग्ली भी। आज मशहूर गायक मीका सिंह का बलविंदर सिंह भी इस दावत को फीका बना सकता है।
हालाँकि, दावत-इ-इश्क़ की तारीख पीछे खिसक गयी है। लेकिन, फिलहाल इससे भी बड़े टकराव की स्थिति पैदा हो रही है। आज की तारिख में १९ सितम्बर को ३ ए एम, बलविंदर सिंह फेमस हो गया, इक्कीस तोपों की सलामी, रोर, तमंचे और अग्ली रिलीज़ हो रही हैं. लेकिन, दावत-ए-इश्क़ के लिए बड़ी चुनौती है सोनम कपूर और पाकिस्तानी एक्टर फवाद खान की फिल्म खूबसूरत। निर्देशक शशांक घोष की खूसूरत के निर्माता वाल्ट डिस्नी स्टूडियो और अनिल कपूर हैं। अनिल कपूर और आदित्य चोपड़ा के सम्बन्ध काफी पुराने है। इस तरह से अब परिणीति चोपड़ा आसमान से गिर कर खजूर में लटक गयी प्रतीत होती हैं. उन्हें सोनम कपूर की फिल्म ख़ूबसूरत से मुक़ाबला करना ही है,फिलहाल क्राइम रोमांस फिल्म तमंचे की ऋचा चड्ढा, निर्देशक अनुराग कश्यप की सस्पेंस थ्रिलर फिल्म अग्ली तथा शान और मीका की मुख्य भूमिका वाली म्यूजिकल कॉमेडी फिल्म बलविंदर सिंह फेमस हो गया से भी मुक़ाबला करना है। यानि कि परिणीति चोपड़ा की दावत-ए -इश्क़ का मज़ा सोनम की खूबसूरत भी किरकिरा कर सकती है और अनुराग की अग्ली भी। आज मशहूर गायक मीका सिंह का बलविंदर सिंह भी इस दावत को फीका बना सकता है।
Labels:
फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Friday 8 August 2014
"समझावाँ गीत की मिठास" – तोशी - शारिब
आज कल एक
रोमांटिक गाना "समझावाँ " हर किसी की जुबान पर है. क्या आप
जानते हैं कि फिल्म "हम्प्टी शर्मा की दुल्हनियाँ" के इस गीत के मधुर
संगीत को किस संगीतकार ने तैयार किया है.जी हाँ इस गीत को संगीत बद्ध किया है आज के
युवा संगीतकार जोड़ी तोशी - शारिब ने,ये दोनों भाई जितना अच्छा संगीत तैयार
करते हैं उतनी ही दिल को छू लेने वाली आवाज़ है इनकी। दोनों ने ही ने संगीत के कुछ रियल्टी शो में भाग लिया। अमूल स्टार वॉयस ऑफ़ इंडिया में सर्वश्रेष्ठ चार में रहने वाले तोशी
ने उस्तादों के उस्ताद , जो जीता वही सुपर स्टार और म्यूजिक का महा मुकाबला में तो हिस्सा लिया ही साथ ही अपने भाई शारिब के साथ सा रे गा मा पा २००५ में भी हिस्सा लिया और फाइनल तक पंहुचे।
इसी तरह शारिब जो कि
तोशी के बड़े भाई हैं बेहतरीन गायक हैं। शारिब ने एन डी टी वी के रियल्टी शो 'जूनून - कुछ कर
दिखायेंगे ' और स्टार प्लस के शो 'म्यूजिक का मुकाबला' में भी हिस्सा लिया था. संगीत के जूनून की वजह से दोनों ही भाइयों ने
अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी और उन्हें मौका मिला सन २००८ - ९ में फिल्म "राज़ - द मिस्ट्री कन्टीन्यूस " में अपनी संगीत
प्रतिभा दिखाने का, तो उन्होंने श्रोताओं को गीत 'माही' की धुनों पर झूमने पर
मजबूर कर दिया ।
२००९ में ही आयी दो
फ़िल्में जश्न और जेल में दोनों ही फिल्मों में सभी गीतों में इन्होने संगीत दिया जबकि पहली
फिल्म में सिर्फ एक गीत में संगीत दिया था. २०१० में फिल्म 'फिर' २०११ में 'लंका' और फिर २०११ में घोस्ट में बेहतऱीन संगीत दिया। सन २०१३ में आयी अभिनेता धर्मेन्द्र, सनी देओल और बॉबी की तिकड़ी की फिल्म
" यमला पगला दीवाना -२ " इस फिल्म में भी इनका ही संगीत था। २०१३ का हिट
गीत "कभी जो बादल बरसे " (जैक पॉट ) और अब २०१४ का सबसे हिट गीत "समझावाँ" इस गीत की सफलता ने तो इन दोनों को उस मुकाम पर पंहुचा दिया है जिसे आगे बस कामयाबी ही
कामयाबी है. इसी फिल्म का गीत " सैटर डे - सैटर डे " भी आज हर पार्टी की जान बना हुआ है.
बतौर संगीतकार तो
तोशी शारिब सफल हो ही रहे हैं इसके साथ - साथ गायक के रूप में श्रोता इन्हें पसंद
करते हैं। तोशी के गाये हुए मुख्य गीत हैं --- जागे हैं बाद मुद्द्त के (
समर - २००७ ) नथनी उतारो ( हॉर्न ओके प्लीज ) माही ( राज़ - द मिस्ट्री
कन्टीन्यूस ) ऐश कर ले इश्क़ का है (जश्न ) वक्त की धूप ( किसान ) वादा रहा ( वादा
रहा ) सैयां वे (जेल ) सेहरी ( ओय ) कान्हा तुम्हारी (वीर ) अल्लाह रे मौला रे (
बोंधु एसो ) सतरंगी साथिया , माही वे , हम तो हो चले दीवाने (फिर ) ओम शांति (ओम शांति ) लम्बी जुदाई
(जन्नत ) तू ही तू (लंका ) जलवानुमा (घोस्ट ) थेडी वेरुवेन (तमिल फिल्म -- काढल २ कल्याणम
) कलमा (विल यू मेरी मी ) साडी दारू डा पानी ( यमला पगला दीवाना - २ ) चिकडंगा
(वार्निंग )
शारिब
के मुख्य गीत हैं --- जागे हैं बाद मुद्दत के (समर - २००७ ) माही रॉक विध मी ( राज़ - द मिस्ट्री कन्टीन्यूस ) सैयां वे ( जेल ) ओरु ठुली विषमई (
तमिल फिल्म -अमीरिन आधी भगवन ) .
फ़िल्मी गीतों के
अलावा इनका २०१३ में " फ्रेंच किस " नामक एलबम भी आया था। टाइम्स म्यूजिक द्वारा रिलीज़ हुआ इस एलबम ने
काफी सफलता भी हासिल की थी दोनों के मुताबिक़ यह गाना उन्होंने अपने अंतराष्ट्रीय
दर्शकों को ध्यान में रख कर बनाया था जिसमें वह सफ़ल रहे.
तोशी और शारिब के ऊपर
इनके पिता का पूरा प्रभाव है क्योंकि इनके पिता भी शास्त्रीय संगीत
के गायक थे. दोनों में ही गज़ब की संगीत की प्रतिभा है जहाँ तोशी की रूचि संगीत में
है वही दूसरी ओर उनके भाई शारिब का रुझान गीत - संगीत में तो है ही साथ में वो ऐडवेंचर स्पोर्ट्स के रियल्टी शो खतरों के खिलाड़ी में भी भाग लेने की इच्छा रखते हैं.
Labels:
गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
हरफनमौला राहुल अब बड़े परदे पर
अभिनय व फिल्म जगत के हर फ़न में माहिर छोटे परदे के चर्चित अभिनेता राहुल सिंह ने अब बड़े परदे पर
कदम बढ़ा दिया है। जल्द ही उनकी पहली फिल्म सेटिंगबाज़ दर्शको के समक्ष
होगी। मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के निवासी राहुल को अभिनय का शौक
बचपन से ही लग गया था। पर्व त्योहारो खासकर स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित
किये जाने वाले नाटक में उन्हें भारत माता का रोल दिया जाता था। अपने
स्कूली दिनों में ही राहुल ने झारखण्ड नाट्य संस्था से जुड़ कर सैकड़ो शो
बिहार और झारखण्ड में किया। यही नहीं जब वे दसवी में पढ़ते थे तभी ही एक
फिल्म का निर्माण किया। एक गाँव नाम की सराहना से उत्साहित राहुल ने मुंबई
की राह पकड़ी और एक नाट्य ग्रुप संघर्ष के साथ जुड़ कर हजारो नुक्कड़ नाटको
का मंचन किया . उस दौरान वे बतौर सहायक निर्देशक स्टार प्लस के कई
धारावाहिको में निर्देशन का हाथ आजमाया। दूरदर्शन के एक धारावाहिक
कल्पना से राहुल ने छोटे परदे पर अभिनय की शुरुवात की। इस धारावाहिक के
बाद राहुल ने पीछे मुद कर नहीं देखा और दूरदर्शन के कई धारावाहिको के साथ
साथ स्टार प्लस के धारावाहिक रुक जाना नहीं में भी राहुल ने महत्वपूर्ण
भूमिका निभायी। भोजपुरी के पहले मनोरंजन चैनल महुआ के रियलिटी शो लाफ्टर
एक्सप्रेस के प्रथम सीजन के राहुल विजेता भी बने और महुआ टीवी के कई
धारावाहिको में मुख्य किरदार के रूप में नज़र आये। वर्तमान में ज़ी पुरवैया
के रियलिटी शो गजब है में वो बतौर एंकर नज़र आ रहे हैं। छोटे परदे पर अपने
हुनर का जादू बिखेरने के साथ अब राहुल ने बड़े परदे पर भी कदम बढ़ा दिया है।
उनकी बतौर हीरो पहली फिल्म सितम्बर में रिलीज़ हो रही है। राहुल के अनुसार
, छोटे परदे पर उनका काम बदस्तूर जारी रहेगा लेकिन अच्छी फिल्मो का हिस्सा
वो बनना पसंद करेंगे। सेटिंगबाज़ में उनके साथ अपूर्वा बिट मुख्य भूमिका
में हैं।
Labels:
भोजपुरी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
फिल्म तेवर के लेटस सेलेब्रेट गीत से सोनाक्षी का सिंगिंग डेब्यू
श्रद्धा कपूर और अलिया भट्ट के बाद अब सोनाक्षी सिन्हा भी अपना हाथ सिंगिंग में
आजमा रही है। सूत्रों की माने तो अर्जुन कपूर और सोनाक्षी अभिनीत फिल्म
तेवर के लिए सोनाक्षी ने एक सॉन्ग रिकॉर्ड किया है। सोनाक्षी
सिन्हा ने पंजाबी सिंगर इमरान खान के साथ यह गाना गाया है। इमरान ने बेवफा और
एम्प्लीफायर जैसे हिट गाने दिए है।लेटस सेलेब्रेट इस गाने में सोनाक्षी
सिंगिंग के साथ परफॉर्म भी करेंगी। उम्मीद की जा रही है कि लेटस सेलेब्रेट गीत इस साल का पार्टी एंथम सॉन्ग होगा। दरअसल,
एम्प्लीफायर फेम इंटरनेशनल रैपर इमरान खान चाहते थे कि लेटस सेलेब्रेट
लाइन सोनाक्षी ही गाये। काफी समझाने के बाद सोनाक्षी यह सॉन्ग गाने के लिए
मान गयी। इस प्रकार से इस गीत से सोनाक्षी सिंगिंग में डेब्यू हो गया। अर्जुन
कपूर और सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत ,संजय कपूर निर्मित फिल्म तेवर इस साल ५
दिसम्बर २०१४ को सभी सिनेमा घरो में प्रदर्शित होगी इस फिल्म से एड फिल्म
मेकर अमित शर्मा बतौर निर्देशक डेब्यू कर रहे है।
Labels:
गीत संगीत
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अंजना सिंह का सरप्राइज़ बर्थडे पार्टी में थिरके सितारे
भोजपुरी
फिल्मो की हॉट केक कही जाने वाली अभिनेत्री अंजना सिंह के जन्मदिन को
अभिनेता यश मिश्रा ने यादगार बना दिया। शूटिंग में व्यस्तता के कारण अंजना
सिंह ने इस साल अपने जन्मदिन पर पार्टी ना देने का फैसला किया था ,
लेकिन उनके भोजपुरी के एक्शन स्टार यश मिश्रा ने अँधेरी के पब एस्केप पर एक
भव्य पार्टी आयोजित किया जिसकी जानकारी अंजना सिंह को नहीं थी। यश ने
भोजपुरी फिल्म जगत के तमाम लोगो को आमत्रित किया और उनसे आमंत्रण और
पार्टी की बात अंजना सिंह से ना बताने का भी निवेदन भी किया। रात दस बजे
अंजना जब यश के साथ एस्केप आयी तो उनके ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा। सदाबहार
सुपर स्टार रविकिशन ने शेम्पन की बोतल खोल कर और भोजपुरी और हिंदी गानो पर
थिरक कर माहोल को खुशगवार बना दिया। इनमे उनका साथ दिया भोजपुरी के युथ
बिग्रेड प्रवेश लाल , आदित्य ओझा , प्रदीप पांडे चिंटू, गौरव झा
, अभिनेत्री स्मृति सिन्हा , पायल सेठ, फरीन खलनायक अवधेश मिश्रा , अयाज़
खान , बालेश्वर सिंह , निर्माता वरदान आस्ता , विकास सिंह , अरुण सिंह ,
डांस डायरेक्टर रिक्की गुप्ता ने। इस मौके पर अंजना को बधाई देने वालो
में फिल्म निर्माता शंकर रोहिड़ा , अविनाश रोहिड़ा निर्देशक सतीश जैन ,
राजकुमार आर पांडे , विशाल वर्मा , बॉबी सिंह , पराग पाटिल , सनोज मिश्रा ,
फिल्म प्रचारक उदय भगत , रंजन सिन्हा , रामचन्द्र सहित भोजपुरी फिल्म
जगत के गणमान्य लोग मौजूद थे।
Labels:
भोजपुरी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Subscribe to:
Posts (Atom)