ऋतिक रोशन परफेक्शन के मामले में किसी दूसरे अभिनेता से पीछे नहीं। वह अपनी हर फिल्म के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, लुक पर भी काफी ध्यान देते है। कहने का मतलब यह कि ऋतिक रोशन अपने किरदार को कभी हलके में नहीं लेते । आशुतोष गोवारिकर की फिल्म मोहनजोदाड़ो
में वह एक वीर योद्धा बने है। फिल्म में हू-ब -हू योद्धा नजर आने लिए वह अब नए प्रकार की
फिटनेस ट्रेनिंग कर रहे है । ऋतिक सामान्य तौर पर शाम को अपना वर्क आउट किया
करते थे । लेकिन अब वह सुबह सुबह वर्क आउट कर रहे है । इसके साथ ही उन्होंने वर्क आउट
में कुछ बदलाव भी किये है । पहले ऋतिक हाई प्रोटीन डाइट
में लिया करते थे, लेकिन अब वे ज्यादातर वेजिटेबलस सेवन कर है । इसके बावजूद, ऋतिक रोशन इधर खासे शर्मिंदा हैं। बैंग बैंग को मिली ज़बरदस्त सफलता के बाद ऋतिक रोशन बॉलीवुड के हॉटेस्ट मेन बन गए है । इस फिल्म के बाद ऋतिक की फीमेल फैंस तादाद में गज़ब इज़ाफ़ा हुआ है । आजकल ऋतिक रोशन के ईमेल बॉक्स फीमेल फैंस के लव मेल से भरे रहते है । कई फीमेल फैंस ने तो प्रोपोज़ करना भी शुरू का दिया है, क्योंकि सुज़ैन से अलगाव होने के बाद जवान लड़कियों की उम्मीदें उनसे कुछ ज़्यादा बढ़ गयी हैं । फीमेल फैंस के खतों की बाढ़ से ऋतिक खुश तो बहुत हैं । लेकिन, शर्मिंदा भी बहुत महसूस कर रहे हैं। ऋतिक को समझ में नहीं आ रहा कि वह किस किस मेल के क्या जवाब दे । जो मेल उनके काम की तारीफ करने वाले है तो ऋतिक को उनका जवाब देने में उन्हें कोई संकोच नहीं। लेकिन, प्यार का इजहार करने वाली महिला प्रशंसकों की इ- चिठ्ठियों को वह क्या जवाब दें । यही है ऋतिक रोशन की शर्मिंदगी की वजह ।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Sunday 19 October 2014
क्या है ऋतिक रोशन की शर्मिंदगी की वजह !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
कभी यह 'सुपर' नाना और 'नानी' जवान थे
इंद्रकुमार की फिल्म 'सुपर नानी' नानी बनी रेखा और उनके नाती शरमन जोशी के संबधों पर केंद्रित है । लेकिन, इन दोनों से जुड़े कुछ दूसरे करैक्टर भी हैं । शरमन की लव बर्ड बनीं श्वेता कुमार ख़ास हैं तो रणबीर कपूर के पप्पा रणधीर कपूर भी खासम-ख़ास है । जब रणधीर से सुपर नानी रेखा के सामने उनकी भूमिका के बारे में पूछा गया तो रणधीर कपूर का मज़ाकिया जवाब था, "वह सुपर नानी हैं तो मैं सुपर नाना हूँ ।" फिर वह गंभीर हो कर बोले, "मैं और रेखा बहुत अच्छे दोस्त हैं । फिल्म में मेरी जोड़ी रेखा के साथ है । वैसे हम लोगों ने अब तक २७ फिल्मों में अभिनय किया है ।" १९७० में फिल्म सावन भादो से हिंदी फिल्मों में कदम रखने वाली रेखा की रणधीर कपूर के साथ बतौर नायिका पहली फिल्म रामपुर का लक्ष्मण सुपर हिट हुई थी। इस सफलता के बाद इन दोनों ने दफा ३०२, धरम करम, खलीफा, आज का महात्मा, राम भरोसे, कच्चा चोर, आखिरी डाकू, कस्मे वादे, खज़ाना, मदर और सेंसर जैसी फिल्मों में काम किया। इन दोनों कलाकारों का अभिनय का अपना अंदाज़ था। रेखा उस समय खुद को सेक्स बम के बतौर साबित कर रही थीं। रणधीर कपूर को उछल-कूद वाली खिलंदड़ी भूमिकाएं रास आ रही थीं। इसीलिए, यह जोड़ी इतनी ज़्यादा बार एक साथ दिखीं। इन दोनों की एक साथ की कुछ फ़िल्में सफल हुईं, तो कुछ बिलकुल असफल। २००१ में रिलीज़ देवानंद की फिल्म सेंसर के १४ साल बाद यह दोनों फिर एक साथ हैं. रेखा ने अभी १० अक्टूबर को साठोत्तरी पर कदम रखा है। रणधीर कपूर अगले साल १५ फरवरी को ६८वें साल में कदम रखेंगे। रणधीर कपूर निजी जीवन में नाना बन चुके हैं। रेखा ने शादी ही नहीं की, अन्यथा शायद वह भी नानी बन गयी होतीं। तो इन दोनों के प्रशंसक दर्शकों को परदे पर इस सुपर नाना-नानी को देखते हुए, उनकी जवानी के दिन तो याद आएंगे ही।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Saturday 18 October 2014
अगले दो साल तक सलमान खान मनाएंगे ईद
सलमान खान को ईद से बना खान कहना ज़्यादा ठीक होगा। उनकी कुछ पिछली ब्लॉकबस्टर फ़िल्में - वांटेड, बॉडीगार्ड, दबंग और किक ईद वीकेंड में ही रिलीज़ हुई थीं। इसी साल रिलीज़ फिल्म किक तो सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गयी है। यही कारण है कि जब भी कोई फिल्म निर्माता सलमान को लेकर फ़िल्में बनाता है, उनके साथ ईद मनाने की सोचने लगता है। इस सोच से यशराज फिल्म्स जैसा प्रतिष्ठित बैनर भी अलग नहीं। यशराज फिल्म्स सलमान खान के साथ एक फिल्म सुलतान बनाने जा रहा है। इस फिल्म का निर्देशन अली अब्बास ज़फर करेंगे। इस फिल्म में सलमान खान की जोड़ी पहली बार दीपिका पादुकोण के साथ बन सकती है। वैसे अभी यह अनुमान ही हैं। क्योंकि, दीपिका पादुकोण के द्वारा साजिद नाडियाडवाला के अनुरोध के बावजूद फिल्म 'किक' में आइटम नंबर करने से इंकार कर देने के कारण सलमान खान के दीपिका से नाराज़ होने की खबरें आ रही थीं। यशराज फिल्म्स सुल्तान को ईद २०१६ में रिलीज़ करने जा रहा है। लेकिन, इससे पहले एक दूसरी फिल्म ईद २०१५ में रिलीज़ हो जाएगी। यह फिल्म है कबीर 'एक था टाइगर' खान की फिल्म बजरंगी भाईजान। इस फिल्म में सलमान खान के बजरंगी भाईजान की जान करीना कपूर हैं।
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
क्या शाहरुख़ हैप्पी नहीं हैं इस बार 'न्यू ईयर' से !
कुछ समय पहले अख़बारों की सुर्खियां थी कि हॉलीवुड का सुपर स्टार ब्रैड पिट बॉलीवुड के सुपर स्टार शाहरुख़ खान से भयभीत है। देश के अख़बारों में यह पीआर सुर्खियां इस लिए ख़ास बनीं कि अभिनेता ब्रैड पिट की वॉर ड्रामा फिल्म फ्यूरी की रिलीज़ हैप्पी न्यू ईयर के सामने से हटा दी गयी थी । हालाँकि, यह खबर इसलिए मायने नहीं रखती, क्योंकि हॉलीवुड की फिल्मों की वर्ल्डवाइड रिलीज़ की तारिख काफी पहले तय कर दी गयी होती है। इन्हे रिलीज़ का समय भी हिंदी फिल्मों की रिलीज़ को देख कर तय नहीं किया जाता। अन्यथा, बेन अफ्लेक की फिल्म गॉन गर्ल २४ अक्टूबर को रिलीज़ नहीं हो रही होती। वैसे अपने सुपर स्टार को मॉरल बूस्ट देने के लिहाज़ से यह किया जाना ठीक भी था। परन्तु, न जाने क्यों शाहरुख़ खान थोड़ा असुरक्षित नज़र आ रहे हैं। उनकी फिल्म के साथ रेखा की फिल्म सुपर नानी तथा रणदीप हुडा और नंदना सेन की लम्बे समय से रुकी फिल्म रंग रसिया रिलीज़ हो रही थी। परन्तु इन दोनों फिल्मों की रिलीज़ की तारीखें बदल दी गयीं। इसे काफी उछाला गया, हालाँकि इसकी ज़रुरत नहीं थी । रेखा में वह बात नहीं रही कि उनकी फिल्म खान की फिल्म के लिए चुनौती साबित हो सकें। रंग रसिया की रिलीज़ तो वैसे भी एक दो सालों से लगातार टलती चली आ रही है। एक बार और सही। खान की असुरक्षा का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वह हर चैनल पर अपनी फिल्म की पूरी बरात गाजे बाजे के साथ ले ही जाते हैं, एक शो भी बना डाला है। दरअसल, शाहरुख़ खान के सामने चुनौतियाँ ही चुनौतियाँ हैं। दूसरे खानों की फिल्मों का बॉक्स ऑफिस परफॉरमेंस उनकी फिल्म के लिए चुनौती बना हुआ है। उन्हें श्रेष्ठतम पहला दिन बनाने, वीकेंड बनाने और पूरा वीक श्रेष्ठतम करने की चुनौती है। अभी तक उनकी कोई फिल्म ऐसा कर पाने में सफल नहीं हुई है। ऋतिक रोशन की पिछली बार दिवाली पर रिलीज़ फिल्म कृष ३ उनके सामने बड़ी चुनौती है। उस पर कोढ़ पर खाज का काम किया है २ अक्टूबर को रिलीज़ ऋतिक की फिल्म बैंग बैंग के कलेक्शन के आंकड़ों ने। कभी बॉक्स ऑफिस के बादशाह के खिताब से मशहूर शाहरुख़ खान को इन सभी चुनौतियों का जवाब देना है। यही कारण है कि शाहरुख़ खान ब्रैड पिट की फिल्म की रिलीज़ टलने पर जीत का जश्न मनाते हैं और सुपर नानी और रंग रसिया के हट जाने पर चैन की सांस लेते हैं।
शाहरुख़ खान हैप्पी न्यू ईयर को पहले दिवाली के दिन २३ अक्टूबर को रिलीज़ करना चाहते थे। इरादा फिल्म को हिन्दुओं के पवित्र दिन के प्रति अपना आदर भाव व्यक्त करना भी था। मगर, शाहरुख़ खान को दिवाली के दिन फिल्म रिलीज़ करने के नुक्सान गिनाये गए। इस दिन बड़ी आबादी घरों की सफाई, पूजा, आदि में व्यस्त होती है। कलेक्शन पर प्रभाव पड़ सकता पड़ सकता है। शाहरुख़ खान इस नुक्सान को झेल नहीं सकते थे। क्योंकि, उनके सामने सलमान खान और आमिर खान के पहले दिन, वीकेंड और पूरे वीक के कलेक्शन की चुनातियां थीं। हालाँकि, पिछले साल फिल्म कृष ३ को धनतेरस के दिन ३१ अक्टूबर को रिलीज़ किया गया था। हालाँकि, राकेश रोशन पहले इस विज्ञानं फंतासी फिल्म को दिवाली के दिन या इसके दूसरे दिन रिलीज़ करने की सोच रहे थे। कृष ३ ने पहले दिन २५. ५ करोड़ का बिज़नेस किया था। कृष ३ का कलेक्शन दिवाली के दूसरे दिन उछल कर ३५.९१ करोड़ हो गया था। ऐसा इसी कारण से हुआ था कि कृष ३ एक अच्छी बनी फिल्म थी। वहीँ, शाहरुख़ खान ने दिवाली पर यानि २३ अक्टूबर को फिल्म रिलीज़ करने का इरादा करते करते फिल्म की रिलीज़ दूसरे दिन कर दी। साफ़ तौर पर उनकी निगाहें, पूरी तरह से छुट्टियों वाले दिन पर थी। कहा जा सकता है कि शाहरुख़ खान दूसरे खानों की फिल्मों के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को पछाड़ने के लिए ऐसा कर रहे थे। लेकिन,यहाँ यह भी तो कहा जा सकता है कि खान हैप्पी न्यू ईयर से मुतमईन नहीं हैं। अगर फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आयी तो दिवाली की छुट्टी के बाद के दिनों में दर्शक मुंह मोड़ सकता है। इसीलिए शाहरुख खान चैनल चैनल तक दौड़ लगाए हुए हैं।
शाहरुख़ खान हैप्पी न्यू ईयर को पहले दिवाली के दिन २३ अक्टूबर को रिलीज़ करना चाहते थे। इरादा फिल्म को हिन्दुओं के पवित्र दिन के प्रति अपना आदर भाव व्यक्त करना भी था। मगर, शाहरुख़ खान को दिवाली के दिन फिल्म रिलीज़ करने के नुक्सान गिनाये गए। इस दिन बड़ी आबादी घरों की सफाई, पूजा, आदि में व्यस्त होती है। कलेक्शन पर प्रभाव पड़ सकता पड़ सकता है। शाहरुख़ खान इस नुक्सान को झेल नहीं सकते थे। क्योंकि, उनके सामने सलमान खान और आमिर खान के पहले दिन, वीकेंड और पूरे वीक के कलेक्शन की चुनातियां थीं। हालाँकि, पिछले साल फिल्म कृष ३ को धनतेरस के दिन ३१ अक्टूबर को रिलीज़ किया गया था। हालाँकि, राकेश रोशन पहले इस विज्ञानं फंतासी फिल्म को दिवाली के दिन या इसके दूसरे दिन रिलीज़ करने की सोच रहे थे। कृष ३ ने पहले दिन २५. ५ करोड़ का बिज़नेस किया था। कृष ३ का कलेक्शन दिवाली के दूसरे दिन उछल कर ३५.९१ करोड़ हो गया था। ऐसा इसी कारण से हुआ था कि कृष ३ एक अच्छी बनी फिल्म थी। वहीँ, शाहरुख़ खान ने दिवाली पर यानि २३ अक्टूबर को फिल्म रिलीज़ करने का इरादा करते करते फिल्म की रिलीज़ दूसरे दिन कर दी। साफ़ तौर पर उनकी निगाहें, पूरी तरह से छुट्टियों वाले दिन पर थी। कहा जा सकता है कि शाहरुख़ खान दूसरे खानों की फिल्मों के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को पछाड़ने के लिए ऐसा कर रहे थे। लेकिन,यहाँ यह भी तो कहा जा सकता है कि खान हैप्पी न्यू ईयर से मुतमईन नहीं हैं। अगर फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आयी तो दिवाली की छुट्टी के बाद के दिनों में दर्शक मुंह मोड़ सकता है। इसीलिए शाहरुख खान चैनल चैनल तक दौड़ लगाए हुए हैं।
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इस शुक्रवार
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
खून चूसने वाले "ड्रैकुला" की "अनटोल्ड" स्टोरी
इस शुक्रवार भारत में मशहूर ड्रैकुला करैक्टर पर फिल्म 'ड्रैकुला अनटोल्ड' रिलीज़ होने जा रही है । ड्रैकुला करैक्टर पर अब तक बनी कोई २०० से ज़्यादा फिल्मों से ड्रैकुला अनटोल्ड इस लिहाज़ से बिलकुल अलग है कि गैरी शोर का यह ड्रैकुला खूबसूरत औरतों को अपने मोह जाल में फांस कर अपने वीरान और डरावने किलेनुमा घर में लाकर, फिर उनकी गर्दन में अपने नुकीले दांत चुभो कर खून चूस कर मार डालने वाला ड्रैकुला नहीं है । मैट सज़मा और बर्क शार्पलेस के लिखे इस काउंट ड्रैकुला का मानवीय पहलू है ड्रैकुला अनटोल्ड । इस शताब्दी के आखिर में युवा लार्ड व्लाड और उसका परिवार शांतिपूर्वक रह रहा है । व्लाद की ज़िन्दगी में उस समय बदलाव आ जाता है , जब उसके पास एक तुर्क सेनापति आकर व्लाद के पुत्र सहित एक हजार युवा अपनी सेना के लिए मांगता है । व्लाद तुर्क सेनापति की चालबाजी भांप जाता है । ऐसे में उसके पास अपने राज्य और परिवार को बचाने के लिए भयानक शक्तियों का सहारा लेना है, उसे खून चूसने वाले काउंट ड्रैकुला का रूप धरना ही है, चाहे उसका परिणाम कुछ भी हो ।
ब्राम स्टोकर ने १८९७ में वलाशिया के व्लाद द इम्पालेर से मोटे तौर पर प्रभावित हो कर पहली किताब लिखी थी । इसके बाद सदियों तक उनके उपन्यास के मुख्य चरित्र काउंट ड्रैकुला पर फिल्मों का सिलसिला शुरू हो गया । आम तौर पर ड्रैकुला खून पीने वाला पिशाच था । वह सुन्दर युवतियों को अपने व्यक्तित्व के मोह जाल में फंसा कर अपनी बग्घी पर बैठा कर अपने किले पर ले आता था । वहां वह उनकी गर्दन पर दांत घुसेड़ कर खून चूसा करता था । ब्राम स्टोकर के उपन्यास पर पहली फिल्म १९२२ में जर्मनी में एफडब्ल्यू मरनौव ने बनायी थी । यह मूक फिल्म नोस्फेरातु अ सिम्फनी ऑफ़ हॉरर कॉपीराइट के उल्लंघन में फंस गयी । द ब्राम ने कोर्ट में मुक़दमा किया । कोर्ट ने द ब्राम के पक्ष में निर्णय दिया और फिल्म के सारे प्रिंट नष्ट करने के आदेश दे दिए । अदालत के आदेशों से प्रिंट जला दिए जाने के बावजूद कुछ प्रिंट बच भी गये । नोस्फेरातु के ड्रैकुला की कहानी ट्रान्सीलवानिया और जर्मनी की थी । ड्रैकुला का नाम भी बदल कर काउंट ऑर्लोक कर दिया गया था । इस भूमिका को मैक्स श्रेक ने किया था ।
१९३१ में बनायी गयी पहली ड्रैकुला फिल्म १२ फरवरी १९३१ को रिलीज़ हुई थी । यह फिल्म अंग्रेजी के अलावा हंगरी भाषा में भी बनायी गयी थी ।इस फिल्म में काउंट ड्रैकुला की भूमिका हंगेरियन-अमेरिकी मूल के अभिनेता बेला लुगोसी ने की थी । न्यूयॉर्क के रॉक्सी थिएटर में रिलीज़ फिल्म ड्रैकुला दर्शकों के बीच सनसनी बन गयी थी । इस फिल्म की रिलीज़ के ४८ घंटे पहले ही पचास हजार टिकट बिक गए थे ।
ड्रैकुला की सफलता के बाद ड्रैकुला और उसके परिवार और अन्य मित्रों को केंद्र में रख कर कई फ़िल्में बनायी गयीं । कुछ अन्य मशहूर ड्रैकुला तथा ड्रैकुला के परिवार से जुडी फ़िल्में और उनके ड्रैकुला और अन्य अभिनेताओं का विवरण निम्न प्रकार है -
१- ड्रैकुलाज डॉटर (१९३६)- इस फिल्म में ड्रैकुला की बेटी काउंटेस मारिया ज़लेस्का का किरदार ग्लोरिया होल्डन ने किया था ।
२- सोन ऑफ़ ड्रैकुला (१९४३) इस फिल्म में ड्रैकुला के बेटे काउंट अलुकार्ड का रोल अभिनेता लोन चेन जूनियर ने किया था ।
३- हॉउस ऑफ़ फैंकस्टीन (१९४४)- इस फिल्म में जॉन करिडीन ने काउंट ड्रैकुला की भूमिका की थी ।
४- हाउस ऑफ़ ड्रैकुला (१९४५)- इस फिल्म के ड्रैकुला भी जॉन करिडीन ही थे ।
५- अब्बोट एंड कोस्टेलो मीट फ्रैंकेंस्टीन (१९४८)- बेल लुगोसी एक बार फिर काउंट ड्रैकुला की भूमिका में थे ।
६- ड्रैकुला (१९७९) - इस फिल्म में फ्रैंक लांगेला काउंट ड्रैकुला के रोल में थे ।
यह सभी फ़िल्में यूनिवर्सल स्टूडियोज द्वारा बनायी गयी थीं ।
१९५८ से हैमर फिल्म प्रोडक्शंस ने ड्रैकुला करैक्टर के साथ कई वहशी फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू किया । इस कंपनी द्वारा बनायीं गयी कुछ फ़िल्में निम्न प्रकार हैं -
१- ड्रैकुला (१९५८)- इस ब्रितानी फिल्म में काउंट ड्रैकुला की भूमिका करके अभिनेता क्रिस्टोफर ली अपने चरित्र से पहचाने जाने लगे । इस फिल्म को अमेरिका में हॉरर ऑफ़ ड्रैकुला शीर्षक से रिलीज़ किया गया था ।
२- द ब्रिज ऑफ़ ड्रैकुला (१९६०)- इस फिल्म में डेविड पील ने ड्रैकुला के शिष्य बैरन मेस्टर का रोल किया था ।
३- ड्रैकुला प्रिंस ऑफ़ डार्कनेस (१९६६)- क्रिस्टोफर ली ड्रैकुला के किरदार में थे ।
४- ड्रैकुला हैज राइजेन फ्रॉम द ग्रेव (१९६८)- इस फिल्म के ड्रैकुला भी ली ही थे ।
५- टास्ते द ब्लड ऑफ़ ड्रैकुला ( १९६९) - यह भी क्रिस्टोफर ली की ड्रैकुला फिल्म थी ।
६- स्कार्स ऑफ़ ड्रैकुला (१९७०) - क्रिस्टोफर ली थे ड्रैकुला।
७- ड्रैकुला ए डी १९७२ (१९७२) - क्रिस्टोफर की ड्रैकुला भूमिका वाली फिल्म ।
८- द सैटेनिक राइट्स ऑफ़ ड्रैकुला (१९७३)- क्रिस्टोफर ली की यह फिल्म अमेरिका में काउंट ड्रैकुला एंड हिज वैम्पायर ब्राइड शीषर्क से रिलीज़ हुई थी ।
९- द लीजेंड ऑफ़ द सेवन गोल्डन वैम्पायर्स (१९७३) - जॉन फ़ोर्बेस-रॉबर्टसन के ड्रैकुला चरित्र वाली यह फिल्म द सेवन ब्रोठेर्स मीट ड्रैकुला और ड्रैकुला एंड द सेवन गोल्डन वैम्पायर्स शीर्षक से भी रिलीज़ हुई थीं ।
उपरोक्त फिल्मों के अलावा कई अन्य फिल्म निर्माताओं, स्टूडियोज और देशों में ड्रैकुला के डरावने चरित्र पर फ़िल्में बनी। इन फिल्मों में ड्रैकुला का मुक़ाबला बैटमैन जैसे सुपर ह्यूमन करैक्टर से भी हुआ। ब्लेड ट्रिनिटी, हाउस ऑफ़ फ्रैंकेंस्टीन, हाउस ऑफ़ द वुल्फ वीमेन, वैम्पायर हंटर, वैन हेल्सिंग, आदि फ़िल्में भी ड्रैकुला करैक्टर वाली थीं ।
ड्रैकुला अनटोल्ड में ड्रैकुला बन जाने वाले व्लाद थर्ड तेपिस का रोल ल्यूक इवांस ने किया है । इस फिल्म में साराह गडोन ने व्लाद की पत्नी मिरेन ने की है । अन्य भूमिकाओं में डॉमिनिक कूपर, चार्ल्स डांस, चार्ली कॉक्स, विलियम हॉस्टन, आर्ट पार्किंसन के नाम उल्लेखनीय है। ड्रैकुला अनटोल्ड के निर्माण में ७० मिलियन डॉलर खर्च हुए है। यूनिवर्सल पिक्चर्स की यह फिल्म ९२ मिनट लम्बी है।
अल्पना कांडपाल
ब्राम स्टोकर ने १८९७ में वलाशिया के व्लाद द इम्पालेर से मोटे तौर पर प्रभावित हो कर पहली किताब लिखी थी । इसके बाद सदियों तक उनके उपन्यास के मुख्य चरित्र काउंट ड्रैकुला पर फिल्मों का सिलसिला शुरू हो गया । आम तौर पर ड्रैकुला खून पीने वाला पिशाच था । वह सुन्दर युवतियों को अपने व्यक्तित्व के मोह जाल में फंसा कर अपनी बग्घी पर बैठा कर अपने किले पर ले आता था । वहां वह उनकी गर्दन पर दांत घुसेड़ कर खून चूसा करता था । ब्राम स्टोकर के उपन्यास पर पहली फिल्म १९२२ में जर्मनी में एफडब्ल्यू मरनौव ने बनायी थी । यह मूक फिल्म नोस्फेरातु अ सिम्फनी ऑफ़ हॉरर कॉपीराइट के उल्लंघन में फंस गयी । द ब्राम ने कोर्ट में मुक़दमा किया । कोर्ट ने द ब्राम के पक्ष में निर्णय दिया और फिल्म के सारे प्रिंट नष्ट करने के आदेश दे दिए । अदालत के आदेशों से प्रिंट जला दिए जाने के बावजूद कुछ प्रिंट बच भी गये । नोस्फेरातु के ड्रैकुला की कहानी ट्रान्सीलवानिया और जर्मनी की थी । ड्रैकुला का नाम भी बदल कर काउंट ऑर्लोक कर दिया गया था । इस भूमिका को मैक्स श्रेक ने किया था ।
१९३१ में बनायी गयी पहली ड्रैकुला फिल्म १२ फरवरी १९३१ को रिलीज़ हुई थी । यह फिल्म अंग्रेजी के अलावा हंगरी भाषा में भी बनायी गयी थी ।इस फिल्म में काउंट ड्रैकुला की भूमिका हंगेरियन-अमेरिकी मूल के अभिनेता बेला लुगोसी ने की थी । न्यूयॉर्क के रॉक्सी थिएटर में रिलीज़ फिल्म ड्रैकुला दर्शकों के बीच सनसनी बन गयी थी । इस फिल्म की रिलीज़ के ४८ घंटे पहले ही पचास हजार टिकट बिक गए थे ।
ड्रैकुला की सफलता के बाद ड्रैकुला और उसके परिवार और अन्य मित्रों को केंद्र में रख कर कई फ़िल्में बनायी गयीं । कुछ अन्य मशहूर ड्रैकुला तथा ड्रैकुला के परिवार से जुडी फ़िल्में और उनके ड्रैकुला और अन्य अभिनेताओं का विवरण निम्न प्रकार है -
१- ड्रैकुलाज डॉटर (१९३६)- इस फिल्म में ड्रैकुला की बेटी काउंटेस मारिया ज़लेस्का का किरदार ग्लोरिया होल्डन ने किया था ।
२- सोन ऑफ़ ड्रैकुला (१९४३) इस फिल्म में ड्रैकुला के बेटे काउंट अलुकार्ड का रोल अभिनेता लोन चेन जूनियर ने किया था ।
३- हॉउस ऑफ़ फैंकस्टीन (१९४४)- इस फिल्म में जॉन करिडीन ने काउंट ड्रैकुला की भूमिका की थी ।
४- हाउस ऑफ़ ड्रैकुला (१९४५)- इस फिल्म के ड्रैकुला भी जॉन करिडीन ही थे ।
५- अब्बोट एंड कोस्टेलो मीट फ्रैंकेंस्टीन (१९४८)- बेल लुगोसी एक बार फिर काउंट ड्रैकुला की भूमिका में थे ।
६- ड्रैकुला (१९७९) - इस फिल्म में फ्रैंक लांगेला काउंट ड्रैकुला के रोल में थे ।
यह सभी फ़िल्में यूनिवर्सल स्टूडियोज द्वारा बनायी गयी थीं ।
१९५८ से हैमर फिल्म प्रोडक्शंस ने ड्रैकुला करैक्टर के साथ कई वहशी फ़िल्में बनाने का सिलसिला शुरू किया । इस कंपनी द्वारा बनायीं गयी कुछ फ़िल्में निम्न प्रकार हैं -
१- ड्रैकुला (१९५८)- इस ब्रितानी फिल्म में काउंट ड्रैकुला की भूमिका करके अभिनेता क्रिस्टोफर ली अपने चरित्र से पहचाने जाने लगे । इस फिल्म को अमेरिका में हॉरर ऑफ़ ड्रैकुला शीर्षक से रिलीज़ किया गया था ।
२- द ब्रिज ऑफ़ ड्रैकुला (१९६०)- इस फिल्म में डेविड पील ने ड्रैकुला के शिष्य बैरन मेस्टर का रोल किया था ।
३- ड्रैकुला प्रिंस ऑफ़ डार्कनेस (१९६६)- क्रिस्टोफर ली ड्रैकुला के किरदार में थे ।
४- ड्रैकुला हैज राइजेन फ्रॉम द ग्रेव (१९६८)- इस फिल्म के ड्रैकुला भी ली ही थे ।
५- टास्ते द ब्लड ऑफ़ ड्रैकुला ( १९६९) - यह भी क्रिस्टोफर ली की ड्रैकुला फिल्म थी ।
६- स्कार्स ऑफ़ ड्रैकुला (१९७०) - क्रिस्टोफर ली थे ड्रैकुला।
७- ड्रैकुला ए डी १९७२ (१९७२) - क्रिस्टोफर की ड्रैकुला भूमिका वाली फिल्म ।
८- द सैटेनिक राइट्स ऑफ़ ड्रैकुला (१९७३)- क्रिस्टोफर ली की यह फिल्म अमेरिका में काउंट ड्रैकुला एंड हिज वैम्पायर ब्राइड शीषर्क से रिलीज़ हुई थी ।
९- द लीजेंड ऑफ़ द सेवन गोल्डन वैम्पायर्स (१९७३) - जॉन फ़ोर्बेस-रॉबर्टसन के ड्रैकुला चरित्र वाली यह फिल्म द सेवन ब्रोठेर्स मीट ड्रैकुला और ड्रैकुला एंड द सेवन गोल्डन वैम्पायर्स शीर्षक से भी रिलीज़ हुई थीं ।
उपरोक्त फिल्मों के अलावा कई अन्य फिल्म निर्माताओं, स्टूडियोज और देशों में ड्रैकुला के डरावने चरित्र पर फ़िल्में बनी। इन फिल्मों में ड्रैकुला का मुक़ाबला बैटमैन जैसे सुपर ह्यूमन करैक्टर से भी हुआ। ब्लेड ट्रिनिटी, हाउस ऑफ़ फ्रैंकेंस्टीन, हाउस ऑफ़ द वुल्फ वीमेन, वैम्पायर हंटर, वैन हेल्सिंग, आदि फ़िल्में भी ड्रैकुला करैक्टर वाली थीं ।
ड्रैकुला अनटोल्ड में ड्रैकुला बन जाने वाले व्लाद थर्ड तेपिस का रोल ल्यूक इवांस ने किया है । इस फिल्म में साराह गडोन ने व्लाद की पत्नी मिरेन ने की है । अन्य भूमिकाओं में डॉमिनिक कूपर, चार्ल्स डांस, चार्ली कॉक्स, विलियम हॉस्टन, आर्ट पार्किंसन के नाम उल्लेखनीय है। ड्रैकुला अनटोल्ड के निर्माण में ७० मिलियन डॉलर खर्च हुए है। यूनिवर्सल पिक्चर्स की यह फिल्म ९२ मिनट लम्बी है।
अल्पना कांडपाल
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अबु सलेम और मोनिका बेदी का लव चक्र
धुंआधार गोलीबारी और खून खराबे से भरपूर गैंगस्टर फिल्मों की लम्बी फेहरिस्त के बाद, बॉलीवुड ने गैंगस्टर रोमांस पर हाथ आजमाया। गैंगस्टर, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दुबारा , आदि फिल्मों की फेहरिस्त में एक नया नाम लव चक्र का भी जुड़ गया है। स्टूडियो साउंड एन विज़न की धीरज प्रोडक्शन के साथ पहली फिल्म लव चक्र की कहानी एक युवा लड़की की है, जो एक गैंगस्टर के प्रेम जाल में फंस कर अपराध की दुनिया के दुष्चक्र का शिकार हो जाती है । प्यारेलाल शर्मा की लिखी इस कहानी में अंकिता तारे मोनिका बेदी का रील लाइफ किरदार कर रही हैं। अंकिता तारे मिस महाराष्ट्र हैं। उनके साथ अन्य भूमिकाओं में गगन निमेष, भावना करेकर, उपासना हालदार, विनोद त्रिपाठी और एहसान के नाम ख़ास हैं। पिछले दिनों इस फिल्म का १० दिनों का शूटिंग नासिक में पूरा किया गया।
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आज जी
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
अब 'सिंह' करेगा 'ब्लिंग' !
अभी सोशल साइट्स पर अभिनेत्री कीर्ति शेनन के बॉक्सिंग ग्लव्स से प्रहार करते फोटो जारी हुए हैं। यह चित्र कीर्ति की निर्माणाधीन फिल्म 'सिंह इज़ ब्लिंग' के हैं। करियर के लिहाज से कीर्ति की यह लम्बी छलांग है। उन्होंने अपना करियर जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ के साथ फिल्म हीरोपंथी से शुरू किया था। फिल्म हिट हुई थी। लेकिन, महत्वपूर्ण थी कीर्ति की प्रशंसा। उनके अभिनय और नृत्य प्रतिभा को सराहा गया। इसीलिए, उन्हें जल्द ही अक्षय कुमार के साथ फिल्म करने का मौका मिल गया। 'सिंह इज़ ब्लिंग' अक्षय कुमार की फिल्म है। इस फिल्म का निर्देशन प्रभुदेवा कर रहे हैं। 'सिंह इज़ ब्लिंग' की खासियत यह है कि २००८ में रिलीज़ कटरीना कैफ के साथ कॉमेडी फिल्म 'सिंह इज़ किंग' के बाद अक्षय कुमार मिलते जुलते टाइटल वाली फिल्म में सिख किरदार कर रहे हैं। जी हाँ, 'सिंह इज़ ब्लिंग' में अक्षय कुमार सिख युवक का रोल कर रहे है। सामान्य तौर पर बॉलीवुड फिल्मों के दर्शकों ने सिख किरदार को बतौर हीरो स्वीकार किया है। ग़दर-एक प्रेमकथा से लेकर सिंह इज़ किंग तक सिख हीरो वाली फ़िल्में इसका प्रमाण हैं। अक्षय कुमार एक बार फिर निर्देशक प्रभुदेवा के निर्देशन में काम करेंगे। इन दोनों की जोड़ी वाली २०१२ में रिलीज़ फिल्म राउडी राठौर को बड़ी सफलता मिली थी। इसका मतलब हुआ सोने पर सुहागा। अक्षय कुमार 'सिंह इज़ ब्लिंग' में सिख किरदार प्रभुदेवा के निर्देशन में कर रहे हैं। यानि, 'सिंह इज़ ब्लिंग' को बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त ब्लिंग करना है !
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ये ल्लों !!!
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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