अभिनेता बोमन ईरानी जल्द ही फिल्म झलकी
में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश
सत्यार्थी के किरदार में नज़र आएंगे। राष्ट्रीय पुरष्कार विजेता डायरेक्टर ब्रह्मानंद सिंह इस फिल्म को डायरेक्ट करेंगे। यह फिल्म एक
छोटी लड़की की कहानी है जो बाल मज़दूरी करते करते अपने भाई की तलाश को तलाश कर रही
है। इस बारे
में बोमन ईरानी का कहना है, "मैंने अपने पोरशन को कुछ ही दिनों में संरक्षित कर लिया था। सत्यार्थी
जी एक ऐसे इंसान हैं. जिनपर हर भारतीय को गर्व है। मिर्ज़ापुर में जब हम शूट कर रहे थे तो वहां का तापमान
लगभग ४७ डिग्री था। बहुत ही बेहतरीन अनुभव रहा है इस फिल्म के
दौरान। मैं वहां के लोगो से मिला और उनकी समस्याओ समझने का मौका मिला।" बोमन अपनी यादो को साँझा करते हुए बताया कि वे सिर्फ सत्यार्थी के
किरदार को चित्रित नहीं करना चाहते थे बल्कि उनका बच्चो के प्रति लगाव और बच्चो
के हक़ के लिए बिना किसी डर आवाज़ उठाना और बच्चो के साथ खुद बच्चे बन जाना जैसी खासियतों पर भी ध्यान देना चाहता था।
भारतीय भाषाओँ हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, आदि की फिल्मो के बारे में जानकारी आवश्यक क्यों है ? हॉलीवुड की फिल्मों का भी बड़ा प्रभाव है. उस पर डिजिटल माध्यम ने मनोरंजन की दुनिया में क्रांति ला दी है. इसलिए इन सब के बारे में जानना आवश्यक है. फिल्म ही फिल्म इन सब की जानकारी देने का ऐसा ही एक प्रयास है.
Thursday, 8 June 2017
कैलाश सत्यार्थी के किरदार में बोमन ईरानी
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खबर है
मैं हिंदी भाषा में लिखता हूँ. मुझे लिखना बहुत पसंद है. विशेष रूप से हिंदी तथा भारतीय भाषाओँ की तथा हॉलीवुड की फिल्मों पर. टेलीविज़न पर, यदि कुछ विशेष हो. कविता कहानी कहना भी पसंद है.
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