फिल्मकार स्टीवन स्पीलबर्ग का फिल्म बनाने का अपना तरीका है। किसी किसी फिल्म की कहानी के अनुरूप स्टार कास्ट तय करने में उन्हें सालों साल लग जाते हैं। जबकि, किसी फिल्म को तो एक साल में ही शूट भी कर ले जाते है। उनकी हालिया ऐलान की गई फिल्म द पेपर्स भी ऎसी ही एक फिल्म है। इस फिल्म को स्टीवन स्पीलबर्ग ने मार्च में साइन किया था और यह फिल्म दिसंबर में रिलीज़ भी हो जाएगी। सत्तर के दशक में गोपनीय दस्तावेजों को विवादित तरीके से प्रकाशित करने की घटना, जिसे पेंटागन पेपर्स नाम दिया गया था, पर आधारित फिल्म द पेपर्स में मुख्य भूमिका के लिए टॉम हैंक्स और मेरिल स्ट्रीप को अनुबंधित किया गया है। फिल्म में इन दोनों की सहयोगी भूमिकाओं के लिए मैड मैन, ब्रेकिंग बैड, अरेस्टेड डेवलपमेंट, फार्गो, आदि फिल्मों में काम कर चुके दर्जन भर अभिनेता अभिनेत्रियों को लिया गया है। एक खबर के अनुसार फिल्म में एलिसन ब्री, कैरी कून, डेविड क्रॉस, ब्रूस ग्रीनवुड, पैट हीली, ट्रैसी लेट्स, बॉब ओडेनकिर्क, सराह पॉलसन, जेसे प्लेमोंस, मैथ्यू रिस, माइकल स्टहलबर्ग, ब्रेडले व्हिटफ़ोर्ड और जच वुड्स को लिया गया है। टॉम हैंक्स फिल्म में १९७१ में द वाशिंगटन पोस्ट के एडिटर बेन ब्रैडली का किरदार कर रहे हैं। अख़बार की प्रकाशक के ग्रैहम का रोल मेरिल स्ट्रीप कर रहे है। लिज़ हन्ना और जॉश सिंगर की लिखी फिल्म द पेपर्स दिखाएगी कि किस प्रकार से राष्ट्रपति जॉनसन के प्रशासन ने वियतनाम युद्ध के दौरान अमेरिकी कांग्रेस और आम जनता को बरगलाया था। उस समय जब निक्सन प्रशासन ने इस रिपोर्ट को प्रकाशित होने से रोकने की कोशिश की थी तो के ग्रैहम और बेन ब्रैडली चट्टान की तरह खड़े रहे थे। स्पीलबर्ग की इस फिल्म को सामयिक बताया जा रहा है, क्योंकि ट्रम्प प्रशासन भी ऎसी किसी सूचना को पब्लिक होने देने के पक्ष में नहीं है।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Wednesday, 14 June 2017
पेंटागन पेपर्स---दर्जन भर एक्टर
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Hollywood
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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