सलमान खान के पिछले दिनों मीडिया को दिए बयान ने राजनीतिक गरमी तेज़ कर दी है। सलमान खान ने पाकिस्तान का समर्थन करते हुए एक जवाब में कहा, "जो लोग युद्ध की बात करते हैं, उन्हें सीमा पर आगे कर देना चाहिए। हाथ पाँव कांपने लगेंगे। एक ही दिन में बातचीत की मेज पर आ बैठेंगे।" सलमान खान के इस बयान ने शिवसेना जैसे दलों को शोर मचाने का मौका दे दिया है। सेक्युलर बहस भी छिड़ गई है। यहाँ सवाल यह है कि सलमान खान को इस प्रकार का बयान देने की क्या ज़रुरत पड़ गई ? सलमान खान और कबीर खान की जोड़ी की पिछली फिल्म 'बजरंगी भाईजान' पाकिस्तान में रिलीज़ हुई थी। फिल्म में कश्मीर के जिक्र के कारण शंकालु पाकिस्तानी अधिकारियों ने बजरंगी भाईजान को कुछ कट के साथ रिलीज़ होने दिया था। इस फिल्म के सकारात्मक सन्देश ने पाकिस्तानी दर्शकों को प्रभावित किया था। फिल्म ने पाकिस्तानी बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया प्रदर्शन किया था। इस फिल्म के बाद रिलीज़ कबीर खान की सैफ अली खान की फिल्म फैंटम पाकिस्तान में घुस भी नहीं पाई थी । पाकिस्तानियों को फिल्म के हीरो सैफ द्वारा पाकिस्तान में घुस कर हफ़ीज़ सईद को मारने का कारनामा नागवार गुजरा था। अब, जबकि ट्यूबलाइट ईद वीकेंड पर रिलीज़ होने जा रही है, फिल्म के पाकिस्तान में रिलीज़ होने पर सवाल उठने लगे हैं। क्या पाकिस्तान फैंटम जैसी पाकिस्तान पर हमलावर फिल्म बनाने वाले कबीर खान की इस फिल्म का खैरमकदम नहीं करना चाहता ? हालाँकि, ट्यूबलाइट की कहानी १९६२ के भारत- चीन युद्ध की पृष्ठभूमि पर है। इसमें कहीं भी पाकिस्तान का ज़िक्र नहीं है। इसके बावजूद ट्यूबलाइट पाकिस्तान में रिलीज़ नहीं हो पायेगी। क्योंकि, ईद के मौके पर दो बड़ी पाकिस्तानी
फ़िल्में यलगार और शोर शराबा रिलीज़ होने जा रही हैं । इन दोनों फिल्मों में
पाकिस्तानी फिल्म निर्माताओं का काफी पैसा लगा है । सलमान खान पाकिस्तान
में काफी लोकप्रिय हैं । पाकिस्तान में उनके प्रशंसक दर्शकों की कोई कमी
नहीं है । ट्यूबलाइट के रिलीज़ होने पर यलगार और शोर शराबा को नुकसान हो
सकता है । इसीलिए पाकिस्तान के वितरक ट्यूबलाइट पर हाथ लगाना नहीं चाहते। ट्यूबलाइट की पाकिस्तान रिलीज़ पर रोक विशुद्ध व्यावसायिक निर्णय है। इसलिए, सलमान खान के बयान को केवल पब्लिसिटी स्टंट ही कहा जा सकता है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Friday 16 June 2017
क्या पाकिस्तान में जल पाएगी ट्यूबलाइट !
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
Thursday 15 June 2017
अब नीरज पांडेय की 'ऐयारी'
स्पेशल २६ और एम एस धोनी : द अनटोल्ड स्टोरी बनाने वाले फिल्मकार नीरज पांडेय एक बार फिर रियल लाइफ घटना पर फिल्म बना रहे है। ऐयारी टाइटल वाली यह फिल्म ऐयारों यानि जासूसों पर है। लेकिन, यह सैन्य जासूसों और उनकी जासूसी वाली फिल्म है। इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा कैप्टेन जय सिंह और मनोज बाजपेई उनके गुरु कैप्टेन अभय सिंह के किरदार कर रहे हैं। यह दोनों ऑफिसर दृढ इच्छा शक्ति वाले हैं। नीरज की खासियत रियल लोकेशन पर शूट करने की है। इसलिए फिल्म की तमाम शूटिंग कश्मीर और दिल्ली के अलावा लन्दन में हुई है। फिल्म में अभिनेत्री राकुल प्रीत सिद्धार्थ मल्होत्रा की लव इंटरेस्ट बनी हैं। यह फिल्म इंडिपेंडेंस डे वीकेंड २०१८ को रिलीज़ होगी। इसी दिन, नीरज पांडेय की फिल्मों स्पेशल २६, बेबी और रुस्तम के नायक अक्षय कुमार की साउथ के सुपर स्टार रजनीकांत की विज्ञानं फैंटसी फिल्म २.० भी रिलीज़ हो रही है।
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आइफा को पेश करेंगे सैफ और करण जौहर और डेब्यू करेंगे वरुण धवन
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Wednesday 14 June 2017
फिल्म और फैशन जगत की सिनेबस्टर मैगजीन
फिल्म और फैशन जगत की नवीनतम खबरों और रोचक लेखों के साथ एक नई मैगज़ीन बाजार में है। पर्ल ग्रुप ऑफ़ कंपनी की इस अंग्रेजी पत्रिका का टाइटल सिनेबस्टर है। पिछले दिनों इस पत्रिका का सितारों से भरे समारोह में लोकार्पण किया गया। पत्रिका के पहले अंक के कवर पर बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान नज़र आ रहे हैं। लोकार्पण के इस भव्य कार्यक्रम में ललित पंडित, राकेश पॉल, राजीव पॉल, डी जे शेज़वुड, मिताली नाग नवराज हंस , शिल्पी शर्मा , दीपशिखा नागपाल , केशव अरोरा , बॉब ब्रम्हभट्ट , स्वेताखांदूरि, प्रशांत वीरेंदर शर्मा , रोहित वर्मा , आदि ईरानी, शिवा, चम्पक जैन,प्रगति मेहरा ,विकास वर्मा , आदित्य सिंह राजपूत , कंवलजीत सिंह,रामजी गुलाटी , उमेश फेरवानी, जितेन लालवानी, रोमा नवनि, शबीना खान , साहिला चड्ढा, अविनाश वाधवान, राजीव महावीर, दिलीप सोनी, आसिफ बामला, अलीना मुगल, संदीप सोपारकर, शरबानी मुखर्जी, नेहा बनर्जी, सुनील पाल, मधुश्री, स्मिता गोंडकर, अंजुम रिजवी, सावन कुमार टाक, गुंजन उत्रेजा की मौजूदगी ख़ास रही। सिनेबस्टर के प्रकाशक रोनी
रॉड्रिग्स कहते है, "मै बहुत खुश हूँ कि
आज मेरी मैगज़ीन का लोकार्पण है, जिसमे बॉलीवुड से लेकर फैशन, वर्तमान
घटनाओ की भी जानकारी रहेगी /इस पत्रिका की यह विशेषता है कि एक ही मैगज़ीन
में पाठकों को फिल्म और फैशन जगत की ज्यादा से ज्यादा जानकारियां प्राप्त हो पायेंगी।"
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मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
टकराव से बच रहे हैं शाहरुख़ खान !
लम्बे समय तक शीर्षकविहीन फिल्म शूट करने के बाद इम्तियाज़ अली ने शाहरुख़ खान और अनुष्का शर्मा अभिनीत फिल्म का नाम चुन लिया है। इस फिल्म को 'जब हैरी मेट सेजल' टाइटल के साथ रिलीज़ किया जायेगा। इस फिल्म की रिलीज़ की तारीख़ भी तय हो गई है। पहले इस फिल्म को ११ अगस्त को रिलीज़ होना था। लेकिन, अब 'जब हैरी मेट सेजल' ४ अगस्त को रिलीज़ होगी। इसी तारीख़ को अक्षय कुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा भी रिलीज़ हो रही हैं। इसलिए, शाहरुख़ खान और अक्षय कुमार की फिल्मों का टकराव सुनिश्चित माना जा रहा था। अब अपनी फिल्म की रिलीज़ की तारीख बदल कर शाहरुख़ खान ने अपनी फिल्म का अक्षय कुमार की फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा से टकराव टाल दिया है। मरता करता भी क्या !
टकराए तो दो बार मार खाए शाहरुख़ खान
शाहरुख़ खान अपनी दबंग फितरत के कारण टकराव मोल लेते रहे हैं। शाहरुख़ ने २०१३ में अक्षय कुमार की फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा (रिलीज़ की तारीख़ ८ अगस्त २०१३) के सामने अपनी रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस की रिलीज़ तय कर दी थी। इससे पहले, २०१२ में शाहरुख़ खान, अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ की यश चोपड़ा निर्देशित फिल्म जब तक है जान की रिलीज़ की तारीख़ ऐन अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ़ सरदार की रिलीज़ की तारीख को तय कर दी गई। हालाँकि, अजय देवगन ने एड़ी चोटी का जोर लगाया, मगर यशराज बैनर अपनी फिल्म की रिलीज़ की तारीख़ बदलने के लिए तैयार नहीं हुआ। शाहरुख़ खान ने एक बार फिर ऐसा ही टकराव अक्षय कुमार से ले लिया था। मगर अक्षय कुमार और फिल्म वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई दोबारा की निर्माता एकता कपूर ने शाहरुख़ खान से बात कर अपनी फिल्म की रिलीज़ की तारीख़ एक हफ्ता पीछे इस शर्त के साथ कर दी कि खान १५ अगस्त को रिलीज़ होने जा रही अक्षय कुमार की फिल्म के लिए कुछ स्क्रीन छोड़ देंगे। लेकिन शाहरुख़ खान ने वादाखिलाफी की। शाहरुख़ खान के इस कारनामे से दूसरे लोगों में रिएक्शन हुआ। नतीजे के तौर पर २०१५ में शाहरुख़ खान की फिल्म दिलवाले के आ जाने के बावजूद संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म बाजीराव मस्तानी की रिलीज़ की तारीख़ में कोई बदलाव नहीं किया। इसका खामियाजा दिलवाले ने भुगता। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर मार खा गई। दूसरी बार, शाहरुख़ खान इसी साल रईस के ज़रिये हृथिक रोशन की फिल्म काबिल के सामने आ गए थे। उन्हें उम्मीद थी कि फिल्म के निर्माता राकेश रोशन अपनी फिल्म की तारीख़ बदल लेंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ। इसके नतीजे पर रईस को बॉक्स ऑफिस पर नुकसान उठाना पड़ा। इस के बाद शाहरुख़ खान को समझ में आ गया होगा कि वह बॉलीवुड अभिनेताओं के बीच अपनी शाख खो चुके हैं। इसलिए, जैसे ही उन्हें लगा कि अक्षय कुमार भागेंगे नहीं, तो शाहरुख़ खान ने पलायन करना ठीक समझा। अब शाहरुख़ खान की हॉलीवुड की फिल्म व्हेन हैरी मेट सैली की नकल पर रखे गए टाइटल वाली फिल्म जब हैरी मेट सेजल ४ अगस्त को रिलीज़ होगी। ७ अगस्त को रक्षा बंधन है। इस प्रकार से खान की फिल्म को एक प्रकार से छोटा एक्सटेंडेड वीकेंड मिल जायेगा। मगर चांदी होगी अक्षय कुमार की, जिनकी फिल्म टॉयलेट एक प्रेमकथा ११ अगस्त को रिलीज़ होगी। इस हफ्ते में वीकेंड के अलावा १४ अगस्त को जन्माष्टमी और १५ अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी है। १७ अगस्त को पारसी नव वर्ष है। यानि हफ्ते के सात दिन में पांच छुट्टियों वाला दिन।
बॉक्स ऑफिस पर बड़ी फिल्मों की भीड़
इसके अलावा भी बॉक्स ऑफिस पर ज़बरदस्त हलचल है। यह समय हॉलीवुड और बॉलीवुड के फिल्मकारों के लिए गर्मियां भुनाने का बढ़िया मौक़ा है। लम्बे समय से बन रही रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ की फिल्म जग्गा जासूस १४ जुलाई को रिलीज़ हो रही है। यह कैटरीना कैफ से रणबीर के अलगाव के बाद रिलीज़ होने वाली पहली फिल्म है । ज़ाहिर है कि अजब प्रेम की गजब कहानी और राजनीति जैसी हिट फिल्मों की जोड़ी की इस फिल्म के लिए दर्शकों में ज़बरदस्त जोश है। इसे देखते हुए ही फिल्म के निर्माता वाल्ट डिज्नी ने जग्गा जासूस को ज़्यादा से ज़्यादा स्क्रीन दिलाने के लिए एड़ीचोटी का ज़ोर लगा दिया। इसका बढ़िया नतीजा निकला है। इसी दिन यानि १४ जुलाई को रिलीज़ होने जा रही निर्देशक अपूर्व लखिया की फिल्म हसीना द क्वीन ऑफ़ बॉम्बे अब दो हफ्ते बाद यानि २८ जुलाई को रिलीज़ होगी। इस फिल्म में श्रद्धा कपूर मुंबई के डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पार्कर का किरदार कर रही हैं। दरअसल, जग्गा जासूस के आ जाने के बाद हसीना को ठीक ठाक संख्या में थिएटर मिलने में परेशानी हो रही थी। इस प्रकार से जग्गा जासूस को पूरा एक हफ्ता सोलो रिलीज़ होने का मिल जायेगा। हसीना पर प्रेशर का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि हसीना की रिलीज़ उस २८ जुलाई को रिलीज़ की जा रहे है, जब निर्देशक अनीस बज़्मी की अनिल कपूर और अर्जुन कपूर की फिल्म मुबारकां और मधुर भंडारकर की इमरजेंसी पर फिल्म इंदु सरकार रिलीज़ हो रही है।
जग्गा जासूस का एक हफ्ता !
बॉक्स ऑफिस पर हलचल जग्गा जासूस से पहले भी थी और बाद में भी रहेगी। बकौल अपूर्व लाखिया उन्होंने अपनी फिल्म हसीना की रिलीज़ की तारिख इस लिए भी खिसकाई क्योंकि ३० जून को सुनील दर्शन की फिल्म एक हसीना थी एक दीवाना था रिलीज हो रही थी। उनके शीर्षक को लेकर दर्शक कन्फ्यूज्ड हो सकते थे। एक महीने बाद दर्शकों के दिमाग से सुनील दर्शन के बेटे शिव दर्शन की फिल्म का नाम उतर जाएगा। उधर जग्गा जासूस को सोलो रिलीज़ का पूरा हफ्ता सिर्फ एक ही मिलेगा। क्योंकि २१ जुलाई को निर्देशक शब्बीर खान की टाइगर श्रॉफ और निधि अग्रवाल अभिनीत फिल्म मुन्ना माइकल रिलीज़ हो रहे है। टाइगर श्रॉफ की डांस पर आधारित यह एक्शन रोमांस फिल्म का युवा दर्शक शिद्दत से इंतज़ार कर रहे हैं।
बॉक्स ऑफिस पर हॉलीवुड फिल्मों की भीड़
इस दौरान हॉलीवुड की फ़िल्में भी बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हलचल पैदा करेंगी। २३ जून को हस्ब्रो खिलौनों पर आधारित फ्रैंचाइज़ी ट्रांसफार्मर्स सीरीज की आखिरी फिल्म ट्रांसफार्मर्स द लास्ट नाइट रिलीज़ हो रही है । हॉलीवुड की एक दूसरी पॉपुलर फ्रैंचाइज़ी स्पाइडर-मैन की रिबूट फिल्म स्पाइडर-मैन होमकमिंग जग्गा जासूस से एक हफ्ता पहले ७ जुलाई को रिलीज़ हो रही है। युवा स्पाइडर-मैन टॉम हॉलैंड के कारनामे देखने के लिए दर्शकों में काफी उत्तेजना है। हालाँकि, जग्गा जासूस को बॉलीवुड से कोई चुनौती नहीं है। लेकिन, उसका एक बंदर से पार पाना मुश्किल लग रहा है। १४ जुलाई को ही वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स रिलीज़ हो रही है। एप्स सीरीज की पिछली दो फिल्मों राइज ऑफ़ द प्लेन ऑफ़ द एप्स (२०११) और डान ऑफ़ द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स (२०१४)को भारतीय बॉक्स ऑफिस पर बढ़िया कामयाबी मिली थी। इसलिए, वॉर फॉर द प्लेनेट ऑफ़ द एप्स की कामयाबी की भी उम्मीद लगाईं जा रही है ।
कुछ दूसरी हॉलीवुड फ़िल्में
उपरोक्त फिल्मों के अलावा कुछ दूसरी चर्चित हॉलीवुड फ़िल्में अगले कुछ हफ़्तों में रिलीज़ होंगी। वेलेरियन: सिटी ऑफ़ अ थाउजेंड प्लैनेट्स (२१ जुलाई), डंकिर्क (२१ जुलाई), किंग्समैन: द गोल्डन सर्किल (२२ सितम्बर), थॉर : रगनरॉक (३ नवंबर), जस्टिस लीग (१७ नवंबर) और स्टार वार्स द लास्ट जेडाई (१५ दिसंबर) विशेष उल्लेखनीय फ़िल्में हैं। यह फ़िल्में हिंदी फिल्मों का मज़ा किरकिरा करने का माद्दा रखती हैं।
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फिल्म पुराण
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
जब हेलबॉय से मिला हेलबॉय !
हेलबॉय सीरीज की दो फिल्मों में हेलबॉय की भूमिका करने वाले अभिनेता रॉन पर्लमैन ने पिछले दिनों स्ट्रेंजर थिंग्स के हॉरर वेब सीरीज में हॉकिंस पुलिस डिपार्टमेंट के मुखिया जिम हॉपर का किरदार करने वाले अभिनेता डेविड हारबर के साथ लंच लेती अपनी फोटो सोशल मीडिया पर साझा की थी। उनके साथ २२ जम्प स्ट्रीट के अभिनेता और स्टैंडप कॉमेडियन पैटन ओस्वाल्ट भी थे। रॉन और डेविड की यह मुलाक़ात, दरअसल हेलबॉय से हैलबॉय के मिलने की थी। रॉन पर्लमैन ने हेलबॉय (२००४) और हेलबॉय२: द गोल्डन आर्मी (२००८) के बाद हेलबॉय को अलविदा कह दी है। रॉन की हेलबॉय फिल्मों का निर्देशन गुइलर्मो डेल टोरो ने किया था। पहली हेलबॉय को बॉक्स ऑफिस पर ख़ास सफलता नहीं मिली थी। इस फिल्म ने ६६ मिलियन डॉलर के बजट के बदले ९९ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया था। लेकिन, सुपरपॉवर रखने वाले एक दैत्याकार पशु हेलबॉय को समीक्षकों ने सराहा था। इसीलिए इस फिल्म का सीक्वल हेलबॉय : द गोल्डन आर्मी ८५ मिलियन डॉलर के बजट के साथ बनाया गया। इस सीक्वल फिल्म ने १६०.४ मिलियन डॉलर का ग्रॉस किया। अब, जबकि हेलबॉय को मिलेनियम फिल्म कंपनी द्वारा रिबूट किया जा रहा है, तो इसके एक्टर और डायरेक्टर दोनों ही बदल गए हैं। फिल्म का निर्देशन कोंस्टनटिन और हनिबल के डायरेक्टर नील मार्शल कर रहे हैं। इस रिबूट फिल्म हेलबॉय : राइज ऑफ़ द ब्लड क्वीन में हेलबॉय का किरदार डेविड हारबर कर रहे हैं। रॉन पर्लमैन के साथ डेविड हारबर का डिनर इस किरदार को समझाने और समझने का जरिया ही थी।
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Hollywood
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पेंटागन पेपर्स---दर्जन भर एक्टर
फिल्मकार स्टीवन स्पीलबर्ग का फिल्म बनाने का अपना तरीका है। किसी किसी फिल्म की कहानी के अनुरूप स्टार कास्ट तय करने में उन्हें सालों साल लग जाते हैं। जबकि, किसी फिल्म को तो एक साल में ही शूट भी कर ले जाते है। उनकी हालिया ऐलान की गई फिल्म द पेपर्स भी ऎसी ही एक फिल्म है। इस फिल्म को स्टीवन स्पीलबर्ग ने मार्च में साइन किया था और यह फिल्म दिसंबर में रिलीज़ भी हो जाएगी। सत्तर के दशक में गोपनीय दस्तावेजों को विवादित तरीके से प्रकाशित करने की घटना, जिसे पेंटागन पेपर्स नाम दिया गया था, पर आधारित फिल्म द पेपर्स में मुख्य भूमिका के लिए टॉम हैंक्स और मेरिल स्ट्रीप को अनुबंधित किया गया है। फिल्म में इन दोनों की सहयोगी भूमिकाओं के लिए मैड मैन, ब्रेकिंग बैड, अरेस्टेड डेवलपमेंट, फार्गो, आदि फिल्मों में काम कर चुके दर्जन भर अभिनेता अभिनेत्रियों को लिया गया है। एक खबर के अनुसार फिल्म में एलिसन ब्री, कैरी कून, डेविड क्रॉस, ब्रूस ग्रीनवुड, पैट हीली, ट्रैसी लेट्स, बॉब ओडेनकिर्क, सराह पॉलसन, जेसे प्लेमोंस, मैथ्यू रिस, माइकल स्टहलबर्ग, ब्रेडले व्हिटफ़ोर्ड और जच वुड्स को लिया गया है। टॉम हैंक्स फिल्म में १९७१ में द वाशिंगटन पोस्ट के एडिटर बेन ब्रैडली का किरदार कर रहे हैं। अख़बार की प्रकाशक के ग्रैहम का रोल मेरिल स्ट्रीप कर रहे है। लिज़ हन्ना और जॉश सिंगर की लिखी फिल्म द पेपर्स दिखाएगी कि किस प्रकार से राष्ट्रपति जॉनसन के प्रशासन ने वियतनाम युद्ध के दौरान अमेरिकी कांग्रेस और आम जनता को बरगलाया था। उस समय जब निक्सन प्रशासन ने इस रिपोर्ट को प्रकाशित होने से रोकने की कोशिश की थी तो के ग्रैहम और बेन ब्रैडली चट्टान की तरह खड़े रहे थे। स्पीलबर्ग की इस फिल्म को सामयिक बताया जा रहा है, क्योंकि ट्रम्प प्रशासन भी ऎसी किसी सूचना को पब्लिक होने देने के पक्ष में नहीं है।
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Hollywood
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