Wednesday 11 May 2016

पुराने गीत में मिलावट सफलता का नया फार्मूला !

अभी अख़बारों और पत्रिकाओं के एंटरटेनमेंट पेज पर नर्गिस फाखरी और मंदाना करीमी के बीच कैट फाइट की ख़बरें सुर्ख थी। नर्गिस और मंदना की कैट फाइट का कारण था एक रिक्रिएट गीत।  फिल्म अज़हर में १९८९ की हिट फिल्म त्रिदेव का हिट गीत ओये ओये को तरोताज़ा कर शामिल किया गया।  यहाँ बता दें कि अज़हर में इमरान हाश्मी क्रिकेटर मोहम्मद अज़हरुद्दीन का किरदार कर रहे हैं।  नर्गिस फाखरी ने फिल्म में अभिनेत्री संगीता बिजलानी का किरदार किया है, जो रियल लाइफ में बाद में अज़हर की पत्नी बनती हैं। ओये ओये का तरोताज़ा संस्करण मंदना करीमी के साथ नर्गिस फाखरी पर भी फिल्माया गया है।  कैट फाइट की बात यह थी कि नर्गिस को ऐसा लगता था कि दर्शकों का जाना पहचान चेहरा होने के कारण मंदाना उनसे लाइम लाइट छीन सकती थी। 
रीक्रिएट गीत के लिए कैट फाइट 
मंदाना से नर्गिस का घबराना समझ से बाहर है।  क्योंकि, फिल्म त्रिदेव में एक ओये ओये सोनम और नसीरुद्दीन शाह पर फिल्माया गया था और दूसरा ओये ओये संस्करण गजर ने किया है इशारा फिल्म की तीनों नायिकाओं यानि संगीता बिजलानी के अलावा सोनम और माधुरी दीक्षित पर भी फिल्माया गया था।  ऐसे में नर्गिस का केवल संगीता बिजलानी का किरदार करने के कारण गीत पर दावा करना समझ से परे  है। इससे तो केवल यह साबित होता है कि नर्गिस फाखरी को भी तरोताज़ा किये गए पुराने गीतों की दरकार है। 
रीक्रिएट हुए गुमनाम भी, जुड़वां भी 
कोई अभिनेत्री क्या, फिल्मों को भी पुराने गीतों का रीमिक्स यह तरोताज़ा संस्करण रास आने लगा है। विक्रम भट्ट की हॉरर फ्रैंचाइज़ी और १९२० की सीक्वल फिल्म १९२० लंदन में राजा नवाथे की ५१ साल पहले रिलीज़ फिल्म गुमनाम का गुमनाम है कोई को तरोताज़ा किया गया है। लता मंगेशकर के गाये इस गीत को आकाश और कौशिक ने तरोताज़ा किया है और जुबिन नौटियाल और अंतरा मित्रा की जोड़ी ने गाया है। साजिद नाडियाडवाला ने अपनी १९७७ में रिलीज़ सलमान खान की दोहरी भूमिका वाली फिल्म जुड़वाँ के रीमेक में १९७७ की फिल्म के दो गीतों ऊंची है बिल्डिंग लिफ्ट तेरी बंद है और चलती है क्या नौ से बारह को रीक्रिएट करवाया है। इन दोनों गीतों पर अभिनेता वरुण धवन थिरकते नज़र आएंगे। 
मेलोडी और यूथ टारगेट के लिए  
फ़िल्में हो या विज्ञापन फ़िल्में, इनके पात्र अस्सी और नब्बे के दशक या उससे पहले की फिल्मों के गीतों के रिक्रिएशन को गुनगुनाते नज़र आते हैं।  यह रिक्रिएशन पुरानी फिल्मों वाली मेलोडी तो देता ही है, युवा पीढी के साथ भी तालमेल बैठा लेता है।  यही कारण है कि पुरानी हिंदी फिल्मों के गीतों के रीमिक्स आज कल फिल्मों में नज़र आने लगे हैं।  आइये नज़र डालते हैं कुछ फिल्मों के गीतों पर, जो पुरानी मिठास को नया स्वाद देने की फिराक मे हैं।  
हेट स्टोरी ३ - तुम्हे अपना बनाने का- विक्रम भट्ट की हिट हेट स्टोरी फ्रैंचाइज़ी की तीसरी फिल्म हेट स्टोरी ३ में १९९१ में रिलीज़ संजय दत्त और पूजा भट्ट की फिल्म सड़क का कुमार सानु और अनुराधा पौडवाल द्वारा गाया सॉफ्ट रोमांटिक गीत तुम्हे अपना बनाने का रीक्रिएट कर शामिल किया गया था। १९९१ के गीत के विपरीत २०१५ की फिल्म का गीत उत्तेजनापूर्ण सेक्सी था। अरमान मालिक और नीति मोहन के इस गीत को फिल्म की नायिका ज़रीन खान और नायक शर्मन जोशी पर फिल्माया गया था। 
बाजीराव मस्तानी- अलबेला साजन- संजय लीला भंसाली ने अपनी ही फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीत अलबेला साजन को रीक्रिएट करवा कर फिल्म बाजीराव मस्तानी में शामिल किया था। हम दिल दे चुके सनम के इस्माइल दरबार के संगीतबद्ध तथा सुल्तान खान, शंकर महादेवन और कविता कृष्ण्मूर्ति के गए गीत को विक्रम गोखले, ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर फिल्माया गया था।  इस गीत का रिक्रिएशन बाजीराव के जीत हासिल करने के बाद वापस लौटने पर प्रियंका चोपड़ा के खुशिया मनाते हुए फिल्माया गया था।  इस गीत में शशि सुमन, कुणाल पंडित, पृथ्वी गन्धर्व, कनिका जोशी, राशि राजा और गीतिका मांजरेकर के स्वर शामिल थे।  
एक पहेली लीला- ढोल बाजे- भंसाली की फिल्म हम दिल दे चुके सनम के एक और गीत  ढोल बाजे को निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में मीत ब्रदर्स अंजान और मोनाली ठाकुर से रीक्रिएट करवा कर फिल्म की नायिका सनी लियॉन पर फिल्माया था।  जबकि, कविता कृष्ण्मूर्ति, विनोद राठौर और करसन सगाथिया के गए हम दिल दे चुके सनम के गीत में ऐश्वर्या राय का साथियों के साथ सामूहिक नृत्य था।  भंसाली ने इस गीत को रीक्रिएट कराने का काफी विरोध किया था। 
मैं और चार्ल्स- जब छाये मेरा जादू- ऋचा चड्डा और रणदीप हुड्डा की फिल्म  मैं और चार्ल्स में देव आनंद की थ्रिलर फिल्म लूटमार (१९८०) का क्लब डांस गीत इसी रूप में शामिल किया गया था।  जहाँ लूटमार के गीत गीत को आशा भोंसले ने अपनी सेक्सी आवाज़ में गया था, वहीँ मैं और चार्ल्स के लिए कनिका कपूर ने ऎसी कोशिश की थी।  लूटमार का गीत सिंपल कपाड़िया पर फिल्माया गया था।
आल इज़ वेल- ऐ मेरे हमसफ़र- अल्का याग्निक और उदित नारायण ने आमिर खान और जूही चावला के लिए फिल्म क़यामत से क़यामत तक का गीत ऐ मेरे हमसफ़र गाया था।  इस रोमांटिक गीत को उमेश शुक्ल ने अपनी फिल्म आल इज़ वेल में थोड़े बहुत परिवर्तन के साथ तुलसी कुमार और मिथुन से धीमी गति पर गवा कर फिल्म के अभिषेक बच्चन और असिन के मुख्य चरित्रों  पर फिल्माया था।  
एक पहेली लीला- मैं हूँ दीवाना तेरा- निर्देशक बॉबी खान ने अपनी फिल्म एक पहेली लीला में एक गैर फ़िल्मी एल्बम के गीत को रीक्रिएट करवा कर शामिल किया था। यह एल्बम था सोनू निगम का गाया टाइटल ट्रैक दीवाना तेरा।  मीत ब्रदर्स अंजान के रीक्रिएट इस गीत को सनी लियॉन के आधुनिक अवतार और जय भानुशाली पर फिल्माया था।
भाग जॉनी -इस कदर प्यार है- सोनू निगम के गैर फ़िल्मी अलबमों से एक दूसरा गीत इस कदर प्यार है को भाग जॉनी में शामिल किया गया था।  दीवाना एल्बम के इस गीत को अंकित तिवारी ने रीक्रिएट किया था। इस गीत को फिल्म के हीरो कुनाल खेमू और दूसरी नायिका मंदना करीमी पर सेक्सी अंदाज़ में फिल्माया गया था।
रीक्रिएट कर शामिल किये गए, पुराने गीतों को शामिल किये जाने के बाद फिल्मों का हिट होना सुनिश्चित सा नहीं था।  अलबत्ता, यह गीत फिल्म के लिए ख़ास बन गए।  दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाने का जरिया।  इन गीतों को युवाओं ने अपने क्लब डांस एल्बम में भी शामिल कर लिया।  इस लिहाज़ से रीक्रिएट गीतों को फिल्म से ज्यादा इसका क्रिएशन करने वालों के लिए फायदेमंद कहा जा सकता है।   

जेम्स कैमरून के चार अवतार सीक्वल

दुनिया के दर्शकों को जेम्स कैमरून की साइंस फैंटसी फिल्म अवतार के सीक्वल का बेसब्री से इंतज़ार है।   जेम्स कैमरून की फिल्म अवतार १८ दिसंबर २००९ को पूरी दुनिया में रिलीज़ हुई थी।  यह फिल्म वर्ल्डवाइड अब तक २.७८  बिलियन डॉलर का बिज़नेस कर चुकी है।  इतने बड़े बिज़नेस को देखते हुए ही स्टूडियो ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स इस फिल्म का सीक्वल बनवाना चाहता था। लेकिन कैमरून ने ख़ामोशी ओढ़ ली थी।  बहरहाल, स्टूडियो का सब्र काम आया।  एक वेब मैगज़ीन से बातचीत में जेम्स कैमरून ने अवतार का सीक्वल बनाये जाने की बात मंज़ूर की।  लेकिन, उन्होंने बम फोड़ा कि वह अवतार के एक दो नहीं चार सीक्वल बनाएंगे।  इन सीक्वेलस के लिए दुनिया के चार श्रेष्ठ स्क्रीन राइटरों (शायद रिक जफा, अमांडा सिल्वर, जॉश फ्रीडमैन और शेन सलेर्नो ) और डिज़ाइनरों से बातचीत की जा रही है।  यह स्क्रिप्ट राइटर और डिज़ाइनर अवतार की दुनिया तैयार करेंगे।  सीक्वल अवतारों का नया माहौल होगा और नई संस्कृति होगी।  कैमरून ने कहा था, "मैं जो कल्पना कर रहा हूँ, वह पहली अवतार से बिलकुल अलग है।  मैं शब्दों में बयान नहीं कर सकता।"  इस प्रकार से अब अवतार के पांच अवतार होंगे।  अवतार २ क्रिसमस २०१८ में, अवतार ३ क्रिसमस २०२० में, अवतार ४ क्रिसमस २०२२ में और अवतार ५ क्रिसमस २०२३ में रिलीज़ होगी।  तो दुनिया के दर्शक तैयार रहे जेम्स कैमरून की अनोखी दुनिया के पांच अवतारों को देखने के लिए।
  

जैसन स्टैथम करेंगे दैत्याकार शार्क का मुकाबला !

अपनी लम्बी-चौड़ी और गठीली कद काठी से  ऑन स्क्रीन अपने बड़े बड़े दुश्मनों को धूल चटाने वाले जैसन स्टैथम का मुकाबला अब एक दैत्याकार शार्क से होने जा रहा है।  हत्यारी दैत्याकार मछली की दास्तान वाली इस फिल्म का नाम मेग है।  मेग कहानी है दो गोताखोरों की,  जिनका शगल गहरे समुद्र में डुबकियां लगाना है। कभी का समझ लिया गया था कि ग्रेट वाइट शार्क ख़त्म हो चुकी है।  लेकिन, जोनास टेलर और मसाओ तनाका जब सत्तर फुट गहरे समुद्र में पहुंचते हैं तो उन्हें मालूम होता है कि उनमे से अब तक बची रह गई एक मेगलोडोंस मछली अब आज़ाद घूम रही है ।  यह दैत्याकार मछली  मरीना ट्रेंच से भाग कर कैलिफ़ोर्निया के समुद्र तट की ओर जा रही है। इन दोनों को ही इसे रोकना है।  बताते हैं कि चीनी बाजार के बढ़ते आकार को देखते हुए निर्माता इस फिल्म में शार्क का रुख कैलिफ़ोर्निया के बजाय चीन की ओर करना चाहते हैं।  इससे फिल्म को चीन की प्रोडक्शन कंपनी ग्रेविटी का साथ मिल जायेगा। मेग, स्टीवन अल्टेन के १९९७ में लिखे उपन्यास मेग: अ फिल्म नॉवेल ऑफ़ डीप टेरर पर आधारित है।  इस उपन्यास पर फिल्म बनाने का अधिकार डिज्नी ने १९९७ में ही प्राप्त कर लिए थे।  उसी दौरान फिल्म डीप ब्लू सी (१९९९) रिलीज़ हुई थी।  परन्तु यह फिल्म दर्शकों पर शार्क मछलियों का आतंक जमा पाने में नाकामयाब रही थी।  इस लिए फिलहाल मेग पर फिल्म बनाने का इरादा छोड़ दिया गया।  अलबत्ता, स्क्रिप्ट के ड्राफ्ट ज़रूर लिखे और रद्द किये जाते रहे।  अब जबकि, जुरैसिक वर्ल्ड ने दर्शकों पर दैत्याकार समुद्री मछलियों का आतंक पैदा कर दिया है,  मेग ने अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। जोनास टेलर का किरदार जैसन स्टैथम करेंगे।  बाकी की स्टार कास्ट का चुनाव होना  है। इस फिल्म का निर्देशन नेशनल ट्रेजर के जॉन टर्टलटाब कर रहे हैं।  यह फिल्म २०१७ में रिलीज़ होगी।

Tuesday 10 May 2016

अब' धूम' सीरीज होगी 'रीलोडेड'

यशराज फिल्म्स की २००४ में शुरू धूम फ्रैंचाइज़ी २०१३ तक तीन पायदान चढ़ चुकी है।  हर धूम फिल्म ने पहली से ज़्यादा बिज़नेस किया।  धूम फिल्मों का फोकस नायक नहीं विलेन हुआ करता था।  २००४ की धूम में जॉन अब्राहम ने तेज़ रफ़्तार मोटरसाइकिल चला कर डकैती डालने वाले नायक का किरदार किया था।  फिल्म में पुलिस की भूमिका अभिषेक बच्चन और उनके साथी उदय चोपड़ा कर रहे थे।  धूम २ और धूम ३ में यही दोनों पुलिस और उसके साथी की भूमिका करते रहे।  लेकिन, हर फिल्म के साथ विलेन हीरो बदल गया।  धूम २ में बुरा किरदार ह्रितिक रोशन कर रहे थे।  धूम ३ में आमिर खान चोर बने थे।  पहली दो फिल्मो के डायरेक्टर संजय गढवी थे।  धूम ३ का निर्देशन विक्टर आचार्य ने किया था।  धूम के निर्माण में ११ करोड़ खर्च हुए थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ४२.४७ करोड़ का बिज़नेस किया।  धूम २ के बनाने में ३५ करोड़ खर्च हुए थे।  फिल्म ने १०५ करोड़ का बिज़नेस किया था।  धूम ३ ने रिकॉर्ड तोड़ बिज़नेस किया था।   इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड ५४८ करोड़ का बिज़नेस किया।  अब धूम सीरीज की चौथी कड़ी बनाई जा रही है।  इस फिल्म का टाइटल धूम ४ नहीं होगा, बल्कि यह फिल्म धूम रीलोडेड कहलाएगी।  इस फिल्म में जॉन अब्राहम, ह्रितिक रोशन और आमिर खान के बाद सलमान खान बुरे नायक की भूमिका करेंगे।  पहली धूम फ्रैंचाइज़ी फिल्म में अभिषेक बच्चन और उदय चोपड़ा नहीं होंगे।  उनकी जगह लेने के लिए अभी सिर्फ एक अभिनेता का चुनाव हुआ है और वह हैं रणवीर सिंह।  बाजीराव मस्तानी के बाद रणवीर सिंह के सितारे बुलंदी पर है।  वह आदित्य चोपड़ा की फिल्म बेफ़िक्रे के नायक तो हैं ही, धूम रीलोडेड में पॉजिटिव भूमिका पा कर वह सातवें आसमान में होंगे।  फिलहाल, वह बेफ़िक्रे की शूटिंग के लिए पेरिस में व्यस्त हैं।  धूम रीलोडेड का निर्देशन विजय कृष्ण आचार्य यानि विक्टर ही करेंगे। धूम रीलोडेड की शूटिंग अगले साल की शुरू में की जाएगी।  इस बार फिल्म की लोकेशन पहली तीन फिल्मों से बिलकुल अलग होगी।  विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि फिल्म में अभिषेक बच्चन तो नहीं होंगे, लेकिन युथ को टारगेट में रख कर  बनाई जा रही इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ख़ास भूमिका में नज़र आ सकते हैं।  

Monday 9 May 2016

इन्फर्नो का इंटरनेशनल ट्रेलर

Academy Award® winner Ron Howard returns to direct the latest bestseller in Dan Brown’s (Da Vinci Code) billion-dollar Robert Langdon series, Inferno, which finds the famous symbologist (again played by Tom Hanks) on a trail of clues tied to the great Dante himself. When Langdon wakes up in an Italian hospital with amnesia, he teams up with Sienna Brooks (Felicity Jones), a doctor he hopes will help him recover his memories. Together, they race across Europe and against the clock to foil a deadly global plot.

मार दिया जाये या छोड़ दिया जाए पूछने वाली लक्ष्मी छाया

आज से १२ साल पहले,  ९ मई २००४ को लक्ष्मी छाया ने आखिरी सांस ली थी।  साठ और सत्तर के दशक की खलनायिका और डांसर लक्ष्मी छाया ने बॉलीवुड की फिल्मों में बड़ी डांसर अभिनेत्रियों की मौजूदगी में अपना दबदबा कायम कर लिया था।  १९६२ में नॉटी बॉय फिल्म से अपने करियर की शुरुआत करने वाली लक्ष्मी छाया ने कोई ८६ फ़िल्में की थी।  उन पर उस समय के तमाम हिट गीतों को फिल्माया गया।  फिल्म मेरा गांव मेरा देश में आशा पारेख जैसी नृत्यांगना अभिनेत्री थी।  लेकिन, दर्शकों के बीच हिट हुआ था लक्ष्मी छाया पर फिल्माया गया मार दिया जाए या छोड़ दिया जाये, बोल तेरे साथ क्या सलूक किया जाए गीत।  बहारों के सपने का दो पल जो तेरी आँखों, आया सावन झूम के का मैं एक हसीना, रात और दिन का आवारा ऐ मेरे दिल, उपकार का गुलाबी रात गुलाबी, गुमनाम का जान पहचान हो जैसे गीत उनकी भिन्न शैली के नृत्य कर सकने की क्षमता का प्रमाण थे।  उनका मास्क पहन कर किया गया जान पहचान हो गीत २००१ की अमेरिकी फिल्म घोस्ट वर्ल्ड की ओपनिंग क्रेडिट्स में शामिल किया गया था।  १९८२ में उन्होंने फिल्मों से सन्यास ले लिया बच्चों को डांस सिखाने के लिए स्कूल खोल लिया।  २००४ में छप्पन साल की उम्र में कैंसर ने उनकी जान ले ली।

फिल्मों की मखमली आवाज़ : तलत महमूद

अपनी मखमली आवाज़ से पहचाने जाने वाले तलत महमूद ने अपने समय के सभी बड़े अभिनेताओं दिलीप कुमार, अशोक कुमार, देव आनंद और राजकपूर के रील लाइफ चरित्रों को आवाज़ दी। उन्होंने ख़ास तौर पर रोमांटिक और दुःख भरे गीत बड़ी शिद्दत से गए। वह गैर शास्त्रीय और अर्ध शास्त्रीय गीतों के महारथी गायक थे।  हिंदी फिल्मों के ग़ज़ल को स्थापित करने का श्रेय तलत महमूद को जाता है।  वह भारतीय महाद्वीप में सबसे कोमल आवाज़ वाले गायक माने जाते थे।  उर्दू भाषी श्रोताओं में वह ख़ास मशहूर थे।  लखनऊ में जन्मे तलत महमूद ने आज की भातखण्डे संगीत महाविद्याल में संगीत की शिक्षा ली।  उन्होंने दाग़ की ग़ज़लों को गाने से अपने म्यूजिक करियर की शुरुआत की।  तलत महमूद ऎसी शख्सियत थे, जब वह वह कलकत्ता से बॉम्बे पहुंचे तो उनकी शोहरत उनसे पहले पहुँच चुकी थी।  संगीतकार अनिल विस्वास ने उनसे आरज़ू का ऐ दिल मुझे ले चल ऐसी जगह' गवाया।  इस गीत के साथ तलत महमूद हिंदी फिल्मों में जम गए।  वह शक्ल सूरत से हसीं थे, इसलिये उन्हें फिल्मों में भी काम मिला।  उन्होंने सुरैया (मालिक), नूतन (सोने की चिड़िया), एक गांव की कहानी (माला सिन्हा ), नादिरा (रफ़्तार और डाक बाबू), काननबाल (तुम और मैं और राजलक्ष्मी), आदि के साथ फ़िल्में की।  हिंदी फिल्मों में रॉक एन रोल की शुरुआत के साथ ही तलत महमूद का करियर ख़त्म होना शुरू हो गया।  उन्हें १९९२ में पद्मभूषण दिया गया।  उनकी गाये कुछ मशहूर गीतों में हम से आया न गया (देख कबीर रोया), जाएँ तो जाए कहाँ (टैक्सी ड्राइवर), तस्वीर बनाता हूँ (बारादरी), आंसू समझ के क्यों मुझे (छाया), जलाते हैं उसके लिए (सुजाता), फिर वही शाम वही गम (जहाँ आरा ), मैं दिल हूँ एक अरमान (अनहोनी), बेचैन नज़र बेताब जिगर (यास्मीन), ऐ मेरे दिल कहीं और चल (दाग) , आदि यादगार हैं।  ९ मई १९९८ को ७४ साल की उम्र में उनका निधन हुआ।